Haryana Abhitak News 17/08/23

बाल पुरस्कारों को लेकर लघु सचिवालय में गुरूवार को अधिकारियों की बैठक में जरूरी दिशा निर्देश देते डीसी कैप्टन शक्ति सिंह।

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए 31 तक करें ऑनलाइन आवेदन : डीसी
विजेता बच्चे को पुरस्कार स्वरूप मिलेगी एक लाख की राशि, मेडल, प्रमाण-पत्र और प्रशस्ति पत्र
26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के अवसर पर की जाएगी अवार्ड की घोषणा
बाल पुरस्कार के लिए जिला के पात्र बच्चे जरूर करें आवेदन – बोले डीसी

झज्जर, 17 अगस्त (अभीतक) : डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार, 2024 के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त, 2023 निर्धारित की हुई है। अवार्ड की घोषणा 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के अवसर पर की जाएगी। पुरस्कार के तहत एक पदक, एक लाख रुपए नकद व प्रमाणपत्र और प्रशस्ति पत्र दिए जाएंगे। जिलाभर के पुरस्कार के पात्र बच्चे इसके लिए आवेदन करें,जिसके लिए संबंधित विभागों के अधिकारी बच्चों से आवेदन प्रक्रिया सुचारू रूप से पूरी कराएं। डीसी कैप्टन शक्ति सिंह गुरुवार को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव की वीसी उपरांत संबंधित अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। डी सी ने शिक्षा,खेल,विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इन क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभाने वाले बच्चों को चिंहित करते हुए पुरस्कार के लिए निर्धारित समयावधि में ऑनलाइन आवेदन भारत सरकार की वेबसाइट अवार्डस डॉट जीआवी डॉट इन पर कराना सुनिश्चित करें,ताकि अपने जिले बहादुर बच्चे राष्टï्रीय बाल पुरस्कार के लिए चयनित हो पाएं। डीसी ने बताया कि बाल पुरस्कार को दो श्रेणियों नामत: बाल वीरता पुरस्कार व बाल उत्कृष्टता पुरस्कार में विभाजित किया गया है। दोनों श्रेणियों में कुल 25 बच्चों का चयन किया जाएगा। दोनों ही पुरस्कारों में एक-एक लाख रुपए की राशि एवं एक मैडल सहित प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे। डीसी ने बताया कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (पीएमआरबीपी) का आयोजन बच्चों की ऊर्जा, दृढ़ संकल्प, क्षमता, उत्साह और दूसरे बच्चों को बहादुरी के लिए प्रेरित करने के लिए किया जाता है। यह पुरस्कार बहादुरी, खेल, सामाजिक सेवा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, कला एवं संस्कृति और नवाचार के क्षेत्रों में राष्ट्रीय स्तर की उपलब्धि के लिए दिए जाते हैं। उन्होंने कोई भी बच्चा, जो भारत का नागरिक है और आवेदन देने की अंतिम तारीख तक उम्र 18 साल से अधिक नहीं है, पुरस्कार के लिए आवेदन कर सकता है। डीसी ने पुरस्कार के पात्र जिलाभर के बच्चों से आह्वान किया कि वे पीएम राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए आवेदन अवश्य करें। इस अवसर सीईओ जिला परिषद डॉ सुभिता ढ़ाका,डीईओ राजेश कुमार, डीई ईओ सुभाष भारद्वाज, डीआईओ अमित बंसल, डीआईपीआरओ सतीश कुमार, महिला एवं बाल विकास अधिकारी प्रियंका रानी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

झज्जर जिला कारागार में आयोजित हास्य कवि सम्मेलन में मंच का संचालन करते मास्टर महेद्र।

डीएलएसए की ओर से जिला कारागार में हास्य कवि सम्मेलन का हुआ आयोजन : सचिव
झज्जर, 17 अगस्त (अभीतक) : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झज्जर के सचिव एवं सीजेएम अरविंद कुमार बंसल के मार्गदर्शन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं हरियाणा कला परिषद रोहतक मण्डल के तत्वावधान में जिला कारागार झज्जर में हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वयं झज्जर प्राधिकरण सचिव अरविंद कुमार बंसल ने की। जिला कारागार अधीक्षक सुरेन्द्र दलाल, उप अधीक्षक जंगशेर,डा. नवीन यादव, पैरा लीगल वालंटियर कर्मजीत छिल्लर व अन्य अधिकारियों के साथ साथ सभी कर्मचारी व कैदियों का भरपूर मनोरंजन किया। इस अवसर पर डीएलएसए सचिव अरविंद कुमार बंसल ने बताया कि कवियों में दिल्ली से पधारे महेंद्र अजनबी ने भारतीय रेल और उसमें होने वाली धक्का-मुक्की का हास्य वर्णन करके लोगों को मनोरंजन किया, दिल्ली से ही पधारे कवि दीपक सैनी ने अपने हास्य व्यंग्य और मिमिक्री से सभी दर्शकों को लोटपोट कर दिया अपने अंदाज धनी अशोक बरोदा रोहतक ने अपनी मिमिक्री तथा कई कलाकारों की आवाज़ के डायलॉग बोलकर सभी दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। वहीं दिल्ली से पधारे सतीश अग्रवाल ने अपनी कविताएँ सुनाकर सभी के चेहरों भी हंसी बिखेरी ,कवि सम्मेलन का संचालन प्रसिद्ध हास्य कवि मास्टर महेंद्र ने किया तथा अपनी हरियाणवी चुटकियों और कविताओं से सभी को लोटपोट कर दिया। कार्यक्रम के अन्त में श्री जंग शेर उप जेल अधीक्षक ने सभी कवियों का धन्यवाद किया।

बादली विधानसभा में आयोजित विशेष परिवार पहचान पत्र शुद्घिकरण शिविरों का जायजा लेते हुए हरियाणा परिवार पहचान पत्र प्राधिकरण के समन्वयक डॉ. सतीश खोला
बादली विधानसभा में आयोजित विशेष परिवार पहचान पत्र शुद्घिकरण शिविर में परिवार पहचान पत्र का जायजा लेते हुए हरियाणा परिवार पहचान पत्र प्राधिकरण के समन्वयक डॉ. सतीश खोला

परिवार पहचान पत्र की त्रुटियों का मौके पर ही किया समाधान : डॉ. खोला
मुख्यमंत्री मनोहर लाल और प्रदेश अध्यक्ष औमप्रकाश धनखड़ के सख्त निर्देश, आमजन को परिवार पहचान पत्र में शुद्घिकरण को लेकर कोई परेशानी न हो
मनोहर व धनखड़ के निर्देश पर आज बादली हल्के में आयोजित हुए चार विशेष शिविर
कैंप : डॉ. सतीश खोला प्रदेश पीपीपी कोऑर्डिनेटर

झज्जर, 17 अगस्त (अभीतक) : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और हरियाणा भाजपा अध्यक्ष औमप्रकाश धनखड़ परिवार पहचान पत्र को लेकर आ रही परेशानियों को तत्काल दूर कर पात्र नागरिकों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ तक पंहुचाने के लिए प्रतिबद्घ हैं। परिवार पहचान पत्र के प्रदेश कोर्डिनेटर डॉ सतीश खोला ने बादली हलके में आयोजित परिवार पहचान पत्र शुद्घिकरण के विशेष शिविरों का जायजा लेते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जनसेवा के लिए है और योजनाओं का लाभ पारदर्शी व्यवस्था के तहत घर द्वार तक पंहुचा रही है। इसी नेक सोच के साथ परिवार पहचान पत्र योजना लागू की गई है। विशेष शिविरों में मौके पर ही फैमिली आई डी मे आय के कारण किसी पेश्ंान, राशन कार्ड या आयुष्मान कार्ड गलत तरीके कट गया था, उनको ठीक किया गया। हरियाणा परिवार पहचान पत्र प्राधिकरण के समन्वयक डॉ. सतीश खोला ने कहा कि विभागीय कर्मचारियों की कार्यशैली को दुरुस्त करने के लिए लगातार निरीक्षण किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल व प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ के निर्देश पर बादली हल्के में चार पीपीपी शुद्घिकरण शिविर आयोजित किए गए। ये शिविर झज्जर जिले के गांव पटौदा , ढाकला, सिलानी, बादली में आयोजित हुए। इन शिविरों में काफी संख्या में ग्रामीणों ने अपने परिवार पहचान पत्र में आयु सत्यापन सहित अन्य अपडेटशन कार्य करवाया । सतीश खोला व एडीसी कार्यालय की टीम ने समस्याएं जानी और मौके पर ही समाधान करवाकर सैंकड़ों परिवारों को सरकार की योजनाओं का लाभार्थी बनवाया। प्राधिकरण समन्वयक ने ब्लॉक स्तर पर कार्यरत कर्मचारियों को सभी शिकायतकर्ताओं का पूरा ब्यौरा दर्ज करने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी के नाम, फोन नंबर, संबंधित शिकायत सभी रिकॉर्ड के साथ दर्ज होनी चाहिए और जायज शिकायतों के समाधान की समय सीमा भी कर्मचारी लोगों को बताएं। डॉ. सतीश खोला ने कहा कि परिवार पहचान पत्र हमारी सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना है जो निश्चित रूप से भ्रष्टाचार को जड़ मूल से खत्म करेगी। सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के समय सीमा को भी कम करेगी। इसलिए सभी पात्र लोगों को जल्द से जल्द इसका लाभ लेना चाहिए। डीजिटल माध्यम से राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, चिरायु कार्ड, बुढ़ापा पैंशन, निराश्रित पैंशन, लाडली पैंशन, मैरिज सर्टिफिकेट, इनकम सर्टिफिकेट सहित अन्य सरकारी प्रमाण पत्र बनवाने की आसान प्रक्रिया भी ग्रामीणों को विस्तार से बताई। कार्यक्रम को सफल बनाने में भीष्मपाल कुलाना, हनुमत , मोहन पाटौदा, गुडडू पाटौदा, बसंत सुरहा, सुरेंद्र, रामबीर, पूनम, सीमा, विनोद बाढ़सा, हवा सिंह,नीटू बादली, सुनील, संदीप हसनपुर समेत दर्जनों स्वयं सेवक सामाजिक कार्यकर्ताओं का सहयोग रहा। अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय से योगेश कुमार दीपक, राकेश कुमार, मनबीर पुनिया, अंकित कुमार की टीम ने शिविर में काम किया।

गांव मातनहेल में गुरूवार को आयोजित विशेष शिविर में नागरिकों की समस्याएं सुनती एडीसी सलोनी शर्मा।
शिविर में विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण करती एडीसी सलोनी शर्मा।
गांव मातनहेल में गुरूवार को आयोजित विशेष शिविर में नागरिकों की समस्याएं सुनती एडीसी सलोनी शर्मा।
शिविर में विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण करती एडीसी सलोनी शर्मा।

प्रमाण पत्र बनवाकर सरकार की योजनाओं का लाभ उठाएं नागरिक : एडीसी
विमुक्त, टपरीवास, घुमन्तु, अर्ध घुमन्तु जाति के नागरिकों ने दो दिवसीय शिविर के पहले दिन बनवाए प्रमाण -पत्र
एडीसी सलोनी शर्मा ने गांव मातनहेल स्थित बीडीपीओ कार्यालय परिसर में आयोजित कैंप का किया अवलोकन

झज्जर, 17 अगस्त (अभीतक) : हरियाणा उदय कार्यक्रमों की श्रृंखला में डीसी कैप्टन शक्ति सिंह के मार्गदर्शन में विमुक्त, टपरीवास, घुमन्तु अर्ध घुमन्तु जाति के नागरिकों के प्रमाण पत्र बनाने के लिए मातनहेल स्थित खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय में गुरुवार को दो दिवसीय शिविर का शुभारंभ हुआ। एडीसी सलोनी शर्मा ने शिविर का निरीक्षण करते हुए विमुक्त, टपरीवास, घुमन्तु, अर्ध घुमन्तु जाति के नागरिकों से सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने का आहवान किया। कैंप में पहुंचने पर जिला कल्याण अधिकारी श्वेता शर्मा ने एडीसी सलोनी शर्मा का स्वागत करते हुए विभागीय योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। इस शिविर में पहले दिन अढाई सौ से ज्यादा पात्र नागरिकों ने भाग लिया। एडीसी ने शिविर में आए नागरिकों से पहचान पत्र,आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, रिहायशी प्रमाण पत्र सहित अन्य जरूरी दस्तावेजों की जानकारी ली और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। एडीसी ने कहा कि कैंप आयोजित करने का मुख्य मकसद यही है कि विमुक्त, टपरीवास, घुमन्तु अर्ध घुमन्तु जाति के नागरिकों के प्रमाण पत्र संबंधित खंडों में बनाए जाएं, ताकि पात्रों को सरकार की योजनाओं का निर्बाध रूप से लाभ मिल सके। जिला कल्याण अधिकारी ने बताया कि विशेष शिविर में पहचान पत्र, आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, रिहायशी प्रमाण पत्र इत्यादि बनाए गए। शिविर में 173 आवेदन पत्र प्राप्त हुए, जो कि पहचान पत्र, आधार कार्ड, जाति प्रमाण-पत्र, वोटर कार्ड, आय प्रमाण-पत्र, आयुष्मान कार्ड, पैंशन इत्यादि से संबंधित रहे,जिनमें पचास आधार कार्ड, छह वोटर कार्ड, पचास पीपीपी,दस नागरिकों की पेंशन,और लगभग पचास व्यक्तियों के स्वास्थ्य की जांच की गई। उन्होंने बताया कि मेले में टपरीवास, घूमंतू, अर्धघूंमतू तथा विमुक्त जाति के लगभग दौ सौै व्यक्तियों ने भाग लिया।
यह रहेगा विशेष शिविरों का आगामी शैडयूल
जिला कल्याण अधिकारी ने सभी खंडों पर आयोजित होने वाले शिविरों की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि 18 अगस्त को मातनहेल स्थित बीडीपीओ कार्यालय में सभी श्रेणी के लिए मेले का आयोजन होगा। उन्होंने बताया कि बहादुरगढ़ स्थित बीडीपीओ कार्यालय में 24 व 25 अगस्त को मेले का आयोजन होगा,जिसमें 24 अगस्त को विमुक्त जाति तथा अगले दिन यानि 25 अगस्त को सभी श्रेणियों के लिए मेले का आयोजन किया जाएग, इसी प्रकार आठ सितंबर को बीडीपीओ कार्यालय परिसर बादली में विमुक्त जाति तथा सभी श्रेणियों के लिए मेला लगेगा। उन्होंने बताया कि 14 सितंबर व 15 सिंतबर झज्जर ब्लाक का मेला राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय झज्जर में लगेगा,जिसमें 14 सितंबर को विमुक्त जाति के लिए तथा 15 सितंबर को सभी श्रेणी के लोग मेले में भाग ले सकेंगे। इसी प्रकार 21 सिंतबर को बेरी बीडीपीओ कार्यालय परिसर में मेला लगाया जाएगा,जिसमें विमुक्त जाति के साथ ही सभी श्रेणी के नागरिक मेला में भाग ले सकेंगे। जिला कल्याण अधिकारी ने बताया कि 28 सितंबर को माछरोली स्थित बीडीपीओ कार्यालय परिसर में विमुक्त जाति के साथ-साथ अन्य श्रेणी के नागरिकों के लिए मेला लगेगा। छह अक्टूबर को साल्हावास स्थित बीडीपीओ कार्यालय परिसर में विमुक्त जाति के साथ साथ अन्य श्रेणी के नागरिकों के लिए मेला लगाया जाएगा। इस मौके पर बीडीपीओ राजाराम,विमुक्त घुमंतू जाति विकास बोर्ड की सदस्या सुनीता चौहान, जयभगवान, प्रीतम, धर्मबीर ङ्क्षसह आदि का विशेष सहयोग रहा।

हरियाणा सरकार का रक्षाबंधन पर महिलाओं को तोहफा
29 अगस्त दोपहर 12 बजे से हरियाणा रोडवेज में कर सकेंगी नि:शुल्क यात्रा : डीसी

झज्जर, 17 अगस्त (अभीतक) : हरियाणा सरकार ने महिलाओं को रक्षाबंधन का तोहफा देते हुए हरियाणा परिवहन की बसों में इस वर्ष भी मुफ्त यात्रा सुविधा देने का निर्णय लिया है ताकि बहनें अपने भाइयों के घर जाकर राखी बांध सकें। डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा राज्य परिवहन द्वारा जनहित में पिछले कई वर्षों से रक्षाबंधन के मौके पर महिलाओं को मुफ्त यात्रा सुविधा प्रदान की जा रही है। इस वर्ष भी पिछले वर्ष की भांति महिलाएं अपने 15 साल तक के बच्चों के साथ इस नि:शुल्क यात्रा सुविधा का लाभ ले सकती हैं। उन्होंने बताया कि यात्रा की सुविधा 29 अगस्त, 2023 को दोपहर 12 बजे से आरम्भ होगी तथा 30 अगस्त, 2023 रक्षाबंधन के दिन मध्य रात्रि 12 बजे तक रहेगी। यह सुविधा साधारण व स्टैंडर्ड बसों में दी जाएगी।

झज्जर के बाजार से 30 सेकैंड में बाइक चोरी
झज्जर, 17 अगस्त (अभीतक) : जिला झज्जर स्वर्णकार संघ के मीडिया प्रभारी रविंद्र सोनी ने बताया कि 16 अगस्त 2023 को रात 9:26 बजे सुनारों के कारीगर करण बंगाली की बाइक वर्मा बुक डिपो, हरिपुरा बाज़ार झज्जर के सामने से 2 चोरों ने चोरी कर ली। मात्र 30 सेकैंड में चोरों ने बाइक चोरी की घटना को बड़ी चतुराइ्र से अंजाम दिया। रविन्द्र सोनी ने बताया कि बाइक का नंबर एचआर 14पी 1113 है और ये हीरो की स्प्लेंडर बाइक है। जिसका रंग काला है। अगर कोई इन चोरों को जानता हो या किसी को इस बाइक का पता चले तो कृपया पुलिस को अवश्य सूचित करें या इस नंबर पर जरूर बताएं।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की बड़ी घोषणा, प्रदेशभर में 450 अनधिकृत कॉलोनियों होंगी नियमित
पहली बार राज्य सरकार नगर निगम सीमा से बाहर स्थित कॉलोनियों को भी करेगी नियमित- मनोहर लाल
1833 और कॉलोनियों को नियमित करने पर विचार कर रही सरकार, जल्द ही इसके लिए योजना बनाएंगे- मुख्यमंत्री
वर्ष 2014 से 2022 तक शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अन्तर्गत आने वाली 685 कालोनियां की गई थी नियमित

चंडीगढ़, 17 अगस्त (अभीतक) : हरियाणा सरकार ने शहरी विकास को बढ़ावा देने और बुनियादी सुविधाओं को सुदृढ् करने के दृष्टिगत एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए प्रदेशभर में 450 अनधिकृत कालोनियों को नियमित करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व में सरकार द्वारा लिया गया यह परिवर्तनकारी निर्णय शहरी विकास, नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने और संगठित व सुव्यवस्थित शहरीकरण को बढ़ावा देने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने आज यहां एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि इन 450 कॉलोनियों में नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग की 239 कालोनियां तथा शहरी स्थानीय निकाय विभाग की 211 कालोनियां शामिल हैं। उन्होंने कहा कि आज नियमित की गई कालोनियों में पहली बार उन अनधिकृत कालोनियों को भी नियमित किया गया है, जो पालिका क्षेत्रों के बाहर स्थित हैं। ये नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग के अन्तर्गत आती हैं। मनोहर लाल ने कहा कि इससे पहले वर्ष 2014 से 2022 तक शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अन्तर्गत आने वाली 685 कालोनियां नियमित की गई थीं। इस प्रकार, आज नियमित होने वाली कॉलोनियों को नियमित करने से वर्ष 2014 से अब तक कुल 1135 अनधिकृत कॉलोनियां नियमित हो जाएंगी।
सरकार 1856 और कॉलोनियों को नियमित करने पर कर रही विचार कर रही
मुख्यमंत्री ने अनधिकृत कॉलोनियों के संबंध में भविष्य की योजना को साझा करते हुए बताया कि वर्तमान में प्रदेश में कुल 1856 अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित करना विचाराधीन है। इनमें 727 कॉलोनियां नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग तथा 1129 कॉलोनियां शहरी स्थानीय विभाग के अंतर्गत आती हैं। इन कॉलोनियों में मापदण्ड पूरे होने पर इन्हें भी नियमित किया जाएगा। यह राज्य के शहरी नियोजन और विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सरकार ने अनधिकृत कॉलोनियों के नियमितीकरण के लिए नियमों को आसान बनाया
मनोहर लाल ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने अपने 10 साल के कार्यकाल में 874 अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित किया था। हालाँकि, वर्तमान सरकार ने एक अलग दृष्टिकोण अपनाया और नागरिक सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए नियमितीकरण के मानदंडों में ढील दी है। उन्होंने कहा कि इन कॉलोनियों में रहने वाले लोगों के जीवन स्तर में सुधार करने के लक्ष्य से नागरिकों की सुविधा के लिए अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित करने हेतु मानदण्डों में छूट दी है। जिन कॉलोनियों तक पहुंचने वाली सडक़ 6 मीटर या इससे अधिक तथा आंतरिक सडक़ें 3 मीटर या इससे अधिक चौड़ी हैं, अब उन्हें नियमित किया गया है।
इन कॉलोनियों के नियमित होने से निवासियों को बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित होंगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ अनधिकृत कॉलोनियां पालिका क्षेत्र से बाहर भी बन गई थी। इनमें रहने वाले लोग वर्षों से बुनियादी सुविधाओं से वंचित थे। हमने उनकी पीड़ा को समझा है और पहली बार पालिका क्षेत्रों से बाहर की कॉलोनियों को भी नियमित करने का काम किया है। उन्होंने बताया कि नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग के अधिकार क्षेत्र में अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित करने के लिए नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति बनाई थी। इस समिति ने नगरपालिका क्षेत्र से बाहर बसी हुई कॉलोनियों में आवश्यक सेवाओं व नागरिक सुविधाओं के लिए बुनियादी ढांचे के विकास पर विचार-विमर्श किया और कुछ सिफारिशें की। इनके आधार पर सरकार ने कम से कम 2 एकड़ क्षेत्र में बसी अलग-थलग कॉलोनियों को नियमित करने का निर्णय लिया। हालांकि, यह नियम उस कॉलोनी पर लागू नहीं होगा, जो किसी अन्य अधिकृत, लाइसेंसशुदा अथवा नियमित कॉलोनी के समीप है और उसके लिए रास्ता उसी कॉलोनी के अंदर से जाता है।
कॉलोनी के नियमितीकरण के लिए संबंधित जिले के सदस्य सचिव (संयोजक) डीटीपी को देना होगा आवेदन
मुख्यमंत्री ने कहा कि पालिका क्षेत्र से बाहर की कॉलोनी को नियमित करवाने के लिए संबंधित पक्ष को संबंधित जिले के सदस्य सचिव (संयोजक) डी.टी.पी. के पास आवेदन जमा करवाना होगा, जो इन आवेदनों को डिस्ट्रिक्ट लेवल स्क्रूटनी कमेटी को भेजेगा। उन्होंने कहा कि पहले से विकसित कॉलोनियों में पंजीकृत नागरिक कल्याण समिति नहीं होंगी, समिति बनाकर उसे पंजीकृत करवाने में भी काफी समय लगता है। इसलिए सरकार ने निर्णय लिया है कि पंजीकृत नागरिक कल्याण समिति या डेवलपर या कॉलोनी के कम से कम 5 निवासियों द्वारा प्रस्तुत किए गए आवेदनों पर भी विचार किया जाएगा। इनके बाद प्रासंगिक प्रावधानों के तहत सोसायटी को पंजीकृत करवाया जा सकता है। ए और बी श्रेणी की कॉलोनियों में पहुंच सडक़ कम से कम 6 मीटर चौड़ी व आंतरिक सडक़ों की कम से कम चौड़ाई 3 मीटर होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने सडक़ की चौड़ाई और वाणिज्यिक क्षेत्र मानदंडों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ए और बी श्रेणी की कॉलोनियों में पहुंचने के लिए कम से कम 6 मीटर चौड़ा मार्ग होना चाहिए। आंतरिक सडक़ों की कम से कम चौड़ाई 3 मीटर होनी चाहिए। इसके अलावा, श्रेणी ‘सी’ और ‘डी’ में आने वाली कॉलोनियों के लिए, किसी भी चौड़ाई के मुख्य रास्ते वाले आवेदनों पर विचार करने का प्रस्ताव है।
उन्होंने कहा कि इन आवासीय कालोनियों में वाणिज्यिक क्षेत्र 4 प्रतिशत से अधिक हो सकता है। जिन आवासीय कॉलोनियों में कमर्शियल क्षेत्र पहले ही 4 प्रतिशत से अधिक विकसित है या कमर्शियल गतिविधियों के लिए आवंटित अथवा पंजीकृत है, उन कॉलोनियों को भी अतिरिक्त शुल्क के साथ नियमित किया जाएगा। लेकिन इसमें मॉल, मल्टीप्लेक्स, होटल और बैंक्वेट हॉल आदि शामिल नहीं होंगे। इसके अलावा, पालिका क्षेत्र से बाहर पडऩे वाली आवासीय कॉलोनियों को नियमित करने के लिए जो विकास शुल्क किये गए हैं, वे अविकसित भूमि के लिए कलेक्टर रेट का 8 प्रतिशत तथा विकसित भूमि के लिए कलेक्टर रेट का 5 प्रतिशत देय होगा।
पालिका क्षेत्र में विकास शुल्क सभी तरह के क्षेत्र पर 5 प्रतिशत होगा
मनोहर लाल ने कहा कि वाणिज्यिक क्षेत्र 4 प्रतिशत होगा और इस सीमा से अधिक वाणिज्यिक क्षेत्र पर विकास शुल्क का तीन गुणा देय होगा। कलेक्टर रेट विकास प्लान के रिहायशी जोन में पडऩे वाली कृषि भूमि पर लागू कलेक्टर रेट की दरों के बराबर होगा। पालिका क्षेत्र में विकास शुल्क सभी तरह के क्षेत्र पर 5 प्रतिशत होगा। उन्होंने कहा कि हम नागरिकों पर एक बार में ही विकास शुल्क का भार नहीं डालना चाहते। इसलिए विकास शुल्क की अदायगी को भवन नक्शों, बिक्री अथवा खरीद की स्वीकृति आदि से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि पालिका क्षेत्र से बाहर के मामलों के शीघ्र निपटान के लिए अंतिम प्राधिकारी डीएलएससी के अध्यक्ष को बनाया गया है। पालिका क्षेत्र में ये शक्तियां डिविजनल कमिश्नर के पास होंगी। हमने ऐसी कॉलोनियों में सेल डीड पर पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसलिए 1 जुलाई, 2022 से पहले जिन्होंने बिक्री के लिए सेल डीड या एग्रीमेंट टू सेल पंजीकृत करवा रखे थे, उन्हें बेचा हुआ माना जाएगा।
500 वर्ग मीटर तक के पार्क, खुले स्थान और सामुदायिक हॉल का किया गया प्रावधान
मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल वाली कॉलोनियों में रहने के लिए बेहतर वातावरण बनाने हेतु 500 वर्गमीटर तक के पार्क, खुली जगहों और सामुदायिक भवन के प्रावधान किए जाएंगे। इसके लिए उन कॉलोनियों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिनमें डेवेलपर के स्वामित्व वाला क्षेत्र बेचा नहीं गया है। इसके अलावा, इन कॉलोनियों में अग्निशमन मानदंडों में ढील देने की जरूरत है, जिनके लिए डेवेलपर/आर.डब्ल्यू.ए. द्वारा आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किए जाएंगे और अग्निशमन विभाग से लिखित में परामर्श किया जाएगा। इस बारे संबंधित डेवेलपर/आर.डब्ल्यू.ए. संबंधित उपायुक्त और जिला नगर योजनाकार को सूचित करेंगे। इन आवासीय कॉलोनियों में पहले से बने सभी मकानों की वर्तमान स्थिति बरकरार रखी जाएगी। मनोहर लाल ने कहा कि इन आवासीय कॉलोनियों में पहले से बने हुए सभी मकानों की वर्तमान स्थिति बनी रहेगी। नीतिगत निर्देशों की अधिसूचना से पहले विभाग द्वारा ड्रोन सर्वेक्षण भी करवाया गया था, इसलिए ऐसे निर्देशों के तहत कवर की गई कॉलोनियों में भूखंडों पर निर्माण किए जाने की संभावना है। अत: आवेदन जमा करने की समय सीमा को और 6 महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। उन्होंने कहा कि निमयन उपरांत जो कॉलोनियां पालिका क्षेत्र से बाहर पड़ती हैं, उनके विकास कार्य हरियाणा ग्रामीण विकास प्राधिकरण द्वारा किए जाएंगे। पालिका के भीतर स्थित कॉलोनियों के विकास कार्य संबंधित नगर पालिका द्वारा किए जाएंगे।

नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक श्री शत्रुजीत कपूर ने राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय से की शिष्टाचार मुलाकात
चंडीगढ़, 17 अगस्त (अभीतक) : हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय से वीरवार को हरियाणा राजभवन में नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक श्री शत्रुजीत कपूर, आईपीएस ने शिष्टाचार मुलाकात की। राज्यपाल हरियाणा नेे हरियाणा के नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक को कार्यभार सँभालने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं प्रदान की। श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि पुलिस विभाग के अधिकारी सूचना प्रौद्योगिकी की नई तकनीकों का प्रयोग करते हुए अपराधियों का पता लगाकर उन्हें शीघ्र-अतिशीघ्र सजा दिलवाने मे कोई कसर न छोड़े। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग प्रदेश में महिलाओं व बच्चों, दलित व गरीब लोगों पर होने वाले अपराध को रोकने के लिए हर सम्भव कदम उठाए। इसके साथ-साथ उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था और बेहतर करने के लिए हर प्रकार के अपराध पर शिकंजा कसना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में साइबर व नारकोटिक्स अपराध पर नई तकनीकों का प्रयोग करके ही अंकुश लगाया जा सकता है।

वांछित एक उदघोषित आरोपी गिरफ्तार
बहादुरगढ़, 17 अगस्त (अभीतक) : वांछित एक उद्धघोषित आरोपी को झज्जर पुलिस की एक टीम ने मुस्तैदी से कार्रवाई करके काबु करने में कामयाबी हासिल की है। पकड़े गए वांछित आरोपी को माननीय अदालत द्वारा वर्ष 2022 में उदघोषित आरोपी घोषित किया गया था। मामले की जानकारी देते हुए थाना प्रबंधक शहर बहादुरगढ़ निरीक्षक अशोक कुमार ने बताया कि एनआई एक्ट के मामले में वांछित एक उदघोषित आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। वांछित एवं उदघोषित अपराधियों की धरपकड़ के संबंध में एसपी डॉ अर्पित जैन द्वारा कड़े दिशा-निर्देश किए गए थे। एसपी के दिशा निर्देशों की पालना करते हुए एक उद्घोषित आरोपी को काबू करने में सफलता हासिल की गई। उन्होंने बताया कि थाना में तैनात सहायक उप निरीक्षक नरेंद्र कुमार के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम द्वारा गुप्त सूचना के आधार पर कार्यवाही करते हुए वांछित एक उद्घोषित आरोपी को काबू किया। पकड़े गए आरोपी की पूछताछ में पहचान मोहम्मद शकील अहमद निवासी बेगूसराय बिहार के तौर पर की गई। पकड़े गए आरोपी के खिलाफ उपरोक्त मामले में कार्रवाई करते हुए माननीय अदालत द्वारा आरोपी को जनवरी 2022 में उदघोषित आरोपी घोषित किया गया था। पकड़े गए आरोपी के खिलाफ नियमानुसार आगामी कार्रवाई अमल में लाई गई।

हरियाणा उदय कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों को एसपी डॉ अर्पित जैन ने किया नशा के दुष्प्रभाव व यातायात नियमों की पालना बारे जागरुक
नशा व अपराधों को रोकने के लिए युवाओं का जागरूक होना जरूरी : एसपी डॉ अर्पित जैन

झज्जर, 17 अगस्त (अभीतक) : बृहस्पतिवार को गांव दुजाना में स्थित गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रांगण में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। हरियाणा उदय कार्यक्रम के तहत पुलिस अधीक्षक डॉ अर्पित जैन के निर्देशन मे जिला भर मे जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। इसी कड़ी में सडक़ सुरक्षा नियमों का पालन तथा नशा व अपराधों की रोकथाम को लेकर आम लोगों तथा विद्यार्थियों को जागरूक करने के उद्देश्य से झज्जर पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत वीरवार को गांव दुजाना में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्कूल पहुंचने पर गांव के मौजिज व्यक्तियों व स्कूल स्टाफ द्वारा एसपी डॉ अर्पित जैन व अन्य पुलिस अधिकारियों का स्वागत किया गया। विशेष रूप से आयोजित जागरूकता कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर एसपी डॉ अर्पित जैन की मौजूदगी में डीएसपी बेरी प्रदीप कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार, थाना प्रबंधक दुजाना निरीक्षक सुनील कुमार, महिला थाना प्रबंधक महिला निरीक्षक राजेश कुमारी, गांव दुजाना निवासी मनीष कुमार व बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। एसपी डॉक्टर अर्पित जैन ने अपने संबोधन में कहा कि नशा व अपराधों की रोकथाम तथा यातायात के नियमों का पालन सुनिश्चित करवाने के लिए पुलिस द्वारा गंभीरता से कार्यवाही में अमल में लाई जा रही है। नशा तभी दूर हो पाएगा, जब समाज पूरा एक साथ खड़ा हो जाएगा। जिस प्रकार आज का युवा नशे की गिरफ्त में फँसता जा रहा है, वह देश दुनिया के लिए गहरी चिंता का विषय है। क्योंकि नशे की लत व्यक्ति को अपराधों की ओर उन्मुख करती है, जो किसी भी सभ्य समाज के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है। उन्होंने बताया कि यदि युवा अपने माता-पिता के चेहरे को ध्यान में रखकर कोई भी कार्य करे तो इस बात की कोई संभावना नहीं बचती कि उनसे कोई गलत कार्य भी हो सकता है। इसके साथ ही जीवन में आने वाले विभिन्न आयामों के लिए स्वयं के लिए लक्ष्य अवश्य निर्धारित करना चाहिए। लक्ष्य निर्धारित करते समय भारत रत्न डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के सुझाव को अवश्य ध्यान में रखना चाहिए, जिन्होंने कहा था कि सदा बड़े लक्ष्यों का चुनाव करें, छोटे लक्ष्य अपराध होते हैं। यदि आज का युवा इन बातों को अपने जीवन में आत्मसात कर ले तो वह सफल तो होगा ही साथ ही एक सुसभ्य नागरिक भी बनेगा। जो किसी भी समाज व देश की रीढ़ होते हैं। उन्होंने बच्चों को आगाह करते हुए कहा कि वो मोबाईल रूपी नशे से भी दूरियाँ बना कर रखें। जिसमें आपके बेशकीमती समय का एक बहुत बड़ा हिस्सा बर्बाद हो जाता है। जिसके दूरगामी परिणाम बहुत ही नुकसानदायक हो सकते है। नशे को रोकने व तस्करों की धरपकड़ के लिए पुलिस पुलिस द्वारा गंभीरता से प्रयास किया जा रहे हैं। लेकिन नशे की रोकथाम के लिए समाज को अपनी भूमिका निभानी होगी कि नशा कोई ना खरीदे। अगर नशा खरीदना बंद हो जाएगा तो नशा तस्कर अपने आप आना बंद कर देंगे। जैसे मोबाइल फोन के आने से कैमरा बंद हो गया, लोगों ने घड़ी पहनना बंद कर दी, तो फैक्ट्री अपने आप बंद हो गई। क्योंकि उनकी जो डिमांड थी वह बंद हो गई। यहाँ बच्चे बैठे हैं आप मेरे छोटे भाई बहन हैं। आप सबको ध्यान रखना कि अपने घर में कोई नशा ना करें। यदि घर में कोई भी किसी भी तरह का नशा करता है तो उसको टोक दे उनको मना कर दें। सोशल मीडिया पर वह कोई गलत इंस्टाग्राम देख रहा है या किसी क्रिमिनल को फॉलो कर रहा है तो उसे रोक दें। सडक़ दुर्घटना में होने वाले जानी नुकसान को रोकने के लिए सभी को यातायात एवं सडक़ सुरक्षा नियमों का पालन करना चाहिए। परिवार का कोई भी व्यक्ति अगर बिना हेलमेट के बाहर निकलता है तो उनको रोक दे। सडक़ दुर्घटना में होने वाले जान व माल की हानि को रोकने के लिए सडक़ सुरक्षा नियमों का पालन किया जाना अत्यंत आवश्यक है। नशा की रोकथाम व यातायात नियमों का पालन करने के प्रति विद्यार्थियों व आम लोगों को जागरूक करने का अभियान लगातार जारी है। इस अवसर पर स्कूल प्रांगण में पर्यावरण स्वच्छता को मद्देनजर रखते हुए पौधारोपण भी किया गया। जागरूकता कार्यक्रम के दौरान डीएसपी बेरी प्रदीप कुमार व अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे।
नशा व अपराधों की रोकथाम के प्रति विद्यार्थियों व आमजन को जागरुक करते हुए एसपी डॉक्टर अर्पित जैन

सैनिक परिवार भवन व्यवसायिक कोर्सों में प्रवेश के लिए आनलाइन आवेदन 25 अगस्त तक
झज्जर, 17 अगस्त (अभीतक) : सैनिक परिवार भवन आईटीआई झज्जर में स्टेनो हिंदी और स्टेनो अंग्रेजी व्यवसायिक कोर्सों में आन दा स्पाट प्रवेश के लिए आनलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए हैं,इच्छुक अभ्यार्थी आगामी 25 अगस्त तक वेबसाईट admission.itiharyana.gov.in पर आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। सैनिक परिवार भवन आईटीआई के प्राचार्य ने यह जानकारी गुरूवार को यहां दी। उन्होंने बताया कि सभी पाठयक्रम एक वर्षीय हैं और एनएसवीटी से मान्यता प्राप्त है। उन्होंने बताया कि अधिक जानकारी के लिए सैनिक परिवार भवन, कैमलगढ मोड़, झज्जर से संपर्क किया जा सकता है।

सीजेएम एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अरविंद कुमार बंसल

गांव गोरिया में कानूनी सेवा शिविर 28 अगस्त को
झज्जर, 17 अगस्त (अभीतक) : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से गांव गोरिया में आगामी 28 अगस्त को काूननी सेवा शिविर का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी सीजेएम एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अरविंद कुमार बंसल ने गुरूवार को यहां दी। उन्होंने बताया कि कैंप के दौरान ग्रामीणों को जरूरी सेवाओं की जानकारी प्रदान की जाएगी। उन्होंने ग्रामीणों से कैंप का ज्यादा से ज्यादा संख्या में लाभ उठाने का आहवान किया है।

आजादी का अमृत महोत्सव में सर्वोत्कृष्ट योगदान देने के लिए डा. अमरदीप को जिला प्रशासन द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया झज्जर, 17 अगस्त (अभीतक) : वीरवार को प्राचार्य डा. रणवीर सिंह आर्य के निर्देशन में राजकीय महाविद्यालय बिरोहड़ के स्नातकोत्तर इतिहास विभाग के तत्वावधान में आजादी का अमृत महोत्सव में सर्वोत्कृष्ट योगदान देने के लिए उपायुक्त, जिला झज्जर द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर महविद्यालय प्रांगण में डा. अमरदीप के लिए एक विशेष सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। महविद्यालय के प्राचार्य डा. रणवीर ने अपने सन्देश में कहा में कहा कि डा. अमरदीप ने आजादी के अमृत महोत्सव के तहत स्वतंत्रता आन्दोलन के महान सेनानियों, गुमनाम क्रांतिकारियों, भूले बिसरे समाज सुधारकों के जीवन चरित और संघर्ष पर 275 कार्यक्रम आयोजित करके पुरे प्रदेश में महाविद्यालय क नाम रोशन किया है और जन जन तक उनके सन्देश को पहुँचाने में अहम भूमिका निभाई है। महविद्यालय के अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि डा, अमरदीप की इस उपलब्धि के लिए 77 वें गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि ओम प्रकाश यादव, मंत्री हरियाणा सरकार और जिला उपायुक्त, झज्जर द्वारा प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया है। यह महाविद्यालय के लिए गौरव का अवसर है। महाविद्यालय की प्रशासनिक अधिकारी डा. अनीता रानी ने सदेश देंते हुए कहा कि डा. अमरदीप के प्रयासों की बदौलत हम विद्यार्थियों को आज़ादी का वास्तविक मूल्य और संघर्ष से परिचित करवा पाए है। इतिहास के वरिष्ठ प्राध्यापक डा. अजय कुमार ने कहा कि आज़ादी के अमृत महोत्सव को डा. अमरदीप, इतिहास विभागाध्यक्ष, ने अपनी अटूट निष्ठां एवं अनथक प्रयासों से सफल बनाया है और आज़ादी के दीवानों के बलिदान को सबके सामने पुन: उकेरा है। यह बड़े हर्ष की बात है कि डा. अमरदीप ने आज़ादी के इतिहास को सामान्य चेतना का विषय बनाते हुए इस आम जनता के साथ जोड़ा, जो एक अद्वितीय योगदान है। आज़ादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के संयोजक एवं इतिहास विभागाध्यक्ष डा. अमरदीप ने कहा कि भारत सरकार की इस अद्वितीय महोत्सव का प्रारम्भ महाविद्यालय में 13 मार्च 2021 से हुआ और आज के युवाओं को आजादी के संघर्ष की दास्ताँ की सुनाने और बताने का हमें एक सुअवसर मिला। इस कार्यक्रम के तहत हमारा मुख्य लक्ष्य विद्यार्थियों में राष्ट्रीयता की भावना और देशभक्ति के मूल्यों का संचार करना था। इसी को ध्यान में रखते हुए हमने 275 कार्यक्रमों का अजूबा आंकड़ा छुआ जिसके लिए समस्त स्टाफ सदस्यों का अनूठा सहयोग प्राप्त हुआ। शारीरिक शिक्षा प्रोफेसर डा. प्रदीप कुंडू ने कहा कि डा. अमरदीप ने देशभर से कश्मीर से केरल तक के क्रांतिकारियों, स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन संघर्ष के सबके सामने रखा और इतिहास को सामान्य समझ के स्तर तक लेकर आये। इतिहास प्रोफेसर जितेन्द्र ने कहा कि इस महोत्सव के माध्यम से विद्यार्थियों को अपने जीवन में संघर्ष करने की प्रेरणा मिलेगी। कार्यक्रम के समापन पर डा. अमरदीप ने इस मुहीम को जन जागरूकता का अभियान बनाने में विशेष रूप से अमर उजाला, दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, दैनिक ट्रिब्यून, हरिभूमि, झज्जर अभी तक इत्यादि जैसे राष्ट्रीय समाचार पत्रों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर डॉ. सुरेन्द्र सिंह, प्रदीप कुंडू, डा. नरेंद्र सिंह, पवन कुमार, डा. अजय कुमार, जितेन्द्र, डा. राजपाल गुलिया, अजय सिंह, डा. जय प्रकाश इत्यादि उपस्थित रहे।

सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चे सम्मानित होने के उपरांत अध्यक्ष एडवोकेट बलबीर सिंह के साथ।
ओमेक्स सिटी के डी ब्लॉक पार्क में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में मौजूद अध्यक्ष एडवोकेट बलबीर सिंह संगठन के पदाधिकारी, सदस्य व भारी संख्या में मौजूद निवासी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एडवोकेट बलबीर सिंह को भारत माता की तस्वीर भेंट कर सम्मान करती हुई मातृशक्ति व सदस्यगण।

पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में फिर से विश्व गुरु बनने की राह पर अग्रसर है भारत : एडवोकेट बलबीर सिंह
एसोसिएशन अध्यक्ष एडवोकेट बलबीर सिंह ने ओमेक्स सिटी सेक्टर 15 में किया ध्वजारोहण व तिरंगा यात्रा निकाली
भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारों से ओमेक्स सिटी गुंजायमान हो उठी

बहादुरगढ़, 17 अगस्त (अभीतक) : देश की आन बान और शान पर अपने प्राण न्योछावर करने वाले आजादी के नायकों, क्रांतिकारियों व वीर शहीदों का राष्ट्र सदा ऋणी रहेगा क्योंकि उन्हीं की बदौलत आज हर भारतवासी आजादी की खुली हवा में सांस ले रहा है। यह बात लघु उद्योग भारती हरियाणा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं ग्रीन फील्ड रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट बलबीर सिंह ने ओमेक्स सिटी सेक्टर 15 के डी ब्लॉक पार्क में स्वतंत्रता दिवस समारोह में ध्वजारोहण करने के उपरांत मौजूद निवासियों को संबोधित करते हुए कही। ग्रीन फील्ड रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा 77 वा स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर एसोसिएशन के अध्यक्ष समाजसेवी एडवोकेट बलबीर सिंह के नेतृत्व में तिरंगा यात्रा भी निकाली गई जिसमें आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी बीपी गोयल, अमरदीप, महेंद्र सिंह, मास्टर अमित कुमार, विक्की मदान, सतबीर अहलावत, डी एल शर्मा, विजय दलाल, कर्मवीर खरब, कृष्ण कुमार सहित सभी निवासियों ने बढ़ चढक़र भाग लिया। तिरंगा यात्रा के दौरान भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारों से ओमेक्स सिटी गुंजायमान हो उठी। तिरंगा यात्रा के उपरांत मुख्य अतिथि एडवोकेट बलबीर सिंह ने ध्वजारोहण किया। अंशिका प्रगति रिधि, शौर्या काशनी, कनिका,दियांश, आजेश,शोमया,इशनवि, सरगुन आदि बच्चों ने कई रंगारंग व सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर आजादी का महत्व समझाया। ध्वजारोहण करने के उपरांत एडवोकेट बलबीर सिंह ने कहा कि इस आजादी के लिए हमारे पूर्वजों ने अनेक कष्ट सहे और देश की आन बान शान के लिए कुर्बानियां दी है। अब यह हमारी जिम्मेदारी है कि इस आजादी को संभाल कर रखें। एडवोकेट बलबीर सिंह ने कहा कि आज हमारा देश हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है । देश के लिए यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे विश्व में भारत का मान सम्मान बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत फिर से एक बार विश्व गुरु बनने की राह पर अग्रसर है । हम सबको देश की प्रगति में कंधे से कंधा मिलाकर योगदान देना चाहिए। कार्यक्रम के समापन अवसर पर एसोसिएशन के प्रधान एडवोकेट बलबीर सिंह ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चों को सम्मानित किया तथा आरडब्लूए थे सभी सदस्यों एवं निवासियों का ध्वजारोहण कार्यक्रम तथा तिरंगा यात्रा में बढ़-चढक़र भाग लेने पर आभार जताया।

रेवाडी की ओल्ड हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में वरिष्ठ नागरिक कल्याण संघ एवं रेजिडेंट वेलफेयर समिति ने मनाया स्वतंत्रता दिवस
रेवाड़ी, 17 अगस्त (अभीतक) : रेवाड़ी की ओल्ड हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में 77 वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया। कॉलोनी के शिव पार्क में वरिष्ठ नागरिक कल्याण संघ एवं रेजिडेंट वेलफेयर समिति द्वारा स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। सेंट्रल ब्यूरो ऑफ कम्युनिकेशन नारनौल के फील्ड पब्लिसिटी ऑफिसर राजेश अरोड़ा का विशेष सहयोग रहा। इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता बलवान सुहाग, डॉ आदित्य बत्रा कार्डियोलॉजिस्ट होली हार्ट हॉस्पिटल रोहतक मुख्य अतिथि रहे। ध्वजारोहण के उपरांत अन्य कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। समापन राष्ट्रीय गान के साथ हुआ। शिक्षा भारती स्कूल, अप्सरा प्ले स्कूल, एमडीएफसी स्कूल, न्यू हरियाणा स्कूल, ज्योति प्रकाश स्कूल, सैनी स्कूल, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के बच्चों ने कार्यक्रम प्रस्तुत किया। इस अवसर पर डीसी फोगाट, ओम प्रकाश शमार्, नरसिंह चुघ, कृष्णलाल विज, कुलदीप, मुनीलाल, दिलीप शर्मा, श्यामलाल, डॉक्टर दर्शन सचदेवा, संतोष आदि उपस्थित रहे।

दिव्यांग बच्चों ने स्वतंत्रता दिवस पर लोगों में देश भक्ति जगाने को निकाली तिरंगा रैली
झज्जर, 17 अगस्त (अभीतक) : नवोदया स्कूल आफ स्पेशल एजुकेशन गुरुकुल मोड झज्जर के दिव्यांग बच्चों द्वारा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लोगों में देश भक्ति जगाने को तिरंगा रैली निकाली गई। झज्जर शहर में निकाली गई तिरंगा रैली में बच्चों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया और देशभक्ति के कार्यक्रमों से लोगों में राष्ट्रभक्ति का भाव पैदा किया। इस तिरंगा रैली में स्कूल डायरेक्टर सोमबीर सिंह, प्रधान अध्यापिका श्रीमती अनामिका, श्रीमती राजेश, कुमारी तन्नू, श्रीमती सुषमा व अन्य स्टाफ सदस्य शामिल रहे। विभिन्न स्थानों पर बच्चों का जोरदार स्वागत किया गया। नरेंद्र चावला, कौशल्या वर्मा, पंकज मलिक आदि ने बच्चों का उत्साह बढ़ाया।

बेरी गेट शिव मंदिर में कथा श्रवण करती महिला श्रद्धालु

बेरी गेट शिव मन्दिर में आयोजित श्री शिव महापुराण कथा
राम नाम सुखदाई, भजन करो भाई ये जीवन दो दिन का..

झज्जर, 17 अगस्त (अभीतक) : बेरी गेट शिव मंदिर के प्रांगण में चल रही पांचवी श्री शिव महापुराण कथा में कथा वाचक सुनील दत्त शास्त्री ने कथा प्रेमियों को कहा कि काम अपने लिए और सेवा दूसरो के लिए की जाती है, लेकिन भक्ति स्वयं के लिए की जाती है। वह कलम किस काम की जो परीक्षा के समय काम ना आए। कलम की कीमत तभी है जब वह कागज का सम्मान करें। कथा के दौरान महिला श्रद्धालुओं ने राम नाम सुखदाई, भजन करो भाई ये जीवन दो दिन का..ये तन है जंगल की लकड़ी आग लगे जल जाए, भजन करो भाई.. ये तन है कागज की पुडिया हवा चले उड़ जाई, ये तन है सपनों की माया आँख खुले कुछ नाही, भजन करो भाई…..सहित भजनों के माध्यम से अपने भाव प्रकट किए। कथा व्यास ने कहा कि शरीर की चोट मलहम से और मन की चोट शिवमहापुराण से मिटती है। मानव देह का महत्व भगवान की भक्ति में है। शिव जी अत्यंत दयालु महादेव है। कुछ कर्म ऐसे होते हैं जो भक्ति से कटते हैं, कुछ कर्म जाप से कटते हैं, तो कुछ कर्म तप और त्याग से कटते हैं। अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने की प्रार्थना के साथ श्रद्धालुओं ने आरती कर पुरुषोत्तम मास की विदाई की। भक़्त दीपांशु ने बताया कि आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया। इस मौके पर शेर सिंह सैनी, हुक्म चंद वत्स, मेहर सिंह, वेद प्रधान, महाबीर प्रधान, सुमन रानी, पूनम रानी, मायादेवी, मूर्ति, कृष्णा देवी, मनीता देवी, पुष्पा देवी, संतोषदेवी, सुमित्रा देवी, नीलम रानी, सावित्री देवी, सरोज रानी, शिव मन्दिर सत्संग मंडली सहित बेरी गेट के भक्तों ने कथा श्रवण की और भजनों का आनंद लिया।

रेवाड़ी उपायुक्त ने समाज के सामने पेश की मिसाल, आंगनवाड़ी केंद्र में कराया बेटी का एडमिशन
डीसी इमरान रजा की पहल सराहना व चर्चा का विषय रही
आंगनवाडिय़ों में प्रारंभिक शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य का भी रखा जाता है पूरा ख्याल : डीसी

रेवाड़ी, 17 अगस्त (अभीतक) : रेवाड़ी के डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने समाज और उच्च पद पर आसिन अधिकारियों के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण पेश करते हुए अपनी बेटी इशरा का दाखिला गांव ढालियावास स्थित आंगनवाड़ी केन्द्र के प्ले स्कूल में कराया है। 2015 बैच के आईएएस अधिकारी इमरान रजा की यह पहल रेवाड़ी में सराहना व चर्चा का विषय बनी हुई है। डीसी की धर्मपत्नी डॉ. सदफ माजिद गुरूवार को ढालियावास स्थित आंगनवाड़ी केंद्र पहुंची और अपनी बेटी इशरा के दाखिले से संबंधित सभी औपचारिकताएं पूरी कीं। इस अवसर पर डॉ. सदफ ने जिला कार्यक्रम अधिकारी शालू यादव व आंगनवाड़ी संचालिका से आवश्यक जानकारी भी प्राप्त की। रजा दंपत्ति द्वारा उठाया गया यह कदम समाज को कई संदेश देता है। शिक्षा सिर्फ संसाधनों पर निर्भर नहीं है बल्कि दृढ़ इच्छा शक्ति से इसे कहीं भी पाया जा सकता है। मौजूदा समय में लोग निजी स्कूलों की ओर अधिक रूख कर रहे हैं. जिस वजह से एक दूसरे को देख कर अभिभावक अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिला करवाते हैं। ऐसे में यह मिसाल पेश कर डीसी मोहम्मद रजा ने समाज को नई दिशा देने का काम किया है। समाज के उच्च वर्ग के अधिकतर लोग जहां अपने बच्चों को सुख-सुविधाओं वाले प्ले स्कूल और महंगे बोर्डिंग स्कूल में पढ़ाना पसंद करते हैं, वहीं रेवाड़ी डीसी ने समाज के समक्ष एक उदाहरण पेश किया है। उनकी इस पहल से न सिर्फ आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि यह पहल लोगों के इस मिथक को भी तोड़ेगी की कि सरकारी स्कूलों व आंगनवाडिय़ों में प्राइवेट स्कूल से कम पढ़ाई होती है। डीसी इमरान रजा और उनकी पत्नी डा. सदफ माजिद ने कहा कि उन्होंने बेटी इशरा की शुरुआती शिक्षा आंगनवाड़ी केन्द्र के प्ले स्कूल से कराने का निर्णय लिया है। इशरा अब नियमित रूप से आंगनवाड़ी केंद्र आएगी और सामान्य बच्चों संग पढ़ाई करने के साथ-साथ मिड डे मिल भी ग्रहण करेगी। उनका कहना है कि आंगनवाड़ी समेकित बाल विकास केंद्र होते हैं, जो बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य का पूरा खयाल रखते हैं। यहां उच्चों के लिए सभी सुविधाएं हैं। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि उनकी बच्ची समाज के सभी वर्गो के बच्चों के साथ समय बिताए और अपनी प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण करें। जब आंगनवाडिय़ों में अफसरों के बच्चे पढ़ते नजर आएंगे तो आमजन में भी यह विश्वास पैदा होगा कि अब सरकारी स्कूल में भी उनके बच्चों का भविष्य सुरक्षित है।

अब 3 लाख वार्षिक आय पर भी ‘आयुष्मान भव:
मनोहर सरकार ने योजना के विस्तारीकरण पोर्टल का किया शुभारंभ
गरीब परिवारों पर इलाज के खर्च का बोझ होगा कम : डीसी

रेवाड़ी, 17 अगस्त (अभीतक) : डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने कहा कि हरियाणा सरकार ने नागरिकों को मनोहर तोहफा देते हुए आयुष्मान भारत-चिरायु हरियाणा योजना के विस्तारीकरण पोर्टल का शुभारंभ किया है। इस योजना के तहत अब 1.80 लाख रुपए से 3 लाख रूपए तक वार्षिक आय वाले परिवारों को भी 5 लाख रुपए तक की मुफ्त इलाज सुविधा का लाभ दिया जाएगा। इसके लिए ऐसे परिवारों को सालाना अंशदान देना होगा। इस योजना के विस्तार से प्रदेश के अनेक परिवारों को लाभ मिलेगा। आयुष्मान हरियाणा पोर्टल 15 अगस्त से चालू हो गया है। हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश के अंत्योदय परिवारों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से शुरू की गई चिरायु हरियाणा योजना ऐसे परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है। महंगी बीमारियों के इलाज के खर्च के कारण अब इन परिवारों पर आॢथक बोझ नहीं पड़ेगा।
रेवाड़ी में 22 अस्पताल शामिल हैं पैनल में : प्रबंधक
आयुष्मान भारत योजना के जिला प्रबंधक मनीष कुमार ने बताया कि अब जिन परिवारों की वार्षिक आय 1.80 लाख से अधिक है और 3 लाख से कम है ऐसे परिवार सालाना प्रीमियम चुकाकर इस योजना का लाभ उठा सकेंगे। इस प्रकार जिला में आयुष्मान भारत चिरायु हरियाणा योजना में लाभ लेने वाले परिवारों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। उन्होंने बताया कि आयुष्मान-चिरायु हरियाणा योजना के तहत जिला रेवाड़ी में 22 अस्पताल पैनल में शामिल हैं, जिनमें 2 सरकारी और 20 निजी अस्पताल हैं, जहां पात्र परिवार आयुष्मान योजना के तहत लाभ उठा सकेंगे। उन्होंने बताया कि ‘चिरायु-आयुष्मान भारत योजनाÓ हरियाणा वासियों के जीवन को सुरक्षित व रोगमुक्त बनाने में सहायक सिद्ध हो रही है।

आमजन 14 सितंबर तक कराएं फ्री आधार कार्ड अपडेट : डीसी
नागरिकों को आठ से दस साल पहले बने आधार कार्ड अपडेट कराना जरूरी
डीसी इमरान रजा ने दी जानकारी

रेवाड़ी, 17 अगस्त (अभीतक) : डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने बताया कि भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने निशुल्क आधार कार्ड अपडेशन की तिथि 14 सितंबर निर्धारित की हुई है। उन्होंने आमजन से आह्वïान किया है कि वे अपने आठ से दस साल पहले बने आधार कार्ड को 14 सितंबर तक यूआईडीएआइ के पोर्टल पर निशुल्क अपडेट कर सकते हैं। आधार कार्ड को ऑनलाइन अपडेट कराने के लिए आधार कार्ड धारक को किसी प्रकार के शुल्क की अदायगी नहीं करनी होगी। उन्होंने बताया कि जिला में जिन व्यक्तियों ने पिछले आठ या दस सालों में आधार कार्ड को अपडेट नहीं कराया है, ऐसे व्यक्ति को अपना आधार कार्ड अपडेट कराने के लिए रिहायशी प्रमाण पत्र और स्वयं का पहचान पत्र ऑनलाइन अपलोड करना होगा। यूआईडीएआई ने 14 सितंबर तक ऑनलाइन आधार अपडेट कराने के लिए लिया जाने वाला शुल्क माफ कर आम नागरिकों को राहत प्रदान की है। डीसी ने बताया कि आधार कार्ड धारक माई आधार पोर्टल से आधार ऑनलाइन सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं, वहीं माई आधार एप में जहां पहचान पत्र के प्रमाण के रूप में स्वीकार्य दस्तावेजों की सूची भी है और पते का प्रमाण भी उपलब्ध है। उन्होंने जिलावासियों से इस नि:शुल्क सेवा का लाभ उठाते हुए आधार कार्ड अपडेट कराने का आह्वान किया है, साथ ही ऑनलाइन सेवाओं का लाभ उठाने के लिए अपने मोबाइल नंबर को आधार में अपडेट रखने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि आम नागरिकों को आठ से दस साल पहले बने आधार अपडेट कराना जरूरी है ।
कैसे अपडेट करें आधार कार्ड :

  1. सबसे पहले आधार की वेबसाइट myaadhaar.uidai.gov.in पर जाएं।
  2. अब लॉग इन करें और नाम/जेंडर/जन्मतिथि और एड्रेस विकल्प को चुनें।
  3. आधार अपडेट के विकल्प को चुनें।
  4. अब एड्रेस या अन्य जानकारी अपडेट करने के विकल्प पर क्लिक करें।
    5 इसके बाद स्कैन कॉपी को अपलोड करें और डेमोग्राफिक डाटा की जानकारी को अपलोड करें।
  5. अब आगे प्रोसेस करें आपको एक यूआरएननंबर मिलेगा।
  6. इसे संभालकर रख लें। स्टेटस चेक करने में काम आएगा।

जिला परिवेदना समिति की बैठक आज बाल भवन में : डीसी
श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री अनूप धानक करेंगे परिवादों की सुनवाई

रेवाड़ी, 17 अगस्त (अभीतक) : जिला के आमजन के परिवादों का निवारण करने के लिए जिला लोक संपर्क एवं परिवेदना समिति की मासिक बैठक शुक्रवार 18 अगस्त को प्रात: 11:30 बजे बाल भवन रेवाड़ी स्थित ऑडिटोरियम में श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री अनूप धानक की अध्यक्षता में आयोजित होगी। डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने जानकारी देते हुए बताया कि बैठक में विभिन्न विभागों से संबंधित डेढ़ दर्जन परिवाद निपटारे के लिए रखे जाएंगे, जिनकी सुनवाई श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री अनूप धानक करेंगे। उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों को निर्धारित तिथि व समय पर बैठक में पहुंचने के निर्देश दिए हैं।

प्रधानमंत्री राष्टï्रीय बा पुरस्कार के लिए 31 तक आवेदन करें जिला के योग्य बच्चे : एसडीएम
विजेता बच्चे को पुरस्कार स्वरूप दिए जाएंगे एक लाख नकद, मैडल, प्रमाणपत्र और प्रशस्ति पत्र

रेवाड़ी, 17 अगस्त (अभीतक) : महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार, 2024 के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त, 2023 निर्धारित की हुई है। अवार्ड की घोषणा 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के अवसर पर की जाएगी। पुरस्कार के तहत एक पदक, एक लाख रुपए नकद व प्रमाणपत्र और प्रशस्ति पत्र दिए जाएंगे। एसडीएम रेवाड़ी होशियार सिंह ने यह जानकारी गुरूवार को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव की वीसी उपरांत दी। वीसी में जिला बाल संरक्षण अधिकारी दीपिका यादव भी मौजूद रही। एसडीएम ने जिला के पात्र बच्चों से आह्वïान किया कि वे पीएम राष्टï्रीय बाल पुरस्कार के लिए आवेदन अवश्य करें। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (पीएमआरबीपी) का आयोजन बच्चों की ऊर्जा, दृढ़ संकल्प, क्षमता, उत्साह और उत्साह का जश्न मनाने के लिए किया जाता है। उन्होंने बताया कि यह पुरस्कार बहादुरी, खेल, सामाजिक सेवा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, कला एवं संस्कृति और नवाचार के क्षेत्रों में राष्ट्रीय स्तर की उपलब्धि के लिए दिए जाते हैं। उन्होंने कोई भी बच्चा, जो भारत का नागरिक है और आवेदन देने की अंतिम तारीख तक उम्र 18 साल से अधिक नहीं है, पुरस्कार के लिए आवेदन कर सकता है। उन्होंने बताया कि मांगी गई योग्यता वाले बच्चे प्रधान मंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (पी.एम.आर.बी.पी.) की वैबसाईट awards.gov.in पर 31 अगस्त 2023 तक अपनी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। अवार्ड में एक मैडल होता है, जो कि प्रधानमंत्री की तरफ से दिया जाता है।
आवेदन करने के लिए पात्रता :
(ए) एक बच्चा जो भारतीय नागरिक है और भारत में रहता है और आवेदन/नामांकन की प्राप्ति की अंतिम तिथि के अनुसार 18 वर्ष से अधिक नहीं है।
(बी) कार्य/घटना/उपलब्धि विचाराधीन वर्ष के लिए आवेदन/नामांकन की प्राप्ति की अंतिम तिथि से 2 वर्ष के भीतर होनी चाहिए।
(सी) आवेदक पहले किसी भी श्रेणी में उसी पुरस्कार का पूर्व प्राप्तकर्ता नहीं होना चाहिए (असाधारण उपलब्धि के लिए राष्ट्रीय बाल पुरस्कार सहित, जैसा कि मंत्रालय द्वारा पहले प्रदान किया गया था)
पुरस्कार के लिए ये कर सकते हैं नामांकित :
(ए) राज्य सरकारें, केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन, जिला कलेक्टर/जिला मजिस्ट्रेट, पंचायती राज संस्थान।
(बी) सभी केंद्रीय और राज्य स्कूल बोर्ड, केंद्रीय विद्यालय संगठन, नवोदय विद्यालय संगठन, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग और राष्ट्रीय सार्वजनिक सहयोग और बाल विकास संस्थान।
(सी) सामाजिक न्याय मंत्रालय, विकलांगता विभाग, शिक्षा मंत्रालय में स्कूल शिक्षा विभाग, सभी राज्य स्कूल शिक्षा विभाग, युवा मामले मंत्रालय, खेल विभाग, भारतीय खेल प्राधिकरण, संस्कृति मंत्रालय, विज्ञान मंत्रालय और प्रौद्योगिकी, पर्यावरण और वन मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, गृह मंत्रालय और प्रेस सूचना ब्यूरो।
(डी) राष्ट्रीय चयन समिति

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