



बाबा साहेब आंबेडकर का जीवन संघर्ष और सफलता प्रेरणादायी: धनखड़
आजीवन गरीबों के जीवन उत्थान के लिए प्रयासरत रहे बाबा साहेब
बाबा साहेब के बताए रास्ते पर आगे बढ़ रही हैं भाजपा सरकारें भाजपा सरकार – बोले धनखड़
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : हरियाणा भाजपा अध्यक्ष औमप्रकाश धनखड़ ने भारत रत्न बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर की 132 वींं जयंती पर नमन करते हुए कहा कि उनका जीवन संघर्ष और सफलता हम सभी के लिए प्रेरणादायी है और आगे आने वाली पीढिय़ोंं को भी प्रेरित करती रहेगी। उन्होंंने कहा कि बाबा साहेब ने किसी एक विशेष वर्ग के लिए नहींं,बल्कि समाज के सभी वर्गों के गरीबों व जरूरतमंद लोगों के उत्थान के लिए आजीवन संघर्ष किया। बाबा साहेब ने शिक्षा को जीवन में आगे बढऩे मार्ग बताया और सभी को अच्छी शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने सामाजिक समरसता की बात की। महिला और पुरूषों के समान अधिकारों की पैरवी की। धनखड़ ने कहा कि बाबा साहेब को देश के संविधान निर्माण की जिम्मेदारी मिली। उन्होंने बखूबी इस जिम्मेदारी को निभाया और सभी को सम्मान अधिकार देने की सवैंधानिक व्यवस्था की। बाबा साहेब की दूरदर्शिता के कारण आज हम अपने संविधान को अतुलनीय संविधान मानते हैं, जिसमेंं सभी को आगे बढऩे के समान अवसर दिए हंैं। भाजपा की रीति-नीति बाबा साहेब के जीवन दर्शन से प्रेरित है। बाबा साहेब ने गरीब व जरूरतमंद को शिक्षित कर आगे बढ़ाने का कार्य किया। भाजपा सरकारेें भी समाज में अंतिम व्यक्ति के उदय की सोच के साथ कार्य कर रही हैं। धनखड़ ने कहा कि समाज के सभी सक्षम व समर्थ लोगों को बाबा साहेब के जीवन दर्शन से प्रेरणा लेते हुए गरीब व जरूरतमंदों बच्चों को शिक्षा प्रदान करने में सहयोगी बनना चाहिए। हमारा प्रयास होना चाहिए कि सभी बच्चे स्कूलोंं तक पंहुचे और शिक्षा ग्रहण करें। उन्होंने कहा कि अगर हम अपने आस-पास के शत-प्रतिशत बच्चोंं को स्कूलों मेंं शिक्षा ग्रहण करने के लिए भेज दें तो, यहीं बाबा साहेब को सच्ची श्रद्घाजंलि होगी। उन्होंने कहा कि जो नागरिक सफलता प्राप्त कर चुके हैं उनको भी समाज को शिक्षित करने में अपना सहयोग करना चाहिए। युवाओं का मार्गदर्शन करना चाहिए।


फसल खरीद व विशेष गिरदावरी के कार्य को तत्परता से करें अधिकारी: डीसी
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने वीडियों कान्फ्रे सिंग के माध्यम से फसल खरीद व विशेष गिरदावरी को लेकर जिला प्रशासन के साथ की समीक्षा
खरीद किए गए फसल उत्पाद का मंडियों से उठान और पेमेंट तय समय में हो – बोले डी सी
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शुक्रवार को वीडियो कान्फे्रसिंग के माध्यम से फसल खरीद व्यवस्था और विशेष गिरदावरी को लेकर जिला प्रशासन से प्रगति रिपोर्ट के साथ समीक्षा बैठक की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जिला प्रशासन की ओर से उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह ने उपरोक्त विषयों पर प्रगति रिपोर्ट की जानकारी रखी। वीडियो कान्फ्रेंस उपरांत डी सी ने प्रशासनिक, राजस्व व विभागीय अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि मंडियों व खरीद केंद्रोंं पर किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहींं होनी चाहिए। फसल खरीद होते ही उठान का कार्य भी तत्परता करें और फार्म आई अपलोड करवाएं ताकि किसानों को बिक्री किए गए फसल उत्पाद की पेमेंट भी साथ-साथ होती रहे। उन्होंने कहा कि संबंधित एसडीएम निरंतर मंडियों में समुचित खरीद व्यवस्था की मॉनिटरिंग करें। डी सी ने कहा कि इस वर्ष लगभग पौने दो लाख एमटी गेंहू जिला की मंडियों में आने की संभावना है। जबकि सरसों की ज्यादातर आवक हो चुकी है। डीसी ने विशेष गिरदावरी के कार्य की प्रगति रिपोर्ट पर समीक्षा करते हुए राजस्व अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सरकार की नीति स्पष्टï है कि सभी प्रभावित किसानों को फसल खराबे का मुआवजा जल्द से जल्द बतौर राहत मिले। इसलिए ई-गिरदावरी, विशेष गिरदावरी और क्षति-पूर्ति पोर्टल पर दर्ज फसल खराबे की सूचनाओं की सही तरीके से भौतिक जांच से मिलान कर रिपोर्ट तैयार करें ताकि कोई भी प्रभावित किसान छूट न पाए। डीसी ने कहा कि जिला में लगभग 80 हजार एकड़ में फसल ओलावृष्टिï व बेमौसम बरसात से खराब होने की रिपोर्ट मिली हैं। इसकी सही, स्टीक व निष्पक्ष रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजी जाए ताकि किसानों को समय पर उचित मुआवजा दिलाया जा सके । डी सी ने सभी एसडीएम को भी निर्देश देते हुए कहा कि फसल खराबे की रिपोर्ट प्रस्तुत करने से पहले अच्छी तरह से जांच पड़ताल कर लें। बैठक में एसडीएम झज्जर रविंद्र कुमार, एसडीएम बेरी रविंद्र मलिक, एसडीएम बादली विशाल, डीआरओ प्रमोद चहल सहित राजस्व, कृषि, खादय एवं आपूर्ति सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।





कलश यात्रा निकाल सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारम्भ
भागवत कथा सुनने से जीव का होता है कल्याण – नीलम अहलावत
श्रीमद् भागवत कथा जीवन को बनाती है सुंदर – नीलम अहलावत
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : स्थानीय माच्छरौली गांव स्थित ओम नम: शिवाए मिल्क डेयरी फार्म के संचालक ईश्वर किन्हा द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के प्रथम दिवस कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा में 271 महिलाएं अपनें सिर पर कलश उठाकर गांव के विभिन्न मार्गों से होती हुई कथा स्थल पर पहुंचीं। श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिवस पर कथा व्यास आचार्य सुनील कृष्ण नें कथा का महात्मय का सुन्दर वर्णन भक्तवृंदों को श्रृवण करवाया। कथा में दी झज्जर केन्द्रीय सहकारी बैेंक लि0 की चेयरपर्सन एवं जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक चेयरमैन एसोशिएशन की प्रधान नीलम अहलावत बतौर मुख्यअतिथि शामिल हुई। नीलम अहलावत ने कहा कि भागवत कथा सुनने से जीव का कल्याण होता है। भगवान का स्वरुप है सतधन, चित्तधन, आनन्दधन ऐसे भगवान सच्चिदानन्द को जो समस्त विश्व का पालन पालन पोषण सृजन संहार करते हैं। जो अपने भेष में अपने स्वभाव में आनन्द में इतना वीआईपी बनने में नहीं है इसलिए कन्हैया ही बने रहो स्वाभाविक ही बने रहो। जिससे हम सब ठाकुर जी की तरफ और प्रेरित कर सके आगे बढ़ा सके इसलिए भगवान की कथा बार-बार सुननी चाहिए। एक बार में तो सारे गुण नहीं आ सकते कि हमने एक बार कथा सुन ली और हम परफेक्ट बन गए यह सम्भव नहीं है। उन्होनें कहा कि कथा सुनेंगें तो ज्ञान की वृ़ि़द्ध होगी। जैसे श्रीकृष्ण की आत्मा और शरीर दोनों पवित्र है उसी तरह हमें अपने मन को भी शुद्ध और पवित्र बनाना होगा। भागवत कथा जीवन को सुन्दर बनाती है। हमें अपने बच्चों को भी ऐसे धार्मिक आयोजनों में लेकर आना चाहिए जिससे उनके ह्रदय में भी धार्मिक भावना का प्रवाह हो सके। जिससे युवा पीढ़ी नशे जेसी बुरी लतों में न लगकर धार्मिक एवं सामाजिक कार्य कर सके। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण गौ सेवी थे गौचारण करते थे और आज ये भागवत कथा भी ऐसे स्थान पर हो रही है जहां 24 घन्टे गौ वास करती है इससे भी आस पास का वातावरण शुद्ध होता है। इस अवसर पर पूर्व मंत्री कान्ता देवी, मण्डल अध्यक्ष भाजपा केशव सिंघल, मोनू खुड्डन,्र रोहताश, बालू सेठ, रामभज, काला भगत, धर्मबीर, सुरेन्द्र, रविन्द्र, संदीप, दीपक, पैक्स निदेशक सरोज देवी, गीता, आशा, उर्मिला, लाजवंती, संतरा, सरोज, रेखा, रामभतेरी, बबली, नीलम, किरण, सरोज, संतोष, ज्योति, प्रेम, संतोष, संगीता, मोनिका, निशा, इंदुबाला, सुनिता, पूनम एवं अंजू देवी मुख्य रुप से उपस्थित रहे।






परिवर्तन पदयात्रा आपके द्वार का शुक्रवार को 47वां दिन
अभय सिंह चौटाला ने गांव साल्हावास, भूरावास, बिठला, ढाकला, कासनी, सुरहेती व हसनपुर में बड़ी जन सभाओं को संबोधित किया
2024 में इनेलो के पक्ष में मतदान करके जनता इन झूठे और जुमलेबाजी करने वालों को सबक सिखाएगी: अभय सिंह चौटाला
परिवर्तन यात्रा का ही असर है कि मुख्यमंत्री ने सिर्फ झूठे दिखावे के लिए पूर्व नियोजित इवेंट के तहत गावों के लोगों से मिलना शुरू कर दिया है
लोग अब खुलकर बदलाव की बात कहने लगे हैं और बड़ी खुशी की बात है कि लोग इनेलो की हरियाणा परिवर्तन पदयात्रा को उम्मीद भरी निगाहों से देखते हुए अपना पूरा समर्थन दे रहे हैं
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : परिवर्तन पदयात्रा आपके द्वार शुक्रवार को 47वें दिन में प्रवेश कर गई। इनेलो का एकमात्र ध्येय सत्ता प्राप्ति नहीं बल्कि सत्ता को जनसेवा का माध्यम मानते हुए प्रदेश को नई दिशा देना और जननायक चौ. देवीलाल के सपनों को साकार रूप देना है और यह तब ही संभव है जब हर जनमानस चौ. देवी लाल की नीतियों को आगे बढ़ाते हुए इनेलो का समर्थन दें। यह बात इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने अपनी पदयात्रा के तहत झज्जर व बादली विधानसभा क्षेत्र के गांवों में ग्रामीणों से संवाद करते हुए कही। इनेलो नेता ने गांव साल्हावास, भूरावास, बिठला, ढाकला, कासनी, सुरहेती व हसनपुर में बड़ी जन सभाओं को संबोधित किया। लोगों ने बड़े गर्मजोशी के साथ अभय सिंह चौटाला और उनके साथ कदमताल मिलाकर चलते हुए लोगों का अभिनंदन किया। इस पर उन्होंने सभी ग्रामीणों के प्रति आभार जताते हुए कहा कि इस मान और सम्मान से उन्हें तो बेहद खुशी मिली ही है मगर एक अहम बात ये भी है कि उनके साथ यात्रा में चल रहे लोगों का भी इस मान सम्मान से मनोबल बढ़ा है। आज सत्ता के अहंकार में डूबे लोग इस परिवर्तन पदयात्रा को लेकर भयभीत हो गए हैं और उन्हें भी इस बात का आभास हो गया है कि आने वाले चुनाव में देश और प्रदेश के लोग उन्हें चलता कर देंगे। इसलिए मुख्यमंत्री ने सिर्फ झूठे दिखावे के लिए पूर्व नियोजित इवेंट के तहत गावों के लोगों से मिलना शुरू कर दिया है। भाजपा गठबंधन सरकार ने लोगों से किए वादों को पूरा करने की बजाए उलटा मतदाताओं को सडक़ों पर लाकर खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने झूठ और जुमलेबाजी करते हुए सत्ता बेशक हथिया ली लेकिन अब लोग न केवल पछता रहे हैं बल्कि उस घड़ी के इंतजार में हैं जब 2024 में इनेलो के पक्ष में मतदान करके इन झूठे और जुमलेबाजी करने वालों को सबक सिखा सकें। अभय सिंह ने कहा कि इस पदयात्रा के दौरान उन्हें हर रोज हजारों लोगों से मिलने का मौका मिल रहा है और ये सभी लोग देश एवं प्रदेश की सरकारों से तंग आ चुके हैं। लोग अब खुलकर बदलाव की बात कहने लगे हैं और बड़ी खुशी की बात है कि लोग इनेलो की हरियाणा परिवर्तन पदयात्रा को उम्मीद भरी निगाहों से देखते हुए अपना पूरा समर्थन दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों का यही जोश और साथ प्रदेश में बदलाव की क्रांति लाएगा। उन्होंने कहा कि पदयात्रा से हरियाणा में तो बदलाव का माहौल बना ही है साथ ही इनेलो के कार्यकत्र्ताओं में भी जोश पैदा हो रहा है। अभय चौटाला ने कहा कि लोगों के इसी समर्थन और सम्मान को देखते हुए वे बड़े दावे के साथ ये बात कह सकते हैं कि आने वाला समय निश्चित तौर पर इनेलो का ही है।







योनेक्स-सनराइज ऑल इंडिया सीनियर रैंकिंग बैडमिंटन टूर्नामेंट तीसरे दिन जारी
मैचां के दौरान खिलाडियों का जोश काफिले तारिफ : अजय सिंघानियां
तीसरे दिन के मुकाबलों में छाए महिला व पुरूष एकल वर्ग खिलाडी
स्पर्धा जीत कर एशियन चैम्पियनशिप में उतरेंगे विजेता : अजय सिंघानियां
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : योनेक्स-सनराइज ऑल इंडिया सीनियर रैंकिंग बैडमिंटन टूर्नामेंट 2023 का के तीसरे दिन का खेल सभी खेल प्रेमियों की स्मृति में अंकित हो गया। आज के मुकाबलों के दौरान जिस प्रकार अनेक मैचों का फैसला अंतिम क्षण में हुआ वो रोमांच सभी के लिए सांस रोक देने वाला साबित हुआ। न सिर्फ मैदान पर खेल रहे खिलाडी साथ में देख रहे खेल प्रेमियों की धडकन भी कई क्षणों पर तो रूक सी गई लेकिन अंत में वहीं विजेता बना जिसने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। खेल के इस महाकुंभ आज रोमाचंक मैच हुए है उससे अब स्पर्धा में खिलाडियों के प्रदर्शन को लेकर खेल प्रेमियों की उम्मीदे आसमान छूने लगी है, इन पर खरा उतरने के लिए हर महिला व पुरूष खिलाडी द्वारा जी तोड कोशिश की जाएगी। यह जानाकारी बहादुरगढ स्थित साईनिंग स्टार बैडमिंटन एकेडमी, एच एल सिटी सैक्टर 37 में चल रहे नेशनल लेवल की स्पर्धा के दूसरे दिन मैचों व उनके परिणामों का विवरण देते हुए बैडमिंटन एसोसिएशन आफ इंडिया उपाध्यक्ष व हरियाणा बैडमिंटन एसोसिएशन महासचिव अजय सिंघानियां ने प्रेस के साथ सांझा की। उन्होंने बताया कि अरुणेश एच। (1), डीईएफ़। मोहितगौड़ा पालका, , 15-8 15-12 .रवि (2), डीईएफ़। वैभव अनासूरी, , 15-1 15-5 .सतीश कुमार के. (3), डीईएफ़। केशव, 15-2 15-5। अथुल जॉन मैथ्यू, डीईएफ़। आर्यन सेठी, 15-10 15-5 . जयंत शर्मा, डीईएफ़। अमन फरोग संजय, 15-11 16-14 . कृष्णा किंगर, डीईएफ़। नोमेश चौधरी, , 15-12 15-8 . वेंकट साईं हर्षित तुममाला, डीईएफ़। आकाश आलोक, 15-7 15-9 . श्रीवर्धन एम।, डीईएफ़। आकर्षित सिन्हा, 15-7 15-7 . साहिल गहलावत, डीईएफ़। कविन के., 15-12 15-7 . तहसीफ खान, डीईएफ़। पल्लव जोशी, , 16-14 13-15 15-11 . विशाल वासुदेवन, डीईएफ़। पेरामरिसी जेलियांग, 15-4 15-13 . अभिनव ठाकुर (19), डीईएफ़। युवराज सिंह, 15-6 15-13। आकाश, डीईएफ़। लोकेश परसा, , 11-15 15-9 15-9 . ज्ञान हर्ष जेटी, डीईएफ़। ऋषिकेश लोटलीकर, , 15-11 12-15 15-10 . अनुभव शर्मा, डीईएफ़। विशेष शर्मा, 15-9 15-10 . हर्षित दहिया, डीईएफ़। मार्विन अरोकिया वाल्टर, 21-19 15-2। गिरीश वेंकट पी।, डीईएफ़। योगेश्वर नारंग, 15-5 15-11 . मिहिर कटोच, डीईएफ़। मुदित भारद्वाज, , 15-13 15-9 . रौनक चौहान, डीईएफ़। किशोर बी., 15-7 15-8 . मैसनाम मीराबा (12), डीईएफ़। शेहिल मोहम्मद पी.के., 13-15 15-9 16-14 . अस्मित अग्रवाल, डीईएफ़। विकास दुकिया, , 15-9 15-6 .देव माहेश्वरी, डीईएफ़। जसकरन सिंह, , 15-10 11-15 15-6 . अनिरुद्ध जे।, डीईएफ़। अनिरुद्ध नायर, 15-5 15-10। रिथिन बी।, डीईएफ़। हार्दिक अरोड़ा, 15-5 15-7 .अंश विशाल गुप्ता, डीईएफ़। गौतम अरोड़ा, 15-11 15-7 . मनीष फोगट, डीईएफ़। रिधम, 15-4 15-10। हर्ष अरोड़ा (27), डीईएफ़। आयुष कपूर, 15-7 15-10 . मानव चौधरी (28), डीईएफ़। राजन यादव, 15-7 12-15 15-10. मुरली कृष्ण के., डीईएफ़। सतीश कुमार सी., 18-16 15-7 . चिराग शर्मा, डीईएफ़। साईं प्रसाद तिगला, , 15-10 15-13 .साहिल शर्मा, डीईएफ़। प्रियांक डामोर, 15-10 15-6 . अभिनव वशिष्ठ, डीईएफ़। अर्नव लूनावत, , 15-8 15-7 . राजदेव तोमर, डीईएफ़। मनोज डी.एन., 15-10 15-12 . नीर नेहवाल, डीईएफ़। नुमैर शेख, , 15-11 17-15 . आर्यन सपिया, डीईएफ़। श्रीकर राजेश, 15-7 10-15 15-11 . थनमुकिल एस।, डीईएफ़। मयंक अग्रवाल, , 15-9 15-10 . रयान रंजन, डीईएफ़। जयसमीर रेड्डी कंदरापू, 15-9 15-8 . अभिमन्यु, डीईएफ़। रविजोत सिंह, , 15-12 13-15 18-16 .पीयूष शौकीन, डीईएफ़। निष्कर्ष सिंह चौहान, 10-15 15-9 15-7 . आयुष शेट्टी, डीईएफ़। इशान रोहिल्ला, 15-6 15-8 . शिवम मेहता, डीईएफ़। निखिल शर्मा, 15-9 15-8 . रुतुराज राठौड़, डीईएफ़। श्रीवास्तव दुआरी, , 14-16 15-10 15-9 . मयंक चौधरी, डीईएफ़। एस ए राजाराम, 15-4 15-11. वेदांशु दहिया, डीईएफ़। निशांत शेनाई, 15-12 17-19 15-12 रहे।


नेहरू कॉलेज में रक्तदान शिविर आयोजित झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : शहर के राजकीय स्नातकोतर नेहरू महाविद्यालय में यूथ रेडक्रास क्लब तथा जिला रेडक्रास सोसायटी के संयुक्त तत्वाधान में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 37 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। शिविर का उद्घाटन प्रभारी प्राचार्य डॉ. सत्यव्रत ने किया। उन्होंने रक्तदाताओं का उत्साहवर्धन किया। रक्तदान शिविर का आयोजन यूथ रेडक्रास क्लब के प्रभारी सुनील कुमार, जिला रेडक्रास सोसाईटी के हेल्थ एजुकेटर दीपक कुमार, सिविल अस्पताल, झज्जर से डॉ. प्रीति, ममता, सुमन, अशोक, विजय, अभिषेक और मीनाक्षी के सहयोग से हुआ। महाविद्यालय के स्टाफ ने भी रक्तदान किया और विद्यार्थियों ने भी शिविर में भाग लिया।

नेहरू कॉलेज के भूगोल विभाग में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : शहर के राजकीय स्नातकोतर नेहरू महाविद्यालय के भूगोल विभाग में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का आयोजन भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र कुमार पूनिया के मार्गदर्शन में हुआ। प्रभारी प्राचार्य डॉ. सत्यव्रत ने विजेता विद्यार्थियों को ट्रॉफी और मेडल से सम्मानित किया। प्रतियोगिताओं का निर्णय डॉ. सुरेंद्र कुमार पूनिया, डॉ. ललित कुमार, सुनीता बेनीवाल और राजमल ने किया। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में बीए तृतीय वर्ष की रवीना, बीए द्वितीय वर्ष की तरुणा और बीए प्रथम वर्ष की नैन्सी की टीम पहले स्थान पर रही। बीए तृतीय वर्ष के राहुल, बीए द्वितीय वर्ष के ध्रुव और बीए प्रथम वर्ष के रोहित की टीम दूसरे स्थान पर रही। बीए तृतीय वर्ष की आरती, बीए द्वितीय वर्ष की वर्षा और बीए प्रथम वर्ष के पुनीत की टीम तीसरे स्थान पर रही। क्विज मास्टर का कार्य भूगोल प्राध्यापिका सुनीता बेनीवाल और स्कोरर का कार्य प्रवक्ता राजमल ने किया। इससे पूर्व आयोजित निबंध लेखन प्रतियोगिता में बीए तृतीय वर्ष की रवीना ने पहला, बीए द्वितीय वर्ष की मनीषा ने दूसरा और बीए तृतीय वर्ष की गीतिका ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। पोस्टर प्रतियोगिता में बीए प्रथम वर्ष के प्रवीण ने पहला, बीए द्वितीय वर्ष की वर्षा ने दूसरा और बीए द्वितीय वर्ष की तरुणा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया जबकि बीए प्रथम वर्ष की तनीषा को सांत्वना पुरस्कार मिला।




एल.ए. स्कूल के छात्र अतुल शर्मा ने यूथ गेम्स इंटरनेशनल चेम्पियनशिप में प्राप्त किया गोल्ड मेडल
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : एल.ए.सी.सै.स्कूल झज्जर के बाहरवीं कक्षा के छात्र अतुल शर्मा ने यूथ गेम्स इंटरनेशनल चेम्पियनशिप में भाग लेकर 3000 मीटर रेस में प्राप्त किया गोल्ड मेडल। यह प्रतियोगिता भारत के पड़ोसी देश नेपाल में आयोजित हुई थी। स्कूल प्रांगण में पहुँचने पर अतुल शर्मा का भव्य स्वागत किया गया। यूथ इंटनेशनल चेम्पियनशिप 9 अप्रैल से 11 अप्रैल तक आयोजित की गई थी। जिसमें विभिन्न देशों के खिलाडिय़ों ने भाग लिया। यह गेम्स, यूथ गेम्स फेडरेशन ऑफ़ इंटरनेशनल ने आयोजित किए थे। स्कूल प्रबन्धक के.एम.डागर व स्कूल प्राचार्या निधि कादयान ने अतुल को गोल्ड मेडल पहनाकर व एप्रिशियशन सर्टिफिकेट प्रदान किया। स्कूल संचालक जगपाल गुलिया, जयदेव दहिया, अनिता गुलिया,नीलम दहिया ने अतुल के सुनहरे भविष्य की कामना की। इस अवसर पर भूगोल प्राध्यापक मुकेश शर्मा ने अतुल के सहास की प्रशंसा। स्कूल डीपीई अमित लोहचब व संजीत सांगवान ने बेटे अतुल की तैयारी के लिए काफी मेहनत की व उनको तैयार करने के लिए अपना पसीना बहाया। स्कूल मैनेजमेंट ने दोनों डीपीई को भी सम्मानित किया। स्कूल एचओडी योगेश्वर कौशिक,पिंकी अहलावत, पुष्पा यादव ने अतुल शर्मा को अपना शुभ आशीर्वाद प्रदान किया।


एच.डी पब्लिक स्कूल बिरोहड़ में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को किया याद
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : एच.डी. विद्यालय में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर कक्षा दसवीं के विद्यार्थियों द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर विद्यालय की प्राचार्या नमिता दास ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि किस प्रकार डॉ भीमराव अंबेडकर जी ने जीवन में कड़ा संघर्ष करते हुए जातिगत भेदभाव को सहते हुए एक सफल, योग्य एवं कर्मठ हस्ती के रूप में देश को संविधान के नाम का एक नायाब तोहफा भेंट किया। भारतवर्ष इस पुण्य कार्य के लिए सदैव ही उनका ऋणी रहेगा। देश सदैव ही वहां रहने वाले नागरिकों से बनता है। अत: एक सजग और प्रतिभावान विद्यार्थी होने के नाते आप भी अपने लक्ष्य को पहचानिए और जीवन के लिए बुलंदी का रास्ता चुनिए इस अवसर पर कक्षा दसवीं के विद्यार्थी नियति, मंजू, प्रिया, नेहा, प्राची, हंसिका, मधुर, शीतल व नितिका ने भाग लिया तथा साथ ही विद्यालय के निदेशक बलराज फौगाट, प्रधानाचार्य नमिता दास, उप प्रधानाचार्य नवीन सनसनवाल, सीमा मलिक, प्रशासनिक प्रभारी श्रीमती मीनू अरोड़ा सुजीत सर, सविता लेघा मैडम आदि उपस्थित रहे।




जिला में पारदर्शिता के साथ किया जा रहा फसल खराबा सत्यापन का कार्य : डीसी
डीसी इमरान रजा ने उपमुख्यमंत्री को फसल खराबा व फसल खरीद की स्थिति से कराया अवगत
गुरूग्राम से उपमुख्यमंत्री की वीसी से जुड़े डीसी इमरान रजा
जिला की मंडियों में फसल खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से जारी : डीसी रजा
रेवाड़ी, 14 अप्रैल (अभीतक) : हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलों के उपायुक्तों के साथ विशेष गिरदावरी व ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल के माध्यम से फसल खराबे के सत्यापन की स्थिति, रबी फसल खरीद स्थिति व कलेक्टर रेट निर्धारण बारे समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। रेवाड़ी डीसी मोहम्मद इमरान रजा गुरूग्राम से वीसी से जुड़े और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को रेवाड़ी जिला से संबंधित विशेष गिरदावरी व ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल के माध्यम से किए गए फसल खराबे के सत्यापन की स्थिति व रबी फसल खरीद स्थिति बारे में आंकड़ों सहित विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिला रेवाड़ी में 90 क्षतिपूर्ति सहायक नियुक्त किए गए हैं जो पटवारियों के साथ मिलकर खराब फसल के सत्यापन का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिला में पूरी पारदर्शिता के साथ फसल खराबा सत्यापन का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शेष कार्य शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने रबी फसल की जानकारी देते हुए बताया कि जिला की मंडियों में फसल खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से जारी है। फसल खरीद के दौरान किसानों की सुविधाओं व आवश्यकताओं का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। एडीसी स्वप्निल रविंद्र पाटिल भी लघु सचिवालय सभागार में वीसी से जुड़े। उन्होंने वीसी उपरांत अधिकारियों की बैठक लेते हुए रबी फसल खरीद के दौरान पूरी पारदर्शिता रखने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों की फसल को सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों अनुसार खरीदना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि फसल खरीद के लिए जो मापदंड निर्धारित किए गए हैं उन्हें सूचना पट्ट पर प्रदर्शित किया जाए ताकि किसानों को परेशानी न उठानी पड़े। उन्होंने मंडी में आने वाले किसानों की सुविधा का पूरा ध्यान रखने के निर्देश देते हुए कहा कि किसानों के लिए मंडियों में पेयजल, शौचालय, छाया सहित अन्य आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। बैठक में एसडीएम रेवाड़ी होशियार सिंह, एसडीएम कोसली जय प्रकाश, एसडीएम बावल संजीव कुमार, डीआरओ राकेश कुमार, तहसीलदार प्रदीप देशवाल सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
जननायक जनता पार्टी ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को माल्यार्पण कर किया याद
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : आज जननायक जनता पार्टी द्वारा पार्टी कार्यालय झज्जर एवं डॉक्टर भीमराव अंबेडकर चौक बाबा साहेब को माल्यार्पण कर उन्हें याद किया गया। जिला अध्यक्ष राकेश जाखड़, जिला प्रधान अनुसूचित प्रकोष्ठ सत्यवीर मैनेजर, राजीव वाइस चेयरमैन जिला परिषद, शीला गोदारा जिला अध्यक्ष महिला, शहर मिंटू ठेकेदार शहरी अध्यक्ष, दिनेश शहरी पार्षद झज्जर उपस्थित रहे।




शुक्रवार को सोनीपत में भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीम राव अम्बेडकर जी की जयन्ती के शुभ अवसर पर जय भारत सत्याग्रह के अंतर्गत संविधान बचाओ महारैली का आयोजन किया गया। जिसमें चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरियाणा, प्रभारी श्री शक्ति सिंह गोहिल, अध्यक्ष श्री उदय भान, राज्यसभा सांसद श्री दीपेन्द्र सिंह हुड्डा और सभी विधायकगण व अन्य वृष्ठि नेता साथी मौजूद रहे। संविधान बचावो महारैली का मंच संचालन श्रीमती गीता भुक्कल विधायक झज्जर व पूर्व शिक्षा मंत्री द्वारा किया।



झज्जर शहर के पाटोदा स्थित संस्कारम वेटरिनरी कॉलेज के प्रथम वर्ष (B.V.Sc.& A. H) के विद्यार्थियों ने पहले ही वर्ष में लुवास university द्वारा घोषित
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : परिणामों में सर्वश्रेष्ठ परिणाम देकर अपनी उत्कृष्टता की अमिट छाप छोड़ी 7 प्रथम बैच में ही universty टॉपर के 02 विद्यार्थियों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल कर सफलता का शिखर छुआ। विद्यालय प्रबंधन एवं प्रशासन ने टॉपर्स को बहुमान कर उत्कृष्ट प्रदर्शन की बधाई दी। संस्कारम ग्रुप ऑफ़ स्कूल्स के चेयरमैन महिपाल ने बताया की B. V. Sc.& A. H. (Batch 2021-2022) में सर्वाधिक 91 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले krrish Bhutani ने पूरे हरियाणा में प्रथम स्थान पर अपना चयन करवाया हैं। संस्कारम के प्रथम बैच के krrish Bhutani ने 91 प्रतिशत, Kandukuri Sai Anuhya ने 90 प्रतिशत, Nitika ने 89 प्रतिशत, Manish Kumar ने 89त्न अंक प्राप्त कर LUVAS university मे टॉप चार स्थान पर सफलता प्राप्त की कुल 43 बच्चों ने 75 प्रतिशत से ज्यादा अंक प्राप्त किए। संस्कारम के प्रथम बैच के 29 विद्यार्थियों ने 80 प्रतिशत से अधिक प्राप्तांक हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाकर बेमिसाल प्रदर्शन किया हैं। इस स्वर्णिम उपलब्धि पर संस्कारम के चेयरमैन महिपाल एवं डॉरेक्टर डॉ. गुरद्याल सिंह, डीन डॉ नरेश कुमार ने टॉपर्स को बधाई देते हुए कहा कि विद्यार्थियों, अभिभावकों एवं अध्यापकों के अथक प्रयासों से ये स्वर्णिम परीक्षा परिणाम प्राप्त हुआ हैं। उन्होंने बच्चों के उत्तरोत्तर प्रगति की कामना कर उत्तम भविष्य की कामना की। टॉपर्स ने एक स्वर में कहा कि संस्कारम इज द बेस्ट टॉपर स्टूडेंट्स ने कहा कि संस्कारम कॉलेज के शिक्षक- शिक्षिकाओ ने बोर्ड परीक्षा के लिए विशेष रूप से प्रत्येक विद्यार्थी को 8 से 10 घंटे तक कि तैयारी करवाई तथा नियमित रूप से टेस्ट आयोजित किए गए। अपनी सफलता का श्रेय चेयरमैन महिपाल, अध्यापकों एवं अभिभावकों को देते हैं। वही सेकंड टॉपर कंदुकुरि साई अनुह्य ने कहा कि ईस्ट ओर वेस्ट संस्कारम इज द बेस्ट क्योकी मेरी सफलता संस्कारम की बदौलत हैं। संस्कारम कॉलेज में प्रत्येक विद्यार्थी को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान की जाती हैं। वही अन्य टॉपर्स एवं उनके अभिभावकों ने भी संस्कारम प्रबंधन एवं प्रशासन के विद्यार्थी हित में किए गए शैक्षणिक सहित अन्य क्षेत्रों के लिए मुक्त कंठ से आभार ज्ञापित किया।




जननायक जनता पार्टी ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को माल्यार्पण कर किया याद
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : आज जननायक जनता पार्टी द्वारा पार्टी कार्यालय झज्जर एवं डॉक्टर भीमराव अंबेडकर चौक बाबा साहेब को माल्यार्पण कर उन्हें याद किया गया। जिला अध्यक्ष राकेश जाखड़, जिला प्रधान अनुसूचित प्रकोष्ठ सत्यवीर मैनेजर, राजीव वाइस चेयरमैन जिला परिषद, शीला गोदारा जिला अध्यक्ष महिला, शहर मिंटू ठेकेदार शहरी अध्यक्ष, दिनेश शहरी पार्षद झज्जर उपस्थित रहे।




बाबा साहब एक अर्थशास्त्री, समाज सुधारक रहें, महत्वपूर्ण आंदोलनों में निभाई अहम भूमिका: सांसद अरविंद शर्मा
सांसद बोले, बाबा साहब की बातें आज भी लोगों के लिए प्ररेणादायी, भटके लोगों को दिखाती है सही राह
बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती समारोह में सांसद ने की शिरकत
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : सांसद डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि बाबा डॉ भीमराव अंबेडकर ने अर्थशास्त्री, समाज सुधारक के रूप में महत्वपूर्ण आंदोलनों में अहम भूमिका निभाई, अपने अनुभवों के आधार पर उस समय बाबा साहब ने जो बातें कही थी, वे आज भी लोगों के लिए प्रेरणादायी हैं और भटके हुए लोगों को भी सही राह दिखाती है। उन्होंने कहा कि बाबा साहब खुद की क्षमताओं पर यकीन रखते थे, उनका मानना था कि अगर व्यक्ति को खुद पर भरोसा है तो वो बड़े से बड़ा काम भी आसानी से कर सकता है। बाबा साहब हमेशा लोगों को साथ लेकर चले, इसीलिए उनका व्यक्तित्व इतना बड़ा बन सका, उनका मानना था कि व्यक्ति की तरक्की में सभी का साथ होता है, इसलिए उसे लोगों को साथ लेकर चलना चाहिए। शुक्रवार को सांसद डॉ अरविंद शर्मा ने शहर के अंबडेकर चौक पर आयोजित बाबा डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती समारोह में शिरकत की। इस दौरान बाबा साहब की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर को भारतीय संविधान निर्माता के तौर पर जाना जाता है और उनकी भूमिका संविधान निर्माण में तो अतुल्य रही, साथ ही दलित समाज के उत्थान में उनका भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। सांसद ने बताया कि उनका जन्म 14 अप्रैल 1891 में मध्य प्रदेश के महू में एक गांव में हुआ था, उस दौर में उन्हें आर्थिक और सामाजिक भेदभाव का सामना करना पड़ा। डॉ. अंबेडकर का जीवन संघर्ष और सफलता की कहानी सभी के लिए प्रेरणा है। उनके विचार महिलाओं को पुरुषों के बराबर, अल्पसंख्यकों और गरीबों को अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने के लिए प्रेरित करते हैं।
भाजपा पार्षदों से भी सांसद ने की मुलाकात
बहादुरगढ़ में आयोजित कार्यक्रम के बाद सांसद ने भाजपा समर्थिति पार्षदों से मुलाकात की और शहर के विकास कार्यो को लेकर चर्चा की। पार्षदों ने सांसद के समक्ष कई मुद्दे रखे, जिन पर सांसद ने परिषद अधिकारियों से बातचीत की और तुरंत विकास कार्य शुरु करने के निर्देश दिये।
किसानों से भी की मुलाकात
बाबा साहब अंबेडकर जयंती समारोह के बाद सांसद ने किसानों से भी मुलाकात की और मंडियों में चल रही गेंहू खरीद को लेकर चर्चा की। इस दौरान सांसद ने इस संबंध में अधिकारियों से बातचीत कर किसानों की समस्याओं को तुरंत निपटाने के निर्देश दिये।





छारा पर पुस्तक लिखने के लिए राज्यपाल ने दी डॉ. अमित को बधाई
ग्रामीण इतिहास लेखन में मील का पत्थर साबित होगी पुस्तक
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने छारा गांव के इतिहास और संस्कृति पर आधारित पुस्तक लिखने के लिए राजकीय स्नातकोत्तर नेहरू महाविद्यालय, झज्जर के जनसंचार प्राध्यापक डॉ. अमित भारद्वाज को बधाई दी है। अपने बधाई संदेश में राज्यपाल ने कहा कि ‘छारा : इतिहास और संस्कृतिÓ, पुस्तक ग्रामीण इतिहास लेखन के क्षेत्र में किया गया अनूठा और सार्थक प्रयास है। इस पुस्तक में छारा गाँव के इतिहास और संस्कृति से जुड़े विविध पक्षों को रोचक ढंग से प्रस्तुत किया गया है। यह लेखक की कड़ी मेहनत और गंभीर अध्ययन का प्रतिफल है क्योंकि गाँव का इतिहास लिखना सरल कार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक ग्रामीण इतिहास लेखन की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगी और भावी शोधकर्ताओं, अध्येताओं और ग्रामीण इतिहास में रुचि रखने वाले अन्य व्यक्तियों के लिए प्रेरक और मार्गदर्शक सिद्ध होगी। राज्यपाल ने इस स्तरीय पुस्तक के लेखन के लिए डॉ. अमित को हार्दिक बधाई दी और आशा जताई कि वे भविष्य में भी लेखन कार्य से अपनी सृजनात्मक प्रतिभा का सदुपयोग करते रहेंगे।
मंदिर में पुस्तकें दान की
डॉ. अमित भारद्वाज ने पुस्तक की बिक्री से होने वाली आय को गांव के दादा संतोषदास मंदिर में दान कर दिया है। पुस्तकें मंदिर में रखवा दीं और केवल छह दिन में दो तिहाई से ज्यादा पुस्तकें खत्म हो गई तथा मांग अब भी लगातार बनी हुई है।
डॉ. अमित के अनुसार ग्रामवासियों को पुस्तक सौंपकर उन्हें जो आत्मसंतुष्टि और खुशी मिली है, वह अनमोल है। ग्रामीणों के हाथ में पुस्तक देखकर उनके चेहरे पर जो खुशी और चमक दिखाई दी, वही इस पुस्तक का वास्तविक मूल्य है। डॉ. अमित ने बताया कि इस पुस्तक में 25 अध्याय हैं। पुस्तक में गांव के नामकरण, प्राकृतिक परिवेश, इतिहास, आस्था के स्थल, स्वतंत्रता आन्दोलन में योगदान, युद्धों और सैन्य अभियानों में योगदान, हैदराबाद सत्याग्रह और हिंदी आन्दोलन, जाति व्यवस्था, शिक्षा, अखाड़े, स्वास्थ्य और महामारी, जल धरोहर, यातायात के साधन, चौपाल की चौधर, अकाल और बाढ़ का प्रकोप, दानवीर सेठ कृपाराम, छारा से विधानसभा, पंचायत और खाप, सामाजिक कार्यों में योगदान, जन सुविधाएं और लोक संस्कृति के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि इतिहास के नाम पर राजा-महाराजाओं का इतिहास बहुत लिखा जा चुका है, अब उससे आगे बढऩे की जरूरत है। अपने आसपास के इतिहास को भी जानना चाहिए।


महापुरषो के नाम पर राजनीति करने की बजाय सच्ची श्रद्धा से करें नमन: संजीत कबलाना
संजीत कबलाना ने जयंती पर पुष्प अर्पित कर बाटे लड्डू
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती पर युवा नेता संजीत कबलाना है झज्जर हलके के विभिन्न गांव में आयोजित कार्यक्रमों में शिरकत की तो वहीं शहर के अंबेडकर चौक पर बाबा साहेब की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए और शहर में लड्डू बाटे। इसके बाद गांव सुर्खपुर में आयोजित बाबा साहेब की जयंती पर भंडारे में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस दौरान ग्रामीणों ने उनका फूल माला व पगड़ी बांधकर स्वागत किया। संजीत कबलाना ने कहा कि आज हम बाबा साहेब की बदौलत ही अपने अधिकार का उपयोग कर पा रहे है। उनके द्वारा लिखे सविंधान से हर नागरिक को अपना अधिकार प्राप्त हुआ। कबलाना ने कहा आज हर कोई बाबा साहेब को नमन कर रहा है, लेकिन कुछ लोग अभी केवल बाबा साहेब के नाम पर राजनीति करते है, हमे इस प्रकिया को त्यागना पड़ेगा। महापुरुष किसी एक समाज के नही होते। हमे अपने महापुरषो के नाम पर।केवल राजनीति करने की बजाय उनको सच्ची श्रद्धा से नमन करना चाहिए। अपने बच्चो आने वाली पीढिय़ों को उनके बारे में बताकर उनके अंदर वैसे ही संस्कार उत्पन करने चाहिए। संजीत कबलाना ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने समाज में हर तबके को समानता दिलाने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी। वह भारत देश के पहले कानून मंत्री बनाए गए। भारत रत्न से सम्मानित बाबा साहेब अंबेडकर के अनमोल विचार आज भी युवाओं को प्रेरित करते हैं। आजे के दिन अंबेडकर जयंती को समानता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस मौके पर मांगे राम प्रधान, सूरजमल, मंगत, हरिओम, प्रोफेसर अशोक, बलवान, विकास, रमेश कोच,अंजीत,साहिल, रमेश कायत, वीरेंद्र, नैनपाल, डॉ विनोद, महेंद्र, राजकुमार, संदीप रंगा , रामकिशन, रामेहर सहित तमाम ग्रामीण व शहरवासी मौजूद रहे।





एल.ए. स्कूल झज्जर में वैशाखी का पर्व बड़े-हर्षउल्लास के साथ मनाया गया
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : एल.ए. सी. सै. स्कूल, दिल्ली -बहादुरगढ़ रोड़, सेक्टर-9 झज्जर में वैशाखी का पर्व बड़े-हर्षउल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में कक्षा छठी से लेकर ग्याहरवीं के बच्चों ने भाग लिया। कक्षा छठी से आठवीं के बच्चों ने वैशाखी ने जैसे गीतों पर नृत्य पेश कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कक्षा सातवीं की छात्रा प्रतिज्ञा ने वैशाखी पर्व पर अपने विचार पेश कर वैशाखी पर्व के महत्व को समझाया। स्कूल प्राचार्या निधि कादयान ने सभी बच्चों व अभिभावकों को रामनवमीं व वैशाखी की हार्दिक शुभकामनाएं दी। स्कूल संचालिका अनिता गुलिया,नीलम दहिया ने बच्चों को वैशाखी पर्व की शुभकामनाएं भेंट की। स्कूल प्रबंधक के.एम.डागर ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सिखों के धार्मिक गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी ने आज के ही दिन खालसा पंथ की संस्थापना की थी। भूगोल प्राध्यापक मुकेश शर्मा ने मंच संचालन का कार्य बखूबी किया। कार्यक्रम की रूपरेखा कला अध्यापिका मोनी सहवाग व डांस टीचर जितेंद्र ने तैयार की।


राजनीतिज्ञ, न्यायविद, अर्थशास्त्री और समाज सुधारक थे बाबा साहेब : राजेश भाटिया
जजपा कार्यकर्ताओं ने मनाई बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर की जयंती
फरीदाबाद, 14 अप्रैल (अभीतक) : भारत के संविधान निर्माता भारत रत्न डा. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर जजपा के जिलाध्यक्ष राजेश भाटिया के नेतृत्व में जजपा कार्यकर्ताओं ने हार्डवेयर चौक स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इस दौरान भाटिया ने बाबा साहेब की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बाबा साहेब ने हमेशा गरीबों और जरुरतमंद लोगों की आवाज उठाई थी राजेश भाटिया ने कहा की हमारी जिम्मेदारी बनती है कि देश के सविंधान को बचाने के लिए बाबा साहब की शिक्षाओं का ज़ोर शोर से प्रचार प्रसार किया जाये। राजेश भाटिया ने आगे कहा कि, बाबा साहेब ने दलितों के खिलाफ किए जा रहे सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया और महिला अधिकारों, दलितों का समर्थन किया। 1990 में उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से मरणोपरांत सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर को 29 अगस्त 1947 को संविधान की प्रारूप समिति का अध्यक्ष बनाया गया था। उनकी अध्यक्षता में 2 साल 11 महीने और 18 दिन के बाद संविधान बनकर तैयार हुआ।बी.आर. अंबेडकर कई प्रतिभाओं के व्यक्ति थे। वे एक राजनीतिज्ञ, न्यायविद, अर्थशास्त्री और समाज सुधारक थे। इस कार्यक्रम में जननायक जनता पार्टी से सरदार परविंदर सिंह, गजेंद्र भड़ाना डॉ दविंदर बक्शी, रिंकल भाटिया, गगन अरोड़ा, हरिराम किराड़, कुलदीप शर्मा, अरविंद शर्मा, कुनाल वर्मा व सामाजिक न्याय अधिकार समिति अध्यक्ष दीनदयाल गौतम, देवेंद्र गौतम, ब्रहम सिंह चौधरी सुरेंद्र कर्दम, राकेश कर्दम, कन्हैया लाल, महावीर वासुदेव, रोहतास सिंह, सुंदर सिंह, राजकुमार, अंकुर, सागर, विजय, कृष्ण, मोहित, रोहित, कुणाल, गौतम, रमेश, सुरेश, राजेंद्र व अन्य शामिल रहे



इंडो अमेरिकन स्कूल में हर्षोल्लास के साथ मनाया वैसाखी पर्व
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : इंडो अमेरिकन स्कूल में भीमराव आंबेडकर जयंती व वैसाखी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। वैसाखी का पर्व मुख्य रूप से पंजाब व हरियाणा में मनाया जाता है। इस दिन फसलों के पकने पर कटाई शुरू कि जाती है। सिखों के दसवे गुरु गोबिंद सिंह ने वैसाखी के दिन ही खालसा पंथ की स्थापना की थी। वैसाखी पर्व का शुभारंभ स्कूल निर्देशक बिजेंद्र कादयान के करकमलो से सरस्वती माँ के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुआ. इसके उपरांत विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। पंजाबी व हरियाणवी गानों पर डांस प्रस्तुति देकर छात्राओं ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया. सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद स्कूल स्टाफ व बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के बिच क्रिकेट मैच हुआ. क्रिकेट मैच में सभी का उत्साह चरमोतकर्ष पर था। तालियों की गडग़ड़ाहट से मैदान गूंजायमान हों रहा था। विद्यार्थियों व अध्यापक एक दूसरे से जीतने का भरस्क प्रयास कर रहे थे. अत: बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने जीत हासिल की. स्कूल निर्देशक बिजेंद्र कादयान ने विजेता टीम को बधाई दी और सभी को वैसाखी पर्व की शुभकामनायें दी और विद्यार्थियों को भीमराव अम्बेडकर के दिखाए रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित किया।उन्होंने कहा कि हमारे विद्यार्थी पढ़ाई के साथ- साथ हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करें।




जयहिन्द ने पूरे बेरी हल्के को रविवार 23 अप्रैल परशुराम जन्मोत्सव का चूल्हा न्यौत (न्यौता) दिया
अयोध्या में राम मंदिर पहरावर में परशुराम मंदिर बनेगा
104 वर्षीय दादा दुलीचंद को परशुराम जयंती में मुख्यातिथि बनाया जाएगा
36 बिरादरी के सहयोग से की जाएगी मंदिर निर्माण की शुरुआत,सभी फरसा लेकर पहुंचे
बेरी, 14 अप्रैल (अभीतक) : शुक्रवार को नवीन जयहिन्द झज्जर जिले के बेरी हल्के में पहुँचे। जयहिन्द ने सभी बेरी हल्कावासियों को रविवार 23 अप्रैल को रोहतक के पहरावर गांव में होने जा रही भगवान् परशुराम जन्मोत्सव का पीले चावलों के साथ न्यौता दिया। जयहिन्द ने बताया कि 104 वर्षीय दादा दुलीचंद कार्यक्रम के मुख्यातिथि रहेंगे क्योंकि दादा दुलीचंद की वजह से ही दो लाख विकलंगो, बुजुर्गो व विधवा महिलाओं की पेंशन बनी थी। साथ ही जयहिन्द ने कहा कि हम सभी 36 बिरादरी को न्योता देंगे जिसमे से बीती 1 अप्रैल को कुरुक्षेत्र की सभी 36 बिरादरी की धर्मशालाओ में पीले चावलों संग गड़रिया समाज धर्मशाला, जोगी समाज धर्मशाला, पंजाबी धर्मशाला, कश्यप राजपूत धर्मशाला, जाट धर्मशाला आदि में पीले चावल देकर 23 अप्रैल परशुराम जयंती का न्यौता दिया था। इस दौरान राजेन्द्र प्रसाद, नरेन्द्र कौशिक, दिनेश शर्मा, सतीश, संजय, अजय, सतनारायण आदि मौजूद रहे। जयहिन्द ने कहा कि हमने दो महीने पहले ही कह था कि हम 23 अप्रैल को राज्यस्तरीय परशुराम जन्मोत्सव मनाएंगे लेकिन कुछ समाज के विभीषण जिस तरह सरकार के साथ मिलकर हर जगह 23 अप्रैल को परशुराम जयंती मना रहे है। 23 अप्रैल के सिवाय किसी भी दिनांक को परशुराम जयंती मनाए सभी का स्वागत है साथ ही हम यह कहना चाहते है की सरकार 100 परशुराम जयंती मनाए। कम से कम सरकार को भगवान परशुराम की याद तो आई। जयहिन्द ने कहा परशुराम जयंती के अवसर पर 22 अप्रैल को पहरावर की जमीन पर ही दोपहर 12 बजकर 12 मिनट से हवन का आयोजन किया जाएगा, नवीन जयहिंद ने बताया की हम पीले चावल देकर आम आदमी से लेकर पंच, सरपंच, पार्षद, विधायक, सांसद, मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री व सभी सामाजिक कार्यकर्ताओ को भगवान परशुराम के जन्मोत्सव का निमंत्रण दे रहे है। और सभी से अपील है की भगवान् परशुराम के मंदिर व मूर्ति निर्माण के यज्ञ में अपनी आहुति जरूर डाले, जयहिंद ने आगे बताया की आयोजन पहरावर की उसी जमीन पर होगा जिसको फरसाधारियो ने सर्वसमाज के साथ मिलकर फरसे के दम पर सरकार के कब्जे से छुड़वाया था। जयहिंद ने आगे कहा की जन्मोत्सव में शामिल होने वाले सभी लोग फरसा लेकर पहुंचे क्यूंकि भगवान परशुराम जन्मोत्सव के अवसर पर इस बार चढ़ावा और प्रसाद भी ख़ास होगा इस बार भगवान को फरसे प्रसाद स्वरूप चढ़ाये जायेंगे साथ ही फरसे और देसी घी का प्रसाद ही बांटा जायेगा। जयहिंद ने सभी से अपील की है कि आयोजन में शामिल होने वाले सभी लोग एक ईंट एक नोट लेकर पहुंचे जो मंदिर / मूर्ति बनवाने में इस्तेमाल किये जायेंगे। जयहिंद ने बताया की इस बार हरियाणा सहित यूपी , दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल यहाँ तक की जम्मू – कश्मीर से भी भगवान परशुराम के भक्त भी इस आयोजन में हिस्सा लेंगे।
मुख्य बिंदु
प्रसाद में बांटे जायेंगे फरसे
हेलीकॉप्टर से होगी फूलो की बारिश
भगवान परशुराम मंदिर /मूर्ति की शुरुआत
36 बिरादरियों को निमंत्रण
सरकार व् सिस्टम से परेशान लोग पहुंचेगे शिकायत लेकर
सभी राजनीतिक व् सामाजिक दलों को न्योता
पहरावर की (सरकार अनुसार विवादित) जमीन पर होगा आयोजन हेलीकॉप्टर से होगी फूलो की वर्षा, चढ़ावे और प्रसाद में बांटे जायेंगे फरसे
जयहिंद ने बताया की इस बार फरसाधारियो को चढ़ावे और प्रसाद के रूप में भी देसी घी के प्रसाद के साथ फरसे भी दिए जायेंगे, साथ ही कार्यक्रम में शामिल भगवान् के सभी भक्तो पर हेलीकाप्टर से फूलो की वर्षा कराई जाएगी।
सरकार और सिस्टम से पीडि़तों के लिए बनाया जायेगा शिकायत केंद्र
नवीन जयहिंद ने बताया की कार्यक्रम स्थल में एक ढोल रखा जायेगा जिसमे सिस्टम व सरकार से से पीडि़त लोग अपनी समस्याएं लिख कर डाल सकते है। जयहिंद ने कहा है की सभी पीडि़त शिकायत पत्र पर अपना नाम पता व फ़ोन नंबर अवश्य लिखे। जयहिंद ने सभी राजनैतिक व् समस्जिक दलों को भी न्यौता दिया है।
बॉक्स
जयहिंद ने बताया की भगवान् परशुराम ने अन्याय के खिलाफ फरसा उठाया था श्री राम को धनुष बाण व् कृष्ण को सुदर्शन चक्र दिया था वह शिव शंकर के सबसे बड़े भक्त थे , वो गौ भक्त व् न्याय के देवता थे इसलिए जयंती में सभी पीडि़त लोग जो भी शासन -प्रशासन से समस्या ग्रस्त है उन सब लोगो को बुलावा भेजा जा रहा है , वो अपनी समस्याएं आके रखे अपनी समस्या के साथ अपना नाम पता व् फ़ोन नंबर जरूर लिखे समस्याओं के लिए आयोजन स्थल पर ढोल रखा जायेगा जिसमे सभी पीडि़त अपनी शिकायत जमा करा सकते है जिन शिकायतों को कार्यक्रम के बाद सरकार के सामने रखा जायेगा। आयोजन के लिए जयहिंद ने एक नंबर भी जारी किया है (7027822822 )जिसपर कॉल के माध्यम से आप रजिस्ट्रेशन करा सकते है। जयहिंद ने बताया की इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य भाईचारे को बढ़ावा देना है। समाज में एकता और भाईचारा बना रहे यही हमारा उदेश्य है। यह कार्यक्रम इतिहास के पन्नो में एक सुनेहरा अध्याय जोड़ेगा।
बॉक्स
जो लोग ये कहते है कि जयहिन्द ब्राह्मणों की राजनीति कर रहा है उनके लिए जयहिन्द ने कहा कि इन मुद्दों को उठाने व इनका समाधान करवाने से 36 बिरादरी के भला हुआ है जैसे-
- फैमिली आईडी में गड़बड़ी के कारण जिंदा विकलंगो, बुजुर्गो ओर विधवा महिलाओं को मरा दिख दिया था तो हमने उनकी आवाज उठाई और उन मुर्दो की बारात लेकर मुख़्यमंत्री आवास चंडीगढ़ लेकर गए।
- जब अस्थाई व गैर मान्यता प्राप्त स्कूलो को मान्यता मिली तो उससे 60 हजार शिक्षको व 6 लाख बच्चो का भाविष्य खराब होने से बचा।
3.जब सिंघपुरा गॉव में दलितों के घर गिरने से बचाये।
4.जब प्रदर्शन करके खिलाडिय़ों का खेल कोटा वापिस दिलवाया। - पुरानी पेंशन बहाल करने का मुद्दा उठाया।
- एचपीएससी भर्ती घोटाले को लेकर गौ मूत्र व गोबर अधिकारियों को भेंट किया।
इसके इलावा जयहिन्द ने कहा भाजपा व कॉंग्रेस सरकार ने मुझ पर लगभग एक दर्जन से ज्यादा केस किये हुए है क्या उनसे भी सिर्फ ब्राह्मणों का भला हुआ है। जिनमे से कुछ मुख्य केस इस प्रकार है-
1.रोहतक पीजीआईएमएस में चल रही नर्सिंग भर्ती में हरियाणा से बाहर के लोगो को भर्ती कर रहे थे तो उसके खिलाफ आवाज उठाई और सरकार ने मुझ पर केस कर दिया।
2.जब रोहतक के सिंचाई विभाग में किसानों को परेशान करने पर गमछा बांधा तो उसे लेकर सरकार ने मुझ पर केस कर दिया।
3.जब नशे के खिलाफ कांवड़ यात्रा निकाली थी तो उसे लेकर सरकार ने मुझ पर केस कर दिया।
4.जब गाय के चारे के लिए खुट्टा गाड़ अभियान चलाया था जिसकी वजह से मुझ पर केस किया गया। - हरियाणा दौरे पर आए अमित शाह से बेरोजगारी व किसानों की समस्या को लेकर सवाल पूछने पर मुझ पर केस किया गया।
- सरपंचो के ईटेंडरिंग का मुद्दा उठाया जिसकी वजह से मुझे नजरबंद भी कर दिया गया था।
आप ऐसा कह सकते कि पहरावर की जमीन से सरकार का कब्जा छुड़वाया ताकि उस जमीन पर बनने वाले स्कूल, कॉलेज व हॉस्पिटल में सभी बिरादरी के लोगो का इलाज हो और सभो बिरादरी के बच्चे शिक्षा प्राप्त करें।
साथ ही जयहिन्द ने बताया कि मैं पिछले 500 दिनों में से 50 दिन भी घर नही बैठा हूँ। 100 प्रदर्शन किए है सडक़ो पर उतरकर।

लोकहित समिति ने संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती पर किया नमन
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : लोकहित समिति ने संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती पर गांव गुभाना के लोकहित पुस्तकालय में संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर की जयंती मनाई गई। समिति अध्यक्ष नरेश कौशिक ने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के विचार और आदर्श करोड़ों लोगों को लगातार प्रेरणा देते हैं उन्होंने हमारे राष्ट् व समाज के उत्थान के लिए जो भी सपने देखे हैं उनको हमें पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। बाबासाहेब के कारण ही आज सर्व समाज की हालत सुधरी है। आज महिलाएं कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही है। आज हम शपथ लेते हैं कि बाबा साहेब के दिखाए रास्ते चल कर अपने समाज गांव देश की सेवा करेंगे। इस अवसर पर समिति अध्यक्ष नरेश कौशिक, जय भगवान प्रधान, टी आई दुष्यंत कौशिक, नीटू, उमेश कुमार, हरिओम, हर्षित, सत्यवान, उज्जवल, अर्पित, अमन ने श्रद्धा सुमन अर्पित की।


डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संविधान दाता को नमन=रामकवार सैनी
बहादुरगढ़, 14 अप्रैल (अभीतक) : बीआर अंबेडकर एक प्रसिद्ध राजनीतिक नेता, दार्शनिक, लेखक, अर्थशास्त्री, न्यायविद्, बहु-भाषाविद्, धर्म दर्शन के विद्वान और एक समाज सुधारक थे, जिन्होंने भारत में छूआछूत और सामाजिक असमानता के उन्मूलन के लिये अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनका मानना था कि अस्पृश्यता को हटाए बिना राष्ट्र की प्रगति नहीं हो सकती है। कांग्रेस की कटु आलोचना के बावजूद आम्बेडकर की प्रतिष्ठा एक अद्वितीय विद्वान और विधिवेत्ता की थी। जिसके कारण जब, 15 अगस्त 1947 को भारत को स्वतंत्रता मिलने के बाद, कांग्रेस के नेतृत्व वाली नई सरकार अस्तित्व में आई तो उसने आम्बेडकर को देश के पहले क़ानून एवं न्याय मंत्री के रूप में सेवा करने के लिए आमंत्रित किया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। 29 अगस्त 1947 को, आम्बेडकर को स्वतंत्र भारत के नए संविधान की रचना के लिए बनी संविधान की मसौदा समिति के अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया। संविधान निर्माण के कार्य में आम्बेडकर का शुरुआती बौद्ध संघ रीतियों और अन्य बौद्ध ग्रंथों का अध्ययन भी काम आया.आम्बेडकर एक बुद्धिमान संविधान विशेषज्ञ थे, उन्होंने लगभग 60 देशों के संविधानों का अध्ययन किया था। आम्बेडकर को भारत के संविधान का पिता के रूप में मान्यता प्राप्त है।डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का एक मुख्य नारा था! दबे कुचले शिक्षित हो, संगठित हो, संघर्षशील हो ! उन्होंने हमेशा ही कुप्रथा का समाज में विरोध किया और कहा कि अपनी भागीदारी देश के लोकसभा में जरूर करें! इस अवसर पर बाल्मीकि भवन नया गांव में यह आयोजन किया गया! अनेक वक्ताओं ने अपने अपने विचार रखे और उनके दिखाए हुए रास्ते पर चलने का आह्वान किया इस अवसर पर जिला मंत्री ओबीसी मोर्चा रामकवार सैनी, पार्षद राजेश मकडौली, पार्षद अनिल सिंघल, नया गांव के सरपंच रोहतास सैनी व प्रमोद दलाल, पैकस के चेयरमैन रामनिवास सैनी, पूर्व सरपंच दर्शन सैनी, एल एस पी प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश सैनी, राजेंद्र सैनी , संजय सैनी, ब्लॉक समिति के चेयरमैन प्रतिनिधि सत्यवान दलाल, राज बाल्मीकि, महेंद्र सिंह, उमेद, पूर्व सरपंच करतार सिंह, श्रीनिवास आदि मौजूद रहे।


संस्कारम में कम्पटीशन विंग के नये भवन की नींव और आमजन लिए झज्जर बस स्टैंड पर वॉटर कूलर दान करके मनायी मास्टर दयानंद जी की पुण्य तिथि
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : खातीवास स्थित संस्कारम पब्लिक स्कूल में संस्कारम संस्थानों के प्रात: वंदनीय स्वर्गीय मास्टर दयानंद जी की पुण्यतिथि के पावन अवसर पर यज्ञ आहुतियों के साथ आने वाले शैक्षणिक सत्र के लिए अंतर्राष्ट्रीय पुरुस्कार के प्रण के साथ स्कूल स्टाफ एवम् विद्यार्थियों ने नये सत्र में नये कीर्तिमान स्थापित करने के साथ साथ समाज के वंचित वर्ग तक शिक्षा की अलख जगाने के पावन कार्य के प्रति समर्पण को दोहराया। गौरतलब है कि झज्जर जिले के सबसे बड़े शिक्षण समूहों में से एक संस्कारम के प्रकाशपुंज स्वर्गीय मास्टर दयानंद जी न पूरे झज्जर जिले में अपनी कर्तव्यपरायणता, नीतिगत कार्यों और सह्रदयता के लिए जाने जाते हैं। उनके मार्गदर्शन में सैकड़ों खिलाडियों ने राजकीय और राष्ट्रीय स्तर पर परचम लहराया है। पुण्यतिथि के अवसर पर समूह के चेयरमैन श्री महिपाल जी ने आमजन के लिए झज्जर बस स्टैंड परिसर में यात्रियों की सुविधा के लिए ठंडे पानी की व्यवस्था के लिए बड़े वाटर कूलर का दान किया गया। वहीं अपने वायदे के अनुसार खेडी तालुका में केजी से पीजी कोर्सेज को एक ही कैंपस में पूरा करने के साथ अब संस्कारम ने झज्जर जिले को कम्पटीशन क्लासेज का प्रमुख केंद्र बनाने की ठानी है। इसी कड़ी में खातीवास स्थित संस्कारम पब्लिक स्कूल में अत्याधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण जे ई ई, नीट और एनडीए की कम्पटीशन क्लासेज के लिए अलग से भवन निर्माण की नींव भी रखी गयी। गौरतलब है कि संस्कारम पहला स्कूल है जिसने पूर्णतया बिना किसी प्रकार की फीस के नीट के लिए 42 दिन का क्रेश कोर्स शुरू किया है जिसमे किसी भी स्कूल से पढने वाले विद्यार्थी आ सकते हैं। इसी श्रंखला की अगली कड़ी में जुलाई से जईई, नीट और एनडीए के ड्रॉपर बैच भी शुरू किये जाने हैं। श्री महिपाल जी ने बताया कि अभी पास आउट विद्यार्थियों के पास कोटा, दिल्ली या सीकर जाने के अलावा कोई और विकल्प नही था लेकिन आने वाले समय में संस्कारम सभी प्रकार की कोचिंग झज्जर में ही प्रदान करेगा।
डंपर ट्राली चोरी के मामले में दो आरोपी काबू
आरोपियों को पूछताछ के लिए 02 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया
बादली, 14 अप्रैल (अभीतक) : थाना बादली के एरिया से डंपर ट्राली चोरी के मामले में कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को काबू किया गया। मामले की जानकारी देते हुए थाना प्रबंधक बादली उप निरीक्षक सुरजभान ने बताया कि राजवीर निवासी खेड़ी जट ने शिकायत देते बताया कि 31 मार्च 2023 को उसने अपना डम्फर ट्राली अपने घर के बाहर खड़ा किया था। जो सुबह वहां पर नहीं मिला। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ थाना बादली में अपराधिक मामला दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि थाना में तैनात मुख्य सिपाही हरीश कुमार की पुलिस टीम द्वारा उपरोक्त मामले में कार्रवाई करते हुए दो आरोपियो को काबू किया गया। पकड़े गए आरोपियो की पहचान प्रकाश चंद निवासी सर्दूलगढ़ जिला मानसा पंजाब और हरदीप निवासी रोडकी जिला मानसा पंजाब के तौर पर की गई। प्राथमिक पूछताछ में आरोपियो ने उपरोक्त मामले का खुलासा किया। आरोपियो के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दोनों को अदालत में पेश किया गया। अदालत से दोनों आरोपियों को पूछताछ के लिए दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। मामले की जांच पड़ताल की कार्रवाई जारी है।
भैस चोरी मामले में दो आरोपी का गिरफ्तार
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : पुलिस की टीम द्वारा गहनता से कार्रवाई करते हुए भैस चोरी करने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। मामले की जानकारी देते हुए थाना प्रबंधक दुजाना निरीक्षक सुनील कुमार ने बताया कि महावीर गांव सुर्खपुर ने शिकायत देते हुए बताया कि 8 फरवरी 2021 को वह अपने पशुओं को बांध कर सो गया था। जो अगली सुबह देखा कि उसके पशु चोरी हुए पाए गए। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ थाना दुजाना में अपराधिक मामला दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि आपराधिक मामलों पर गंभीरता से कार्रवाई करके वांछित दोषियों को गिरफ्तार करने के कड़े दिशा निर्देश दिए गए थे। एसपी के दिशा निर्देशानुसार थाना दुजाना में तैनात उप निरीक्षक सुरेंद्र कुमार की पुलिस टीम द्वारा उपरोक्त मामले में कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। किसी अन्य अपराधिक मामले में भिवानी जेल में बंद आरोपियों रहिशु उर्फ पहलवान निवासी जिला बुलंदशहर व सोनू निवासी बडतौली जिला बुलंदशहर उत्तर प्रदेश को प्रोडक्शन वारंट पर लाकर अदालत झज्जर पेश किया गया। जहाँ से मुकदमा में शामिल तफ्तीश किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने उपरोक्त मामले का खुलासा किया। पूछताछ के पश्चात आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दोनों को अदालत में पेश किया गया। अदालत के आदेश अनुसार आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

नशा के दुष्प्रभाव के प्रति जागरूकता लाने के लिए गांव मांडोठी में रैली के माध्यम से आम लोगों को नशे के प्रति किया गया जागरूक
बहादुरगढ़, 14 अप्रैल (अभीतक) : नशा के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिए चलाया जा रहा जागरूकता अभियान लगातार जारी है। पुलिस अधीक्षक झज्जर डॉ अर्पित जैन के आदेश अनुसार झज्जर पुलिस द्वारा नशा मुक्ति के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया है। अभियान के तहत शुक्रवार को थाना आसौदा के अंतर्गत गांव मांडोठी में चौकी प्रभारी मांडोठी सहायक उपनिरीक्षक रणदीप सिंह की टीम द्वारा नशा के दुष्प्रभावों की जानकारी देते हुए हर तरह के नशा को छोडने के लिये लोगों को जागरूक किया गया। आम लोगों को नशा के प्रति जागरूक करते हुए उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति नशा करता है वो धीरे-धीरे अपने आप को पतन की और ले जाता है। नशे की लत व्यक्ति, परिवार, समाज तथा राष्ट्र के तरक्की के लिए खतरा बनता जा रहा है। यदि हम एक बेहतर समाज व समृद्ध देश बनाने का सपना देख रहें हैं। तो युवाओं और भावी पीढ़ी को नशे की लत से बचाना होगा और यह तभी संभव हो सकता है। जब हम नशे के आदी नवयुवकों को नशे से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करें। चौकी प्रभारी ने कहा कि समाज व देश की तरक्की के लिए युवा पीढ़ी को नशीले पदार्थों के सेवन से होने वाले दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने नशे के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि युवाओं एवं भावी पीढी को नशे का शिकार होने से बचाने एवं समाज में नशा सेवन को रोकने के इस नेक कार्य बढ़ चढक़र हिस्सा लें और अन्य लोगो को भी प्रोत्साहित करें। कार्यक्रम के पश्चात नशा के प्रति आम लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष जागरूकता रैली का आयोजन किया गया।
मादक पदार्थ चूरा पोस्त (भुक्की) व अफीम के साथ एक आरोपी काबू
पूछताछ के लिए आरोपी को लिया गया तीन दिन के पुलिस रिमांड पर
बहादुरगढ़, 14 अप्रैल (अभीतक) : नशा विरुद्ध अभियान के तहत झज्जर पुलिस की एक टीम द्वारा मुस्तैदी से कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को मादक पदार्थ भुक्की व अफीम के साथ काबू किया गया है। सीआईए टू बहादुरगढ़ की टीम द्वारा गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करके नशीले पदार्थ भुक्की व अफीम के साथ एक आरोपी को थाना आसौदा के एरिया से काबू किया गया। मामले की जानकारी देते हुए सीआईए टू बहादुरगढ़ के प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि मादक एवं नशीले पदार्थों की तस्करी के अवैध धंधे पर अंकुश लगाने तथा नशीले पदार्थों के अवैध धंधे में लिप्त दोषियों की धरपकड़ के संबंध में एसपी झज्जर डॉक्टर अर्पित जैन द्वारा कड़े दिशा निर्देश किए गए थे। एसपी के दिशा निर्देशानुसार कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को नशीले पदार्थ अफीम व चुरापोस्त (भुक्की) के साथ काबू किया गया। उन्होंने बताया कि सीआईए टू बहादुरगढ़ में तैनात सहायक उपनिरीक्षक राजेश कुमार की पुलिस टीम थाना आसौदा के एरिया में तैनात थी। पुलिस टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि अजीत अपने ट्रक में नशीला पदार्थ अफीम व भुक्की लेकर केएमपी आसौदा होते हुए उत्तर प्रदेश जाएगा। सूचना पर तत्परता स कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम द्वारा केएमपी रोड आसौदा पर नाकाबंदी की गई। कुछ समय बाद दूर से आते दिखाई दिए एक ट्रक को नाकाबंदी पर इशारा करके रुकवाया गया। टीम द्वारा तत्परता से कार्रवाई करके चालक सीट पर बैठे एक व्यक्ति को काबू किया गया। पकड़े गए व्यक्ति के पास मादक पदार्थ होने के संदेह पर नियमानुसार राजपत्रित अधिकारी को सूचित किया गया। जिसके पश्चात मौका पर पहुंचे राजपत्रित अधिकारी के समक्ष नियम अनुसार तलाशी ली गई, तो पकड़े गए व्यक्ति के ट्रक से दो कट्टे और एक थैला बरामद हुआ। एक कट्टे से 17 किलो 200 ग्राम व दूसरे कट्टे से 7 किलो चूरापोस्त व डोडे तथा थैले से 515 ग्राम अफीम बरामद हुई। नशीले पदार्थों के साथ पकड़े गए आरोपी की पूछताछ में पहचान अजीत पुत्र गंगासहाय निवासी टिटौली जिला रोहतक के तौर पर की गई। नशीले पदार्थ अफीम व चूरा पोस्त के साथ पकड़े गए आरोपी के खिलाफ मादक पदार्थ अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए थाना आसौदा में आपराधिक मामला दर्ज किया गया। पकड़े गए आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे अदालत में पेश किया गया। अदालत से आरोपी को पूछताछ के लिए तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। मामले की जांच पड़ताल की कार्रवाई जारी है।

दलित, असहाय व मजदूर वर्ग के मसीहा बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के 132 वें जन्मदिवस पर बनाया उनका रेखाचित्र
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : शुक्रवार को दलित, असहाय व मजदूर वर्ग के मसीहा,बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जी के 132 वें जन्मदिवस पर भूगोल प्राध्यापक मुकेश शर्मा व उनकी बेटी अंशुल शर्मा ने मिलकर उनका रेखाचित्र बनाया।
डॉ भीमराव अम्बेडकर जी का जन्म 14 अप्रैल,1891 में एक दलित परिवार में हुआ था। उन्होंने काफी संघर्ष करके अपनी शिक्षा पूरी की व वकालत करने लगे। भारतवर्ष की आजादी के लिए उन्होंने अनेकों आंदोलनों में भाग लिया। आजादी मिलने के बाद उन्होनें भारत के संविधान बनवाने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस अवसर पर गाँव भदाना,भदानी के नागरिकों ने बाबासाहेब जी के जन्मदिवस पर विशाल भंडारे का आयोजन कर आम जन के बीच भगवान से शांति की कामना की। इस चौपाल रंगोली में केशव शर्मा, सूबेदार सुभाष शर्मा, सोमबीर कताला, मनीष कताला, मनोज कताला, विनेश कताला, जितेंद्र जीते पीटीआई, संदीप कताला, जयभगवान कताला, कृष्ण झांजू कताला, राजेन्द्र कताला, धर्मवीर कताला, गोपाल कताला,सुंदर कताला आदि ने मिलकर भीमराव अम्बेडकर जी को शत-शत नमन किया।




भगवान का मिलना सुलभ, संत का मिलना दुर्लभ : स्वामी उमानंद
कलयुग में कल्याण का सर्वश्रेष्ठ साधन है संत
एक शाम बाबा के नाम कार्यक्रम में बताई संतो की महिमा
मंदिर बाबा कांशीगिरि में वैशाखी पर्व पर हुआ कार्यक्रम
मेरे डंडे वाले बाबा,कांशीगिरि मेरे सहारे है, कांशीगिरि मेरे सहारे है, मुझे सब संतो मे प्यारे है..
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : पौराणिक और धार्मिक ग्रंथों में संतो की महिमा विशेष रूप से कही गई है। गीता में तो यहां तक भी कहा गया है कि भगवान का मिलना सुलभ है पर संत का मिलना अति दुर्लभ है। भगवान राम और भगवान कृष्ण ने भी संतों की सेवा की है और उनकी महिमा गाई है।महाराज जी ने बताया की अगर आपको जीवन मै जायदा खुशी हो तो अपने गुरु के पास जाओ ओर आपको जायदा दुख हो तो भी अपने गुरु के पास जाओ क्यूंकि गुरु ही आपकी खुशी को चार चांद लगा सकता है ओर गुरु ही आपके दुखो को मिटा सकता है। श्री हरिमंदिर अमर धाम के अधिष्ठाता स्वामी उमानंद ने यह बात वीरवार को झज्जर में कही। स्वामी उमानन्द झज्जर के बाबा कांशीगिरि में बैसाखी पर्व पर मंदिर बाबा कांशीगिरि ने आयोजित एक शाम बाबा के नाम कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे। यहां बतौर मुख्य वक्ता स्वामी उमानन्द ने कहा कि बाबा जी ने हरिद्वार मे प्रकट होकर आपको डंडा ही नही दिया अपितु डंडे के रूप मे खुद को ही दे दिया। कलियुग में कल्याण का सर्वश्रेष्ठ साधन संतो का संग बताया गया है। भगवान की तरह संत भी लीलालीन रहते हैं। अपना आंतरिक आध्यात्मिक रहस्य छुपाए रखते हैं परंतु अधिकारी और जिज्ञासु जीव पर कृपा करके तात्विक प्रसाद देते हैं। लोग अपनी चतुराई और तार्किकता के चश्मे से संतो को देखने का प्रयास करते हैं। उन्हें लगता है कि संत भी हमारी ही तरह मौज करते हैं। कई बार मर्यादा की सीमा का इतना उल्लंघन हो जाता है की अनजाने में संत अपराध हो जाता है। इसीलिए खुद ढूंढने की बजाय भगवान से प्रार्थना करो कि आपको किसी संत का दर्शन करवा दें। कौरव सभा में संतों की कमी नहीं थी ।भीष्म पितामह ,द्रोणाचार्य और कृपाचार्य, फिर स्वयं धर्म के साक्षात स्वरूप विदुर जी ,इन सब के होते हुए भी दुर्योधन की बुद्धि ना सुधरी बल्कि वह इनका अपमान करता रहा। राजमद और अभिमानी व्यक्ति कभी भी संतो की महिमा को समझ नहीं पाता है प्रत्युत संतों में भी दोष ढूंढने लगता है। सांसारिक लोगों को यही नहीं पता की संतो से कैसे बात करनी चाहिए, उनके आगे कैसे बैठना चाहिए। तत्वज्ञ महापुरुष आज भी धरती पर विराजमान है परंतु आपका अहम और कुछ होने का वहम संतो से दूर कर देता है। जहां आपके तनाव और समस्याओं का समाधान होना है वही संतो के चरणों में बैठकर भी आप और शंका ग्रस्त हो जाते हैं। इसका मुख्य कारण यही है कि आप पाने नहीं जाते ,टटोलने जाते हो। संतो के पास अपनी हस्ती नहीं ,अपनी मस्ती को लेकर जाना चाहिए। स्वामी उमानंद महाराज ने भजन के माध्यम से मेरे डंडे वाले बाबा, कांशीगिरि मेरे सहारे है, कांशीगिरि मेरे सहारे है, मुझे सब संतो मे प्यारे है..उपस्थित श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया। आयोजित कार्यक्रम में भक्त योगेश रंजन व उनकी टीम ने मधुर भजनों से मंदिर बाबा कांशीगिरि की अर्चना वंदना की वहीं पूर्व में मंदिर के पुजारी रहे पंडित भगवान दास को भी याद किया गया। इस मौके पर प्रधान हिमांशु हंस ने महिला मंडली, श्री वीर हनुमान सेवा समिति, श्रद्धालुओं, बाबा के भक़्तजनों, महाराज के साथ पंहुचे गणमान्य लोंगों एवं संतजनों का आभार व्यक्त किया वही कार्यक्रम का विश्राम अटूट लंगर से हुआ।



बाबा साहेब के सिद्धान्तों पर काम कर रही है भाजपा सरकार : बिजेन्द्र दलाल
डॉ भीमराव अम्बेडकर जयंती पर कबीर बस्ती, निलौठी और जटिया मोहल्ला में हुआ कार्यक्रम
बिजेन्द्र दलाल ने कहा-बाबा साहेब ने समानता और समाज सुधार के लिए किया काम
बहादुरगढ़, 14 अप्रैल (अभीतक) : भारतीय जनता पार्टी चुनाव प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक बिजेन्द्र दलाल ने बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर नमन किया है । निलौठी, कबीर बस्ती और जटिया मोहल्ला में आयोजित कार्यक्रमों में बिजेन्द्र दलाल ने बाबा साहेब के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित किया और पुष्पांजलि भेंट की। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने समाज में समानता की अलख जगाई है। कमजोर, पिछड़ा वर्ग के समान अधिकार के लिए, समाज सुधार के लिए उन्होंने जीवन पर्यन्त काम किया। उन्होंने कहा कि डॉ अम्बेडकर सामाजिक न्याय, समानता और मानवाधिकारों के प्रबल समर्थक थे और उनके यही विचार आज पूरी दुनिया के लोगों को प्रेरित भी करते हैं। वो कानून के ज्ञाता होने के साथ अच्छे अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाजसुधारक थे। उन्होंने ही भारत को संविधान देने वाले महान नेता भीमराव अम्बेडकर के विचारों पर चलते हुए केन्द्र और प्रदेश की भाजपा सरकार अन्तोदय विकास के काम कर रही है। गरीब और पिछड़ा वर्ग के लिए मुख्यमंत्री मनोहरलाल की सरकार ने काम किया है। गरीबों को उनके हक का पूरा राशन देने के साथ घर, और रोजगार के सपने को भी साकार किया है। गरीबों को स्वरोजगार शुरू करने के लिए मनोहर सरकार आर्थिक मदद भी करती है। उन्होंने कहा कि गरीबों के हक पर डाका डालने वालों पर नकेल कसने का काम भाजपा सरकार ने किया है। बिजेन्द्र दलाल जनसम्पर्क अभियान के दौरान भी लोगों को सरकार के कार्यों की जानकारी देने का काम कर रहे हैं। इस दौरान पार्षद संदीप दहिया, डॉ विकास तहलान, अंजू दहिया, ब्लाक समिती सदस्य बलराम, डॉ ओम मेहरा, मनीष, सुरत, जगबीर, विनोद, अजीत, राजकुमार,प्रकाश, ओमप्रकाश, सतबीर, गोपाल, मानसिंह, जगदीश, सुनील, विकास, अंग्रेज, कृष्ण, रामधन, विरेन्द्र, राजकपूर, जसबीर, सरोज, कमला, जगवन्ती, राज, निर्मला, कविता, कोमल, सन्तरा, प्रकाशी, माया, सुमित्रा, ज्योति, पूजा, रामरति, नेहा, मधु, निशा, डिम्पल, देव, हार्दिक और कार्तिक सहित काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।
भीमराव अम्बेडकर जयंती पर दीप प्रज्जवलन और पुष्पांजलि भेंट करते हुए भाजपा नेता बिजेन्द्र दलाल

बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर झज्जर में एक सद्भावना यात्रा का कार्यक्रम किया गया झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : 14 अप्रैल को बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर झज्जर में एक सद्भावना यात्रा का कार्यक्रम किया गया। यात्रा में युवा साथियों ने बुजुर्गों, माताओं बहनों ने हिस्सा लिया। यात्रा में बतौर मुख्य अतिथि महम विधायक श्री बलराज कुंडू शामिल हुए। विधायक बलराज कुंडू ने झज्जर में तमसपुरा बराणी गांव में भी कार्यक्रम हिस्सा लिया। उनके साथ सभी कार्यक्रमों में यूथ आर्मी चीफ यमन गुढ़ा शामिल हुए। झज्जर में हुई सद्भावना यात्रा की अध्यक्षता हितेश निगम ने की उनके सहयोगी साथी राहुल धनकड़, करण, तरुण जाटव, कपिल चांदोलिया व अन्य साथी रहे।


संविधान निर्माता डॉ. अंबेडकर के अंत्योदय के सिद्धांत को क्रियान्वित करने में जुटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल : राज्यपाल
दलितों पर अत्याचार ठीक नहीं, दलित उत्पीडऩ रोकने के लिए बनायें सख्त से सख्त कानून: बंडारू दत्तात्रेय
देश को विश्वगुरू बनाने के लिए एकजुटता के साथ आगे बढ़ते हुए मिटायें हर भेदभाव
बाबा साहब डॉ. अंबेडकर के संदेश संगठित, संघर्ष तथा ज्ञान प्राप्ति को अपनाकर जीवन में निरंतर आगे बढ़ें
डा. भीमराव अंबेडकर मात्र दलित नहीं अपितु भारत के 135 करोड़ लोगों के हैं नेता
राज्यपाल दत्तात्रेय ने डीसीआरयूएसटी में आयोजित संविधान निर्माता की 132वीं जयंती समारोह में शामिल हो किया नमन चंडीगढ़, 14 अप्रैल (अभीतक) : हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने संविधान निर्माता डॉ. बीआर अंबेडकर की 132वीं जयंती पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि बाबा साहब ने सदैव दलित-गरीब उत्थान के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। उनके अंत्योदय के सिद्धांत को ही आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल क्रियान्वित करते हुए देश-प्रदेश को विकास पथ पर आगे बढ़ा रहे हैं। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय शुक्रवार को दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी) में आयोजित बाबा साहब डा. भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयंती समारोह में उपस्थित जनसमूह को बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज भी दलित अत्याचार की घटनाएं सामने आती हैं, जो उचित नहीं है। इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार को सख्त से सख्त कानून बनाना चाहिए। राज्यपाल दत्तात्रेय ने कहा कि डा. अंबेडकर की शिक्षा व संदेश का अनुसरण करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आत्मनिर्भर भारत के स्वप्न को साकार करने में जुटे हैं। इसमें अंत्योदय बहुत आवश्यक है, जिसके लिए उन्होंने गरीब वर्ग को स्टार्टअप शुरु करने के लिए दो करोड़ रुपये का ऋण प्रदान करने की योजना शुरू की है। वे भारत को विश्वगुरू बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इस दिशा में सबको योगदान देना चाहिए। हमें देश को पुन:: विश्व गुरु बनाने के लिए एकजुटता के साथ आगे बढ़ते हुए हर प्रकार के भेदभाव को मिटाना होगा। बाबा साहब डा. अंबेडकर ने भी सर्वसमाज के कल्याण के लिए काम किया। वे मात्र दलित नेता नहीं अपितु देश की 135 करोड़ जनता के नेता हैं। इसी भावना के साथ प्रधानमंत्री मोदी भी विकास पथ पर अग्रसर हैं। बाबा साहब डॉ. अंबेडकर द्वारा दिए गए तीन संदेशों संगठित, संघर्ष व ज्ञान प्राप्ति की चर्चा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि इनको आत्मसात करते हुए ही जीवन में आगे बढऩा चाहिए। ज्ञान के महत्व और शक्ति को महसूस करते हुए डा0 अम्बेडकर ने संयुक्त राज्य अमेरिका में उच्च शिक्षा का अध्ययन किया। उन्होंने न्यूयॉर्क शहर के कोलंबिया विश्वविद्यालय से प्राचीन भारतीय वाणिज्य पर अपनी थीसिस को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद 1915 में मास्टर डिग्री प्राप्त की। उन्नीस सौ सौलह में उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से ‘रुपये की समस्या: इसकी उत्पत्ति और इसका समाधान’ नामक विषय की डॉक्टरेट थीसिस पर काम किया। 1920 में लंदन विश्वविद्यालय द्वारा डी.एस.सी. की उपाधि प्राप्त की। जून, उन्नीस सौ सताईस में, उन्हें कोलंबिया विश्वविद्यालय द्वारा डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया। वह अपने समय के एक दुर्लभ भारतीय राजनेता थे जिन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय, लंदन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स एवं बॉन विश्वविद्यालय में अध्ययन किया था। डॉ. अम्बेडकर गरीब लोगों, दलितों के भाग्य के बारे में चिंतित थे। डॉ अंबेडकर चाहते थे कि वे स्वतंत्र हों। उन्होंने दलित वर्ग समाज की स्थापना की। उन्होंने समाज के दबे-कुचले वर्गों के मुद्दों और आकांक्षाओं को उजागर करने के लिए उन्नीस सौ सताईस में रूढि़वादी परम्पराओं की आलोचना करने के लिए एक मराठी पाक्षिक पत्रिका मूकनायक और हिन्दू धर्म में जाति प्रथा के उन्मूलन के लिए बहिष्कृत भारत की शुरुआत की। उन्होंने अत्यधिक प्रतिकूल परिस्थितियों के खिलाफ मजबूती से खड़े होने की क्षमता और आत्मविश्वास के साथ संघर्ष के सिद्धांत और अध्ययन को अपने जीवन का लक्ष्य बनाया और समाज के कमजोर वर्गों जैसे एस.सी., एस.टी. और ओ.बी.सी अल्पसंख्यकों व अन्य लाखों गरीब लोगों के लिए प्रेरणा के स्रोत बने। डॉ. अम्बेडकर ने अपना जीवन दलितों की मुक्ति और सशक्तिकरण के लिए समर्पित कर दिया। इसलिए संघर्ष उनके जीवन का अभिन्न अंग बन गया। उन्नीस सौ सताईस में, डॉ. अम्बेडकर ने अपने हजारों अनुयायियों के साथ महाराष्ट्र के महाड़ में चवदार टैंक से पानी पीकर एक शांतिपूर्ण आंदोलन का नेतृत्व किया। उन्होंने 3 मार्च, 1930 को नासिक के कालाराम मंदिर में सभी हिंदुओं के सुरक्षित प्रवेश के लिए एक आंदोलन का नेतृत्व किया। बाबा साहेब ने अंग्रेजी शासन काल में ही क्षेत्रीय विधायी विधानसभाओं और राज्यों की केंद्रीय परिषद में दलित वर्ग के लिए आरक्षण का प्रावधान करवाया। उन्नीस सौ छत्तीस में उन्होंने इंडिपेंडेंट लेबर पार्टी की स्थापना की। इसने उन्नीस सौ सैंतीस के बंबई चुनाव में तेरह आरक्षित और चार सामान्य सीटों के लिए केंद्रीय विधान सभा का चुनाव लड़ा और क्रमश: ग्यारह आरक्षित और तीन अन्य सीटों पर जीत हासिल की। उनके लिए लोकतांत्रिक मूल्य सर्वोपरि थे। अपने त्याग, संघर्ष, समर्पण और कठोर मेहनत के बल पर बाबा साहेब डा0 भीम राव जी अम्बेडकर आजाद भारत के पहले कानून मंत्री बने। राज्यपाल दत्तात्रेय ने कहा कि 15 अगस्त 1947 को जब देश अंग्रेजों से आजाद हुआ तो संविधान बनाने करने की चुनौती को स्वीकार करने के लिए कोई भी तैयार नहीं था। आखिर पूरे देश की नजर बाबा साहेब डा. भीम राव अम्बेडकर की तरफ गई। बाबा साहेब ने व्यक्तिगत स्तर पर प्रतिदिन 21-21 घंटे कार्य कर 2 वर्ष 11 माह 18 दिन में संविधान का प्रारूप तैयार किया। इसीलिए ही बाबा साहेब को संविधान का मुख्य निर्माता माना जाता है। आजादी के समय देश विभिन्न संस्कृतियों, जातियों, धर्मों, पंथों, और सम्प्रदायों में बटा हुआ था। देश में उस समय सभी के लिए समान कानून और संविधान देना बहुत ही कठिन था, लेकिन बाबा साहेब ने समतामूलक संविधान की रचना की और देश को एक सूत्र में पिरोया। बाबा साहेब ने समाज में महिलाओं की दशा सुधारने में के लिए प्रयासरत रहे। महिला सशक्तिकरण का हिन्दू संहिता विधेयक पारित करवाने की भी कोशिश की। इसके पारित नहीं होने पर उन्होंने स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया।बाबा साहेब डा0 अम्बेडकर को आयोग निर्माता भी कहा जाता है। उन्होंने निर्वाचन आयोग, योजना आयोग (नीति आयोग) वित्त आयोगों का गठन किया। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि डॉ. अंबेडकर में भारतीयता और राष्ट्रीयता कूट-कूट कर भरी हुई थी। यद्यपि डा0 भीम राव अंबेडकर दुनियाभर में घूमे थे और विदेशी धरती वाले धर्म के विभिन्न धर्मावलंबियों के प्रमुखों ने उनसे उनका मत अपनाने के लिए बहुत प्रयत्न किए। परंतु हिन्दू धर्म से नाराजगी के चलते उन्होंने किसी अन्य विदेशी धरती वाले धर्म के स्थान पर स्वदेशी बौद्ध धर्म को स्वीकार किया जो कि विशुद्ध भारतीय संस्कृति का हिस्सा रहा है और जिसे कई सदियों से सम्पूर्ण भारतवर्ष में अशोक और हर्षवर्धन, जिनकी राजधानी हरियाणा के स्थाणैश्वर वर्तमान में थानेसर में थी, जैसे महान सम्राटों के साथ-साथ ही सामान्य जनता ने खूब स्वीकार किया था। चौदह अक्टूबर, उन्नीस सौ छप्पन को बौद्ध धर्म की उनकी स्वीकृति उनके भारतीयता और भारतीय संस्कृति के मूल्यों के प्रति अगाध प्रेम का परिचायक है। राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार बाबा साहेब के समतामूलक समाज की संकल्पना के लिए पूरी तरह से जुटी हुई है। इसी को ध्यान में रखते हुए सबके लिए और विशेष तौर पर समाज के वंचित वर्गों के लिए आवास, राशन, शिक्षा और स्वास्थ्य उपलब्ध करवाने के लिए अनेकों कार्यक्रम और योजनाएं चलाई जा रही हैं। आज गरीब समाज को डॉ भीमराव अम्बेडकर के बताए मार्ग पर चलने की आवश्यकता है। उनका दर्शन, चिंतन और सिद्धांत युगों-युगों तक हम सबको प्रेरित करता रहेगा। उनके जीवन दर्शन को अपनाकर ही हम उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जब वे 1977 में जेल मेंं गए तो बााबा साहेब की लिखित किताब को पढकऱ निर्णय लिया कि वे उनके आदर्शों पर ही चलेंगे और आज वे इस मुकाम पर पहुंचे हैं। इस अवसर पर अधिकारीगण तथा बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे, जिनमें विशेष रूप से सांसद रमेश कौशिक, राई विधायक मोहनलाल बड़ौली, गन्नौर विधायक निर्मल चौधरी, कुलपति डॉ. राजेन्द्र कुमार अनायत, रजिस्ट्रार डॉ0 सुरेश कुमार, एसडीएम राकेश संधू, तीर्थ राणा, ललित बतरा, राजीव जैन, जसबीर दोदवा, आजाद सिंह नेहरा, रविंद्र दिलावर, राकेश मलिक, किरणबाला, प्रदीप गौतम, अशोक छाबड़ा, भूपेंद्र गहलावत, डा. पूर्णमल गौड़, प्रीतम खोखर, सुनीता लोहचब, राजीव गुप्ता, सुरेश पाराशर आदि शामिल थे।

जिला में पारदर्शिता के साथ किया जा रहा फसल खराबा सत्यापन का कार्य : डीसी
डीसी इमरान रजा ने उपमुख्यमंत्री को फसल खराबा व फसल खरीद की स्थिति से कराया अवगत
गुरूग्राम से उपमुख्यमंत्री की वीसी से जुड़े डीसी इमरान रजा
जिला की मंडियों में फसल खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से जारी : डीसी रजा
रेवाड़ी, 14 अप्रैल (अभीतक) : हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलों के उपायुक्तों के साथ विशेष गिरदावरी व ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल के माध्यम से फसल खराबे के सत्यापन की स्थिति, रबी फसल खरीद स्थिति व कलेक्टर रेट निर्धारण बारे समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। रेवाड़ी डीसी मोहम्मद इमरान रजा गुरूग्राम से वीसी से जुड़े और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को रेवाड़ी जिला से संबंधित विशेष गिरदावरी व ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल के माध्यम से किए गए फसल खराबे के सत्यापन की स्थिति व रबी फसल खरीद स्थिति बारे में आंकड़ों सहित विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिला रेवाड़ी में 90 क्षतिपूर्ति सहायक नियुक्त किए गए हैं जो पटवारियों के साथ मिलकर खराब फसल के सत्यापन का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिला में पूरी पारदर्शिता के साथ फसल खराबा सत्यापन का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शेष कार्य शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने रबी फसल की जानकारी देते हुए बताया कि जिला की मंडियों में फसल खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से जारी है। फसल खरीद के दौरान किसानों की सुविधाओं व आवश्यकताओं का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। एडीसी स्वप्निल रविंद्र पाटिल भी लघु सचिवालय सभागार में वीसी से जुड़े। उन्होंने वीसी उपरांत अधिकारियों की बैठक लेते हुए रबी फसल खरीद के दौरान पूरी पारदर्शिता रखने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों की फसल को सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों अनुसार खरीदना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि फसल खरीद के लिए जो मापदंड निर्धारित किए गए हैं उन्हें सूचना पट्ट पर प्रदर्शित किया जाए ताकि किसानों को परेशानी न उठानी पड़े। उन्होंने मंडी में आने वाले किसानों की सुविधा का पूरा ध्यान रखने के निर्देश देते हुए कहा कि किसानों के लिए मंडियों में पेयजल, शौचालय, छाया सहित अन्य आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। बैठक में एसडीएम रेवाड़ी होशियार सिंह, एसडीएम कोसली जय प्रकाश, एसडीएम बावल संजीव कुमार, डीआरओ राकेश कुमार, तहसीलदार प्रदीप देशवाल सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।


भारत रत्न बाबा साहेब डॉ.भीमराव अंबेडकर का जीवन दर्शन सभी के लिए प्ररेणादायी : सुरेंद्र पंवार
कार्यक्रम में जिला परिषद के चेयरमैन कप्तान बिरधाना भी रहे मौजूद
जिलाभर में खंड स्तर पर मनाई गई बाबा साहेब की 132 वीं जयंती
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : भारतीय संविधान के निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयंती पर शुक्रवार को जिलाभर में खंड स्तर पर मनाई गई। गांवों मेंं स्वच्छता अभियान चलाया गया। यह जानकारी देते हुए बीडीपीओ एवं स्वच्छ भारत मिशन के नोडल अधिकारी राजाराम ने बताया कि समस्त ग्राम पंचायतों में आज स्वच्छता कार्यक्रम किए गए हैं। स्वच्छ भारत मिशन का मूल उदेश्य मानव व्यवहार में परिवर्तन लाना है। उन्होंने बताया कि बेरी खंड में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि स्वच्छ भारत मिशन की स्टेट टास्क फोर्स के सदस्य सुरेंद्र पवार रहे। सुरेंद्र पंवार ने संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर बाबा साहेब को याद किया। झज्जर जिला परिषद के चेयरमैन कप्तान बिरधाना ने भी कार्यक्रम में बाबा साहेब को नमन किया। हरियाणा सरकार की स्वच्छ भारत मिशन के स्टेट टास्क फोर्स के सदस्य सुरेंद्र पवार ने बताया की आर्थिक अभाव के बावजूद डॉ. भीमराव अंबेडकर ने कठिन संघर्षों के साथ अपनी उच्च शिक्षा हासिल की और भारत के संविधान का निर्माण किया। जिसकी बदौलत आज हमारा देश पूरी दुनियां का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। वोट के अधिकार के साथ समानता का अधिकार इसकी सबसे बड़ी खासियत है। आज की युवा पीढ़ी को बाबा साहेब के जीवन, उनकी शिक्षा, विचार और मेहनत से प्रेरणा लेनी चाहिए। बाबा साहेब का नारा शिक्षित रहो, संगठित रहो, संघर्ष करो और स्वच्छता के मूल मंत्र को आगे बढ़ाते हुए, एक स्वस्थ व स्वच्छ भारत का निर्माण करने में योगदान प्रदान करें। इस अवसर पर झज्जर जिला परिषद के चेयरमैन कप्तान बिरधाना ने भारतीय संविधान के रचयिता बाबा साहेब के जीवन परिचय पर प्रकाश डालते हुए उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा साहेब शिक्षाओं को अपने जीवन में आत्मसात करें। कार्यक्रम और ग्रामीणों की मांग पर मुख्यातिथि सुरेंद्र पवार ने अंबेडकर भवन में एक नया शौचालय बनाने के आदेश खंड विकास पंचायत अधिकारी राजाराम को दिए। झज्जर के खंड बेरी की ग्राम पंचायत जहाजगढ़ में आयोजित इस कार्यक्रम में काफी सख्यां में लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का आयोजन डॉ. भीमराव अंबेडकर सेवा समिति के सहयोग से किया गया। इस अवसर पर झज्जर जिला स्वच्छ भारत मिशन की टास्क फोर्स के सदस्य प्रदीप गोच्छी, कार्यक्रम आयोजन समिति के सदस्य प्रधान राजकुमार, मास्टर अजीत, मास्टर रामहेर, लीलू राम, रामकिशन, वेद प्रकाश, ग्राम पंचायत पंच रवि, सोनू ,रामबीर, सुरेंद्र, राजवीर, शोभा, ब्लॉक समिति सदस्य जसबीर, जहाजगढ़ की सरपंच सुमन देवी, मांगवास गांव के सरपंच महावीर, गांव पलड़ा के सरपंच भारती, गांव वजीरपुर के सरपंच नरेंद्र, ग्राम सचिव शक्ति सिंह, ब्लॉक कोर्डिनेटर पूनम सैनी और संजय शर्मा मौजूद रहे।

झज्जर व माछरौली खंड के गांवों में आयोजित हुआ स्वच्छता कार्यक्रम
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद प्रदीप कौशिक ने बताया कि डीसी कैप्टन शक्ति सिंह के दिशा-निर्देशों की पालना में खंड विकास पंचायत अधिकारी युद्धवीर के नेतृत्व में शुक्रवार को डा. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर सिलानी केशो, सिलानी जालिम में और माछरौली ब्लॉक के पटासनी व अन्य गांवों में जिला कार्यक्रम प्रबंधक स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण झज्जर ब्लॉक व मछरौली ब्लॉक की खंड समन्वयक संगीता दलाल के द्वारा आज स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें सभी सफाई कर्मचारियों ने और स्वच्छ भारत मिशन से जुड़े हुए कर्मचारियों ने स्वच्छता का संदेश देते हुए गांव की गलियों नालियों की साफ-सफाई की और कूड़ा करकट को उठाया और ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया। इस अवसर पर सरपंच प्रमिला व सरपंच महावीर का भी विशेष योगदान रहा और ग्रामीणों ने स्वच्छता की शपथ ली
जिला लोक संपर्क एवं परिवेदना समिति की बैठक आज
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : जिला लोक संपर्क एवं परिवेदना समिति की मासिक बैठक शनिवार 15 अप्रैल को संवाद भवन में दोपहर दो बजे आयोजित होगी। बैठक की अध्यक्षता हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री औमप्रकाश यादव करेेंगे। यह जानकारी ने देते हुए सीटीएम परवेश कादियान ने बताया कि जिला लोक संपर्क एवं परिवेदना समिति की बैठक में कुल 15 परिवाद रखे जाएंगे। उन्होंने बताया कि बैठक में सभी विभागाध्यक्ष निर्धारित समय पर मौजूद रहेंगे।
उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला आज आएंगे बुपनिया
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला 15 अप्रैल शनिवार को क्षेत्र के गांव बुपनिया का दौरा करेेंगे। सरकारी प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला बुपनिया निवासी डॉ शमसेर सिंह लोहचब के निवास पर पंहुचकर उनकी माता जी के निधन पर शोक प्रकट करेंगे। उन्होंने बताया कि उप-मुख्यमंत्री के कार्यालय से जारी दौरा कार्यक्रम के अनुसार शाम साढ़े पांच बजे गांव बुपनिया पंहुचेंगे और दिवंगत आत्मा को अपनी भावपूर्ण श्रद्घाजंलि अर्पित करेंगे।
मंडियों में 31037 मीट्रिक टन गेहूं व 3317 मीट्रिक टन सरसों की खरीद : डीसी
डी सी कैप्टन शक्ति सिंह ने उठान कार्य मेंं तेजी लाने के दिए अधिकारियों को निर्देश
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : झज्जर जिला की अनाज मंडियों व खरीद केंद्रों पर अब तक 31037 मीट्रिक टन गेहूं व 3317 मीट्रिक टन सरसों की खरीद हो चुकी है। जिला की मंडियों अभी तक 2408 मीट्रिक टन गेहूं का उठान हुआ है, जबकि सरसों का 1518 मीट्रिक टन उठान हुआ है। डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने बताया कि झज्जर जिला की अनाज मंडियों व खरीद केंद्रों पर अभी तक 31हजार 937 मीट्रिक टन गेहूं व 3317 मीट्रिक टन सरसों की खरीद हुई है। गेहूं फसल की खरीद प्रक्रिया में झज्जर अनाज मंडी में 7700 मीट्रिक टन, बादली में 1981 मीट्रिक टन, ढाकला में 3142 मीट्रिक टन, बेरी में 4869 मीट्रिक टन, मातनहेल में 3362 मीट्रिक टन, माजरा दूबलधन केंद्र पर 2959 मीट्रिक टन, छारा में 2857 मीट्रिक टन, बहादुरगढ़ में 282 मीट्रिक टन, आसौदा में 1545 मीट्रिक टन तथा पाटौदा खरीद केंद्र में 2339 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई है। उन्होंने सरसों खरीद की जानकारी देते हुए बताया कि झज्जर जिला में कुल 3317 मीट्रिक टन सरसों की खरीद दर्ज की गई है। बहादुरगढ अनाज मंडी में 403 मीट्रिक टन, बेरी में 282 मीट्रिक टन, ढाकला में 235 मीट्रिक टन, झज्जर अनाज मंडी में 1786 मीट्रिक टन तथा मातनहेल खरीद केंद्र पर 612 मीट्रिक टन सरसों की खरीद की गई है। डीसी ने खरीद एजेंसियों को खरीद हुए फसल उत्पाद के उठान कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि उठान कार्य प्रतिदिन होना चाहिए। ताकि मंडी में अपना उत्पाद लाने मेंं किसानों को कोई परेशानी न हो।

धनखड़ ने किया शहीद मेजर अमित देशवाल सामान्य बस स्टैंड के नामकरण पट्ïिटका का लोकार्पण
झज्जर सामान्य बस स्टैंड झज्जर अब शहीद मेजर अमित देशवाल सामान्य बस स्टैंड के नाम पर हुआ
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल और परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा का शहीद के नाम पर मंजूरी देने के लिए जताया आभार
ग्राम गौरव पट्ïटों को साफ सुथरा रखने के लिए पूर्व सैनिक आगे आएं -बोले धनखड़
झज्जर, 14 अप्रैल (अभीतक) : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष औमप्रकाश धनखड़ ने वीरवार को सामान्य बस स्टैंड झज्जर का नामकरण मेजर शहीद अमित देशवाल सामान्य बस स्टैंड होने पर विधिवत रूप से नामकरण पट्ïिटका का शुभारंभ किया। इससे पहले धनखड़ ने शहीद मेजर अमित देशवाल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। उन्होंने झज्जर के सामान्य बस स्टैंड का नाम शहीद मेजर अमित देशवाल के नाम पर मंजूरी देने के लिए मुख्यमंत्री मनोहरलाल और परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा का धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह वीरों की भूमि है। आजादी केआंदोलन से लेकर आजादी के बाद हुए युद्घों में अपने क्षेत्र के वीर बलिदानी और बहादुर सैनिक अग्रणी रहे हैं। उन्होंने मंच से जीएम रोडवेज को कहा कि शहीदों के गांवों से आवागमन करने वाली रोडवेज की बसों के नाम शहीदों के नाम पर रखें। शहीद एक्सप्रेस युवा पीढ़ी को देश भक्ति के प्रति प्रेरित करेंगी। जीएम रोडवेज ने हामी भरते हुए कहा कि यह हमारे विभाग के लिए भी सम्मान की बात होगी। धनखड़ ने कहा कि वीरों की शहादत का सम्मान करने से सम्मान करने वालों का ही सम्मान बढ़ता है। हमारी सरकार और भाजपा संगठन का सत्ïत प्रयास रहा है कि हर बलिदानी की गौरवगाथा पब्लिक डोमेन में आए। आज अंडमान निकोबार में जाइए, आपको अंग्रेजों के नाम पर नहींं, हमारे वीर योद्घाओं के नाम पर टापू मिलेंगे। अपने हरियाणा के परमवीर चक्र विजेता होशियार सिंह दहिया केनाम पर अंडमान में टापू है। दिल्ली में इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा स्थापित की गई है। विकास के साथ-साथ संस्कृति व संस्कारों को बढ़ावा देने और वीरों को पूरा मान-सम्मान देने का कार्य हमारी सरकार कर रही है।
ग्राम गौरव पट्ïटों के सौदंर्यीकरण के लिए पूर्व सैनिक आगे आएं
धनखड़ ने कहा कि पंचायतीराज मंत्री के कार्यकाल के दौरान उन्होंने गांवों के अमर बलिदानियों व वीर शहीदों और उल्लेखनीय कार्य करने वालों के सम्मान में ग्राम गौरव पट्ïट बनवाए थे। ग्राम गौरव पट्ïटोंं पर उनके नाम अंकित करवाए गए ताकि आने वाली पीढिय़ों को प्रेरणा मिलती रहे। कई गांवों में देखने में आया है कि ग्राम गौरव पट्ïटों के सौंदर्यीकरण की जरूरत है। इस नेक कार्य के लिए पूर्व सैनिक और प्रबुद्घजन मिलकर ग्राम वार कमेटी बनाकर ग्राम गौरव पट्ïटों के सौंदर्यीकरण का कार्य करें। यह सही मायनों को शहीदों का सम्मान होगा। नामकरण कार्यक्रम में शहीद के पिताजी ऋषिराम देशवाल, माताजी बेदवती, भाई अंकित देशवाल, 21 पैरा से कर्नल आशीष, कर्नल रॉमन राज्याण, भाजपा रोहतक लोकसभा संयोजक आनंद सागर, पूर्व मंत्री कांता देवी, जीएम रोडवेज एन के गर्ग, उमेद देशवाल, नेत्रपाल खत्री, लोकेश तापसे, एनसीसी टुकड़ी सहित सुबेदार अविनाश कुमार, भाजयुमो नवीन उर्फ बंटी, नीटू बादली, अनिल मातनहेल सहित पूर्व सैनिक और विभिन्न संगठनों के गणमान्य जन मौजूद रहे।






बादली ब्रेकिंग
संविधान निर्माता भारत रतन बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की 132वीं जयंती के अवसर पर विधानसभा क्षेत्र बादली के गांव पाटोदा, तुम्बाहेड़ी, सिलाना, सौंधी, इस्माइलपुर, पाहसौर, बादली, गुभाना, गंगड़वा में आयोजित जयंती समारोह में पहुँचे विधानसभा क्षेत्र बादली से विधायक कुलदीप वत्स
सभी गांवों में बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती धूमधाम से मनाई गई
कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे बादली विधानसभा से विधायक कुलदीप वत्स
बाबा साहेब डा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर विधायक कुलदीप वत्स ने पुष्प अर्पित किए
बादली विधायक कुलदीप वत्स का कार्यक्रम में पहुंचने पर ग्रामीणों ने फूल माला डालकर किया भव्य स्वागत किया
कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए विधायक वत्स ने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के विचार और आदर्श करोड़ों लोगों को लगातार प्रेरणा देते हैं। उन्होंने हमारे राष्ट् व समाज के उत्थान के लिए जो भी सपने देखे हैं उनको हमें पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए बाबा साहेब के कारण ही आज सर्व समाज की हालत सुधरी है। आज महिलाएं कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही है।
संविधान के निर्माता डाक्टर भीमराव अंबेडकर जी ने लोगों को शिक्षित बनो और संगठित रहो का नारा दिया।
इस मौके पर जिला पार्षद सोमल सुबाना, मुकेश छनपडिय़ा, सोमबीर भोकल, सुरेश गुलिया, मानिया चांदपुर और अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।
आम नागरिक हेल्पलाइन 0172-3968400 पर दर्ज करा सकेंगे अपील : डीसी
सरकार ने जनहित में ऑटो अपील सिस्टम से संबंधित हेल्पलाइन नंबर किया जारी
रेवाडी, 14 अप्रैल (अभीतक) : खुशहाल हरियाणा-समृद्ध हरियाणा थीम के साथ वर्तमान हरियाणा सरकार द्वारा निरंतर सुशासन की दिशा में सार्थक कदम बढ़ाए जा रहे हैं। हरियाणा सरकार द्वारा नागरिकों की सुविधा व उनके अधिकारों को ध्यान में रखते हुए ऑटो अपील सिस्टम सॉफ्टवेयर (आस) व हेल्पलाइन नंबर शुरू किया है। अब आम नागरिक हेल्पलाइन नंबर 0172-3968400 डायल करके भी अपनी अपील दर्ज करा सकेंगे। डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सरकार द्वारा शुरू किए गए आस पोर्टल से अगर किसी व्यक्ति का कार्य राइट टू सर्विस एक्ट के तहत निर्धारित समय सीमा में नहीं होने पर ऑटो अपील सॉफ्टवेयर के तहत आवेदन अपीलेट अथॉरिटी में चला जाएगा। अपीलेट अथॉरिटी के दायरे में भी काम नहीं होने पर आवेदन आगे वरिष्ठ अधिकारी के पास चला जाएगा। अगर इन दोनों स्तरों पर भी कार्य का निपटान नहीं होगा तो आवेदन स्वतं ही राइट टू सर्विस कमीशन के पास आ जाएगा। यह कदम सरकार ने जनहित को ध्यान में रखते हुए प्रशासनिक कार्यशैली को जवाबदेह, पारदर्शी, निष्पक्ष और प्रभावी बनाने के मद्देनजर उठाया है। उन्होंने बताया कि अब आम नागरिक हेल्पलाइन नंबर 0172-3968400 डायल करके भी अपनी अपील दर्ज करा सकेंगे।
मात्र 20 रुपए और 436 रुपए के वार्षिक प्रीमियम पर पाएं 2 लाख का बीमा कवर
केंद्र सरकार की सुरक्षा बीमा योजनाओं का लाभ उठाएं आम नागरिक : डीसी
रेवाड़ी, 14 अप्रैल (अभीतक) : डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने आम नागरिकों से केंद्र सरकार की ओर से क्रियान्वित की जा रही विभिन्न प्रकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की है। उन्होंने बताया कि आम नागरिक नाममात्र राशि में अपना बीमा करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना व प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के फार्म हर एक बैंक व डाकघर में उपलब्ध हैं। इन योजनाओं में निर्धारित वार्षिक प्रीमियम जमा करवा कर 2 लाख रुपए तक का बीमा होता है। डीसी ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रत्येक बैंक उपभोक्ता को जीवन सुरक्षा बीमा योजना का लाभ देने के लिए दो स्कीम चलाई हुई हैं। सामाजिक सुरक्षा योजना सामान्य परिवार को मुश्किल की घड़ी में आर्थिक समर्थन देकर मजबूत बनाती है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में 18 से 50 वर्ष आयु के व्यक्ति नामांकन करवा सकते है। योजना के तहत 436 रुपये वार्षिक प्रीमियम जमा करवाना होता है तथा इससे 2 लाख रुपए के जीवन बीमा का संरक्षण मिलता है। डीसी रजा ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एक दुर्घटना बीमा योजना है। इस योजना के तहत 18 से 70 वर्ष तक के नागरिक अपना दुर्घटना बीमा करवा सकते है। केवल 20 रुपए के वार्षिक प्रीमियम पर इस योजना में 2 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा संरक्षण प्राप्त होता है। उन्होंने बताया कि इन बीमा योजनाओं का प्रीमियम उपभोक्ता के बैंक या डाकघर खाते में से ऑटो डेबिट होता है तथा दावे की राशि संबंधित के बैंक खाते में सीधे जमा हो जाती है। इन योजनाओं में नामांकन करवाने के लिए अपने नजदीकी बैंक शाखा अथवा डाकघर से सम्पर्क करें।
बेटी के उज्जवल भविष्य के लिए खुलवाएं सुकन्या समृद्धि खाता : डीसी
किसी भी डाकघर या बैंक में खुलवाया जा सकता है खाता, आयकर में मिलेगी छूट
रेवाड़ी, 14 अप्रैल (अभीतक) : डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने अभिभावकों से आह्वान किया है कि वे बेटी के उज्ज्वल भविष्य के लिए सुकन्या समृद्धि खाता खुलवाएं। सरकार ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत सुकन्या समृद्धि योजना योजना शुरू की है। योजना के तहत बालिका का जिले के किसी भी डाकघर या बैंक में खाता खुलवाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि माता-पिता द्वारा इस खाते में जोड़ा गया पैसा बालिका को अपने जीवन में आगे बढऩे में सहायता करेगा। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को गति देने के लिए सरकार द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना को शुरू किया गया है। इस योजना के तहत खाता कम से कम 250 रुपए में खुलवाया जा सकता है। एक वर्ष में अधिक से अधिक खाते में एक लाख 50 हजार रुपये जमा करवाए जा सकते हैं। सरकार द्वारा जमा राशि व परिपक्वता राशि पर इनकम टैक्स में छूट दी गई है। डीसी रजा ने बताया कि सुकन्या समृद्धि योजना के तहत बेटी की आयु 18 वर्ष की होने के बाद जब भी शादी करें, खाता बंद करवा सकते है। विवाह से एक माह पहले या तीन महीने बाद तक खाता बंद करवाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि योजना के तहत माता-पिता अपनी बेटी की शिक्षा, शादी हेतु थोड़ा-थोड़ा करके पैसा जमा करवाकर चक्रवृद्धि ब्याज पर पैसा जोड सकते है। इस योजना के तहत दसवीं की परीक्षा पास करने तथा 18 वर्ष की आयु होने पर लडकी की उच्च शिक्षा के लिए आधा पैसा भी निकाल सकते है तथा शेष राशि शादी के समय निकाली जा सकती है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत खाता खुलवाने के लिए आवेदन पत्र के साथ बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, माता या पिता का फोटो, आईडी तथा रिहायशी प्रमाण पत्र संलग्न करना होगा।


दलित चेतना, समाज सुधार और भेदभाव उन्मूलन के सबसे बड़े पैरोकार थे बाबा साहेब : डा. बनवारी लाल
जनस्वास्थ्य मंत्री डा. बनवारी लाल ने डा. भीम राव अंबेडकर की जयंती पर अर्पित की श्रद्धांजलि
रेवाड़ी, 14 अप्रैल (अभीतक) : हरियाणा सरकार में जन स्वास्थ्य व सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल ने कहा कि भारत रत्न डा. भीमराव अंबेडकर दलित चेतना, समाज सुधार और भेदभाव उन्मूलन के सबसे बड़े पैरोकार थे। बाबा साहेब ने पूरी दुनिया को दिशा देने का काम किया है। वे एक महान समाज सुधारक व शिक्षाविद थे। उनका मानना था कि समाज के सभी वर्गों को समान अधिकार और न्याय मिले, जिसके लिए वे सदैव संघर्षरत रहे। रूढिय़ों और कुप्रथाओं से घिरे समाज को नई दिशा देने और पिछड़ो-वंचितों को मुख्यधारा से जोडऩे के लिए उनके द्वारा किए कार्य सदियों तक मानवता का पथ आलोकित करते रहेंगे। जनस्वास्थ्य मंत्री डा. बनवारी लाल शुक्रवार को भारतीय संविधान के शिल्पकार डा. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर बावल स्थित अंबेडकर पार्क में स्थापित प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित कर नमन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डा. भीम राव अंबेडकर जी के संविधान ने सबको अधिकार दिए, जीने का अधिकार दिया। इस महापुरुष की वजह से हम पूरी दुनिया में सिर उठा कर बोल रहे हैं। उन्होंने समाज के शोषित व पिछड़े वर्ग को सशक्त बनाने के लिए अपने ज्ञान का उपयोग किया। उन्होंने दुनिया भर के शोषितों और पीडि़तों के अधिकारों को वैचारिक और संगठनात्मक ताकत दी। केंद्र व राज्य सरकार बाबा साहेब अंबेडकर के सिद्धांतों व विचारों पर चलते हुए अंत्योदय की भावना अनुरूप कार्य कर रही है।
बाबा साहेब के तीन मूल मंत्रों को जीवन में आत्मसात करें युवा शक्ति : जनस्वास्थ्य मंत्री
जनस्वास्थ्य मंत्री डा. बनवारी लाल ने कहा कि जीवन पर्यन्त विपरीत परिस्थितियों में उच्च शिक्षा ग्रहण करते हुए संपूर्ण समाज को आगे बढ़ाने का काम बाबा साहेब ने किया। उन्होंने कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा प्रदेश में मुख्यमंत्री मनोहर लाल सरकार निरंतर बाबा साहेब के जीवन दर्शन पर अमल करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। सर्व समाज के जरूरतमंदों के लिए कल्याणकारी योजनाएं बनाकर क्रियान्वित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के जीवन दर्शन के तीन मूल मंत्रों का उल्लेख अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब का मानना था कि जीवन में आगे बढऩे के लिए शिक्षित बनो, संगठित रहो व संघर्ष करो। उन्होंने कहा कि हम सभी को बाबा साहेब डा. भीम राव अंबेडकर के जीवन से प्रेरणा लेते हुए उनके बताए मार्ग पर चलकर आगे बढऩा है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी बाबा साहेब के सिद्धांतों का अनुकरण कर आगे बढ़े और अच्छे से शिक्षा ग्रहण कर अपने जीवन को सफल बनाएं। उन्होंने उपस्थित युवा शक्ति से डा. अंबेडकर के तीन मूल मंत्रों को अपने जीवन में आत्मसात कर समाज को आगे बढ़ाने का आह्वान किया।

भारत रत्न डॉ बीआर अम्बेडकर होने की सार्थकता
बंडारू दत्तात्रेय द्वारा
सदियों से हम एक राष्ट्र के रूप में अस्पृश्यता और जाति-आधारित भेदभाव से निपटने के लिए संघर्ष करते रहे हैं। इस तरह की अमानवीय प्रथाओं ने हिंदुओं के एक बड़े वर्ग को नीचा दिखाया, जिन्हें अछूतों के रूप में वर्गीकृत किया गया था। समय-समय पर महान आत्माओं ने हमें विभिन्न सामाजिक बुराइयों से उबारने का प्रयास किया। उनमें से कुछ थे संत शिरोमणि रविदास, संत चोखामेला, संत कबीर दास, स्वामी दयानंद सरस्वती, स्वामी राम कृष्ण परमहंस और संत तुकाराम। 19वीं शताब्दी के अंतिम दशक के उत्तरार्ध में, सुनहरे भविष्य की उम्मीदों से भरा हुआ एक मासूम सा बालक स्कूल की अपनी कक्षा में बड़ी मेहनत से पढ़ाई कर रहा था। वह कक्षा में किस स्थान पर और किसके साथ बैठेगा यह उसके लिए यह कोई मुद्दा नहीं था। हालांकि, जब अन्य छात्रों को उसकी अछूत जाति के बारे में पता चला तो उसे कक्षा में सबसे पीछे बैठा दिया गया। एक बार वह अपने भाई और फुफेरे भाई के साथ अपनी बुआ के गांव जा रहा था। जब पता चला कि वे अछूत हैं तो गाड़ी वाले ने उन्हें बीच रास्ते में ही छोड़ दिया। एक दिन वह बालक कहीं जा रहा था। बीच में वह एक सार्वजनिक नल से पानी पीने के लिए रुका। अछूतों को इस नल की सुविधा का उपयोग करने की अनुमति नहीं होने के कारण उसे पीटा भी गया था। वह बालक कोई और नहीं बल्कि डॉ भीमराव रामजी अम्बेडकर थे, जिन्हें बाबासाहेब अम्बेडकर के नाम से जाना जाता है। इनका जन्म 14 अप्रैल, 1891 को महू सेना छावनी में पिता रामजी मालोजी सकपाल और माता भीमाबाई मुरबडकर सकपाल के घर में हुआ। वे अपने माता-पिता की 14वीं संतान थे। अस्पृश्यता, जाति-आधारित उत्पीडऩ और बचपन के दौरान भेदभाव जैसी अमानवीय सामाजिक बुराइयों ने उनके जीवन पर एक अमिट छाप छोड़ी। अपने जीवन की इन कटु घटनाओं ने उन्हें एहसास कराया कि हिंदू समाज में जातिवाद, छुआछूत और अपमान की क्रूर जड़ें कितनी गहरी हैं। जब वह सिर्फ छह साल के थे तब उन्होंने अपनी मां को खो दिया था। इन सभी आघातों के बावजूद, उन्होंने हार नहीं मानी और सभी बाधाओं से संघर्ष करते हुए अपनी पढ़ाई जारी रखी। यह अनुकरणीय धैर्य, दृढ़ संकल्प और कभी हार न मानने वाले जज्बे का एक अविश्वसनीय उदाहरण था। डॉ अंबेडकर ने 1908 में बम्बई से मैट्रिक की परीक्षा पास की। उनके पिता ने उन्हें अच्छे संस्कार देते हुए संत ज्ञानेश्वर जैसे महान संतों की कहानियां और विचार तथा रामायण और महाभारत की शिक्षाएं प्रदान की। उन्होंने 1912 में बम्बई से अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान की पढ़ाई की। बड़ौदा के महाराजा से छात्रवृत्ति के साथ, वह न्यूयॉर्क शहर के कोलंबिया विश्वविद्यालय गए, जहाँ से उन्होंने ‘प्राचीन भारतीय वाणिज्य’ पर अपनी थीसिस को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद जून 1915 में मास्टर डिग्री प्राप्त की। 1916 में उन्होनें लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से ‘रुपये की समस्या: इसकी उत्पत्ति और इसका समाधान’ नामक विषय की डॉक्टरेट थीसिस पर काम किया। उन्होंने आगे की पढ़ाई के लिए छत्रपति साहू जी महाराज से 5000 रुपये का ऋण लिया। 1920 में लन्दन विश्वविद्यालय द्वारा डी.एस.सी. की उपाधि प्राप्त की। वह बॉन विश्वविद्यालय, जर्मनी भी गए। जून, 1927 में, उन्हें कोलंबिया विश्वविद्यालय द्वारा डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया। वह अपने समय के एक दुर्लभ भारतीय राजनेता थे जिन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय, लंदन स्कूल आफ इकोनोमिक्स एवं बॉन विश्वविद्यालय में अध्ययन किया था। डॉ अम्बेडकर गरीब लोगों, अछूतों के भाग्य के बारे में चिंतित थे। डॉ अंबेडकर चाहते थे कि वे स्वतंत्र हों। उन्होंने बड़ौदा महाराज की अध्यक्षता में दलित वर्ग समाज की स्थापना की। उन्होंने समाज के दबे-कुचले वर्गों के मुद्दों और आकांक्षाओं को उजागर करने के लिए 1927 में रूढ़ीवादी हिन्दू परम्पराओं की आलोचना करने के लिए एक मराठी पाक्षिक पत्रिका मूकनायक और हिन्दू धर्म में जाति प्रथा के उन्मूलन के लिए बहिष्कृत भारत की शुरुआत की। 1936 में उन्होंने इंडिपेंडेंट लेबर पार्टी की स्थापना की। इसने 1937 के बंबई चुनाव में 13 आरक्षित और चार सामान्य सीटों के लिए केंद्रीय विधान सभा का चुनाव लड़ा और क्रमश: 11 आरक्षित और तीन अन्य सीटों पर जीत हासिल की।
उनके लिए लोकतांत्रिक मूल्य सर्वोपरि थे!
सभी कठिनाइयों को धत्ता बताते हुए अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद, डॉ. अम्बेडकर ने अपना जीवन दलितों की मुक्ति और सशक्तिकरण के लिए समर्पित कर दिया। इसलिए संघर्ष उनके जीवन का अभिन्न अंग बन गया। 1927 में, डॉ. अम्बेडकर ने अपने हजारों अनुयायियों के साथ महाराष्ट्र के महाड़ में चवदार टैंक से पानी पीकर एक शांतिपूर्ण आंदोलन का नेतृत्व किया, जबकि तत्कालीन बॉम्बे सरकार ने सी.के. बोले द्वारा प्रस्तुत किए गए 192 प्रस्तावों को स्वीकार करते हुए अछूतों को टैंक से पानी पीने सहित सार्वजनिक निधि से संचालित किए जाने वाले सार्वजनिक जलाश्यों, कुओं और धर्मशालाओं का उपयोग करने की अनुमति दे दी थी। डॉ अंबेडकर ने 3 मार्च 1930 को नासिक के कालाराम मंदिर में सभी हिंदुओं के सुरक्षित प्रवेश के लिए एक आंदोलन का नेतृत्व किया। वह हिंदू समाज और हिंदू धर्मशास्त्र के पूर्ण परिवर्तन के पक्ष में थे और सभी हिंदुओं के लिए समान अधिकार सुरक्षित करने के पक्ष में थे। वे समावेशिता के पक्षधर थे। उनका मानना था कि जातिवाद और अस्पृश्यता हिंदू धर्म, वेदों की भावना के खिलाफ है। इसका सार गुणवत्ता, न्याय, बंधुत्व और भाईचारे में निहित है। उन्हें आश्चर्य हुआ कि इतने उदार हिंदू धर्म में भी हिंदुओं के एक बड़े हिस्से को अछूत, यहां तक कि जानवरों से भी बदतर माना जाता है। यह उनका दर्द था। वह हिंदुत्व के विरोधी नहीं थे। उन्हें हिंदू धर्म में आने वाले विकारों के खिलाफ नाराजगी थी। उनमें भारतीयता और राष्ट्रीयता कूट-कूट कर भरी थी। हिन्दू धर्म से नाराजगी के चलते उन्होनें किसी अन्य विदेशी धर्म के स्थान पर बौद्ध धर्म को स्वीकार किया जो कि विशुद्ध भारतीय संस्कृति का हिस्सा रहा है और जिसे कई सदियों से सम्पूर्ण भारतवर्ष में अशोक जैसे महान सम्राटों के साथ-साथ ही सामान्य जनता ने खूब स्वीकार किया। 14 अक्टूबर, 1956 को बौद्ध धर्म की उनकी स्वीकृति उनके भारतीयता के प्रति अगाध प्रेम का परिचायक है। ऐसा कहा जाता है कि जब डॉ अम्बेडकर दूसरे गोलमेज सम्मेलन के दौरान महात्मा गांधी से मिले, तो उन्होंने उनसे कहा कि वे उस धर्म को स्वीकार नहीं कर सकते जो मनुष्यों को बिल्ली और कुत्तों के रूप में मानता है, और वह एक ऐसे धर्म को अपनाएंगे जो हिंदू धर्म के लिए कम हानिकारक हो। डॉ अम्बेडकर के व्यक्तित्व की बहुमुखी प्रतिभा अतुलनीय थी। अपने आलोचकों को सुनने की उनकी क्षमता बेजोड़ थी। कई मुद्दों पर वीर सावरकर और महात्मा गांधी के साथ अपने मतभेदों के बावजूद, वे सामाजिक समानता के लक्ष्य को प्राप्त करने और अस्पृश्यता और जातिवाद जैसी घृणित बुराइयों से समाज को मुक्त करने के विचारों में एकमत थे। डॉ. अम्बेडकर हमेशा सशस्त्र संघर्ष के खिलाफ थे लेकिन समाज के वंचित वर्गों के समान अधिकार को लेकर वंचित वर्गों की आपसी एकता के साथ अहिंसक संघर्षों और आन्दोलनों को करने के अटूट हामी थे। वह चाहते थे कि समाज के दलित और उत्पीडि़त वर्ग एकजुट रहें और ज्ञान और शिक्षा प्राप्त करें ताकि वे उत्पीडि़त न हों। हमारे संविधान के निर्माता के रूप में, डॉ अम्बेडकर ने हमें एक मजबूत, स्वस्थ और अधिक समावेशी समाज बनाने का मंत्र और रोडमैप दिया है। समाज के वंचित वर्गों, अल्पसंख्यकों, अन्य पिछड़े वर्गों, महिलाओं और मजदूरों के लिए उनकी प्रतिबद्धता आज भी एक सच्चे मार्गदर्शक की तरह राह दिखाती है। वह केवल दलितों के नहीं अपितु समानता और समरसता चाहने वाले देश के सभी 135 करोड़ लोगों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने लोगों के दिलों में एक शाश्वत स्थान हासिल किया है। सामाजिक समरसता के क्षेत्र में उनका योगदान अतुलनीय है। डॉ बीआर अम्बेडकर को उनकी जयंती पर हमारी सच्ची श्रद्धांजलि सामाजिक समरसता को कायम करने, गरीबी को समाप्त करने का संकल्प लेने और राष्ट्रीय अवसरों और सुविधाओं को सांझा करने में सभी के लिए न्याय और समानता सुनिश्चित करने से होगा। जाति, पंथ, धर्म और क्षेत्र के विचारों से ऊपर उठकर हमें भारत को विश्व गुरु बनाना है। चारों ओर से अच्छे विचार आने दें और उन्हें अमृत काल में पूरे विश्व में फैला दें!
(लेखक हरियाणा के राज्यपाल हैं। व्यक्त विचार उनके निजी हैं।)