बलबीर सिंह के आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए।
बलबीर सिंह के आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए।
दो दिवसीय प्रवास के दौरान जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती 1008 एडवोकेट
एडवोकेट बलबीर सिंह व श्रद्धालुओं ने पादुका पूजन कर जगतगुरु शंकराचार्य से लिया आशीर्वाद जगतगुरु शंकराचार्य श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के प्रवास के दूसरे दिन श्रद्धालुओं ने लिया आशीर्वाद धर्म संचार यात्रा के दूसरे दिन चरण पादूका पूजन, दीक्षा व आशीर्वचन का कार्यक्रम हुआ जगतगुरु शंकराचार्य एडवोकेट बलबीर सिंहके आवास पर पत्रकारों से हुए रूबरू जगतगुरु शंकराचार्य ने हरियाणा से शुरू की है धर्म संचार यात्रा, हर जिले में जाएगी यह यात्रा
बहादुरगढ़, 27 अक्टूबर, ;अभीतकद्ध। शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाराज द्वारा माननीय सुप्रीम कोर्ट में श्रीराम जन्म भूमि के लिए दशकों तक लड़ी कानूनी लड़ाई के बाद अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है। देश की गंगा, यमुना सहित अन्य नदियों में सीवरेज का गंदा पानी डाला जा रहा है जिसके कारण हम सबकी पूजनीय गंगा ,यमुना व अन्य नदियां और दूषित होती जा रही है जिस पर सरकार को नदियों को दूषित करने वालों पर कार्यवाही करनी चाहिए। देश मे गो हत्या बंद करके गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा देकर उनका संरक्षण करना चाहिए। यह बात जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती 1008 ने सेक्टर 15 ओमेक्स सिटी में एडवोकेट बलबीर सिंह के निवास पर प्रवास कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। पत्रकार वार्ता से पहले जगतगुरु शंकराचार्य ने श्रद्धालुओं को दीक्षा दिलाते हुए सत्य व धर्म के मार्ग पर चलने का संकल्प कराया। एडवोकेट बलबीर सिंह ने धर्मपत्नी व परिजनों के साथ जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती 1008 की पूजा अर्चना व पादुका पूजन कर दीक्षा ग्रहण की। शुक्रवार को भारी संख्या में सामाजिक राजनीति के धार्मिक शैक्षणिक व विभिन्न संस्थाओं से जुड़े श्रद्धालु व क्षेत्रवासी एडवोकेट बलबीर सिंह के निवास पर जगतगुरु शंकराचार्य का पावन पूजन करने,दीक्षा व आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचे। जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती 1008 ने दीक्षा देते हुए सुख व समृद्धि का आशीर्वाद दिया। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए जगतगुरु शंकराचार्य ने कहा कि आज राजनीति में धर्म का इस्तेमाल सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए किया जा रहा है जो की नीतिगत ठीक नहीं है। क्योंकि धर्म व राजनीति दो अलग-अलग पहलू है। राजनीति का काम शासन चलाने के लिए होता है जबकि धर्म से जुड़े लोग धर्म का प्रचार प्रसार कर भारत की प्राचीन सनातन परंपरा को आगे बढ़ने का काम कर रहे हैं। जगतगुरु शंकराचार्य ने अयोध्या मंदिर निर्माण मामले पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि 500 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद दशकों तक राम जन्मभूमि के लिए कानूनी लड़ाई लड़ने वाले शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के प्रयासों से माननीय सुप्रीम कोर्ट से श्रीराम मंदिर के हक में फैसला आया था और उनके गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाराज तथा वे स्वयं भी लंबे समय तक माननीय न्यायालय में श्री राम जन्मभूमि से संबंधित साक्ष्य उपलब्ध कराने के साथ-साथ श्रीराम मंदिर निर्माण को लेकर पैरवी करते रहे हैं जिसका कई बार उल्लेख माननीय न्यायालय द्वारा किया गया है। जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती 1008 ने खेद प्रकट करते हुए कहा कि जिन लोगों ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर बनवाने के लिए कई दशक तक कानूनी की लड़ाई लड़कर संघर्ष किया उन्हें राम मंदिर निर्माण शिलान्यास कार्यक्रम में बुलाया तक नहीं गया और न ही किसी भी पक्षकार को मंदिर निर्माण ट्रस्ट का सदस्य बनाया गया है इससे साफ पता चलता है कि अयोध्या में बनने वाले भगवान श्रीराम के मंदिर में भी सिर्फ राजनीति हो रही है। इसके अलावा जगतगुरु शंकराचार्य धर्म व राष्ट्र के मामलों पर मुखर होकर बोलते हुए कहा कि जो सरकार धर्म के नाम पर राजनीति करती थी अब वह सत्ता में है अगर अब भी देश में गौ माता को संरक्षण नहीं मिला ,गो हत्या बंद नही हुई, गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा नहीं मिला, गंगा यमुना सहित सभी नदियां साफ नहीं हुई, तो फिर कब होगी ?। एक सवाल का जवाब देते हुए जगतगुरु शंकराचार्य ने कहा कि जो लोग भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग करते हैं उन लोगों को यह स्पष्ट करना चाहिए कि आज का भारत का हिंदू राष्ट्र ही है इसमें किस चीज की कमी है यह ऐसी मांग करने वालो को स्पष्ट करना चाहिए। जगतगुरु शंकराचार्य ने हरि के हरियाणा से शुरू की है धर्म संचार यात्रा-
जगतगुरु शंकराचार्य ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा की वे अपनी इस धर्म संचार यात्रा के तहत हरियाणा के सभी 22 जिलों में जाएंगे और 23वां कार्यक्रम राजधानी चंडीगढ़ में होगा। उन्होंने बताया कि भगवान श्रीहरि के कुल 24 अवतार हैं और हरियाणा के हर जिले में भगवान श्रीहरि के एक अवतार का मंदिर का निर्माण कराया जाएगा ताकि देश भर से हरियाणा में आने वाले श्रद्धालुओं को श्रीहरि के सभी 24 अवतारों के मंदिरों की परिक्रमा का धर्म लाभ मिल सके। जगतगुरु शंकराचार्य ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने अपनी इस धार्मिक यात्रा के लिए हरियाणा को सबसे पहले इसलिए चुना है क्योंकि हरियाणा शब्द के अंदर पहला शब्द हरि है और जो भी शुभ कार्य किया जाता है वह भगवान का नाम लेकर किया जाता है इसलिए उन्होंने हरियाणा से इस धर्म यात्रा का शुभारंभ किया है। इस अवसर पर काफी संख्या में राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक ,शैक्षणिक संस्थानों से जुड़े पदाधिकारी व सदस्य क्षेत्रवासी श्रद्धालु मौजूद रहे।