एल. ए. स्कूल झज्जर में लोकसभा चुनाव को लेकर मतदान संकल्प शपथ समाहोर आयोजित किया गया
झज्जर, 12 अप्रैल, अभीतक:- एल. ए. सी. सै. स्कूल झज्जर में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर आज एक मतदान संकल्प शपथ समाहोर एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर भूगोल प्राध्यापक मुकेश शर्मा ने नेतृत्व में आयोजित किया गया। स्कूल प्राचार्या निधि कादयान ने मतदान को लेकर सभी को प्रेरित किया। स्कूल प्रबंधक के. एम डागर ने बताया की आगामी 25 मई को हरियाणा में 10 लोकसभा सीट के लिए मतदान होगा, इस मतदान में सभी 18 वर्ष के नागरिक अपने मत का प्रयोग करें। स्कूल संचालक जगपाल गुलिया, जयदेव दहिया, अनीता गुलिया, नीलम दहिया ने इस शपथ में भाग लेकर चुनावों का देश का गर्व बताया। इस कार्यक्रम में स्कूल एचऑडी योगेश्वर कौशिक, पिंकी अहलावत, पुष्पा यादव के साथ सभी अध्यापक वृंद मौजूद रहे।
दीपेंद्र हुड्डा ने जेजेपी के प्रदेश सचिव नरेश जून को ज्वाइन करवाई कांग्रेस
डेढ़ साल में 38 पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद व मौजूदा सांसद कांग्रेस में हुए शामिल- दीपेंद्र हुड्डा
बढ़ते अपराध का सबसे बड़ा शिकार व्यापारी वर्ग, लगातार बढ़ रहीं लूट, फिरौती व धमकियों की वारदातें- दीपेंद्र हुड्डा
सिर्फ अपनी कुर्सियां बचाने और बदलने के खेल में लगे बीजेपी नेता, जनता से नहीं कोई वास्ता- दीपेंद्र हुड्डा
बहादुरगढ़, 12 अप्रैल, अभीतक:- राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा की मौजूदगी में जेजेपी के प्रदेश सचिव नरेश जून ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है। जून ने पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चैधरी उदयभान के नेतृत्व में आस्था व्यक्त की। दीपेंद्र हुड्डा ने उनका पार्टी में स्वागत किया व पूर्ण मान-सम्मान का भरोसा दिलाया। इस मौके पर पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि पिछले डेढ़ साल में 38 पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद व मौजूदा सांसद अन्य दलों को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं। यह प्रदेश में कांग्रेस के बढ़ते ग्राफ को दिखाता है। नेताओं और जनता का मोह बीजेपी और जेजेपी से पूरी तरह भंग हो चुका है। सभी विकल्प के तौर पर कांग्रेस को देख रहे हैं। क्योंकि आज जब जनता बीजेपी और कांग्रेस सरकारों के कामों की तुलना करती है तो कांग्रेस का पलड़ा भारी मिलता है। ना बीजेपी की प्रदेश सरकार कोई कार्य बता पा रही है और ना ही रोहतक से उम्मीदवार अपने कार्यों का हिसाब दे रहे हैं। जिस अमृत योजना के घोटाले के उन्होंने खुद बीजेपी सरकार पर लगाए थे, आज वो उनके बारे में चुप्पी साधे हुए हैं। मौजूदा सांसद ने रोहतक लोकसभा की इस कद्र अनदेखी की कि वो अपनी सांसद निधि तक खर्च नहीं कर पाए। इस मौके पर सांसद दीपेंद्र ने कहा कि प्रदेश में अपराध व अपराधी पूरी तरह बेकाबू हैं। बढ़ते अपराध का सबसे ज्यादा शिकार व्यापारी वर्ग ही हो रहा है। दुकानों में व्यावसायिक संस्थानों में लूटपाट की वारदातें, व्यापारियों की दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बन गई हैं। फिरौती व जान से मारने की धमकियां आम हो गई हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि बीजेपी सरकार का कानून व्यवस्था पर कोई ध्यान नहीं है। सत्ता में बैठे हुए लोग सिर्फ अपनी कुर्सियों को बचाने और बदलने के खेल में लगे हुए हैं, उन्हें आम जनता के दुख-दर्द व समस्याओं से कोई वास्ता नहीं है।
कार्यक्रमों में कांग्रेस के लोगों द्वारा लाठी, डंडे, हथियार व पत्थरों से हमले की थी साजिश: अरविंद शर्मा
अराजकता का माहौल बनाना चाहती है कांग्रेस, आसलियत आ गई सामने, जनता नहीं करेगी माफ
सांसद बोले, ये लोग आरक्षण आंदोलन में आगे, कोरोना काल में हो गए थे पीछे, अब आई जनता की याद
पंक्ति में अंतिम व्यक्ति तक भाजपा सरकार ने योजनाओं का पहुंचाया लाभ, कांग्रेस ने देश को तोडने और लोगों के साथ अन्याय करने का किया काम
झज्जर, 12 अप्रैल, अभीतक:- भाजपा सांसद डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि किसान यूनियनों के नाम पर कांग्रेसी समर्थक भाजपा के कार्यक्रमों का गांवों विरोध कर रहे है। यह बात साफ हो चुकी है कि कांग्रेस प्रदेश में माहौल खराब करना चाहती थी और विरोध के दौरान यह बात सामने आई कि लाठी, डंडे, पत्थर व हथियारों से हमले की साजिश तक थी और हमारे कार्यकर्ताआंे के कपडे तक फाडे गए है। कांग्रेस को रोहतक सीट पर एक बार फिर से हार का अंदेशा हो गया है, इसी के चलते बेरी के विधायक एवं पूर्व स्पीकर इस तरह के ब्यान देकर जनता को भय और डराने का प्रयास कर रहे है। इतिहास रहा है कि हमेशा से ही कांग्रेस ने बोगस पोलिंग, लूट, दंगा और झगड़ा करके ही चुनाव जीते है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होंने देंगे। सांसद ने कहा कि यह वे लोग है जो आरक्षण आंदोलन में तो आगे रहे और करोना काल में पीछे हट गए, इन्हें जनता माफ नहीं करेगी। शुक्रवार को भाजपा सांसद ने झज्जर के चुनाव कार्यालय के अवसर पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान सांसद अरविंद शर्मा ने बहादुरगढ़ के गांव सांखौल, जाखौदा, आसौदा, लुहारहेड़ी, जसौर खेड़ी, कुलासी, कानौंदा, बराही आदि गांव में जनसंपर्क अभियान चलाया। सांसद के कार्यक्रमों में पहंुचने पर ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया। सांसद अरविंद शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा भाजपा सरकार ने आज गुंडागर्दी पूरी तरह से खत्म कर दिया है, नही ंतो पहले जिस प्रकार लोग किसी की भी जमीन पर कब्जा कर लेते थे, बाजारों में गुंडागर्दी करते थे और सरेआम लोगों को धमकी दी जाती थी, वह सब समाप्त हो गई है। सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों, गरीब मजदूरों, महिलाओं, छोटे व्यापारियों, युवाओं की समस्याओं पर गंभीरता से विचार करने के बाद इन लोगों को आगे बढ़ाने की दिशा में नीतियों को बनाया और उन्हें लागू किया। उन्होंने कहा कि पंक्ति में अंतिम व्यक्ति तक भाजपा सरकार ने योजनाओं का लाभ पहुंचाया है, जबकि कांग्रेस ने देश को तोडने और लोगों के साथ अन्याय करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों में हर साल यूरिया और डीएपी के दामों में वृद्धि होती थी, लेकिन जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह चीज महंगी हुई तब भी प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने तय किया कि इन चीजों के दाम नहीं बढ़ाए जाएंगे और किसानों को यूरिया और डीएपी पुराने दामों पर मिलेगी। सांसद ने करोनो काल का जिक्र करते हुए कहा कि उस दौरान सांसद दीपेंद्र हुड्डा कहां थे, उन्हें तो अब झूठ बोलने से ही फुर्सत नहीं मिल रही है। सांसद निधि को लेकर दीपेंद्र हुड्डा हर रोज झूठ बोलकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे है, लेकिन प्रदेश की जनता समझदार व सजग है, वह कांग्रेस की झांसे में नहीं आएगी।
साढे नौ साल में दिया 12 हजार करोड़ का मुआवजा
डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि केन्द्र सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के नाम पर किसानों को तीन लाख करोड़ रुपए वितरित किए हैं और किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राज में जहां दस साल में 11 सौ करोड रुपए फसलों के मुआवजे के दिए गए वहीं पिछले साढ़े नौ साल में भाजपा सरकार ने 12 हजार करोड रुपए किसानों को खराब फसल के मुआवजे के रूप में दिए गए। सांसद ने कहा कि आचार संहिता खत्म होने के बाद प्रदेश में दुगने रफ्तार से विकास कार्य किए जाएंगे, केंद्र सरकार द्वारा उज्ज्वला योजना के अंतर्गत महिलाओं को मुफ्त सिलेंडर देने, आयुष्मान कार्ड, गरीबों को मुफ्त अनाज देने, हर घर में स्वच्छ पेयजल पहुंचाने, 24 घंटे बिजली देने का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस के राज में केवल बातें होती थी काम नहीं होता था और आज बातें कम होती हैं और काम ज्यादा होता है।
गरीबों की चिंता करने वाली भाजपा सरकार
सांसद ने कहा कि विपक्ष गरीब के विकास पर दुःखी है क्योंकि कांग्रेस ने हमेशा गरीब को अपना वोट बैंक माना है और उसने कभी उनके हित के लिए काम नहीं किया। भाजपा सरकार ने गरीबों को ऊपर उठने के लिए उनके हित में योजनाएं बनाई है और उन योजनाओं का उन्हें लाभ देने का काम किया है। केंद्र सरकार ने गरीबों को पांच लाख रुपए तक का सालाना इलाज आयुष्मान कार्ड के माध्यम से मुफ्त देने का काम किया तो इस योजना को प्रदेश सरकार ने चिरायु के नाम से आगे बढने का काम किया और आज प्रदेश के सवा करोड लोग चिरायु की योजना में लाभ ले रहे हैं। सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पानीपत में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दिया और उस नारे का असर यह है कि प्रदेश में लाखों बेटियों को जीवन दान मिला। विपक्ष के लोग महिलाओं और बेटियों की चिंता नहीं करते थे लेकिन आज महिलाओं और बेटियों की चिंता करने वाली सरकारें हैं।
गांव दूबलधन स्थित राजकीय महाविद्यालय में शुक्रवार को मतदाता जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित करते एसडीएम रविंद्र मलिक।
सिद्ध श्री 108 बाबा कांशीगिरि मन्दिर से निकाली पैदल यात्रा
तेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है..पैदल यात्रा में झूमे भक्त
माँ करती है सबका बेड़ा पार ..पवन कौशिक
झज्जर, 12 अप्रैल, अभीतक:- तेरा दर्शन पाना है..कृपा जो हो तेरी दातीए हर साल ही आना है..,आते है हर साल नवराते माता के, आए नवरात्रे माता के..,तेरे दरबार में मैय्या खुशी मिलती है..,मेरी माँ ने मुझे बुलाया चलों दरबार चले..भजनों पर भक्त झुमतें हुए बेरी माता के दर्शन के लिए पैदल पंहुचे। पैदल यात्रा के दौरान भक्ति गीत और जय माता दी जयकारे गूंजते रहे। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पैदल यात्रा में भाग लिया। माँ के दरबार में पंहुचकर सभी ने बेरी वाली माँ के दर्शन कर सुख -समृद्धि की कामना की। पण्डित पवन कौशिक ने कहा कि माँ सबका उद्धार करती है, माँ भीमेश्वरी देवी सबका बेड़ा पार करती है। जो भक्त माँ बेरी वाली के दर्शन करने आता है उसकी मनोकामना पूर्ण होती है। नगर पार्षद एवं समिति के प्रधान हिमांशु हंस ने नवरात्र के पावन पर्व की नगरवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि माता रानी की कृपा समस्त शहरवासियों पर बनी रहे सबको स्वास्थ्य और खुश रखे इसी मंगल कामना के साथ पैदल यात्रा निकाली जाती है। मां के आशीर्वाद से भक्तों से सहयोग से तीसरी बार पैदल यात्रा निकाली जा रही है। पैदल यात्रा में मां भगवती की भव्य झांकी भी सजाई गई। निकाली गई शोभायात्रा में मां भगवती की भव्य झांकी आकर्षण का केंद्र रही। बड़ी संख्या में भक्तों ने भव्य झांकी के दर्शन कर मां दुर्गा का प्रसाद ग्रहण किया। इससे पूर्व माँ भगवती की ज्योत जलाकर पैदल यात्रा का शुभारंभ किया। मन्दिर बाबा कांशीगिरि सेवा समिति की ओर से चैत्र मास नवरात्र के उपलक्ष्य में प्रधान हिमांशु, सुधांशु हंस के नेतृत्व में सिद्ध बाबा कांशीगिरि मन्दिर से मां भीमेश्वरी देवी बेरी मन्दिर तक भक्तों ने पैदल यात्रा निकाली। यह यात्रा मन्दिर से आरम्भ होकर हनुमान मंदिर, डायमंड चैक, नेता जी सुभाष मार्किट, अम्बेडकर चैक, पुराना बस स्टैंड, छिक्कारा चैक, भगवान विश्वकर्मा मन्दिर मार्ग, भगवान परशुराम चैक एवं विश्वकर्मा चैक से होते हुए बेरी माता मन्दिर पंहुची। बेरी वाली माता की जय, भीमेश्वरी देवी की जय, प्रेम से बोलों जय माता दी जयकारे लगाते मां के दरबार में भक्तों ने माथा टेक अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
पैदल यात्रा में ये मौजूद रहे
पैदल यात्रा में मन्दिर समिति के प्रधान हिमांशु हंस, भारत भूषण नन्दा, विनोद भूटानी, दिनेश दुजाना, राहुल शास्त्री, सुभाष वर्मा, पूनम-अनिल छाबड़ा, रोजी नारंग, यशिका रंजन, वर्मा सुभाष, पण्डित जोगिंद्र, नयन हंस, सुन्दर वर्मा, मनोज तलवार, सूबे सिंह हरित, भावना काठपालिया, प्रिया तनेजा, हेमन्त वर्मा, सुमन वधवा, उषा रंजन, राजेंद्र वधवा, शशी बहल, संगीता वर्मा, तुशु बहल, सक्षम वर्मा समिति के सदस्यों सहित अन्य श्रद्धालु पैदल धर्मनगरी बेरी पंहुचे और माता के दर्शन किए।
पैदल यात्रा में शामिल भक्तगण
लोकतंत्र मजबूत बनाने में युवा वर्ग की अहम भूमिका – एसडीएम
गांव दूबलधन स्थित राजकीय महाविद्यालय में स्वीप गतिविधियों के अंतर्गत मतदाता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
बेरी, 12 अप्रैल, अभीतक:- निकटवर्ती गांव दूबलधन स्थित राजकीय महाविद्यालय में शुक्रवार को स्वीप कार्यक्रम के तहत एसडीएम रविंद्र मलिक की अध्यक्षता में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उल्लेखनीय है कि जिलाभर में डीसी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कैप्टन शक्ति सिंह के मार्गदर्शन और स्वीप कार्यक्रम की जिला नोडल अधिकारी एवं एडीसी सलोनी शर्मा के निर्देश अनुसार वोट के जागरूक करने के उद्देश्य को लेकर कार्यक्रमो का आयोजन निरंतर जारी है। इसी कड़ी में शुक्रवार को दूबलधन में जागरूकता गतिविधियों का आयोजन हुआ। इस मौके पर 67- बेरी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के सहायक निर्वाचन अधिकारी एवं एसडीएम रविंद्र मलिक ने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत बनाने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। सभी पात्र युवाओं, नए मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए। युवाओं को स्वयं मतदान करने के साथ-साथ अपने माता-पिता तथा आस-पड़ोस के लोगों को भी मतदान प्रक्रिया में भागीदारी के लिए प्रेरित करना चाहिए। सहायक रिटर्निंग अधिकारी ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा वोट बनवाने व मतदान करने के प्रति युवाओं को जागरूक करने के उद्देश्य से स्वीप अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत शिक्षण संस्थानों में विभिन्न प्रकार की रचनात्मक गतिविधियों का आयोजन कर विद्यार्थियों को वोट बनवाने व मतदान के लिए जागरूक किया जा रहा है। चुनाव आयोग द्वारा युवा मतदाताओं को जागरूक करने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है,जिससे आमजन की सक्रिय भूमिका है। उन्होंने कहा कि मतदान प्रत्येक व्यस्क नागरिक का मौलिक अधिकार है। मतदान से वह देश की प्रगति और विकास में अपना योगदान दे सकता है। ऐसे में युवाओं को अधिक से अधिक मतदान कर लोकतंत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए। इस मौके पर चुनाव कानूनगो मनोज कुमार, लेखाकार एसएन कौशिक के अलावा कालेज प्रबंधन के सभी सदस्य और विद्यार्थी उपस्थित थे।
रविंद्र मलिक,एसडीएम एवं सहायक रिटर्निंग अधिकारी बेरी।
सार्वजनिक सम्पत्ति पर वॉल पेंटिंग बनाना गैर कानूनी – एआरओ
पेंटर को वॉल पेंटिंग के नीचे लिखना होगा नाम व मोबाइल नंबर
बेरी, 12 अप्रैल, अभीतक:- 67-बेरी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के सहायक रिटर्निंग अधिकारी एवं एसडीएम रविंद्र मलिक ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर आदर्श आचार संहिता को क्षेत्र में प्रभावी ढंग से लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक संपत्ति यानि सरकारी और अर्ध सरकारी सम्पति पर कोई भी वॉल पेंटिंग करना गैर कानूनी है । ऐसा करने के आरोपी के विरुद्ध डिफेसमेंट ऑफ पब्लिक प्रॉपर्टी एक्ट के तहत कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि आदर्श आचार संहिता को प्रभावी ढंग से लागू करवाने के लिए गठित की गई टीमों को निर्देश दिए गए हैं कि ऐसे मामलों में पूरी सख्ती के साथ कार्यवाही करें। उन्होंने दोहराया कि निजी संपत्ति पर वॉल पेंटिंग करने के लिए संपत्ति मालिक की लिखित में पूर्व अनुमति लेना जरूरी है। उन्होंने कहा कि निजी संपत्ति पर वॉल पेंटिंग करने वाले कलाकारध्पेंटर को अपना नाम व मोबाइल नंबर भी पेंटिंग के नीचे लिखना होगा। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में डिफेसमेंट ऑफ पब्लिक प्रॉपर्टी एक्ट 1985 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
फर्स्ट एड और एचआईवी एड्स पर डॉक्यूमेंट्री दिखाई
झज्जर, 12 अप्रैल, अभीतक:- राजकीय स्नातकोत्तर नेहरू महाविद्यालय, झज्जर में यूथ रेड क्रॉस और रेड रिबन क्लब के तत्वाधान में विद्यार्थियों को फर्स्ट एड ट्रेनिंग और एचआईवी एड्स की जागरूकता पर केंद्रित डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई। प्राचार्य डॉ. दलबीर सिंह के मार्गर्शन में इस कार्यक्रम का आयोजन यूथ रेड क्रॉस प्रभारी वाणिज्य प्राध्यापक सुनील कुमार, भौतिकी प्राध्यापिका रीना और वाणिज्य प्राध्यापिका डॉ. ज्योति ने किया।
राजकीय महाविद्यालय बिरोहड़ में बाबा साहेब भारत रत्न डा. भीमराव अम्बेडकर के 133 वें जन्मदिवस पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया
झज्जर, 12 अप्रैल, अभीतक:- शुक्रवार को राजकीय महाविद्यालय बिरोहड़ में प्राचार्य डा. सत्यवर्त के निर्देशन में स्नातकोत्तर इतिहास एवं राजनीति विज्ञानं विभाग के सयुंक्त तत्वावधान में बाबा साहेब भारत रत्न डा. भीमराव अम्बेडकर के 133 वें जन्मदिवस के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षा और महाविद्यालय प्रशासनिक अधिकारी डा. अनीता रानी ने कहा कि डा. भीमराव अम्बेडकर एक बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने नवोदित भारत के संविधान और लोकतान्त्रिक प्रणाली के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने सजग और जागरूक मतदान से लोकतंत्र को मजबूत करने का आह्वान किया था। कार्यक्रम के संयोजक डा. अमरदीप ने कहा कि डा. अम्बेडकर का जीवन त्याग और संघर्ष की अनूठी मिशाल है। उन्होंने जीवन में शिक्षा को सर्वाधिक महत्व दिया। शिक्षा में माध्यम से उन्होंने प्रदर्शित किया कि एक आम आदमी शिक्षित और सजग बनकर कैसे खास और विशिष्ट हो जाता है। 32 से अधिक डिग्रियां प्राप्त करने वाले डा. अम्बेकर को विश्व की दूसरे पायदान वाले अमेरिका के कैलिफोर्निया विश्विद्यालय ने उन्हें ज्ञान के प्रतीक उपाधि से सुशोभित किया था, जिसपर आज हर भारतीय गर्व करता है। डा. अम्बेडकर महान समाज सुधारक और सामाजिक समरसता के मसीहा थे। उन्होंने आजीवन देश और समाज की बेहतरी के लिए अथक संघर्ष किया। उनका जीवन हर भारतीय को एक श्रेष्ठ भारत के निर्माण के लिए अपना समुचित योगदान देने के लिए प्रेरित करता है। इतिहास प्राध्यापक डा. राजपाल गुलिया ने ने कहा कि डा. अम्बेडकर ने समाज में फैली असमानता को दूर करके एक नये भारत की निर्माण पर जोर दिया। आजादी के बाद हर प्रकार के भेदभाव को दूर करते हुए मानवतावादी दृष्टिकोण अपनाते हुए एक मजबूत भारत की नींव रखना ही उनका एकमात्र ध्येय था। इस अवसर पर लोकतंत्र को मजबूत बनाने और निर्भीक होकर मतदान के लिए विद्यार्थियों को डा. अनीता के नेतृत्व में डा. राजपाल गुलिया ने शपध दिलाई गई। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
16 अप्रैल को संचालित होंगी सैकेण्डरी व सीनियर सैकेण्डरी के रद्द हुए विषयों की परीक्षा’
भिवानी, 12 अप्रैल, अभीतक:- हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. वी.पी.यादव ने आज यहां जारी एक प्रेस वक्तव्य में बताया कि सैकेण्डरी व सीनियर सैकेण्डरी (शैक्षिक) परीक्षा फरवरीध्मार्च-2024 में परीक्षा की पवित्रता भंग होने के कारण जिला नूंह के 03 परीक्षा केंद्रों की रद्द हुई विषयों की पुनः परीक्षाओं का संचालन 16 अप्रैल, 2024 को जिला मुख्यालय, नूंह पर करवाया जा रहा है। डॉ. वी.पी.यादव ने आगे बताया कि परीक्षा केन्द्र आरोही मॉडल व.मा.वि., रेवासन, नूंह की रद्द हुई सैकेण्डरी (शैक्षिक) अंग्रेजी विषय की पुनरू परीक्षा हिन्दू व.मा.वि., नूंह-05(बी-2) परीक्षा केन्द्र पर 16 अप्रैल, 2024 को संचालित करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार परीक्षा केन्द्र रा.व.मा.वि., बाडेड, फिरोजपुर झिरका, नूंह की रद्द हुई सीनियर सैकेण्डरी (शैक्षिक) अंग्रेजी कोर विषय तथा रा.व.मा.वि., उडाका, नूंह की रद्द हुई इतिहास विषय की पुनरू परीक्षाओं का संचालन परीक्षा केन्द्र हिन्दू व.मा.वि., नूंह-05 (बी-2) पर 16 अप्रैल,2024 को करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में सम्बन्धित विद्यालय मुखियाओं को ई-मेल व दूरभाष के माध्यम से भी सूचित कर दिया गया है। परीक्षाओं का समय दोपहर 12ः30 बजे से सायं 03ः30 बजे तक रहेगा। परीक्षार्रि्थयों को परीक्षा से 30 मिनट पूर्व अर्थात 12 बजे केन्द्र पर पहुँचना होगा। इसके पश्चात् परीक्षार्थियों का केन्द्र में प्रवेश वर्जित रहेगा। परीक्षार्थियों को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि उनके आस-पास कोई आपत्तिजनक सामग्री तो नहीं है। उन्होंने बताया कि जिन परीक्षार्थियों की परीक्षाएं रद्द हुई हैं, ऐसे परीक्षार्थी शिक्षा बोर्ड द्वारा पूर्व में जारी किए गए अनुक्रमांक अनुसार ही निर्धारित तिथि व समय पर परीक्षा केन्द्र पर पंहुचना सुनिश्चित करें। सभी नियमित परीक्षार्थी विद्यालय वर्दी में व विद्यालय आई.डी. कार्डध्मूल आधार कार्ड सहित परीक्षा केन्द्र पर आयेगें। परीक्षार्थी अधिक जानकारी हेतु अपने सम्बन्धित विद्यालय में समय रहते सम्पर्क करें।
एसडीएम व संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से फसल खरीद व्यवस्था की समीक्षा करते हुए डीसी कैप्टन शक्ति सिंह। अनाज मंडी में गेहूं के उठान कार्य में लगे श्रमिक
गेहूं व सरसों के उठान में तेजी लाएं खरीद एजेंसियां – डीसी
खरीदे हुए फसल उत्पाद के उठान की निरंतर निगरानी रखें संबंधित एसडीएम
झज्जर, 12 अप्रैल, अभीतक:- उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि रबी की फसलों की खरीद को लेकर जिला प्रशासन ने पुख्ता प्रबंध कर रखे हैं। उन्होंने कहा कि खरीद एजेंसियों के अधिकारियों को जिले की अनाज मंडियों व परचेज सेंटरों पर गेहूं व सरसों के उठान को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इसके अलावा संबंधित एसडीएम को मंडियों में खरीदे हुए फसल उत्पाद के उठान के कार्य की निरंतर निगरानी रखने और उठान कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। डीसी ने बैठक में सभी एसडीएम को निर्देश दिए हैं कि वह अनाज मंडियों का दौरा करते हुए चेक करें कि संबंधित खरीद एजेंसी गेहूं व सरसों का उठान सही ढंग से कर रही है या नहीं। यदि कोई एजेंसी उठान कार्य में देरी करती है तो उक्त एजेंसी को तत्काल कारण बताओ नोटिस जारी किया जाए। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग द्वारा मौसम परिवर्तन का पूर्वानुमान लगाया गया है जिसे देखते हुए अनाज मंडियों में गेहूं व सरसों का उठान समय से किया जाए ताकि बारिश आने पर अनाज को नुकसान ना हो। इसके अलावा उन्होंने कहा कि किसानों को अनाज मंडियों में किसी प्रकार की समस्या नहीं आनी चाहिए। मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारियों को किसानों की सुविधाओं हेतु निर्देश दिए हैं।
छात्रों का सुरक्षित आवागमन प्रशासन की प्राथमिकता – डीसी
डी सी ने स्कूल संचालकों की बैठक में दिए सख्त व स्पष्ट निर्देश
सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी की अवहेलना पर होगी तत्काल कड़ी कार्रवाई
छुट्टी के दिन खुले मिले स्कूलों की होगी मान्यता रद्द
स्कूल संचालकों को देना होगा सुरक्षित स्कूल वाहन नीति की अनुपालना का शपथ पत्र
एम.परिवहन एप से आमजन भी चेक करें स्कूल वाहन की फिटनेस
असुरक्षित स्कूल वाहन को तत्काल जब्त करने के दिए निर्देश
झज्जर, 12 अप्रैल, अभीतक:- डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने शुक्रवार को स्कूली छात्रों के सुरक्षित आवागमन को लेकर संबंधित पक्षों के साथ मैराथन मीटिंग की। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से गंभीर है। डीसी ने पहले सभी एसडीएम, आरटीए सचिव व शिक्षा अधिकारियों की मीटिंग ली और छात्रों के सुरक्षित आवागमन को लेकर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए। डीसी ने दोपहर बाद डीसीपी बहादुरगढ़ मयंक मिश्रा और सहायक पुलिस आयुक्तों, शिक्षा विभाग के अधिकारियों, स्कूल संचालकोंध्प्रबंधकों के साथ मीटिंग में बहुत ही सख्त व स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि छात्रों की सुरक्षा के साथ किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। छात्र चाहे स्कूल में हो या प्राईवेट और आउटसोर्स किए हुए या स्कूल वाहन में आवागमन कर रह हो। छात्रों के सुरक्षित आवागमन की पूरी तरह से जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन की है। उन्होंने कहा कि स्कूल संचालकों को छात्रों की सुरक्षा के लिए तय नियमों की पालना हर हाल में करनी होगी,अवहेलना पर कोई माफी नहीं है। डीसी ने स्कूल संचालकों को सरकार द्वारा तय मानकों को पूरा करने वाली स्कूल बसों का ही संचालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्कूल बसों की सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी आदेश जारी कर रखे हैं। डीसी ने कहा कि सभी स्कूल संचालक स्कूल वाहनों की फिटनेस को अपडेट रखें व ड्राइवरों का समय-समय पर मेडिकल करवाएं। जो ड्राइवर मेडिकल जांच में अनफिट मिलते हैं उन्हें ड्राइवर के पद पर ना रखें। इसके अलावा डीसी ने सरकारी अवकाश के दिन स्कूलों को बंद रखने के निर्देश दिए। डीसी ने कहा कि सभी स्कूल संचालक या प्रबंधक अपने सभी वाहनों के सुरक्षित स्कूल वाहन नीति की शत-प्रतिशत अनुपालना का शपथ पत्र एक सप्ताह के अंदर प्रशासन को देंगे। असुरक्षित वाहन को स्कूल से बाहर नहीं आने देंगे। असुरक्षित स्कूल वाहन सडक पर मिलें तो तत्काल कार्रवाई होगी और इसके लिए स्कूल प्रबंधन, संचालक, प्रिंसिपल, सचिव आदि जो भी जिम्मेदार पदाधिकारी है उसके खिलाफ कानूनन कार्रवाई अमल में लाई जाएगी और वाहन को जब्त कर लिया जाएगा। बैठक में डीसीपी मयंक मिश्रा ने कहा कि पुलिस की टीमें स्कूल वाहनों का निरीक्षण कर रही हैं। शत-प्रतिशत स्कूल वाहनों का निरीक्षण किया जाएगा। जो भी वाहन नियमों के दायरे में नहीं मिलेगा, उसको जब्त किया जाएगा।
एम-परिवहन पर चेक कर आमजन भी कर सकता है शिकायत
डीसी ने आमजन व अभिभावकों से असुरक्षित स्कूल बसों को लेकर जागरूक होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति सरकार द्वारा सार्वजनिक रूप से जारी की गई एम-परिवहन मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से स्कूल बसों की फिटनेस व दस्तावेजों की मान्यता चेक कर सकता है। इस एप पर किसी भी वाहन के पंजीकृत नंबर के जरिये उक्त वाहन की पूरी जानकारी मिल जाती है। अगर किसी स्कूल वाहन के दस्तावेज पूरे नहीं हैं या फिर उसकी तय अवधि पूरी हो चुकी है तो कोई भी व्यक्ति इसकी सूचना प्रशासन को दें सकते हैं।
डायल 112 पर दें सूचना
असुरक्षित स्कूल वाहन की शिकायत आमजन, अभिभावक पुलिस सेवा के डायल 112 पर सूचना दे सकते हैं। पुलिस की टीम तत्काल मौके पर पहुंचकर जांच करेगी।
छुट्टी बच्चों का अधिकार है- डीसी
डीसी ने कहा कि सरकार द्वारा निर्धारित छुट्टी के दिन बच्चों को स्कूल में बुलाना बच्चों के अधिकार का उल्लंघन है। स्कूल संचालकों को कानून की पालना करनी होगी। स्कूलों के अलावा कोचिंग संस्थान भी इस दायरे में आते हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी स्कूल या फिर कोचिंग संस्थान छुट्टी के दिन खुला मिलता है तो प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा।
सडक सुरक्षा समिति लगाए फिटनेस कैंप
डीसी ने कहा कि स्कूल ड्राइवरों की फिटनेस जांच के लिए स्पेशल मेडिकल कैंप लगाए जाए व स्कूल बस ड्राइवरों की मेडिकल जांच में जो अनफिट ड्राइवर मिलते हैं उनकी लिस्ट तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि अनफिट ड्राइवरों की किसी सूरत में स्कूल बस ड्राइव करते हुए सडक पर नहीं दिखना चाहिए, यह स्कूल की जिम्मेदारी है। जो स्कूल संचालक ऐसा करेंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बैठक में एसडीएम, सहायक पुलिस आयुक्त , शिक्षा विभाग के अधिकारी और स्कूल संचालक व प्रंबंधक मौजूद रहे।
झज्जर लघु सचिवालय में वीसी उपरांत अधिकारियों को संबोधित करते डीसी कैप्टन शक्ति सिंह।
झज्जर लघु सचिवालय में सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी निजी स्कूल संचालकों को दिशा-निर्देश देते डीसी कैप्टन शक्ति सिंह।
संवाद भवन में लगाए गए सेल्फी प्वॉइंट पर सेल्फी लेते हुए युवा। मीटिंग को संबोधित करते हुए एआरओ रविंद्र यादव। स्वयं सेल्फी लेकर मतदाताओं को जागरूक करते हुए एआरओ रविंद्र यादव।
बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाता घर से वोटिंग का चुन सकते हैं विकल्प – एसडीएम यादव
चुनाव में बीएलओ का अहम रोल, ड्यूटी में कोताही पर होगी कार्रवाई – एआरओ
झज्जर, 12 अप्रैल, अभीतक:- लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने व चुनाव आयोग द्वारा विभिन्न वर्गों में मतदाताओं के लिए शुरू की गई सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए शुक्रवार को लघु सचिवालय स्थित संवाद भवन में बीएलओज व सुपरवाइजर्स की मीटिंग का आयोजन हुआ। डीसी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कैप्टन शक्ति सिंह के दिशा-निर्देश में आयोजित मीटिंग की अध्यक्षता एसडीएम एवं सहायक निर्वाचन अधिकारी रविंद्र यादव ने की। एसडीएम रविंद्र यादव ने मीटिंग में मौजूद बीएलओज, सुपरवाइजरर्स व अन्य कर्मचारियों को मतदाता शपथ दिलाई। एआरओ ने कहा कि चुनाव में बीएलओ व सुपरवाइजर की बड़ी अहम भूमिका होती है। ऐसे में उनके स्तर पर ड्यूटी के प्रति लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा 85 वर्ष से अधिक व दिव्यांग मतदाताओं को बैलेट पेपर द्वारा घर से ही मतदान करने की सुविधा दी गई। उन्होंने कहा कि बीएलओ अपने एरिया में यह सुनिश्चित करे की इन वर्गों की कितने मतदाता ऐसे हैं जो घर से मतदान करने के इच्छुक हैं। आयोग द्वारा निर्धारित वर्ग के जो मतदाता घर से मतदान करने का आवेदन करते हैं उनका घर से ही मतदान सुनिश्चित किया जाए। एआरओ ने कहा कि बीएलओ द्वारा युवाओं को वोट बनवाने के लिए जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि 26 अप्रैल तक एक अप्रैल को 18 वर्ष पूरी कर चुके युवा अपना वोट बनवाकर आगामी 25 मई को लोकसभा चुनाव में मतदान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा वर्तमान में वोट ट्रांसफर के लिए आवेदन किया जा सकता है, जिन मतदाताओं को अपने वोट अन्य स्थान पर ट्रांसफर करवाना है वह भी इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट, एप के माध्यम से या फिर इलेक्शन कार्यालय में ऑफलाइन मोड से निर्धारित फॉर्म भरकर जमा करवा सकते हैं। इस दौरान नायब तहसीलदार (इलेक्शन) सुरेंद्र व कानूनगो सुनील दांगी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
हरियाणा के राज्यपाल ने दिल्ली में श्री लाल कृष्ण आडवाणी से की मुलाकात
राज्यपाल ने भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित होने पर श्री आडवाणी को दी बधाई
श्री आडवाणी के योगदान ने आधुनिक भारत के विकास के परिदृश्य को महत्वपूर्ण रूप से दिया आकार – राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय
चंडीगढ़, 12 अप्रैल, अभीतक:- हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने आज पूर्व उप-प्रधानमंत्री श्री लाल कृष्ण आडवाणी को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान “भारत रत्न” से सम्मानित होने पर उनके दिल्ली स्थित आवास पर जाकर उन्हें बधाई दी। श्री दत्तात्रेय ने देश के प्रति श्री आडवाणी के अमूल्य योगदान को मान्यता देने और उन्हें यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान करने के लिए भारत सरकार को भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि मैं ऐसे महान व्यक्तित्व वाले दिग्गज से मिलकर बहुत प्रसन्न और धन्य महसूस कर रहा हूँ। दिल्ली में श्री आडवाणी से उनके आवास पर मुलाकात करने के पश्चात श्री दत्तात्रेय ने कहा कि “हमने पुरानी यादों को ताजा करते हुए चर्चा की और संस्मरण साँझे किए। हमने अस्सी के दशक के अंत से लेकर 2014 तक देश को विकसित करने के लिए साथ बिताए गए अपने सफर के दौरान की बातों को भी सांझा किया और वे इस दौरान की बेहतरीन यादों पर मुस्कुराएं और हंसेष्। राज्यपाल ने कहा कि श्री आडवाणी के योगदान ने आधुनिक भारत के विकास के परिदृश्य को महत्वपूर्ण रूप से आकार दिया है और उन्होंने महत्वपूर्ण नेतृत्व प्रदान किया तथा देश को सही दिशा में ले जाने में एक “राजनेता” होने की अपनी क्षमता का बेहतरीन प्रदर्शन किया। श्री दत्तात्रेय ने श्री आडवाणी के अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना की ताकि उनकी गरिमामय उपस्थिति युवा नेताओं को राष्ट्र निर्माण के सही मार्ग पर चलने को प्रेरित करती रहे।
डॉ. बी. आर अंबेडकर रू समावेशिता, न्याय और समानता के अग्रदूत
श्री बंडारू दत्तात्रेय
माननीय राज्यपाल, हरियाणा
भारत रत्न डॉ. बीआर अंबेडकर को न्यायपूर्ण और समावेशी भारत के निर्माण में उनके योगदान के लिए हमेशा सम्मानजनक ढंग से याद किया जाएगा। 14 अप्रैल 1891 में पैदा हुए डॉक्टर भीमराव अंबेडकर सामाजिक न्याय के संरक्षक देवदूत, समावेशिता, न्याय और समानता के अग्रदूत थे। एक प्रख्यात न्यायविद्, अर्थशास्त्री और समाज सुधारक के रूप में, उन्होंने अपना जीवन हमारे देश में जाति-आधारित भेदभाव को खत्म करने और हाशिए पर रहने वाले समुदायों के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया। भारतीय संविधान के वास्तुकार के रूप में, उन्होंने सभी नागरिकों के लिए मौलिक अधिकार और सुरक्षा सुनिश्चित की। दलितों और अन्य उत्पीड़ित जातियों के अधिकारों के लिए उनकी निरंतर वकालत से हमारे सामाजिक ताने-बाने में महत्वपूर्ण सुधार हुए। डॉ भीमराव अंबेडकर द्वारा उठाए गए कारगर कदमों एवम् उनकी विरासत आज भी वैश्विक स्तर पर लाखों लोगों को प्रेरित कर रही है, सम्मान और समानता के लिए प्रयास कर रहे वंचित समुदायों के लिए आशा की किरण के रूप में खड़ी है, सामाजिक न्याय के उनके दृष्टिकोण से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं और खुद को प्रेरित कर सकते हैं, जो सिद्धांतों में गहराई से निहित था। समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व की। उन्होंने भारतीय समाज के भीतर गहरी जड़ें जमा चुकी असमानताओं, विशेषकर जाति व्यवस्था को पहचाना, जिसने करोड़ों लोगों को भेदभाव और उत्पीड़न के जीवन में धकेल दिया। उन्होंने अस्पृश्यता के उन्मूलन के लिए लड़ाई लड़ी, जो वेदों की शिक्षाओं के विरुद्ध है। अत्याचारी जाति-व्यवस्था ने उन्हें भीतर से झकझोर दिया था। हिंदू समाज को सदमा उपचार (ैीवबा ज्तमंजउमदज) पहुंचाने के लिए उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया, जो भारतीय लोकाचार और मूल्य प्रणाली में बहुत गहराई से निहित है। वे हिंदुत्व के विरोधी नहीं थे. उनके मन में हिंदू धर्म के प्रति आक्रोश था लेकिन वे हिंदू धर्म के विरोधी नहीं थे। उन्होंने किसी अन्य विदेशी धर्म को नहीं अपनाया, हालांकि इस्लामी और ईसाई विद्वानों ने उन्हें प्रभावित करने की पूरी कोशिश की। बेहद गरीब परिवार से आने वाले डॉ. अंबेडकर को कई सामाजिक और आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों से बहादुरी से लड़ाई लड़ी। वह अपने माता-पिता की 14वीं संतान थे। उनके पिता ने उन्हें अच्छे संस्कार दिए और उनसे संत तुकाराम, ज्ञानेश्वर, रविदास जैसे महान संतों की कहानियाँ और विचार, रामायण और महाभारत की शिक्षाएँ साझा करते थे। उन्होंने 1908 में एलफिंस्टन हाई स्कूल से मैट्रिकुलेशन किया। उन्होंने एलफिंस्टन कॉलेज से अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान की पढ़ाई की। 1912 में उन्होंने बम्बई विश्वविद्यालय से डिग्री प्राप्त की। वे बड़ौदा के महाराजा से छात्रवृत्ति प्राप्त करके, कोलंबिया विश्वविद्यालय, न्यूयॉर्क शहर गए जहां से उन्होंने ‘प्राचीन भारतीय वाणिज्य‘ पर अपनी थीसिस को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद जून 1915 में मास्टर डिग्री प्राप्त की। 1916 में, वह लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स गए ‘रूपये की समस्यारू इसकी उत्पत्ति और इसका समाधान‘ शीर्षक से अपनी डॉक्टरेट थीसिस पर काम किया। उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई के लिए छत्रपति शाहू जी महाराज से 5000 रुपये ऋण के रूप में लिए। 1920 में लंदन यूनिवर्सिटी से डी एससी की उपाधि प्राप्त की! वह जर्मनी के बॉन विश्वविद्यालय भी गये। जून, 1927 में उन्हें कोलंबिया विश्वविद्यालय द्वारा डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया। वह अपने समय के एक दुर्लभ भारतीय राजनीतिज्ञ थे जिन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय, एलएसई और बॉन विश्वविद्यालय से अध्ययन किया। वे हमें एक बुद्धिजीवी के रूप में भी अपनी अविश्वसनीय जगह बनाने के लिए ‘अध्ययन और संघर्ष‘ के सिद्धांत को अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं। डॉ. अंबेडकर के सामाजिक न्याय के दृष्टिकोण ने उत्पीड़ित जातियों के लिए शिक्षा और राजनीतिक प्रतिनिधित्व के महत्व पर जोर दिया, अपने अथक प्रयासों और वकालत के कारण उन्हें सशक्तिकरण और मुक्ति के लिए आवश्यक उपकरण के रूप में देखा। उन्होंने एक अधिक समावेशी और न्यायपूर्ण समाज की नींव रखी, और पीढ़ियों को सभी के लिए सामाजिक समानता और सम्मान के लिए संघर्ष जारी रखने के लिए प्रेरित किया। वे संवाद के विचार और आदर्शों में विश्वास करते थे। वह हर इंसान के गौरव को बहाल करने के लिए सशस्त्र संघर्ष के खिलाफ थे। वह सत्य, अहिंसा और सभी जातियों और धर्मों के लोगों के प्रति सम्मान की शिक्षाओं का पालन करते हुए सह-अस्तित्व के सिद्धांत में विश्वास करते थे। डॉ. अम्बेडकर ने शिक्षा को केवल शैक्षणिक योग्यता प्राप्त करने के साधन के रूप में नहीं बल्कि उत्पीड़ित और हाशिए पर रहने वाले समुदायों की मुक्ति के उत्प्रेरक के रूप में देखा। उन्होंने शिक्षा तक सार्वभौमिक पहुंच के महत्व पर जोर दिया, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें ऐतिहासिक रूप से जातिगत भेदभाव और सामाजिक असमानता के कारण अवसरों से वंचित रखा गया था। वह सहानुभूति, न्याय और समानता जैसे मूल्यों की खेती के भी प्रबल समर्थक थे। उनके अनुसार, मन की खेती मानव अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए। वे महिला सशक्तिकरण के भी एक महान समर्थक थे। उन्होंने प्रसिद्ध रूप से कहाः ‘‘मैं किसी समुदाय की प्रगति को महिलाओं द्वारा हासिल की गई प्रगति की डिग्री से मापता हूं। यदि हम राष्ट्रीय एकता और अखंडता पर उनके विचारों को याद नहीं करते हैं तो यह हमारे लिए अनुचित होगा। वह राष्ट्रीय एकता और अखंडता के बारे में दृढ़ विश्वास रखते थे और उन्हें किसी भी राष्ट्र की प्रगति और स्थिरता के लिए मूलभूत स्तंभ मानते थे। डॉ. अंबेडकर ने सामाजिक सद्भाव और आपसी सम्मान की आवश्यकता पर बल देते हुए एक ऐसे समाज की वकालत की जहां हर व्यक्ति को समान अधिकार और अवसर मिले। उन्होंने भारत के श्रम कानूनों को आकार देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके सलाहकार के रूप किए गए प्रयास के कारण संविधान में उचित वेतन का अधिकार, सुरक्षित कार्य परिस्थितियाँ और बाल श्रम पर प्रतिबंध जैसे प्रावधान शामिल किए गए। भारत के पहले कानून मंत्री के रूप में उनके अथक प्रयासों ने फैक्ट्री अधिनियम, न्यूनतम मजदूरी अधिनियम और औद्योगिक विवाद अधिनियम जैसे ऐतिहासिक कानून का मार्ग प्रशस्त किया, जो देश में श्रम अधिकारों और औद्योगिक प्रगति की आधारशिला के रूप में काम करते रहे। डॉ. अंबेडकर ने समाज के कमजोर वर्गों के अधिकारों की सुरक्षा और राष्ट्रीय एकता के संरक्षण को सुनिश्चित करने के लिए लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और संवैधानिकता के सिद्धांतों को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया। भारत के लिए उनका दृष्टिकोण समावेशिता और बहुलवाद में से एक था, जहां विविधता को विभाजन के बजाय ताकत के स्रोत के रूप में मनाया जाता था। उन्होंने इस प्रथा की कड़ी निंदा की, जिसने समाज के कुछ वर्गों को अत्यधिक हाशिये पर और अपमान की स्थिति में पहुंचा दिया। उन्होंने अस्पृश्यता को न केवल एक नैतिक गलती के रूप में देखा, बल्कि भारत की सामाजिक प्रगति और एकता में एक महत्वपूर्ण बाधा के रूप में भी देखा। उन्होंने विधायी उपायों, सामाजिक सुधार की आवश्यकता पर बल देते हुए इसके पूर्ण उन्मूलन की वकालत की। यह भेदभाव उन्मूलन की दिशा में उनका अथक प्रयास था जो 1936 में मंदिर प्रवेश उद्घोषणा जैसे उनके कानूनों के प्रारूपण में परिलक्षित हुआ, जिसका उद्देश्य हिंदू मंदिरों में अछूतों को प्रवेश प्रदान करना था। उन्होंने दलितों के हितों की वकालत की और उन्हें अपने अधिकारों और सम्मान पर जोर देने के लिए एक मंच प्रदान किया। जाति का उन्मूलन उनके सबसे मौलिक कार्यों में से एक है, जिसमें जाति व्यवस्था की एक शक्तिशाली आलोचना की गई है और इसके पूर्ण उन्मूलन की वकालत की गई है। इस अभूतपूर्व पाठ में, उन्होंने जाति की पदानुक्रमित संरचना का सावधानीपूर्वक खंडन किया, इसके अंतर्निहित अन्याय और भारतीय समाज पर व्यापक प्रभाव को उजागर किया। उनका तर्क है कि जाति न केवल असमानता और भेदभाव को कायम रखती है बल्कि व्यक्तिगत स्वतंत्रता को भी बाधित करती है और राष्ट्रीय प्रगति में बाधा डालती है। भेदभाव और उत्पीड़न से मुक्त समाज के निर्माण के लिए डॉ. अंबेडकर का दूरदर्शी नेतृत्व और प्रतिबद्धता, जिससे भारत की लोकतांत्रिक संस्थाओं को फलने-फूलने के लिए आवश्यक आधार प्रदान किया जा सके, हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है। यदि हाशिए पर रहने वाले समुदायों के अधिकारों के लिए उनकी वकालत ने सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य को नया आकार दिया, तो अर्थशास्त्र, कानून और सामाजिक सुधार में उनकी अंतर्दृष्टि गरीबी, असमानता और अन्याय को संबोधित करने में हमारा मार्गदर्शन करती रही है। एक समाज सुधारक, विद्वान और राजनेता के रूप में उनकी विरासत आज भी भारत को प्रगति, समानता और सम्मान के मार्ग पर ले जाती है। डॉ. अम्बेडकर का जीवन हमें एक अधिक समावेशी और दयालु समाज बनाने की आवश्यकता की याद दिलाता है। जैसा कि हम आज डॉ. बी.आर अंबेडकर को उनकी जयंती पर याद करते हैं, आइए हम उनके प्रति अपना आभार व्यक्त करें और सभी नागरिकों के लिए मौलिक अधिकार, सामाजिक न्याय, समानता और सद्भाव सुनिश्चित करने वाले एक लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष और समावेशी राष्ट्र के लिए खुद को प्रतिबद्ध करें। वे न केवल दलितों के नेता हैं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों के राष्ट्रीय नेता हैं। उनकी सोच की व्यापकता हमारे संविधान में झलकती है, जो सबका ख्याल रखता है। आज जब बड़ी संख्या में एससी, एसटी और ओबीसी छात्रों को संसाधनों के अभाव में स्कूल छोड़ना पड़ता है, तो हमें आगे आकर उन्हें अपनी पढ़ाई जारी रखने में मदद करने की जरूरत है। उनके आदर्श हमें जिम्मेदार नागरिक बनना सिखाते हैं, जिसके बिना हम 2047 तक एक समावेशी विकसित भारत का निर्माण नहीं कर सकते। हमारी सामाजिक पहचान के संबंध में हमारे बीच कोई गलतफहमी नहीं होनी चाहिए।
(लेखक हरियाणा के राज्यपाल हैं। व्यक्त विचार पूर्णतः उनके निजी हैं)
पात्र व्यक्ति 26 अप्रैल तक बनवा सकते हैं वोट – जिला निर्वाचन अधिकारी
मतदाता सूची में नाम दर्ज होने पर ही किया जा सकेगा मताधिकार का प्रयोग
एपिक कार्ड के अलावा अन्य दस्तावेज दिखाकर भी डाल सकते हैं वोट
रेवाड़ी, 12 अप्रैल, अभीतक:- डीसी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी राहुल हुड्डा ने कहा कि लोकतंत्र की सबसे अहम कड़ी मतदाता हैं, इसलिए अभी भी यदि किसी नागरिक का वोटर कार्ड नहीं बना है तो वे तुरंत अपना वोटर कार्ड बनवा लें ताकि चुनावों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें। उन्होंने स्पष्ट किया कि नागरिक 26 अप्रैल, 2024 तक अपना वोट बनवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि पात्र व्यक्ति संबंधित बी.एल.ओ, निर्वाचन पंजीयन अधिकारी, सहायक निर्वाचन पंजीयन अधिकारी के पास फॉर्म-6 भरकर वोट बनवा सकते हैं। यह फॉर्म मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय विभाग की वेबसाइट बमवींतलंदं.हवअ.पदध् पर भी उपलब्ध है, जो डाउनलोड किए जा सकते हैं। वोट बनवाने के लिए दो पासपोर्ट साइज रंगीन फोटो, अपने निवास और आयु प्रमाण पत्र के साथ ऑफलाइन या ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। वोट बनवाने से संबंधित जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर-1950 पर संपर्क कर सकते हैं।
मतदाता सूची में नाम दर्ज होने पर ही किया जा सकेगा मताधिकार का प्रयोग
जिला निर्वाचन अधिकारी राहुल हुड्डा ने कहा कि लोकतंत्र के महापर्व में हर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें। इसके लिए प्रत्येक मतदाता यह अवश्य सुनिश्चित कर लें कि उनका नाम मतदाता सूची में दर्ज हो। जिस मतदाता का नाम मतदाता सूची में है, केवल वही मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकता है। यदि किसी मतदाता का नाम मतदाता सूची में है, लेकिन उसके पास मतदाता पहचान पत्र (एपिक) नहीं है तो वह निर्वाचन आयोग द्वारा निर्दिष्ट अन्य वैकल्पिक पहचान पत्र दिखाकर भी अपना वोट डाल सकता है। उन्होंने कहा कि यदि मतदाता के पास पुराना एपिक कार्ड है तो भी वह वोट डाल सकता है, बशर्ते कि उसका नाम उस क्षेत्र की मतदाता सूची में होना चाहिए। यदि किसी मतदाता का नाम मतदाता सूची में नहीं है तथा वह वोट डालने के लिए मतदान केंद्र पर अपना आधार कार्ड या वोटर कार्ड या अन्य कोई पहचान पत्र दिखाता है तो उसे वोट डालने नहीं दिया जाएगा। कोई भी मतदाता केवल तभी वोट डाल सकता है जब उसका नाम मतदाता सूची में दर्ज हो।
एपिक कार्ड के अलावा अन्य दस्तावेज दिखाकर भी डाल सकते हैं वोट
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि एपिक कार्ड के अलावा मतदाता भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्दिष्ट अन्य वैकल्पिक फोटो पहचान दस्तावेजों का उपयोग करके भी वोट डाल सकते हैं। इन दस्तावेजों में पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, केंद्रीय, राज्य सरकार, सार्वजनिक उपक्रमों या सार्वजनिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को जारी किए गए फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, बैंक या डाकघर द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक, पैन कार्ड, श्रम मंत्रालय द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज, सांसदों, विधायकोंध्एमएलसी को जारी किए गए आधिकारिक पहचान पत्र और आधार कार्ड शामिल हैं। उन्होंने बताया कि सीईओ हरियाणा की वैबसाइट बमवींतलंदं.हवअ.पदध् पर नागरिक अपने वोट की जानकारी त्वरित गति व आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। इसकी सहायता से वोटर अपना एपिक नंबर डाल कर बड़ी आसानी से अपना वोट चैक कर सकते हैं। यदि कोई अपना एपिक नंबर भूल गया है तो भी वह अपना नाम व पिता-पति आदि का नाम भरकर अपना वोट चैक कर सकता है। इसके अलावा, वोटर हेल्पलाइन नंबर-1950 पर कॉल करके भी अपनी वोट चैक कर सकते हैं।
एक वोट से होती जीत-हार, वोट न हो कोई बेकार…
लोकतंत्र के महापर्व में बढ़चढकर भागीदारी करने को जिला में आयोजित की जा रही स्वीप गतिविधियां
रेवाड़ी जिला में आगामी 25 मई तक जारी रहेंगी स्वीप गतिविधियां
रेवाड़ी, 12 अप्रैल, अभीतक:- सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग की प्रचार टीम के कलाकार चुनाव का पर्व-देश का गर्व थीम के साथ 25 मई को होने वाले 18वें लोकसभा आम चुनाव के मद्देनजर ‘एक वोट से होती जीत-हार, वोट न हो कोई बेकार…’ व वोटर लिस्ट में नाम लिखवाएं-वोटर कार्ड सभी बनवाएं…‘ जैसे जागरूकता स्लोगन के अलावा ‘लोकतंत्र का नाम करो, सब मिलकर मतदान करो, सब लोगों से यही पुकार, डालो मत चुनो सरकार…’ जैसे जागरूकता गीतों व भजनों के माध्यम से स्वीप (व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी) गतिविधियों के माध्यम से जिला के मतदाताओं को जागरूक व प्रेरित कर रहे हैं। जिला प्रशासन रेवाड़ी का जिला में मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर पूरा फोकस है, जिसके लिए विभिन्न माध्यमों से मतदाताओं को लोकतंत्र के महापर्व में बढ़चढकर भागीदारी करने के लिए जिला में स्वीप गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। स्वीप गतिविधियों के लिए एडीसी अनुपमा अंजलि बतौर नोडल अधिकारी कार्य करते हुए गतिविधियों के सफल आयोजन की मॉनिटरिंग कर रही हैं। उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी राहुल हुड्डा ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार रेवाड़ी जिला प्रशासन की ओर से लोकसभा आम चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बावल व रेवाड़ी विधानसभा क्षेत्र तथा रोहतक लोकसभा क्षेत्र में आने वाले वाले कोसली विधानसभा क्षेत्र में स्वीप (व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी) गतिविधियां प्रभावी रूप से जारी हैं। 18वें लोकसभा आम चुनाव में पिछले चुनाव की अपेक्षा मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय और जिला प्रशासन सहित अन्य विभागों द्वारा मतदाताओं को जागरूक करने के लिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियां निरंतर आयोजित की जा रही हैं। मतदाताओं को जागरूक व प्रेरित करने के लिए बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से मतदाता जागरूकता का संदेश दे रहे हैं। शुक्रवार को बावल, कोसली व रेवाड़ी विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की स्वीप गतिविधियां आयोजित कर मतदाताओं को 25 मई को लोकसभा आम चुनाव के दिन बढ़चढकर मतदान करने के लिए जागरूक व प्रेरित किया गया। स्वीप गतिविधियों के तहत सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की प्रचार टीम द्वारा गांव-गांव जाकर ग्रामीण मतदाताओं को लोकगीतों, भजनों व आम बोलचाल की भाषा में 25 मई को मतदान केंद्र पर पहुंचकर वोट डालने के लिए प्रेरित व जागरूक किया गया। इसके अलावा स्वीप गतिविधियों के तहत विभिन्न विभागों की ओर से डोर-टू-डोर संपर्क करते हुए, मुनादी करवाकर, मतदाता जागरूकता शपथ दिलाकर, व्याख्यान, हस्ताक्षर अभियान, मानव श्रृंखला, रंगोली, नुक्कड़ नाटक व लोकगीतों के माध्यम से शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है। डीसी ने आह्वान किया कि मतदाता मतदान प्रक्रिया में भाग लें और मतदाता होने पर गर्व व गौरव की अनुभूति करें।
रेवाड़ी शहर के सेक्टर 3 व 4 में निर्माणाधीन सडकों की जांच करती एडीसी अनुपमा अंजलि।
बेहतर सडक निर्माण के लिए गुणवत्ता मानक का पालन होना आवश्यक – एडीसी
एडीसी अनुपमा अंजलि ने की शहर के सेक्टर 3 व 4 में निर्माणाधीन सडकों में प्रयुक्त सामग्री की गुणवत्ता की जांच
रेवाड़ी, 12 अप्रैल, अभीतक:- एडीसी अनुपमा अंजलि ने नगर परिषद रेवाड़ी की ओर से रेवाड़ी शहर के सेक्टर 3 व 4 में निर्माणाधीन सडक में प्रयोग की जा रही सामग्री की गुणवत्ता की जांच करते हुए संबंधित अधिकारियों व ठेकेदारों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि बेहतर सडक निर्माण के लिए गुणवत्ता मानक का पालन होना आवश्यक है। सडक निर्माण के समय संबंधित जेई गुणवत्ता मानकों की जांच करें और सुनिश्चित करें कि सडकें गुणवत्ता मानक के अनुरूप बनी हुई हों। उन्होंने कहा कि ठेकेदार सडक निर्माण में उच्च गुणवत्ता की सामग्री का ही प्रयोग करें। उन्होंने निर्देश दिए संबंधित विभाग पूरी ईमानदारी के साथ गुणवत्ता मानक चेक करने के साथ ही नियमित रूप से सडक निर्माण का निरीक्षण करें तो ठेकेदार सडक निर्माण में घटिया व गुणवत्ताहीन सामग्री का प्रयोग नहीं कर सकेंगे। एडीसी अनुपमा अंजलि ने कहा कि बरसात के समय जल भराव के कारण सडकें बहुत जल्द खराब हो जाती हैं और टूट जाती हैं। उन्होंने कहा कि संबंधित निर्माण एजेंसी को सडक निर्माण करते समय सडक किनारे जल निकास की व्यवस्था पर विशेष ध्यान देना चाहिए ताकि सडकें लंबे समय तक चलें और वाहन चालकों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।
मुख्य सचिव ने स्कूली बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कार्रवाई का किया आह्वान
डीसी व एसपी अगले 10 दिनों के भीतर प्रत्येक स्कूल बस और उनके फिटनेस मानक का करें निरीक्षण – टी.वी.एस.एन. प्रसाद
चंडीगढ़, 12 अप्रैल, अभीतक:- हरियाणा के मुख्य सचिव श्री टी.वी.एस.एन. प्रसाद ने आज नागरिक और पुलिस प्रशासन को अगले 10 दिनों के भीतर प्रत्येक स्कूल बस और उनके फिटनेस मानक का निरीक्षण करने के कड़े निर्देश जारी किए। मुख्य सचिव महेंद्रगढ़ जिले में हुई दुखद घटना जिसमे लापरवाही के कारण छोटे स्कूली बच्चों की जान चली गई और कई घायल हो गए को लेकर एक आपातकालीन बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। स्कूलों में सुरक्षा उपायों को सुदृढ़ करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित इस बैठक में डिवीजनल कमिश्नर, उपायुक्त, रेंज एडीजीपी, सीपी और जिला एसपी शामिल थे। यह बहुत महत्वपूर्ण है कि सुरक्षित परिवहन सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों द्वारा अनफिट बसों को तुरंत नई बसों से बदलकर प्रशिक्षित ड्राइवरों को नियुक्त किया जाए। यदि कोई स्कूल निर्देशों का पालन करने में विफल रहता है, तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त और अनुकरणीय कार्रवाई की जाए। मुख्य सचिव ने कहा कि कनीना में युवा जिंदगियों की हानि प्रदेश के लिए एक बहुत ही दुखद घटना है, जिसके लिए गहन और विस्तृत आत्मनिरीक्षण और कार्रवाई की आवश्यकता है। मुख्य सचिव ने कहा कि लोक सेवक के रूप में, यह सुनिश्चित करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि स्कूली बच्चों को उच्चतम मानक की सुरक्षित परिवहन सुविधाएं मिलें। उन्होंने कहा कि इस दुखद घटना में शामिल सभी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, चाहे उनकी पहचान कुछ भी हो। लाभ के लिए मासूम बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वालों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। सख्त अनुकरणीय कार्रवाई से ऐसे घृणित कार्यों में शामिल लोगों में डर पैदा होना चाहिए। श्री टी.वी.एस.एन. प्रसाद ने कहा कि सुरक्षा उद्देश्यों के लिए संबंधित विभागों द्वारा कई नीतियां और दिशानिर्देश पहले ही जारी किए जा चुके हैं। हालाँकि, इन उपायों का प्रभावी कार्यान्वयन फील्ड अधिकारियों पर निर्भर है। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को आगाह किया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति होने पर वरिष्ठ स्तर पर भी निर्णायक एवं अभूतपूर्व कार्रवाई की जाएगी। श्री टी.वी.एस.एन. प्रसाद ने कहा कि सभी अधिकारियों को स्कूल प्रबंधन द्वारा अनफिट स्कूल बसों को नई बसों से बदलना सुनिश्चित करना चाहिए। इसके अतिरिक्त, उन्हें स्क्रीनिंग करनी चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रशिक्षित ड्राइवर कार्यरत हैं। उन्होंने बच्चों की सुरक्षा के लिए संबंधित अधिकारियों द्वारा जारी किए गए सुरक्षा दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए समस्त स्कूल प्रणाली में एक स्पष्ट संदेश भेजने के लिए प्रभावशाली स्कूल प्रबंधनों की कड़ी निगरानी को प्राथमिकता देने के भी निर्देश दिए। मैं व्यक्तिगत रूप से स्थिति की बारीकी से निगरानी करने और 10 दिनों के बाद इसकी समीक्षा करूंगा। उन्होंने आगे कहा कि हम प्रत्यक्ष सुधार की मांग करते हैं और इससे कम पर हम राजी नहीं होंगे। हरियाणा को स्कूली बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक मॉडल राज्य के रूप में उदाहरण स्थापित करना चाहिए। इसका मतलब है सर्वोत्तम बसें और सर्वोत्तम ड्राइवर। जारी निर्देशों का अक्षरशः पालन सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक विभाग को समन्वय बनाकर कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्यारे बच्चों को खो दिया है। हमें उच्चतम स्तर की सख्ती और सुरक्षा मानकों को लागू करने के लिए तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। हम उन माता-पिता के प्रति ऋणी हैं जिन्होंने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में अपने बच्चों को खो दिया। जो त्रासदी घटित हुई है उसे हम समाप्त नहीं कर सकते, लेकिन ऐसी घटनाओं को दोबारा होने से रोकने के लिए हम अपनी शक्ति में सब कुछ कर सकते हैं और करना ही चाहिए। हमारे बच्चे इससे कम के पात्र नहीं हैं। पुलिस महानिदेशक श्री शत्रुजीत कपूर ने बैठक में बताया कि चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 को हरियाणा 112 के साथ पहले से ही एकीकृत किया गया है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि सभी कॉल आपातकालीन नंबर पर पहुंचें। इसके अलावा, उन्होंने सुरक्षित स्कूल वाहन नीति की देखरेख करने वाली जिला-स्तरीय समितियों की परिचालन दक्षता की गहन समीक्षा की सिफारिश की। अतिरिक्त मुख्य सचिव स्कूल शिक्षा, डॉ. जी अनुपमा ने मुख्य सचिव को अवगत करवाया कि इस मामले में 3 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं और जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूल प्रबंधन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके अलावा, महेंद्रगढ़ जिला नगर आयुक्त द्वारा पहले ही स्कूल प्रबंधन को टेकओवर किया जा चुका है। परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव श्री नवदीप सिंह विर्क ने मुख्य सचिव को मौजूदा सुरक्षित स्कूल वाहन नीति के बारे में जानकारी दी, जो स्कूली बच्चों के सुरक्षित परिवहन को सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई है और समय-समय पर जिला प्रशासन द्वारा निगरानी की जाती है। उन्होंने आगे कहा कि भविष्य में, विभाग द्वारा प्रत्येक स्कूल बस में स्पीड गवर्नर की स्थापना और इसके सञ्चालन को सुनिश्चित किया जायेगा। इसके अलावा, स्कूल बसों की जांच के लिए एक योजना बनाकर उसे लागू किया जाएगा।
सीईआईआर पोर्टल पर मिली शिकायत पर कार्रवाई करते हुए झज्जर साइबर सैल ने ढूंढ निकालें लोगों के गुम हुए पांच लाखों रुपयों के मोबाइल फोन
शुक्रवार को पुलिस उपायुक्त डॉक्टर अर्पित जैन की मौजूदगी में सौंपे गए असल मालिकों को उनके मोबाइल फोन
झज्जर, 12 अप्रैल, अभीतक:- झज्जर पुलिस का साइबर सैल जहां अपराध व अपराधियों पर शिकंजा कसने में अहम भूमिका निभा रहे है, वहीं जिला की साइबर सैल की टीम ने गहनता से छानबीन की कार्रवाई करके महत्वपूर्ण सुराग जुटाकर आमजन के गुमशुदा हुए अनेक मोबाइल फोन को ढूंढ कर सराहनीय कार्य किया है। पुलिस उपायुक्त डॉक्टर अर्पित जैन के दिशा- निर्देश अनुसार साइबर सुरक्षा शाखा झज्जर ने मोबाइल फोन गुम होने की शिकायतों पर गहनता से छानबीन करते हुए मोबाइल फोनों को बरामद करने में सफलता प्राप्त की गई। साइबर सुरक्षा शाखा द्वारा 27 गुमशुदा मोबाइल फोन को बीते 03माह में बरामद किया गया है। विभिन्न स्थानों से बरामद किए गए मोबाइल फोन शुक्रवार को पुलिस उपयुक्त कार्यालय में डॉक्टर अर्पित जैन की मुख्य मौजूदगी में साइबर सैल प्रभारी सहायक उप निरीक्षक देवेंद्र द्वारा असल मालिकों को सौपे गए। गुमशुदा मोबाइल फोन ढूंढ कर जिन व्यक्तियों को सौंपे गए उनमें विनोद, निशांत, हिमांशी, मनजीत, भारती, संतोष ,जितेंद्र, महासिंह, अमित, कैलाश देवी, रामकुमार, नवनीत, अमन, रामकरण, विनोद, पवन, रुचि, संदीप, विपिन व अन्य शामिल हैं। पुलिस उपायुक्त डॉक्टर अर्पित जैन ने बताया कि झज्जर पुलिस की साइबर शाखा को मोबाईल फोन गुम होने की शिकायतें सीईआईआर पोर्टल पर मिली थी। गुमशुदा मोवाइल फोन को उनके असल मालिकों को सौंपने के संबंध में साइबर सुरक्षा शाखा को विशेष रूप से गहन कार्रवाई करने के दिशा निर्देश दिए गए थे। साइबर सुरक्षा शाखा की अलग-अलग टीमों द्वारा गुम हुए मोबाइल फोनों पर गहनता से जांच करते हुए 27 मोबाईल फोन की बरामदगी की गई है। जिनमें से शुक्रवार को साइबर शाखा द्वारा अभी तक कुल 19मोबाइल फोन असल मालिकों को सौपे जा चुके है। बरामद किए गए मोबाइल फोनों की कीमत करीव पांच लाख रुपये है। उन्होंने बताया कि मोबाइल फोन गुमशुदगी की शिकायतों पर साइबर सेल की टीमों द्वारा आईईएमआई नंबर द्वारा मोबाइल फोन में इस्तेमाल किए गये सिम की सहायता से गुमशुदा मोबाइल की लोकेशन को ट्रेस किया गया। जिससे गुमशुदा उपरोक्त मोवाइल फोन की बरामदगी संभव हो सकी। पुलिस के स्तर पर इस प्रकार की शिकायतों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। गुमशुदा फोन बरामदगी में साइबर सेल मे तैनात मुख्य सिपाही विकर्ण, सिपाही संजीव, सिपाही विवेक द्वारा विशेष रूप से कार्यवाही अमल में लाई गई।
चोट मार कर हत्या करने के मामले में दो आरोपी गिरफ्तार
झज्जर, 12 अप्रैल, अभीतक:- थाना साल्हावास के अंतर्गत पुलिस चैकी झाडली के एरिया मे चोट मार कर हत्या करने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। मामले की जानकारी देते हुए चैकी प्रभारी सहायक उप निरीक्षक रविंद्र ने बताया कि पुलिस उपायुक्त झज्जर डॉक्टर अर्पित जैन द्वारा आपराधिक मामलों में तत्परता से कार्रवाई करके आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के संबंध में कड़े दिशा निर्देश दिए गए हैं पुलिस उपायुक्त के दिए गए दिशा निर्देशों की पालना करते हुए चैकी झाडली की पुलिस टीम ने दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की।उन्होंने बताया कि युद्धवीर पुत्र रामहेर निवासी झाड़ली ने शिकायत देते हुए बताया कि महेश ने लेबर का टेंडर ले रखा है जिसकी लेबर मुकेश के बनाए गए कमरो में रहती है। इसी रंजिश को मन में रखते हुए मुकेश की हत्या की गई है। 10 अप्रैल 2023 की शाम को हमें जेके सुपर पार्किंग के सामने अपने खेत में काम कर रहे थे तो हमें ट्रांसपोर्ट ऑफिस के सामने बनी पार्किंग में कुछ झगड़े की आवाज सुनाई दी जब मै और जयदीप मौके पर पहुंचे तो हमने देखा कि कुछ व्यक्ति अपने हाथ में हथोड़ा डंडा व लोहे की रोड लिए हुए हैं और मुकेश को देखते ही उन्होंने उस पर लोहे कि राड और हथौड़ों से हमला कर दिया और उसको वहीं पर अधमरा कर दिया इसके बाद उसे मौके पर छोड़कर फरार हो गए। जिसे हम इलाज के लिए ले गए तो इलाज के दौरान मुकेश की मौत हो गई जि शिकायत पर कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ थाना साल्हावास में आपराधिक मामला दर्ज किया गया दर्ज मामले पर चैकी में तैनात उप निरीक्षक ओम प्रकाश की पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान नरसिंह पुत्र करण सिंह निवासी झाड़ली के तौर पर की गई। पकड़े गए दोनों आरोपियों को अदालत झज्जर में पेश किया गया पकड़े गए एक आरोपी को माननीय अदालत के आदेश अनुसार न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया वहीं दूसरे आरोपी नर्सिंग को पूछताछ के लिए दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया।
सोशल मीडिया पर अवैध हथियारों का प्रदर्शन करने के मामले में दो आरोपियों को भेजा जेल
झज्जर, 12 अप्रैल, अभीतक:- पुलिस उपायुक्त झज्जर डॉक्टर अर्पित जैन द्वारा सोशल मीडिया पर हथियारों का प्रदर्शन करने के संबंध में बार-बार बच्चों,युवाओं व उनके माता-पिता को कार्यालय में बुलाकर समझाया गया था।जिसमें उनके परिजनो द्वारा आश्वासन के बाद उन्हें एक मौका दिया गया था।परंतु फिर भी कुछ शरारती तत्वों द्वारा सोशल मीडिया पर अवैध हथियारों का प्रदर्शन किया जा रहा है।जिस पर पुलिस उपायुक्त ने सभी थाना प्रबंधकों,व सीआईए, साइबर सेल को दिशा निर्देश दिए हैं कि भविष्य में अगर ऐसा कोई करता हुआ मिलता है तो उसके खिलाफ सख्स से सख्त कार्रवाई अमल मे लाई जाए। दिए गए दिशा निर्देशों की पालना करते हुए थाना दुजाना प्रबंधक निरीक्षक मनजीत कुमार ने बताया कि थाना में तैनात मुख्य सिपाही नीरज कुमार की टीम ने दो आरोपियों को सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ प्रदर्शन करके आम जन में डर व भय का माहौल पैदा करने के मामले में कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान आकाश व पंकज निवासी बिरधाना जिला झज्जर के तौर पर की गई। पकड़े गए आरोपियों पर पहले भी कई अपराधिक मामले दर्ज हैं। पकड़े गए दोनों आरोपियों पर जानलेवा हमला, हत्या , लूटपाट व अवैध हथियार के आपराधिक मामले पहले से ही विभिन्न स्थानों में दर्ज हैं। पकड़े गए दोनों आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें अदालत झज्जर में पेश किया गया माननीय अदालत के आदेश अनुसार आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। जिस संबंध में पुलिस उपायुक्त ने बताया कि साइबर सेल की टीम द्वारा से शरारती तत्वों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
सेफ स्कूल पॉलिसी के तहत यातायात नियमों का पालन न करने वाले वाहन चालकों पर पुलिस ने कसा शिकंजा
झज्जर, 12 अप्रैल, अभीतक:- सेफ स्कूल वाहन पॉलिसी और सरकार के द्वारा जारी निर्देशों के तहत कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को झज्जर पुलिस द्वारा जिले भर में एक विशेष अभियान चला कर स्कूल वाहनों की चेकिंग की गई जिसमें अनियमितता पाए जाने पर 36 वाहन चालकों के चालान किए गए। जिस संबंध में यातायात पर्यवेक्षण अधिकारी सहायक पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने बताया कि पुलिस आयुक्त झज्जर श्री बी सतीश बालन के दिशा निर्देशानुसार कार्रवाई करते हुए स्कूल बसों में यातायात के नियमों का पालन न किए जाने वालों पर कार्रवाई करते हुए 36 वाहन चालकों के चालान किए गए। कनीना जिला महेंद्रगढ़ जैसी कोई घटना हमारे जिले में ना हो इसके लिए प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है और प्रत्येक बच्चे की सुरक्षा की जिम्मेवारी हमारी है। इस दौरान खुद यातायात पर्यवेक्षक अधिकारी ने वाहनों की जांच करते हुए सभी के दस्तावेज चेक किया, आवश्यकता से अधिक बच्चे बैठे मिलने पर उनके चालान किए गए, वहां चालको व हेल्पर के एड्रेस में न मिलने पर, बस में सीसीटीवी कैमरे ना लगे होने आदि मापदंडों के आधार पर कार्रवाई करते हुए चालान किए गए हैं ।उन्होंने कहा कि स्कूल बसों में सीसीटीवी कैमरे लगे होने चाहिए। चालक-परिचालक की वर्दी होनी चाहिए, महिला सहायक का होना जरूरी है, नंबर प्लेट ठीक होनी चाहिए। पूरे दस्तावेज और प्राथमिक चिकित्सा पेटी व उसके अंदर पूरा सामान होना चाहिए। बस की लाइटें ठीक काम करनी चाहिए। बस के आगे व पिछे रिफ्लेक्टर टेप लगी होनी चाहिए। स्कूल बसों के पिछे आपातकालीन हेल्पलाइन नम्बर लिखे होने चाहिए। ऐसा न करने वाले चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि यह अभियान जारी रहेगा।
निर्धारित नियमों की अवहेलना करते पाए जाने पर स्कूल बसों के खिलाफ की जाएगी कार्यवाही
सुरक्षित स्कूल वाहन संचालन व सड़क सुरक्षा नियमों की पालना को सुनिश्चित करने को लेकर झज्जर पुलिस ने चलाया विशेष चैकिंग अभियान
झज्जर, 12 अप्रैल, अभीतक:- स्कूल बसों द्वारा स्कूली बच्चों के सुरक्षित आवागमन के मध्येनजर झज्जर जिला में सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के तहत स्थानीय पुलिस द्वारा विशेष रुप से कड़ी निगाह रखी जा रही है। झज्जर पुलिस द्वारा सड़क सुरक्षा नियमों की पालना को सुनिश्चित करने व सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के उद्देश्य को लेकर विशेष चैकिंग अभियान चलाया जा रहा है। सड़क दुर्घटना को रोकने व सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के मद्देनजर झज्जर पुलिस द्वारा शैक्षणिक संस्थानों व सार्वजनिक स्थानों पर यातायात नियमों की पालना को लेकर विशेष अभियान चलाया गया है। झज्जर जिला में सड़क सुरक्षा नियमों की पालना व सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी का पालन करने को लेकर चलाए गग अभियान की सफलता को सुनिश्चित करने के लिए विशेष रूप से कड़े दिशा निर्देश दिए गए हैं। जिला झज्जर में सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी की पालना के लिए चलाए गए अभियान के तहत स्कूल बसों के चालक व परिचालक के लिए जारी किये गये निर्देशो की पालना करने बारे अवगत करवाया जा रहा है। झज्जर जिला में सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के नियमों की पालना को लेकर एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। पुलिस के उच्च अधिकारियों की मौजूदगी में हुई बैठक के दौरान सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी बारे विस्तृत चर्चा की गई। स्कूल बसों के चालकों व परिचालकों के साथ ही स्कूल के बच्चो व अन्य मौजूद स्कूल अध्यापकों को भी ट्रैफिक नियमों बारें अवगत करवाया गया। बच्चों व स्कूल स्टाफ को स्कूल बसों के संचालन में सड़क सुरक्षा नियमों की जानकारी देने का उद्देश्य स्कूली बच्चे सकुशल स्कूल में आ व जा सकें। स्कूल के बच्चों का घर से स्कूल और स्कूल से घर वापसी के सकुशल आवागमन के संबंध में स्कूल संचालकों तथा स्कूल बस के चालक व परिचालकों के लिए जरूरी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। सेफ स्कूल वाहन पॉलिसी को लेकर जारी निर्देशों के तहत कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को झज्जर पुलिस द्वारा जिले भर में एक विशेष अभियान चला कर स्कूल वाहनों की चेकिंग की गई। चेकिंग के दौरान निर्धारित नियमों की अवहेलना तथा अनियमितता पाए जाने पर 36 वाहन चालकों के चालान किए गए। यातायात पर्यवेक्षण अधिकारी सहायक पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने बताया कि पुलिस आयुक्त झज्जर श्री बी सतीश बालन के दिशा निर्देशानुसार कार्रवाई करते हुए स्कूल बसों में यातायात के नियमों की अवहेलना करते पाए जाने पर कार्रवाई करते हुए 36 वाहन चालकों के चालान किए गए। उन्होंने बताया कि कनीना जिला महेंद्रगढ़ जैसी कोई घटना झज्जर जिला में ना हो इसके लिए जिला पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। विशेष अभियान के दौरान स्वम् यातायात पर्यवेक्षक अधिकारी ने वाहनों की जांच करते हुए सभी के दस्तावेज चेक किए, निर्धारित नियमों की अवहेलना करते पाए जाने वाले वाहनों के चालान किए गए। उन्होंने बताया कि सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के नियमो के पालन को सुनिश्चित करने के लिए चलाया जा रहा अभियान लगातार जारी रहेगा।
किसानों के लिए किसी ने गारंटी दी और उस गारंटी को पूरा किया वो चैधरी देवीलाल ने कियारू अभय सिंह चैटाला
चैधरी देवीलाल और ओमप्रकाश चैटाला ने जैसे गारंटी पूरी की थी उसी प्रकार इनेलो सरकार बनने पर गारंटी पूरी की जाएंगी
कहा – मोदी की गारंटी झूठी, 2014 से लेकर अब तक जो गारंटी दी हैं, उनमें से कोई भी पूरी नहीं हुई
दावा – तीन लोकसभा सीटों पर इनेलो जीतेगी और हरियाणा में भी इनेलो की सरकार होगी
बीजेपी और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों को यहां के लोगों के सुख दुख से कोई सरोकार नहीं रखा, ये बस चुनाव में वोट लूटने आए हैं और उसके बाद कभी नजर नहीं आएंगे
कैथल, 12 अप्रैल, अभीतक:- भाजपा के मोदी की गारंटी के नारे के मुकाबले अभय चैटाला ने इनेलो के लिए चै. देवीलाल की गारंटी का नारा देकर लोगों से वोट की अपील की है। कलायत हलका के अपने दौरे के दूसरे दिन अभय चैटाला ने यह नारा दिया और कहा कि जिस तरह से चैधरी देवीलाल ने 1987 में दी अपनी गारंटियों को चुनाव आते ही पूरा कर दिया था, उसी तरह से चैधरी ओमप्रकाश चैटाला ने जो अब गारंटी दी हैं, इनेलो की सरकार बनने पर उन्हें पूरा किया जाएगा। कलायत हलका में प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा की अगुवाई में आयोजित जनसभाओं में कुरुक्षेत्र से इनेलो प्रत्याशी अभय चैटाला ने कहा कि मोदी ने 2014 से लेकर अब तक जो गारंटी दी हैं, उनमें कोई भी पूरी नहीं हुई। गारंटी तो ताऊ देवीलाल ने 1987 में दी थीं, उन्होंने कहा था कि इनेलो की सरकार बनने पर बुजुर्गों को 100 रुपये पेंशन, किसानों का 10 हजार का कर्ज माफ व गरीब की बेटी की शादी में 5100 रुपये कन्यादान दिया जाएगा। जैसे ही 1987 में चैधरी देवीलाल की सरकार बनी तो उन्होंने पहली कलम से तीनों गारंटी लागू कर दी थी। इसी प्रकार से चैधरी ओमप्रकाश चैटाला ने 24 फरवरी 2023 को एक न्याय यात्रा करवाई थी। जिसमें प्रदेश के दो हजार से अधिक गांवों में वे 4200 किलोमीटर पैदल चले थे। छह माह 11 दिन में यह यात्रा पूरी करके जब चैटाला जी से मिले तो उन्हें बताया कि प्रदेश के लोगों की हालत खराब है, जब उन्हें बताया कि हरियाणा की सरकार ने पांच लाख से ज्यादा बुजुर्गों की पेंशन काट दी, दो लाख से अधिक गरीब लोगों के पीले कार्ड इस सरकार ने काट दिए, गांव में पीने के पानी की कमी है, स्कूलों में मास्टर नहीं है, अस्पतालों में डॉक्टर नहीं है। रोजगार नहीं, अपराध बढ़ गया है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए चैधरी ओमप्रकाश चैटाला ने ताऊ देवीलाल की तर्ज पर गारंटी दी है कि इनेलो की सरकार बनने पर जिन लोगों की पेंशन काट दी है, उस पेंशन को ब्याज सहित बुजुर्गों की घरों में भेजेंगे और 7500 रुपये पेंशन की जाएगी। दो लाख पीले कार्ड जो काटे हैं, उन्हें बहाल किया जाएगा। गरीब लोगों को 100 गज का प्लाट व उस पर मकान बनाकर दिया जाएगा। माताओं व बहनों को गैस सिलेंडर हर माह की पहली तारीख को सरकार की ओर से निशुल्क दिया जाएगा। साथ ही गृहिणी के खाते में 1100 रुपये दिए जाएंगे। पढ़े लिखे बच्चों को विदेश जाने की मजबूरी की बजाए ऐसी नीति बनाएंगे बच्चा विदेश से यहां आएगा और मां-बाप के पास रहेगा। हर बच्चे को रोजगार व गारंटी देंगे। बेरोजगारों को 21000 रुपये का बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। इनेलो की सरकार तभी बनेगी, जब लोकसभा में इनेलो का प्रत्याशी जीतेगा। उन्होंने कहा कि इनेलो को लेकर लोगों में जोश है। इनेलो दस तो नहीं बल्कि तीन लोकसभा सीटें इस बार जरूर जीतेंगे। जहां तीन जीत जाओगे तो आने वाले समय में प्रदेश में इनेलो की सरकार बनेगी और जो गारंटी ओमप्रकाश चैटाला ने दी हैं, उन्हें चैधरी देवीलाल की तर्ज पर पूरा किया जाएगा क्योंकि यह गारंटी चैधरी ओमप्रकाश चैटाला ने दी है। अभय चैटाला ने कहा कि कुरुक्षेत्र की सीट पर उनके सामने आए दोनों उम्मीदवार बड़े पूंजीपति हैं। मोदी ने नवीन जिंदल को लेकर खुद कहा था कि तिजोरी में धन देखा है, लेकिन नवीन जिंदल की ऐसी तिजोरी है, जिसमें 40 हजार करोड़ का कोयला है। इसे कोयला चोर बताया था। पहले चोर कहते थे, अब कोहिनूर कहते हैं। अब यह भाजपा में है, इसलिए यह कोहिनूर हो गया। दूसरा सुशील गुप्ता पहली बार नजर आ रहे हैं। आज से पहले सुशील गुप्ता कहां थे। उन्होंने कहा कि दोनों उम्मीदवारों ने यहां के लोगों के सुख दुख से कोई सरोकार नहीं रखा। ये बस चुनाव में वोट लूटने आ गए हैं। इसलिए इन लोगों को अच्छी तरह से जान लें कि ये आपके कितने हितैषी हैं।
शाही लवाजमे के साथ निकले ईसर-गणगौर का दो दिवसीय मेला हुआ संपन्न
’नागपाल शर्मा माचाड़ी की रिपोर्ट
माचाड़ी अलवर, 12 अप्रैल, अभीतक:- राजगढ़- लक्ष्मणगढ़ विधानसभा क्षेत्र के राजगढ़ सहित अनेक जगहों में मनाया जाने वाला ईसर-गणगौर मेले का ऐतिहासिक पर्व ईसर-गणगौर की ऐतिहासिक सवारी के दुसरे दिन संपन्न हुआ। ईसर-गणगौर के पर्व पर घर -घर में महिलाओं ने ईसर-गणगौर की पूजा अर्चना परम्परागत रूप से की। राजगढ़ नगर पालिका की और से ईसर-गणगौर की ऐतिहासिक सवारी गोविंद देवजी मंदिर से शाम को हर्षोल्लास के साथ निकाली गई। महिलाओं ने पुष्प वर्षा कर सवारी का अभिनंदन किया। गोविंद देवजी मंदिर के महंत दिलीप मुखर्जी व पार्षदों की मौजूदगी में बैंड बाजें के साथ ऊंट व घोड़ों के साथ ईसर-गणगौर की भव्य आकर्षक शोभायात्रा(झांकी) निकाली गई। कस्बे के चैपड़ बाजार व प्रमुख बाजारों से होती हुई सवारी ऐतिहासिक कुंड पर पहुंची।इसी के साथ गणगौर के दो दिवसीय मेला की भी शुरुआत हुई। कुंड पर विधि विधान के साथ पंडित मांगीलाल शर्मा ने पार्षद पवन सिंह नरूका व उनकी पत्नी और जर्मनी से आईं हेना अग्रेजनी,तथा बृजवासी गौ रक्षक सेना के जिलाध्यक्ष नागपाल शर्मा सहित अन्य पार्षदों व प्रमुख लोगों की मौजूदगी में पूजा अर्चना की गई। कुंड पर नगर पालिका की और से भव्य सजावट की गई। गणगौर के दो दिवसीय मेले में विक्रेताओं ने अपने उत्पाद बेचकर लाभ कमाया। कुंड पर देर रात्रि तक महिला-पुरुषों का जमावड़ा बना रहा।इस अवसर पर अशोक पालीवाल,पंडित समर्थलाल शर्मा,प्रशांत पंडित,गौरव कसेरा,धर्मी रैबारी,टूल्ली धाबाई,मांगेलाल सैनी, अनील गुप्ता सहित अनेक लोगों ने भी साथ में पुजा-अर्चना की। मेले में महिला-पुरुषों एवं बच्चों ने चाट-पकौड़ौ,आईसक्रीम का आंनद लिया। मिट्टी के बर्तनों सहित अन्य सामान की मेले में खरीदारी भी की। गणगौर विसर्जन के साथ दो दिवसीय गणगौर मेला संपन्न हुआ।
गौमाता को राष्ट्र गौमाता घोषित करने व परिवार और देश की कुशलता के लिए किया हवन यज्ञ के साथ रामायण का पाठ
नागपाल शर्मा माचाड़ी की रिपोर्ट
ंमाचाड़ी अलवर, 12 अप्रैल, अभीतक:- अलवर अशोक सिंह नरूका ने अपने निवास स्थान 60 फीट रोड रामनगर कोलोनी अलवर में गौमाता को राष्ट्र गौमाता घोषित करने व अपने परिवार और देश की कुशलता के लिए अपने निवास स्थान पर रामायण पाठ व संगितमय सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया रामायण पाठ व सुंदरकांड पाठ संपन्न होने के बाद रात्रि भजन-कीर्तन कर सुबह पुजा-अर्चना व हवन-यज्ञ आदि करके कन्याओं को भोजन कराकर उनका आशीर्वाद लिया उसके बाद उपस्थित लोगों को पंगत में बैठाकर प्रसाद वितरण किया।इस अवसर पर अशोक सिंह
जातिगत आरक्षण एससी एसटी एक्ट में संशोधन कराने और गौमाता को राष्ट्र माता घोषित कराने के लिए त्रिलोक तिवारी लड़ रहे हैं चुनाव।
’नागपाल शर्मा माचाड़ी की रिपोर्ट
माचाड़ीअलवर, 12 अप्रैल, अभीतक:- जयपुर शहर लोकसभा क्षेत्र से राष्ट्रीय समता विकास पार्टी के प्रत्याशी बाबा त्रिलोक तिवारी ने मानसरोवर में व्यापारियों से मिलकर चुनाव की चर्चा की और कहा कि हमारा मत समर्थन क्यों और किसके लिए? तथा सिटी पार्क पर युवा पीढ़ी के बच्चों से भी मिले और उनको अपने चुनाव संग्राम के प्रमुख रुप से दो उद्देश बताई उन्होंने कहा कि मेरा पहला उद्देश्य जातिगत आरक्षण एससी एसटी एक्ट में संसोधन करवाना। तथा दूसरा उद्देश गौमाता को गौ राष्ट्र माता घोषित करवाना है। त्रिलोक तिवारी ने कहा कि त्रिलोक तिवाड़ी का वादा नहीं काम होगा। आपके जयपुर शहर का चैमुखी विकास होगा। लोगों को समझाएंगे तो उपस्थित लोगों ने कहा कि बाबा त्रिलोक तिवाड़ी को जिताएंगे। जनता ने उन्हें इस बात का आश्वासन दिया कि हम आपके उद्देश को बाबा जरूर पूरा करेंगे। क्योंकि गौमाता के नाम पर चंदे का व्यापार बंद तभी होगा जब गौमाता, गौराष्ट्र माता घोषित होगी। बाबा ने कहा गरीब जाती देख कर नहीं आती तो आरक्षण जाति देख कर क्यों? गरीबों को संरक्षण शिक्षा और स्वास्थ फ्री मिलना चाहिए चाहे वह किसी भी जाति का क्यों ना हो। बाकी अमीरों के लिए यह फ्री की सब सुविधा बंद होनी चाहिए जिससे मेरा देश विश्व गुरु बनने ना कि अपंग व अनपढ़ देश बने। इसलिए आरक्षण में परिवर्तन करवाने के लिए चुनाव लड़ना जरूरी है।
विद्यार्थियों के लिए इंटर्नशिप व प्रशिक्षण कार्यक्रम वर्तमान समय की मांग – प्रो. सोमनाथ सचदेवा
चमन लाल सेतिया एक्सपोर्टस करनाल के अधिकारियों ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का दौरा किया, शोध और प्रशिक्षण के लिए 20 लाख रुपये देने की घोषणा
चंडीगढ़, 12 अप्रैल, अभीतक:- कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा है कि विद्यार्थियों के लिए इटर्नशिप व प्रशिक्षण कार्यक्रम वर्तमान समय की मांग है। शोध एवं नवाचार को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भी विद्यार्थियों के लिए इटर्नशिप एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम पर जोर दिया गया है। यह विचार कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने शुक्रवार को चमन लाल सेतिया एक्सपोर्टस करनाल के मालिक श्री विजय सेतिया व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक में राईस मिल्स में उपयोग होने वाली विभिन्न तकनीकों और उन द्वारा किए जा रहे शोध कार्या के बारे में चर्चा के दौरान व्यक्त किए। प्रो. सोमनाथ सचदेवा की पहल पर श्री विजय सेतिया ने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत विश्वविद्यालय को शोध और प्रशिक्षण के लिए 20 लाख रुपये देने की भी घोषणा की जिसका कुलपति प्रो. सोमनाथ ने स्वागत किया और इस संबंध में चमन लाल सेतिया एक्सपोर्टस के साथ मिलकर शोध और नवाचार के क्षेत्र में कार्य करने का आह्वान किया। इस अवसर पर पंजाब नेशनल बैंक से सेवानिवृत्त महाप्रबंधक सतीश चावला, आई.आई.टी. खड़गपुर से शिक्षा प्राप्त डॉ. रवि, आई.आई.टी. दिल्ली से डॉ. मंधिरा ने एक प्रस्तुति के माध्यम से उन द्वारा किए जा रहे विभिन्न शोध कार्य के विषय में विश्वविद्यालय के शिक्षकों और अधिकारियों को अवगत करवाया।
शिक्षा हेतु सर्वोत्तम शिक्षण संस्थान का चुनाव जीवन का महत्वपूर्ण निर्णय – प्रो. सोमनाथ सचदेवा
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केन्द्र द्वारा दो दिवसीय ऑनलाइन छात्र प्रेरक कार्यक्रम आयोजित
चंडीगढ़, 12 अप्रैल, अभीतक:- कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केन्द्र द्वारा 10 तथा 12 अप्रैल 2024 को आयोजित दो दिवसीय ऑनलाइन छात्र प्रेरक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बतौर मुख्यातिथि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि शिक्षा ग्रहण करने के लिए सर्वोत्तम शिक्षण संस्थान का चुनाव जीवन के महत्त्वपूर्ण निर्णयों में एक होता है। इस अवसर पर कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने ऑनलाइन जुडे विद्यार्थियों से कहा कि आपने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केन्द्र में दाखिला लेकर एक अच्छा निर्णय लिया है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हरियाणा की सबसे बड़ी पुरानी और नैक ग्रेडिंग ए प्लस प्लस यूनिवर्सिटी है। विश्वविद्यालय शोध के क्षेत्र में निरन्तर प्रगति कर रहा है तथा पिछले 2 वर्षों में विश्वविद्यालय ने 63 पेटेंट दर्ज किए हैं। भारत के सरकारी विश्वविद्यालयों के सांस्कृतिक क्षेत्र में विश्वविद्यालय का पहला स्थान है। कुलपति प्रो. सोमनाथ ने कहा कि विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र विश्वविद्यालय के मूल स्तंभ है। जो विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण करके खेल, राजनीति, मीडिया, कला, अभिनय, गायन के क्षेत्र में भारत का नाम रोशन कर रहे है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ऐसा संस्थान है जिसने सबसे पहले राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को स्नातक स्तर पर विश्वविद्यालय के कैम्पस और इससे संबंधित महाविद्यालयों में लागू किया है। विश्वविद्यालय अच्छी शिक्षा के साथ-साथ छात्रों को रोजगार देने के लिए प्रयासरत है। कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ ने बताया कि दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केन्द्र (सीडीओई) के पास बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर है तथा अपने पर्सनल कांटेक्ट (पीसीपी) कार्यक्रम के दौरान छात्रावास की सुविधा भी उपलब्ध करवाती है। सीडीओई का एक अलग पुस्तकालय भी है जहाँ दूरस्थ शिक्षा के छात्र अध्ययन कार्य कर सकते हैं। निदेशालय दूरस्थ शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन अवसर प्रदान कर रहा है इस निदेशालय में शिक्षा ग्रहण करने के पश्चात छात्र देश और समाज के लिए कार्य करेंगे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा ने कहा कि इस छात्र प्रेरक कार्यक्रम का उद्देश्य नए छात्रों को शैक्षणिक वातावरण में समायोजित करके उनकी मदद करना है। प्रो. शर्मा ने कहा कि यह भारत में हरियाणा प्रदेश का सबसे पुराना दूरस्थ शिक्षा केन्द्र है जो 1976 की निरन्तर अपनी शिक्षा प्रदान कर रहा है। निदेशालय का पीसीपी कार्यक्रम अपने विश्वविद्यालय के श्रेष्ठ शिक्षकों द्वारा दूरस्थ शिक्षा को बढ़ावा दे रहा है। वर्तमान में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय नैक रैकिंग में ए प्लस प्लस है। यह देश का कैटगरी वन विश्वविद्यालय है जो प्रदेश में सांस्कृतिक शोध और खेल जगत में अपनी अग्रणी भूमिका अदा कर रहा है।
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय ने भारतीय कृषि अनुसंधान के शोध संस्थान राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र के साथएमओयू पर किए हस्ताक्षर
चंडीगढ़, 12 अप्रैल, अभीतक:- महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक ने आज भारतीय कृषि अनुसंधान (आईसीएआर) के शोध संस्थान राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र (एनआरसीई), हिसार के साथ करार-पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह तथा निदेशक, एनआरसीई डा. टी.के. भट्टाचार्य की उपस्थिति में इस एमओयू समारोह का आयोजन किया गया। इस एमओयू के तहत एमडीयू तथा एनआरसीई के मध्य संयुक्त शोध, संयुक्त वैज्ञानिक परियोजनाओं, फैकल्टी तथा स्टूडेंट एक्सचेंज, संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने इस अवसर पर कहा कि आज का युग शैक्षणिक तथा शोध सहभागिता का है। ऐसे में जीव विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी, माइक्रोबायोलोजी समेत अन्य इंटर डिसीप्लिनरी वैज्ञानिक क्षेत्रों में सहभागिता की बेहतरीन संभावनाएं हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि ये एमओयू बायोटैक्, न्यू आईआईटी तथा जीव विज्ञान संकाय के प्राध्यापकों तथा शोधार्थियों के लिए प्रभावी शोध के नए अवसर प्रदान करेगा। निदेशक, राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान संस्थान, हिसार डा. टी.के. भट्टाचार्य ने कहा कि उनके संस्थान में अश्व समेत अन्य पशुओं के स्वास्थ्य, एनिमल प्रोडक्ट्स, वैक्सीनेशन आदि क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य हो रहा है। एमडीयू के साथ मिलकर संयुक्त शोध कार्य तथा आपसी संस्थागत सहयोग के तहत काम किया जाएगा, ऐसा उनका कहना था। डीन, एकेडमिक एफेयर्स प्रो. ए.एस. मान, डीन लाइफ साइंसेज प्रो. राजेश धनखड़, डीन, इंजीनियरिंग एण्ड टैक्नोलोजी प्रो. युद्धवीर सिंह, डिप्टी डीन रिसर्च डा. के.के. शर्मा ने इस अवसर पर अपने विचार साझा किए। यूआईईटी बायोटैक की प्राध्यापिका डा. मंजीत कौर ने एमओयू के लिए पहल की।
16 अप्रैल को संचालित होंगी सैकेण्डरी व सीनियर सैकेण्डरी के रद्द हुए विषयों की परीक्षा
चंडीगढ़, 12 अप्रैल, अभीतक:- हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा संचालित सैकेण्डरी व सीनियर सैकेण्डरी (शैक्षिक) परीक्षा फरवरीध्मार्च-2024 में परीक्षा की पवित्रता भंग होने के कारण जिला नूंह के 03 परीक्षा केंद्रों की रद्द हुई विषयों की पुनः परीक्षाओं का संचालन 16 अप्रैल, 2024 को जिला मुख्यालय, नूंह पर करवाया जा रहा है। बोर्ड प्रवक्ता ने बताया कि परीक्षा केन्द्र आरोही मॉडल व.मा.वि., रेवासन, नूंह की रद्द हुई सैकेण्डरी (शैक्षिक) अंग्रेजी विषय की पुनरू परीक्षा हिन्दू व.मा.वि., नूंह-05(बी-2) परीक्षा केन्द्र पर 16 अप्रैल, 2024 को संचालित करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार परीक्षा केन्द्र रा.व.मा.वि., बाडेड, फिरोजपुर झिरका, नूंह की रद्द हुई सीनियर सैकेण्डरी (शैक्षिक) अंग्रेजी कोर विषय तथा रा.व.मा.वि., उडाका, नूंह की रद्द हुई इतिहास विषय की पुनरू परीक्षाओं का संचालन परीक्षा केन्द्र हिन्दू व.मा.वि., नूंह-05 (बी-2) पर 16 अप्रैल, 2024 को करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में सम्बन्धित विद्यालय मुखियाओं को ई-मेल व दूरभाष के माध्यम से भी सूचित कर दिया गया है। परीक्षाओं का समय दोपहर 12ः30 बजे से सायं 03ः30 बजे तक रहेगा। परीक्षार्रि्थयों को परीक्षा से 30 मिनट पूर्व अर्थात 12 बजे केन्द्र पर पहुँचना होगा। इसके पश्चात् परीक्षार्थियों का केन्द्र में प्रवेश वर्जित रहेगा। परीक्षार्थियों को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि उनके आस-पास कोई आपत्तिजनक सामग्री तो नहीं है। उन्होंने बताया कि जिन परीक्षार्थियों की परीक्षाएं रद्द हुई हैं, ऐसे परीक्षार्थी शिक्षा बोर्ड द्वारा पूर्व में जारी किए गए अनुक्रमांक अनुसार ही निर्धारित तिथि व समय पर परीक्षा केन्द्र पर पंहुचना सुनिश्चित करें। सभी नियमित परीक्षार्थी विद्यालय वर्दी में व विद्यालय आई.डी. कार्डध्मूल आधार कार्ड सहित परीक्षा केन्द्र पर आयेगें। परीक्षार्थी अधिक जानकारी हेतु अपने सम्बन्धित विद्यालय में समय रहते सम्पर्क करें।
पात्र व्यक्ति 26 अप्रैल तक बनवा सकते हैं वोट रू जिला निर्वाचन अधिकारी
मतदाता सूची में नाम दर्ज होने पर ही किया जा सकेगा मताधिकार का प्रयोग
चंडीगढ़, 12 अप्रैल, अभीतक:- रेवाड़ी के डीसी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री राहुल हुड्डा ने कहा कि लोकतंत्र की सबसे अहम कड़ी मतदाता हैं, इसलिए अभी भी यदि किसी नागरिक का वोटर कार्ड नहीं बना है तो वे तुरंत अपना वोटर कार्ड बनवा लें ताकि चुनावों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें। उन्होंने स्पष्ट किया कि नागरिक 26 अप्रैल, 2024 तक अपना वोट बनवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि पात्र व्यक्ति संबंधित बी.एल.ओ, निर्वाचन पंजीयन अधिकारी, सहायक निर्वाचन पंजीयन अधिकारी के पास फॉर्म-6 भरकर वोट बनवा सकते हैं। यह फॉर्म मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय विभाग की वेबसाइट बमवींतलंदं.हवअ.पदध् पर भी उपलब्ध है, जो डाउनलोड किए जा सकते हैं। वोट बनवाने के लिए दो पासपोर्ट साइज रंगीन फोटो, अपने निवास और आयु प्रमाण पत्र के साथ ऑफलाइन या ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। वोट बनवाने से संबंधित जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर-1950 पर संपर्क कर सकते हैं।
मतदाता सूची में नाम दर्ज होने पर ही किया जा सकेगा मताधिकार का प्रयोग
जिला निर्वाचन अधिकारी राहुल हुड्डा ने कहा कि लोकतंत्र के महापर्व में हर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें। इसके लिए प्रत्येक मतदाता यह अवश्य सुनिश्चित कर लें कि उनका नाम मतदाता सूची में दर्ज हो। जिस मतदाता का नाम मतदाता सूची में है, केवल वही मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकता है। यदि किसी मतदाता का नाम मतदाता सूची में है, लेकिन उसके पास मतदाता पहचान पत्र (एपिक) नहीं है तो वह निर्वाचन आयोग द्वारा निर्दिष्ट अन्य वैकल्पिक पहचान पत्र दिखाकर भी अपना वोट डाल सकता है। उन्होंने कहा कि यदि मतदाता के पास पुराना एपिक कार्ड है तो भी वह वोट डाल सकता है, बशर्ते कि उसका नाम उस क्षेत्र की मतदाता सूची में होना चाहिए। यदि किसी मतदाता का नाम मतदाता सूची में नहीं है तथा वह वोट डालने के लिए मतदान केंद्र पर अपना आधार कार्ड या वोटर कार्ड या अन्य कोई पहचान पत्र दिखाता है तो उसे वोट डालने नहीं दिया जाएगा। कोई भी मतदाता केवल तभी वोट डाल सकता है जब उसका नाम मतदाता सूची में दर्ज हो।
एपिक कार्ड के अलावा अन्य दस्तावेज दिखाकर भी डाल सकते हैं वोट
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि एपिक कार्ड के अलावा मतदाता भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्दिष्ट अन्य वैकल्पिक फोटो पहचान दस्तावेजों का उपयोग करके भी वोट डाल सकते हैं। इन दस्तावेजों में पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, केंद्रीय, राज्य सरकार, सार्वजनिक उपक्रमों या सार्वजनिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को जारी किए गए फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, बैंक या डाकघर द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक, पैन कार्ड, श्रम मंत्रालय द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज, सांसदों, विधायकोंध्एमएलसी को जारी किए गए आधिकारिक पहचान पत्र और आधार कार्ड शामिल हैं। उन्होंने बताया कि सीईओ हरियाणा की वेबसाइट बमवींतलंदं.हवअ.पदध् पर नागरिक अपने वोट की जानकारी त्वरित गति व आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। इसकी सहायता से वोटर अपना एपिक नंबर डाल कर बड़ी आसानी से अपना वोट चैक कर सकते हैं। यदि कोई अपना एपिक नंबर भूल गया है तो भी वह अपना नाम व पिता-पति आदि का नाम भरकर अपना वोट चैक कर सकता है। इसके अलावा, वोटर हेल्पलाइन नंबर-1950 पर कॉल करके भी अपनी वोट चैक कर सकते हैं।
हरियाणा के राज्यपाल ने दिल्ली में श्री लाल कृष्ण आडवाणी से की मुलाकात
राज्यपाल ने भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान “भारत रत्न” से सम्मानित होने पर श्री आडवाणी को दी बधाई
श्री आडवाणी के योगदान ने आधुनिक भारत के विकास के परिदृश्य को महत्वपूर्ण रूप से दिया आकार – राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय
चंडीगढ़, 12 अप्रैल, अभीतक:- हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने आज पूर्व उप-प्रधानमंत्री श्री लाल कृष्ण आडवाणी को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान “भारत रत्न” से सम्मानित होने पर उनके दिल्ली स्थित आवास पर जाकर उन्हें बधाई दी। श्री दत्तात्रेय ने देश के प्रति श्री आडवाणी के अमूल्य योगदान को मान्यता देने और उन्हें यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान करने के लिए भारत सरकार को भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि, “मैं ऐसे महान व्यक्तित्व वाले दिग्गज से मिलकर बहुत प्रसन्न और धन्य महसूस कर रहा हूँ। दिल्ली में श्री आडवाणी से उनके आवास पर मुलाकात करने के पश्चात श्री दत्तात्रेय ने कहा कि “हमने पुरानी यादों को ताजा करते हुए चर्चा की और संस्मरण साँझे किए । हमने अस्सी के दशक के अंत से लेकर 2014 तक देश को विकसित करने के लिए साथ बिताए गए अपने सफर के दौरान की बातों को भी साझा किया और वे इस दौरान की बेहतरीन यादों पर मुस्कुराए और हंसेष्। राज्यपाल ने कहा कि श्री आडवाणी के योगदान ने आधुनिक भारत के विकास के परिदृश्य को महत्वपूर्ण रूप से आकार दिया है और उन्होंने महत्वपूर्ण नेतृत्व प्रदान किया तथा देश को सही दिशा में ले जाने में एक “राजनेता” होने की अपनी क्षमता का बेहतरीन प्रदर्शन किया। श्री दत्तात्रेय ने श्री आडवाणी के अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना की ताकि उनकी गरिमामय उपस्थिति युवा नेताओं को राष्ट्र निर्माण के सही मार्ग पर चलने को प्रेरित करती रहे।
हरियाणा सेवा का अधिकार आयोग ने समय पर निशानदेही न करने पर संबंधित कानूनगो पर लगाए गए जुर्माना को उनके वेतन से काटा जाए
चंडीगढ़, 12 अप्रैल, अभीतक:- हरियाणा सेवा का अधिकार आयोग ने जींद के उपायुक्त को निर्देश देते हुए कहा है कि समय पर निशानदेही (डिमार्केशन) न करने पर संबंधित कानूनगो पर लगाए गए जुर्माना को उनके वेतन से काटा जाए और राज्य सरकार के खजाने में जमा करवा कर आयोग को रसीद सहित सूचित किया जाए। इस संबंध में हरियाणा राज्य सेवा का अधिकार आयोग के प्रवक्ता ने बताया कि आयोग नरवाना के एसडीओ सिविल अनिल दून द्वारा प्रस्तुत की गई रिपोर्ट और आवेदकों को समय पर निशानदेही (डिमार्केशन) न करने को लेकर भी नाखुश था। इस बारे में आयोग ने एसडीओ को निर्देश दिए है कि शेष 18 निशानदेही के मामलों में संबधित कानूनगो का स्पष्टीकरण लें और उनके उत्तर सहित अपनी अनुशंसा आगामी 31 मई, 2024 तक सौंपे। प्रवक्ता ने बताया कि अधिसूचित सेवा के तहत अपील कर्ता ने भूमि पर फसल नहीं खड़ी होने पर निशानदेही करवाने के लिए आवेदन किया था। लेकिन निर्धारित समय सीमा में जब अपीलकर्ता की निशादेही नहीं हुई तो उन्होंने ईमेल के माध्यम से आयोग को अपील की। जब आयोग के संज्ञान में यह मामला आया तो इस मामले पर तत्काल जांच करवाई और दोषियों पर कार्यवाही की गई। इसी प्रकार, नोटिफाई सेवा के अंतर्गत विनोद, कानूनगो 6000 रुपए का जुर्माना लगाया गया है जो उसके वेतन से काटकर राज्य सरकार के खजाने में जमा करवाया जाएगा। यह जुर्माना दो मामलों में देरी होने पर लगाया गया है जिसके तहत प्रति मामले में 3000 रुपए की राशि ली जाएगी। अन्य मामलों में सभी तथ्यों की जानकारी और जवाब आने के पश्चात सुनील और अनूप कानूनगो के मामलों को फाइल कर दिया गया है, परंतु भविष्य में समय पर नोटिफाई सेवा को देने के लिए चेतावनी भी दी गई है। इसके अलावा, एक अन्य मामले में सुनील कानूनगो, दाखल पर 5000 रुपए का जुर्माना लगाया गया है जिसके तहत सुनील कानूनगो ने 101 दिन का समय सेवा को देने के लिए ले लिया था। कुछ अन्य मामलों में सुनील, कानूनगो, दाखल ने देरी करने पर 9000 रुपए का जुर्माना लगाया गया है। इसी प्रकार, नरवाना के तहसीलदार ने अधूरी जानकारी दी है और उसे जानकारी को 19 अप्रैल 2024 तक उपलब्ध करवाने के निर्देश आयोग द्वारा दिए गए हैं। प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा सेवा अधिकार आयोग 45 विभागों की 657 सेवाओं को अधिसूचित किया हुआ है। यदि कोई भी विभाग अधिसूचित सेवाओं का लाभ तय समय सीमा में नहीं दे रहा है। तो इसकी शिकायत लगाने के बाद प्रार्थी की शिकायत पर संबंधित विभाग की ओर से तय समय सीमा के अंदर-अंदर समाधान करना होता है। इसके अलावा, जिन शिकायतों पर कार्यवाही नहीं की गई है, वे निर्धारित समय के पश्चात प्रथम शिकायत निवारण प्राधिकारी अथवा द्वितीय शिकायत निवारण प्राधिकारी के समक्ष ही समाधान हेतु पहुंच जाती हैं।