Haryana Abhitak News 06/09/25

एच.डी. पब्लिक स्कूल, बिरोहड़ में हिंदी कोर्स-ए विषय पर दो दिवसीय सीबीएसई प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित
झज्जऱ, 06 सितम्बर, अभीतक: एच.डी. पब्लिक स्कूल, बिरोहड़ में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के दिशानिर्देशानुसार हिंदी कोर्स-ए विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को भाषा शिक्षण की नवीन विधियों, मूल्यांकन प्रणाली और रचनात्मक गतिविधियों से परिचित कराना था, जिससे विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा मिल सके। प्रशिक्षण सत्र का शुभारंभ विद्यालय सभागार में माँ शारदा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। इसके बाद निदेशक श्री बलराज फौगाट ने सभी प्रशिक्षकों एवं शिक्षकों का स्वागत करते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में समय-समय पर नए प्रयोग और पद्धतियाँ अपनाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के प्रशिक्षण न केवल शिक्षकों को अद्यतन जानकारी प्रदान करते हैं बल्कि विद्यार्थियों के लिए शिक्षा को अधिक रोचक और उपयोगी बनाते हैं। सीबीएसई के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों सरिता शर्मा और निर्मल पोपली ने प्रथम दिन हिंदी भाषा शिक्षण के विभिन्न आयामों पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया। उन्होंने पाठ्यपुस्तकों के प्रभावी उपयोग, गतिविधि आधारित शिक्षण, संवादात्मक पद्धति, परियोजना कार्य, भाषा प्रयोग और साहित्यिक संवेदनशीलता के विकास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया। साथ ही, शिक्षकों को यह भी बताया गया कि विद्यार्थियों की रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए कक्षा में लेखन, वाचन, वाद विवाद और नाटक जैसी गतिविधियों को कैसे शामिल किया जा सकता है। प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों को ब्लूम्स टैक्सोनॉमी, 21वीं सदी की शिक्षा कौशल और कम्पीटेंसी आधारित मूल्यांकन प्रणाली की भी जानकारी दी गई। विशेषज्ञों ने यह स्पष्ट किया कि भाषा शिक्षा केवल पाठ्यक्रम पूरा करने तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि विद्यार्थियों में अभिव्यक्ति की क्षमता, विचारों की स्पष्टता और साहित्यिक संवेदनशीलता का विकास करना भी उतना ही आवश्यक है। इस अवसर पर वैन्यु डायरेक्टर प्राचार्या नमिता दास, उपप्राचार्य नवीन सनसनवाल, सीबीएसई कार्डिनेटर कंम्प्युटर विभागाध्यक्ष मुकेश शर्मा, हिन्दी प्रवक्ता हरिओम शास्त्री, एसटीएनसी मन्दीप पंघाल, प्रोजेक्टर एण्ड स्लाइडर विशेषज्ञा बबीता श्योराण, विडियोग्राफी साक्षी, कोरियोग्राफर जयवर्मा, प्राथमिक विभाग प्रभारी प्रिति पाहवा, टिना, दीपक, प्रदीप श्योराण, सुंजीत सिंह पीटीआई, सतपाल व गुड़गांव, झज्जर, बहादुरगढ़, नूह, कैथल, सोनीपत, एच.डी. साल्हावास, रेवाड़ी रोहतक, गोहाना, फरीदाबाद, चरखी दादरी, भिवानी, नजदीक एवं दूरदराज के क्षेत्र से आए शिक्षकों के सहयोग से सीबीएसी सीबीपी का प्रथम दिन का आयोजन सफल रहा।

सीजेएम विशाल ने बाढ़ प्रभावित इलाका बहादुरगढ़ का दौरा किया झज्जऱ, 06 सितम्बर, अभीतक: हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण पंचकूला के आदेश अनुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री अजय तेवतिया के मार्गदर्शन में आज सीजेएम श्री विशाल ने बाढ़ प्रभावित इलाका बहादुरगढ़ का दौरा किया। सीजेएम श्री विशाल ने बाढ़ से प्रभावित लोगों बातचीत कर उनका हाल जाना। उन्हें हर संभव मदद करने के लिए कहा। सीजेएम ने स्वयं ट्रैक्टर पर सवार होकर गलियों का जायजा लिया। उसके बाद बोट में सवार होकर पूरे जल भराव का निरीक्षण किया और मौके पर मौजूद अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। इस मौके पर सीजेएम ने बाढ़ राहत सामग्री वितरण की। और चार पैरा लीगल वालंटियर की ड्यूटी लगाई गई। जो बाढ़ राहत कार्य में मदद करेंगे। इस मौके पर सीजेएम ने लोगों को फ्रूट, बिस्कुट, नमकीन, ब्रैड, पानी की बोतल, अन्य खाद्य सामग्री गिरी वितरण की गई। इस मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झज्जर की तरफ कर्मजीत छिल्लर, नीता देवी, सोमबीर, एम डी डी ऑफ इंडिया संस्था से संदीप जांगड़ा मौजूद रहा।

बहादुगढ़ में मुंगेशपुर ड्रेन के किनारों को मजबूत करने में जुटे सेना के जवान।

मुंगेशपुर ड्रेन के किनारों को मजबूत करने में जुटी सेना – डीसी
प्रशासन, एसडीआरएफ, सिंचाई विभाग और नप भी मौके पर मदद को मौजूद
बहादुरगढ़ में जल भराव पीड़ितों के लिए राहत शिविर शुरू
जिला भर में लगभग 15 हजार एकड़ कृषि भूमि में जल भराव की रिपोर्ट

बहादुरगढ़, 06 सितम्बर, अभीतक: डीसी स्वप्निल रविंद्र पाटिल ने बताया कि मुंगेशपुर ड्रेन के किनारों की मजबूती कार्य में सेना की टीम जुटी हुई है। ड्रेन का कटाव रोक दिया गया है। एसडीआरएफ और विभागीय टीम सेना की मदद कर रही हैं। अब दोनों किनारों को मजबूत किया जा रहा है, ताकि भविष्य में ड्रेन ना टूटे। ड्रेन नंबर आठ के किनारों को भी सिंचाई विभाग की टीम द्वारा मजबूत किया जा रहा है। पूरा प्रशासन और सभी विभाग जल भराव की समस्या के निदान में दिन रात एक किए हुए हैं। डीसी ने कहा कि सरकार की ओर से जल निकासी के सभी संभव उपाय करने के आदेश हैं। डीसी ने बताया कि बहादुरगढ़ में रिहायशी क्षेत्र में जल भराव हुआ है। किसी भी नागरिक को परेशानी नहीं होने दी जाएगी। प्रशासन ने राहत शिविर की व्यवस्था कर दी है। जो भी पीड़ित परिवार है, वह राहत शिविर से मदद ले सकता है। डीसी ने बताया कि जिला भर में हुई भारी बरसात के कारण लगभग 15 हजार एकड़ कृषि भूमि में जल भराव की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। जिस भी किसान की जल भराव से फसल खराब हुई है, वह किसान क्षति पूर्ति पोर्टल पर अपनी फसल खराबे की रिपोर्ट दर्ज करवाएं। पोर्टल 15 सितंबर तक खोला गया है। सरकार की ओर से फसल खराबे का राहत मुआवजा दिया जाएगा।उन्होंने कहा कि कई गांवों के बाहरी क्षेत्रों में भी जल भराव की रिपोर्ट है। प्रशासन जल निकासी के सभी संभव उपाय कर रहा है। प्रशासन की प्राथमिकता है कि रिहायशी क्षेत्रों से तत्काल जल निकासी हो। अधिकारियों को यह निर्देश दिए हुए हैं।
अफवाहों पर ध्यान न दें
डीसी ने एक बार फिर आह्वान किया कि जिलावासी पैनिक न हो सरकार और प्रशासन आपके साथ है। जिला प्रशासन ने हेल्प लाइन नंबर जारी किया हुआ है। किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कंट्रोल रूम के जिला प्रशासन के हेल्पलाइन नंबर 01251-254270 व सिंचाई विभाग के बाढ़ नियंत्रण कक्ष के नंबर 01251-481707 पर सूचित करें और अफवाहों पर ध्यान न देकर केवल प्रशासन की आधिकारिक जानकारी पर भरोसा करें।
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हिसार से सेना की 22 मेक इंफेंट्री की 234 इंजीनियरिंग की टीम कर्नल गौरव सिंधवानी, कर्नल तपन सांगवान, ले कर्नल वाई एस सलाथिया,मेजर लिम्से क्षितिज दीपक और कैप्टन जगजीत की अगुवाई में कार्य में जुटी हुई हैं। कर्नल गौरव और तपन ने कहा कि सेना जिला प्रशासन की मदद के लिए मुंगेशपुर ड्रेन को ठीक करने आई है। इसको जल्द ही बिल्कुल दुरस्त कर दिया जाएगा। किनारों को मजबूत किया जाएगा।
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डीसी ने बताया कि एसडीएम बहादुरगढ़ नसीब कुमार सेना के साथ मौके पर लगातार समन्वय बनाए हुए हैं। नप के कार्यकारी अधिकारी अरुण नांदल, सिंचाई विभाग कार्यकारी अभियंता ईशान सिवाच सहित अन्य अधिकारी भी मौके पर हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे रोड पर अग्रसेन धर्मशाला में राहत शिविर की व्यवस्था की गई है। आवश्यकता के अनुसार और भी व्यवस्था कर दी जाएगी।

अवैध रूप से गर्भपात किट बेचने वालों के खिलाफ अभियान रहेगा जारी – सीएमओ डॉ जयमाला’
आमजन लालच में ना आएं स्वास्थ्य विभाग का करें सहयोग’
झज्जर में रिवर्स ट्रैकिंग के जरिए अवैध रूप से गर्भपात किट बेचने वाले केमिस्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज

झज्जऱ, 06 सितम्बर, अभीतक: सिविल सर्जन झज्जर डॉ जयमाला के संज्ञान में आया कि सिविल अस्पताल झज्जर में एक गर्भवती महिला एडमिट हुई है। जिसकी हालत अत्यधिक रक्तस्राव की वजह से गंभीर है और उसको गांव के किसी केमिस्ट ने गर्भपात की गोली खिलाई हैं। डॉ निधि द्वारा दी गई सूचना की पुष्टि के लिए सिविल सर्जन झज्जर ने एक टीम का गठन किया। जिसमें पीएनडीटी नोडल अधिकारी डॉ संदीप कुमार, डॉ हर्षदीप, ड्रग कंट्रोल अधिकारी सुरेश कुमार वर्मा एवं विनोद कुमार शामिल रहे। टीम ने मरीज से पूछताछ की तो पता लगा कि तुंबाहेड़ी गांव में कपिल मेडिकोज से रणबीर नाम के केमिस्ट ने उसको 800 रुपए में गर्भपात की गोलियां दी थी। जिनको खाने के बाद उसकी हालत खराब हो गई। टीम ने मरीज के बयान दर्ज किए और कपिल मेडिकोज तुम्बाहेड़ी जाकर केमिस्ट शॉप संचालक रणबीर से पूछताछ की और छानबीन में केमिस्ट शॉप के रिकॉर्ड में अनियमिताएं मिली। इसके बाद टीम ने केमिस्ट शॉप को सील करके रणबीर को पुलिस के हवाले किया एवं कुलाना थाने में उसके खिलाफ एमटीपी, बी एन एस एवं ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया। सिविल सर्जन झज्जर ने बताया कि सरकार के आदेश अनुसार अब हर एक गर्भवती महिलाओं को आशा एवं आंगनवाड़ी वर्कर के माध्यम से ट्रैक किया जा रहा है। साथ ही ऐसे सभी केमिस्ट शॉप संचालकों एवं अन्य मेडिकल प्रैक्टिस करने वालों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि पांच सौ से सात सौ रुपए के लालच में अवैध रूप से गर्भपात किट बेचकर गर्भवती महिलाओं की जान को खतरे में डालने वालों को नहीं बख्शा जाएगा।
बीस से ज्यादा रजिस्टर्ड प्राईवेट हॉस्पिटल हैं, जिनमें गर्भपात करवाना लीगल है: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन झज्जर ने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि जिले में सभी सरकारी हॉस्पिटल एवं बीस से ज्यादा रजिस्टर्ड प्राईवेट हॉस्पिटल हैं जिनमें गर्भपात करवाना लीगल है जहां गर्भवती महिला की प्राइवेसी पूरी तरह से मेंटेन की जाएगी एवं उसके बारे में किसी से कोई जानकारी साझा नहीं की जाएगी। सरकारी अस्पतालों में गर्भपात की गोलियां फ्री में उपलब्ध हैं। यदि किसी महिला के गर्भ में पलने वाले बच्चे में कोई अनुवांशिक बीमारी है या गर्भनिरोधक तरीका फैल होने की वजह से गर्भ ठहर गया है और उसको बच्चा नहीं रखना है तो गर्भवती महिलाएं गर्भपात के लिए किसी केमिस्ट शॉप से लेकर गोलियां न खाएं क्योंकि बिना जांच एवं निगरानी के इन गोलियों के सेवन से कई महिलाएं अपनी जान गंवा चुकी हैं। इसलिए गर्भवती महिलाएं अल्ट्रासाउंड एवं जरूरी खून’ ’जांच करवाने के उपरांत रजिस्टर्ड हॉस्पिटल एवं डॉक्टर्स की निगरानी में ही गर्भपात करवाएं।’

झज्जर में स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क – सीएमओ डॉ जयमाला’
जिला उपायुक्त स्वप्निल रविंद्र पाटील के मार्गदर्शन में तैयारियां मुकम्मल: डॉ. जयमाला’

झज्जऱ, 06 सितम्बर, अभीतक: जिले में लगातार हो रही बारिश और जगह-जगह जलभराव की स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। जल एवं मच्छर जनित बीमारियों के फैलने की आशंका को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जिला उपायुक्त स्वप्निल रविंद्र पाटील के मार्गदर्शन में व्यापक स्तर पर तैयारियां कर ली हैं। सिविल सर्जन डॉ. जयमाला ने बताया कि जिला स्तर से लेकर प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र तक रैपिड रिस्पांस टीम का गठन कर दिया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति या बीमारी फैलने पर त्वरित कार्रवाई हो सके। सभी स्वास्थ्य संस्थानों में आवश्यक दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। स्वास्थ्य विभाग की 183 टीमें प्रतिदिन गांवों और शहरी वार्डों में जाकर मच्छररोधी गतिविधियां, पानी की क्लोरीनेशन जांच और बीमारियों से बचाव के संदेश आमजन तक पहुंचा रही हैं। पानी की बैक्टीरियोलॉजिकल जांच के लिए बहादुरगढ़ के सरकारी अस्पताल में प्रयोगशाला सुचारू रूप से कार्य कर रही है। ओपीडी में आने वाले जल जनित व मच्छर जनित बीमारियों के मामलों की जिला निगरानी टीम द्वारा आईएचआईपी पोर्टल पर दैनिक समीक्षा की जा रही है। मलेरिया, डेंगू, हेपेटाइटिस जैसे मरीज मिलते ही संबंधित क्षेत्र की टीम मौके पर जाकर उपचार, सर्वे और रोकथाम की कार्रवाई करती है। मलेरिया, डेंगू, हेपेटाइटिस, स्क्रब टाइफस, लेप्टोस्पायरोसिस और टाइफाइड जैसी बीमारियों की जांच की सुविधा जिला झज्जर में उपलब्ध है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें जलभराव वाले क्षेत्रों का दौरा कर हालात की लगातार समीक्षा कर रही हैं। बाढ़ अथवा अत्यधिक बारिश की स्थिति में पानी की क्लोरीनेशन हेतु हैलोजेन टैबलेट्स और ब्लीचिंग पाउडर की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कर दी गई है। प्रभावित क्षेत्रों में मलेरिया, डेंगू की रोकथाम के लिए जलभराव पर काला तेल छिड़काव तथा पंचायती राज संस्थाओं और नगर परिषद के सहयोग से फॉगिंग की कार्रवाई की जा रही है। सिविल सर्जन डॉ. जयमाला ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग हालात पर पैनी नजर बनाए हुए है और सभी चिकित्सा अधिकारियों को मीटिंग कर उचित दिशा-निर्देश जारी किए जा चुके हैं।
सिविल सर्जन डॉ. जयमाला का संदेश व अपील
आमजन से अपील है कि घरों और आसपास पानी इकट्ठा न होने दें, मच्छरों से बचाव के उपाय अपनाएँ, साफ पानी ही पीएं और बीमारी के लक्षण दिखते ही नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से तुरंत संपर्क करें। सावधानी ही सुरक्षा है।
जिला उपायुक्त स्वप्निल रविंद्र पाटील का संदेश और अपील’
जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग मिलकर पूरी तरह से सतर्क हैं। आमजन घबराएँ नहीं, लेकिन सतर्क रहें। साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें, गंदा पानी जमा न होने दें और किसी भी समस्या की स्थिति में तुरंत प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें। प्रशासन द्वारा हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी।

बेरी हलके को आपदाग्रस्त क्षेत्र घोषित करे सरकार – विक्रम कादियान
झज्जऱ, 06 सितम्बर, अभीतक: पिछले दिनों हुई तेज बरसात के कारण बेरी हलके में हुए जलभराव के कारण हालात बिगड़ते जा रहे है। खेतों के अलावा रिहायशी क्षेत्रों में भी जलभराव हो गया है। स्थिति 1995 में आई बाढ़ जैसे बनने लगी है। लेकिन प्रशासनिक स्तर पर जल निकासी की कोई खास व्यवस्था नहीं की जा रही है। लोगों को जलभराव से निपटने के लिए सरकार ने भगवान भरोसे छोड़ दिया है। यह बात कांग्रेस नेता विक्रम कादियान ने जलभराव वाले क्षेत्रों का दौरा करते हुए कही। उन्होंने कहा कि बेरी हलके में डूबी हुई फसलें, जलमग्न रिहायशी बस्तियां तथा दूबलधन-दादरी रोड और छुड़ानी-रेवाड़ीखेड़ा मार्ग पर जलभराव से परेशानी हो रही है। माजरा गांव में बाहरी कॉलोनियों में कई कई फुट पानी भरा हुआ है। लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हो रहे है। इसके अलावा सफीपुर, अच्छेज, पहाड़ीपुर, मलिकपुर, गोधडी, मांगावास, बाकरा, बाघपुर, वजीरपुर, सिवाना, चिमनी, ढराणा, जहाजगढ़, बिरड़ माजरा, पलड़ा, बिसाहन, बेरी, भागलपुरी, धौड़, दुजाना, महराना आदि गांवों में जलभराव के कारण फसलें पूर्णतया खराब हो गई है। उन्होंने कहा कि छुडानी, मातन, खरमान, भापड़ौदा, रेवाड़ीखेड़ा, छारा, सिलोठी, आसंडा, खरहर, दुल्हेड़ा, डाबौदा, रोहद, दहकोरा, मदाना, छोछी, बहराना, डीघल, गांगटान, भंभेवा, दिमाना, गोच्छी, लकड़िया, शेरिया, धांधलान, चमनपुरा आदि सभी गांवों में भी फसलों की बुरी हालत है। लोग अपने स्तर पर पानी निकासी कार्य कर रहे हैं, परंतु सरकार की ओर जलनिकासी के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए जा रहे है। जिसके कारण लोगों में सरकार और प्रशासन के प्रति रोष भी बना हुआ है। उन्होंने सरकार से बेरी हलके को आपदा ग्रस्त घोषित करें क्यूंकि बेरी हलके में 12 हजार एकड़ से अधिक क्षेत्र में जलभराव हो रखा है। उन्होंने सरकार से पचास हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देने की मांग भी की।

पुलिस लाइन झज्जर में महिलाओं को POSH Act संबंधी जानकारी सेमिनार के माध्यम से दी गई
झज्जऱ, 06 सितम्बर, अभीतक: पुलिस कमिश्नर डॉक्टर राजश्री सिंह के कुशल नेतृत्व में डीसीपी (मुख्यालय) जसलीन कौर की अध्यक्षता में और एसीपी अनिरुद्ध चैहान की मौजूदगी में पुलिस लाइन झज्जर में च्व्ैभ् ।बज (कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न की रोकथाम अधिनियम, 2013) के प्रावधानों की जानकारी देने के उद्देश्य से एक सेमिनार आयोजित किया गया। इस अवसर पर शिक्षिका तपस्या बनर्जी ने विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह अधिनियम सरकारी और निजी सभी प्रकार के संगठनों, कार्यालयों, कारखानों, स्टेडियमों, शिक्षण संस्थानों तथा घरों में कार्यरत महिलाओं पर समान रूप से लागू होता है। अधिनियम के अंतर्गत प्रत्येक संस्था को आंतरिक शिकायत समिति (Internal Complaints Committee) गठित करना अनिवार्य है, जहाँ कार्यस्थल पर किसी भी प्रकार के यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है। डीसीपी जसलीन कौर ने विस्तार से बताया कि झज्जर पुलिस ने भी विशेष समिति गठित की है, जिसमें एक आईपीएस अधिकारी, एसीपी, दोनों महिला थाना प्रबंधक, महिला सेफ्टी सैल इंचार्ज तथा अधिवक्ता नीलम पंघाल शामिल हैं। इस समिति का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी महिला को यौन उत्पीड़न की स्थिति में समयबद्ध और निष्पक्ष समाधान मिले। उन्होंने कहा कि इस अधिनियम के अंतर्गत महिलाओं को यह अधिकार है कि वे सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण में कार्य करें तथा संस्थान का दायित्व है कि वह इस वातावरण को बनाए रखे। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं को चाहिए कि वे POSH Act के प्रति स्वयं को जागरूक करें और साथ-साथ अन्य महिलाओं को भी जागरूक करें, ताकि अधिक से अधिक महिलाएँ अपने अधिकारों और जिम्मेदारियों को समझ सकें। अंत में डीसीपी जसलीन कौर ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित किए जाएंगे ताकि महिलाओं में जागरूकता बनी रहे और उन्हें अपने अधिकारों व जिम्मेदारियों की जानकारी समय पर मिल सके। उन्होंने शिक्षिका तपस्या बनर्जी का सेमिनार में उपयोगी जानकारी देने के लिए आभार व्यक्त किया।

झज्जर पुलिस लाइन में हुआ फ्रेंडली जिला पुलिस वॉलीबॉल प्रतियोगिता का आगाज
झज्जऱ, 06 सितम्बर, अभीतक: शनिवार को पुलिस के जवानों को खेलों के माध्यम से चुस्त दुरुस्त व तनावमुक्त बनाए रखने के उद्देश्य से पुलिस लाइन झज्जर के ग्राउंड में खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ किया गया। जिसमें जिले की विभिन्न टीमों ने भाग लिया। पुलिस कमिश्नर डॉक्टर राजश्री सिंह के दिशा निर्देशानुसार विशेष रुप से आयोजित इस वालीबाल प्रतियोगिता का पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) झज्जर जसलीन कौर ने शुभारंभ किया। पुलिस उपायुक्त जसलीन कौर ने सभी वालीबाल टीमों के खिलाड़ियों का परिचय लेते हुए उनका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने सभी टीमों में शामिल पुलिस जवानों को खेल के प्रति प्रेरित भी किया। उन्होंने बताया कि इस खेल प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य पुलिस के जवानों को शारीरिक तौर पर चुस्त दुरुस्त बनाना और उनमें टीम भावना को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि जल्द ही जिले में जॉन वाइज टीमें बनाई जाएगी। जिन टीमों की प्रतियोगिता ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के खिलाड़ियों के साथ भी करवाई जाएगी ताकि युवाओं को खेल के महत्व और नशे के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक किया जा सके। ऐसी प्रतियोगिताएं होने से पुलिस और आमजन के बीच भी तालमेल बढ़ेगा। इस दौरान पुलिस उपायुक्त जसलीन कौर की मुख्य उपस्थिति में, खेल जगत से संबंध रखने वाले एसीपी अखिल कुमार, एसीपी दिनेश कुमार, एसीपी अनिरुद्ध चैहान, एसीपी सुरेंद्र सिंह, पुलिस लाइन प्रबंध निरीक्षक विजेंद्र कुमार, केएमपी थाना प्रबंधक विकास कुमार, स्पेशल स्टॉफ झज्जर प्रभारी उप निरीक्षक राजेश कुमार सहित काफी संख्या में पुलिस कर्मचारी मौजूद रहे।

ट्रैक्टर व डंम्फर चोरी करने के मामले में एक आरोपी गिरफ्तार आरोपी से चुराया गया ट्रैक्टर और 5000 की नगदी बरामद
झज्जऱ, 06 सितम्बर, अभीतक: थाना बेरी की पुलिस टीम ने ट्रैक्टर का डंम्फर चोरी करने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की गई। मामले की जानकारी देते हुए चैकी प्रभारी बेरी उप निरीक्षक सतवीर ने बताया कि राजेंद्र निवासी बेरी ने शिकायत देते हुए बताया कि वह खेती बाड़ी का कार्य करता है 26 अगस्त 2025 को उसने ट्रैक्टर और उसके पीछे डंपर को गली में खड़ा करके सो गया जो अगली सुबह देखा तो ट्रैक्टर और डम्फर नहीं मिले। जिसे कोई व्यक्ति चोरी करके ले गया। जिस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ थाना बेरी में आपराधिक मामला दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस कमिश्नर डॉक्टर राजश्री सिंह ने उपरोक्त मामले में गहनता से कार्रवाई करने के संबंध में कड़े दिशा निर्देश दिए गए थे। पुलिस कमिश्नर के दिशा निर्देशों की पालना करते हुए चैकी की पुलिस टीम ने उपरोक्त मामले में एक और आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की। पकड़े गए आरोपी की पहचान हर्ष निवासी निगाना जिला रोहतक के तौर पर की गई। पकड़े गए आरोपी से चोरी किया गया ट्रैक्टर और पांच हजार रुपए की नगदी बरामद की गई। पकड़े गए आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे अदालत झज्जर में पेश किया गया। माननीय अदालत के आदेश अनुसार आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।उपरोक्त मामले में पहले भी एक आरोपी नवीन निवासी जेपी कॉलोनी रोहतक को गिरफ्तार करके उससे डंपर ट्राली का एक एक्सेलध्धुरा व दो टायर और बीस हजार रुपए बरामद किए जा चुके हैं।

नशा तस्करों के खिलाफ झज्जर पुलिस की बड़ी कार्यवाही 9.5 किलो ग्राम नशीले पदार्थ गांजा के साथ 3 नशा तस्कर किये गिरफ्तार’
नशीले पदार्थ बेचकर अवैध रूप से कमाई गई संपत्ति को भी पुलिस करेगी जब्त’
झज्जर में किन-किन को यह नशीला पदार्थ सप्लाई करना था उनकी भी जुटा रही है जानकारी’

झज्जऱ, 06 सितम्बर, अभीतक: हरियाणा सरकार द्वारा जिला झज्जर को नशा मुक्त बनाने के लिए छेड़ी गई मुहिम में झज्जर पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। झज्जर पुलिस ने 9.5 किलोग्राम नशीला पदार्थ के साथ तीन आरोपियो को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस कमिश्नर डॉ. राजश्री सिंह के कुशल नेतृत्व एवं पुलिस उपायुक्त क्राइम अमित दहिया के मार्गदर्शन में कार्यवाही करते हुए झज्जर पुलिस की स्पेशल स्टॉफ की टीम ने यह कामयाबी हासिल की है। उन्होंने बताया कि स्पेशल स्टाफ झज्जर की पुलिस टीम को गुप्त सूचना मिली थी। जिस पर कार्यवाही करते हुए नेशनल हाईवे रोहतक दिल्ली रोड किसान चैक से नशीले पदार्थ गांजा 9.5 किलो के साथ रोहतक निवासी तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जिनके खिलाफ आगामी कार्रवाई करते हुए झज्जर पुलिस की टीम इस जांच में लगी हुई है कि आरोपियों द्वारा जिला झज्जर में इस नशीले पदार्थ की सप्लाई किस-किस को करनी थी। उन सभी की पहचान करके उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी ताकि कोई नौजवान लड़का इन नशीले पदार्थों का सेवन करके अपने जीवन को अंधकारमय ना बनाएं। इसके साथ ही झज्जर पुलिस यह भी जांच कर रही है कि पकड़े गए आरोपियों ने नशीले पदार्थ बेचकर कितनी प्रॉपर्टी कमाई है जिसके लिए उनके खाता भी खंगाले जा रहे हैं। झज्जर पुलिस की नशीले पदार्थ की खरीद फिरौख्त करने वालों को चुनौती है कि अगर कोई भी व्यक्ति नशीले पदार्थ के साथ पकड़ा जाएगा तो उसकी अवैध रूप से कमाई गई संपत्ति को जब्त किया जाएगा। आमजन से अपील है कि अगर आपको कहीं पर भी कोई नशीले पदार्थ की खरीद फिरौख्त करने की जानकारी मिलती है तो आप इसकी सूचना झज्जर पुलिस उपायुक्त क्राइम अमित दहिया को उसके मोबाइल नंबर 7056667205 पर दे सकते हैं। यह मोबाइल नंबर पुलिस उपायुक्त द्वारा स्वयं जारी किया गया है ताकि जिले से नशे को जड़ से खत्म किया जा सके और झज्जर जिला को नशा मुक्त बनाया जा सके।

जल समाधि की ओर अग्रसर है माजरा का बीमान पाना
झज्जऱ, 06 सितम्बर, अभीतक: जम्मू कश्मीर और उत्तराखंड में बादल फटने से जल समाधि के किस्से तो सुनते आए हैं, परंतु झज्जर जिले का माजरा गांव जल समाधि की ओर बढ़ता जा रहा है, यह एक आठवां आश्चर्य होगा। पिछले एक महीने से जल भराव ने अपना भयावह रूप दिखा रखा है। परंतु जिला प्रशासन ने बाढ़ बचाव की ओर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया। जिसके परिणाम स्वरूप अब इस पाने की पुरानी और ऊंची बस्तियों में भी जल भराव का प्रवेश करता जा रहा है। प्रशासन ने जो निकासी बिंदु तय किए थे वह भी नाकारा हालत में पड़े हुए हैं। गांव के लोगों ने बार-बार प्रशासन से गुहार की है। परंतु पंपिंग सिस्टम को सक्रिय नहीं किया जा रहा है। ऐसा लगता है कि प्रशासन जानबूझकर यहां की बसासतों को जल भराव की भेंट चढ़ाने जा रहा है। यहां कालियाला जोहड़ की सभी बस्तियां जलमग्न हो गई हैं। हरिजन कॉलोनी से हरिजन परिवारों ने पलायन शुरू कर दिया है, वहीं पर मवेशियों और अन्य आबादी के लिए खाने का संकट भी आ गया है। तिहाग मौला, श्रद्धा की धर्मशाला, विश्वकर्मा कालोनी, फिरनी कॉलोनी जलभराव की पूर्णतया चपेट में आ गए हैं। रामजस वाला की बैठक और पाने के ऊंचे इलाकों में भी यह पानी दस्तक देने जा रहा है।माजरा गांव में जल भराव के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। चंदाली से लोहारू कनाल तक जो पाइपलाइन बिछी हुए हैं, वह जगह-जगह धंस गई है।जिससे निकासी का काम सुचारू नहीं चल पा रहा है। खेतों में से धान की फसल का जहरीला पानी गांव बस्ती की ओर बढ़ा है,जिला प्रशासन से कई बार गुहार लगाई जा चुकी है। परंतु इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। माजरा के सरकारी स्कूल, कन्या स्कूल और बूस्टिंग स्टेशनों पर भी इस जहरीले पानी ने दस्तक दे दी है। वाटर वर्क्स पर दो-दो फीट पानी खड़ा हुआ है। जिससे शुद्ध पेयजल की आपूर्ति भी बुरी तरह प्रभावित हो गई है। माजरा गांव अब एक सङे हुए जल के बीच एक टापू-सा बन गया है। जिला प्रशासन भी जल भराव की समस्या से निजात दिलाने के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठा रहा है। जबकि यहां पर करोड़ों रुपए की निकासी परियोजनाएं चालू करने का दावा किया जा रहा है, परंतु वह भी गांव को जल भराव से बचाने में नाकामयाब रही है। ग्रामीणों का कहना है क निकासी का स्थाई चैनल स्थापित करके लोहारू कनाल में सीधा डालने का प्रबंध किया जाए, वरना हम हर साल जल भराव की दंस झेलने को मजबूर हैं। पिछले कई वर्षों से हम जल निकासी के प्रबंधों के लिए प्रशासन से गुहार लग रहे हैं, परंतु हमारी समस्या तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया है।मास्टर राजपाल कादयान का कहना है कि इस सिलसिले में उपायुक्त के दरबार में भी गया था, परंतु उपायुक्त महोदय का भी रवैया उदासीन ही दिखाई दिया। माजरा का बीमान पाना डूब रहा है और प्रशासन मूक दर्शक बनकर तमाशा देख रहा है। अब लोगों की मांग है कि इस जल भराव के निकासी के लिए त्वरित कार्रवाई की जाए वरना यहां पर सड़े हुए पानी से महामारी फैलने का भय है। इसी कारण लोग अब अपने आशियाने को छोड़कर रिश्तदारियों में शरण लेने का जुगाड़ बना रहे हैं। देखना है कि माजरा का बीमान पाना इसी तरह जल भराव के आगोश में समता रहेगा या बाढ़ बचाव राहत का दावा करने वाला जिला प्रशासन इन्हें बचाने का लिए कोई ठोस कार्रवाई करेगा। जय भगवान उर्फ हैना और जयपाल नंबरदार ने मांग की है कि माजरा गांव को जल आपदाग्रस्त क्षेत्र घोषित करके मकान व फसलों का मुआवजा दिया जाए।

मुख्यमंत्री जी का सख्त संदेशः जनता की शिकायतों को टालना नहीं होगा बर्दाश्त
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी जी ने स्पष्ट किया कि जनभावनाओं का सम्मान करते हुए अधिकारी प्रदेश के परिवारजनों की शिकायतों का ईमानदारी से निवारण सुनिश्चित करें।
नायाब सरकार अंत्योदय उत्थान के ध्येय के साथ धरातल पर कार्य कर रही है। आमजन की समस्याओं का त्वरित समाधान ही सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

भिवानी – मुख्यमंत्री उड़ानदस्ते ने नामी कंपनियां के नाम पर नकली घी बनाने वालों पर की छापेमारी
करीब 330 किलोग्राम नकली की बरामद किए जाने की सूचना
भिवानी बस अड्डे के पास गली नंबर 6 में नकली घी की खेप बरामद
नामी कंपनियों के प्रतिनिधि भी मौके पर पहुंच रहे
प्रतिष्ठित घी कंपनी वीटा सहित अन्य कंपनियो के ब्रांड नाम कीये जा रहे थे प्रयोग

देवनगर में जलभराव की समस्या से लोग परेशान, कांग्रेस ने कॉलोनीवासियों को साथ लेकर जताया रोष
समस्याओं का समाधान करने की बजाय सिर्फ बड़े-बड़े दावे करने में व्यस्त है – प्रदीप गुलिया जोगी
जल्द ही देवनगर में पानी निकासी नहीं करवाई तो करेंगे बड़ा प्रदर्शन रू प्रदीप गुलिया जोगी

भिवानी, 06 सितम्बर, अभीतक: स्थानीय हांसी रोड स्थित देवनगर कॉलोनी में पिछले 5-6 दिनों से भारी जलभराव की समस्या ने निवासियों का जीना मुहाल कर दिया है। बारिश के पानी की निकासी न होने के कारण कॉलोनी की हर गली में तीन से चार फुट तक पानी भर गया है, जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कॉलोनी के निवासियों का कहना है कि जलभराव की वजह से बच्चों को स्कूल जाने, महिलाओं को मंदिर जाने और काम पर जाने वाले लोगों को अपने कार्यस्थल तक पहुंचने में भारी परेशानी हो रही है। इस समस्या से परेशान होकर निवासियों ने शनिवार को कांग्रेस के शहरी जिला अध्यक्ष प्रदीप गुलिया जोगी के नेतृत्व में रोष प्रदर्शन किया और सरकार व प्रशासन के प्रति अपना गुस्सा जाहिर किया। इस दौरान प्रदीप गुलिया जोगी ने कहा कि सरकार और प्रशासन आम लोगों की समस्याओं का समाधान करने की बजाय सिर्फ बड़े-बड़े दावे करने में व्यस्त हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन की नाकामी के कारण देवनगर के निवासी पिछले कई दिनों से इस गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि केवल देवनगर ही नहीं, बल्कि शहर की कई अन्य कॉलोनियों और गांवों में भी यही हाल है। देवनगर संघर्ष समिति के प्रधान सूर्या तंवर, रविंद्र सिंह फौजी, संदीप मान, रत्न सिंह फौजी, भाल सिंह, पूर्व प्रधान हरज्ञान घणघस ने कहा कि उन्होंने प्रशासन से कई बार पानी निकासी की गुहार लगाई है, लेकिन आज तक कोई समाधान नहीं हुआ, जिसके चलते वे परेशानी झेलने को मजबूर है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द से जल्द जलभराव की निकासी के लिए उचित प्रबंध नहीं किए गए तो वे बड़ा प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे तथा जरूरत पड़ी तो रोड़ जाम से भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि यह समस्या लोगों की दिनचर्या को बुरी तरह प्रभावित कर रही है और प्रशासन को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। निवासियों ने भी एक सुर में प्रशासन से इस समस्या का जल्द समाधान करने की अपील की है। इस अवसर पर कमल प्रधान, कुंवर बीर सिंह, धीरज सिंह, सत्यजीत पिलानिया, ईश्वर शर्मा प्रधान, उमेश भारद्वाज, समीर खटीक, सुमन कुंगड़ महिला कांग्रेस प्रधान, ईश्वर मान पूर्व पार्षद, कांग्रेस युवा जिला अध्यक्ष मनदीप सुई, जिला पार्षद पार्षद रूपेंद्र ग्रेवाल, बिजेंद्र सिवाच प्रधान सेवादल, सुरेश प्रजापति, प्रवीण बूरा छात्र नेता, डा. फूल सिंह धनाना, शिवकुमार चांगिया, मा. बलवंत धनाना, हरेंद्र जाखड़, सुमित बराड़, अमित पंघाल, महेंद्र यादव, अशोक पूर्व पार्षद, लक्ष्मण, सुनील शर्मा, दिनेश, राजू सहित संदीप मान, रविंद्र, शंभु, सतीश जाखड़, रिंकू कादियान, विजेंद्र सिंह, तिलक राज सहित अन्य कांग्रेस नेता व कॉलोनीवासी मौजूद रहे।

म्हारा रेवाड़ी- स्वच्छ रेवाड़ी
स्वच्छता को स्वभाव में शामिल करना बेहद जरूरी – डीसी
डीसी अभिषेक मीणा ने कहा- स्वच्छता के प्रति जागरूक हो रहे आमजन
स्वच्छता अभियान में बढ़ी लोगों की भागीदारी, रेवाड़ी को सुंदर बनाने में जुटे पार्षद और निवासी

रेवाड़ी, 06 सितम्बर, अभीतक: शहरी स्वच्छता अभियान के तहत रेवाड़ी में नगर पार्षद व स्थानीय लोगों की सक्रिय भागीदारी से सफाई अभियान चलाया और लोगों ने सफाई के लिए शपथ लेकर अपने आसपास सफाई रखने का संकल्प लिया। डीसी अभिषेक मीणा ने कहा कि स्वच्छता को स्वभाव में शामिल करना बेहद जरूरी है तभी हम सभी मिलकर स्वच्छ पर्यावरण बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। आज इस पुनीत अभियान के कारण हर आमजन स्वच्छता के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए उत्साहित है। डीसी अभिषेक मीणा के निर्देशानुसार व डीएमसी ब्रह्मप्रकाश के मार्गदर्शन में रेवाड़ी शहर में चलाए जा रहे म्हारा रेवाड़ी स्वच्छ रेवाड़ी मुहिम में लोगों का सहयोग मिल रहा है ताकि रेवाड़ी शहर का सौंदर्यकरण हो सके। जिला नगर आयुक्त ब्रह्मप्रकाश ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत रेवाड़ी, बावल व धारूहेड़ा शहरी क्षेत्र को स्वच्छ बनाने की दिशा में नगर परिषद के अधिकारी सफाई करते हुए दूसरों को घरों के आसपास नियमित रूप से सफाई करने के लिए प्रेरित कर रहे है। इस सफाई अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को साफ सफाई के प्रति जागरूक करना है। लोगों की भागीदारी से ही शहर को गंदगी से मुक्त किया जा सकता है। शहर के विभिन्न वार्डों में सफाई कर लोगों को अभियान के साथ जोड़ा जा रहा है और लोगों को कचरा सड़क अथवा गली में डालने के स्थान पर डस्टबीन में एकत्रित करते हुए कचरा उठाने वाली गाड़ी में डालने के लिए जागरूक किया जा रहा है। डीएमसी ने कहा कि यह एक निरंतर कार्यक्रम है, इसे अपनी आदत बनाते हुए नियमित सफाई कार्य करे। उन्होंने कहा कि नियमित सफाई के अभाव में नालियों में गंदगी बढ़ जाती है। इसका सीधा प्रभाव पानी निकासी पर पड़ता है। उन्होंने सफाई कर्मचारियों को सभी वार्डों में नियमित रूप से गलियों एवं नालियों की सफाई करने के निर्देश दिए और उन्होंने बताया कि प्रत्येक वार्डो में विभिन्न विभागों के नियुक्त नोडल अधिकारी अपने अपने वार्डो में निगरानी कर रहे है। और नोडल अधिकारी अपने अपने वार्ड क्षेत्र में लोगों को सफाई का महत्व समझाते हुए स्वच्छता के प्रति जागरूक कर रहे है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद की टीमें रेवाड़ी को स्वच्छ बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने बताया कि कूड़ा फेंकने वालों पर अब कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाया जा रहा है।

सूक्ष्म पोषक तत्वों और कीट प्रबंधन के अनुदान के लिए आवेदन आमंत्रित
कपास किसान 30 सितंबर तक करे ऑनलाइन आवेदन

रेवाड़ी, 06 सितम्बर, अभीतक: हरियाणा सरकार द्वारा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के माध्यम से कपास की खेती के लिए सूक्ष्म पोषक तत्वों एवं एकीकृत कीट प्रबंधन पर अनुदान के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। डीसी अभिषेक मीणा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि विभाग की ओर से किसानों को कपास की खेती हेतु सूक्ष्म पोषक तत्व एवं एकीकृत कीट प्रबंधन पर अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है। जिसके लिए किसानों के ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए है। उन्होंने कहा कि इच्छुक किसान ूूू.ंहतपींतलंदं.हवअ.पद पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन आवेदन कर योजना का लाभ प्राप्त कर सकते है। आवेदन की अंतिम तिथि 30 सितम्बर, 2025 निर्धारित की गई है। उन्होंने बताया कि इस योजना का उद्देश्य कपास की फसल में पोषक तत्वों की कमी को दूर कर उत्पादन एवं गुणवत्ता में सुधार करना तथा कीट प्रबंधन द्वारा फसल को सुरक्षित रखना है। उन्होंने जिले के सभी कपास उत्पादक किसानों से अपील की है कि वे निर्धारित तिथि तक आवेदन करें और योजना का लाभ उठाएं। योजना के बारे में अधिक जानकारी एवं आवेदन के लिए किसान अपने नजदीकी कृषि कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान की प्रेस कॉन्फ्रेंस’
केंद्र सरकार ने कम की कृषि उपकरणों में ळैज् दर, किसानों को बड़ी राहत’
18 प्रतिशत से कम कर 5 प्रतिशत की गई जीएसटी दर’
45 एचपी ट्रेक्टर- पहले 7,20,000 रूपए, अब 6,75,000 रूपए, बचत 45,000 रूपए’
35 एचपी ट्रैक्टर दृ पहले 6,50,000 रुपए , अब 6,09,000 रुपए (अनुमानित), बचत 41,000 रुपए’
50 एचपी ट्रेक्टर- पहले- 8,50,000 रूपए, अब 7,97,000 रूपए, बचत 53,000 रूपए’
पावर टिलर 13 एचपी- पहले 20,357 रूपए, अब 8,482 रूपए, बचत 11,875 रूपए’
75 एचपी ट्रेक्टर- पहले 10,00,000 रूपए, अब 9,37,000 रूपए, बचत 63,000 रूपए’
बहुफसली थ्रेशर: 4 टन- पहले 24,000 रूपए, अब 10,000 रूपये, बचत 14,000 रू.’
धान रोपण यंत्र (4 पंक्ति दृ वॉक बिहाइंड)- पहले 26,400 रूपए, अब 11,000, बचत 15,400 रूपए’
सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल दृ 11 टाइन- पहले 18,000 रू, अब 7,500 रू. बचत 10,500 रू.’
पावर वीडर: 7.5 एचपी- पहले 9,420 रू. अब 3,925 रू., बचत 5,495 रूपए’
हार्वेस्टर कंबाइन- पहले 7,500 रू. अब 3,125 रू, बचत 4,375 रू.’
सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल दृ 13 टाइन- पहले 5,520 रू. अब 2,300 रू. बचत 3,220 रू’
’स्ट्रॉ रीपर दृ 5 फीट- पहले 37,500 रू, अब 15,625 रू, बचत 21,875 रू.
14 फीट कटर बार- पहले 3,21,428 रू. अब 1,33,928 रू. बचत 1,87,500 रू.
रोटावेटर: 6 फीट- पहले 13,392 रू. अब 5,580 रू. बचत 7,812 रू.
हैप्पी सीडर: 10 टाइन- पहले 18,214 रू. अब 7,589 रू. बचत 10,625 रू.’
सुपर सीडर: 8 फीट- पहले 28,928 रू. अब 12,053 रू. बचत 16,875 रू.
मल्चर: 8 फीट- पहले 19,821 रू. अब 8,258 रू. बचत 11,562 रू.’
स्क्वायर बेलर: 6 फीट- पहले 1,60,714 रू. अब 66,964 रू. बचत 93,750 रू.’
ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रेयर दृ 400 लीटर- पहले 16,071 रू. अब 6,696 रू. बचत 9,375 रूपए’

प्राकृतिक कृषि कार्यप्रणाली को समझने के साथ-साथ हरियाणा राज्य की कृषि बाजार प्रणाली, उसकी कार्यप्रणाली तथा संबंधित गतिविधियों का प्रत्यक्ष अवलोकन कर, गुजरात राज्य की कृषि बाजार व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़, प्रभावशाली एवं किसानोन्मुख बनाने के उद्देश्य से विसनगर एपीएमसी के प्रतिनिधि मंडल ने गुरुकुल, कुरुक्षेत्र स्थित प्राकृतिक कृषि फार्म का दौरा किया। इस मुलाकात के दौरान प्रतिनिधि मंडल से कहा कि प्राकृतिक खेती केवल खेती की पद्धति नहीं, बल्कि यह किसानों, समाज और आने वाली पीढ़ियों के स्वास्थ्य की रक्षा करने वाला एक महाअभियान है। प्राकृतिक कृषि उत्पादों के लिए सुदृढ़ बाजार व्यवस्था विकसित करना ही किसानों की आजीविका को सुरक्षित और सशक्त बनाने का सबसे बड़ा साधन है। मुझे विश्वास है कि इस प्रतिनिधि मंडल द्वारा किया गया हरियाणा की कृषि बाजार व्यवस्था का अध्ययन गुजरात के किसानों के लिए भी प्रेरक और उपयोगी सिद्ध होगा। आइए, हम सब मिलकर प्राकृतिक खेती अपनाकर धरती माता की रक्षा करते हुए आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वास्थ्यप्रद भविष्य गढ़ें।

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वतंत्रता दिवस 2025 को लाल किले से घोषित रुळैज् सुधारों को मात्र एक महीने में लागू कर दिया गया है। ळैज् सुधार आत्मनिर्भर भारत और रुडंामप्दप्दकपं को गति देने की परिकल्पना को साकार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि पंजाब में आई बाढ़ जैसी समस्या से मिलकर निपटना होगा और हरियाणा पंजाब के साथ खड़ा है। पंजाब के बाढ़ प्रभावित जिलों को हरियाणा की ओर से लगातार राहत सामग्री भेजी जा रही है। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार बारिश के बाद बनी स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार किसानों के हितों के प्रति गंभीर है। पहले भी सरकार ने किसानों को मुआवजा दिया था और इस बार भी प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रभावित किसानों के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोला गया है। इस पोर्टल के माध्यम से प्रदेश के 2897 गांवों के 1,69,738 किसानों ने 9 लाख 96 हजार एकड़ से अधिक भूमि के लिए पंजीकरण किया है। वेरिफिकेशन के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी की प्रेस वार्ता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के दिशा-निर्देश पर रुळैज् काउंसिल की 56वीं बैठक में ऐतिहासिक फैसले लिए गए हैं।
इन निर्णयों से रोजमर्रा के उपभोक्ता, किसान, उद्योग, स्वास्थ्य क्षेत्र और करदाता सभी को लाभ मिलेगा।
आमजन के लिए राहत
ऽ रोजमर्रा के उपभोक्ता सामान सस्ते
ऽ सैस समाप्त, अब केवल दो मानक दरें: 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत
ऽ लग्जरी व अहितकारी वस्तुओं पर 40 प्रतिशत
कृषि क्षेत्र में बड़ा कदम
ऽ खाद्य पदार्थों पर जीएसटी शून्य
ऽ सिंचाई व जुताई मशीनरी पर 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत
ऽ ट्रैक्टर व ट्रैक्टर पुर्जों पर कर दर में कमी
ऽ सौर ऊर्जा उपकरण भी सस्ते
स्वास्थ्य सेवाओं में राहत
ऽ जीवन रक्षक दवाएं: 12 प्रतिशत से शून्य
ऽ मेडिकल उपकरणों पर 5 प्रतिशत
ऽ जीवन व स्वास्थ्य बीमा: 18 प्रतिशत से शून्य
उद्योग व उपभोक्ताओं के लिए
ऽ धागा व कपड़ा: 18 प्रतिशत से 5 प्रतिशत
ऽ सिलाई मशीन: 18 प्रतिशत से 5 प्रतिशत
ऽ सीमेंट: 28 प्रतिशत से 18 प्रतिशत (निर्माण लागत कम होगी)
ऽ गाड़ियां (1200 सीसी पेट्रोल 1500 सीसी डीजल इंजन तक): 28 प्रतिशत से 18 प्रतिशत
हरियाणा की उपलब्धियां
ऽ अगस्त में एसजीएसटी संग्रह में 31 प्रतिशत की रिकॉर्ड वृद्धि
ऽ चालू वित्त वर्ष में अब तक 20 प्रतिशत की वृद्धि
ऽ सकल जीएसटी संग्रह में हरियाणा देश में 5वें स्थान पर
ऽ थ्ल् 2024-25 में 39,743 करोड़ का शुद्ध एसजीएसटी संग्रह

ये फैसले “एक राष्ट्र, एक कर, एक बाजार” की परिकल्पना को साकार करते हैं और करदाताओं के लिए वर्गीकरण विवाद व मुकदमेबाजी में कमी लाएंगे।

लोक निर्माण एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री श्री रणबीर गंगवा ने बताया कि जलभराव से फसल नुकसान के पंजीकरण के लिए हिसार जिले के 276 गांवों के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोला गया है। अब तक 25 हजार किसानों ने 1.45 लाख एकड़ क्षेत्र का खराबा दर्ज किया है।

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