Haryana Abhitak News 21/10/25

डीसी स्वप्निल रविंद्र पाटिल।

दिल्ली-एनसीआर में ग्रेप स्टेज-टू के प्रतिबंध लागू
एनसीआर क्षेत्र में जिला, ग्रेप टू की पाबंदियां को सख्ती से लागू करें अधिकारी- डीसी
वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ स्तर पर, जिला में ग्रैप स्टेज-टू के प्रतिबंध
प्रदूषण नियंत्रण को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट- डीसी

झज्जऱ, 21 अक्तूबर, अभीतक: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में वायु गुणवत्ता खराब होने पर पर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीक्यूएम) ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के स्टेज-टू को तत्काल प्रभाव से लागू करने के आदेश जारी किए हैं। डीसी स्वप्निल रविंद्र पाटिल ने कहा कि जिला झज्जर भी एनसीआर क्षेत्र में शामिल है, अतः ग्रैप-स्टेज टू की पाबंदियां की जिले में प्रभावी ढंग से पालना सुनिश्चित करने के संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं। जिला प्रशासन ने सभी नागरिकों से ग्रैप स्टेज-टू और टू के तहत जारी नागरिक चार्टर का पालन करने की अपील की गई हैं। डीसी ने जानकारी देते हुए बताया कि आयोग की सब-कमेटी ने भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) और आईआईएम के पूर्वानुमानों तथा दिल्ली के प्रदूषण स्तर की समीक्षा के बाद यह निर्णय लिया है। आदेशों के अनुसार रविवार शाम 7 बजे दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 302 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। पूर्वानुमानों के अनुसार आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता में और गिरावट की संभावना है। इन परिस्थितियों के मद्देनजर आयोग द्वारा ग्रेप टू की पाबंदियां लगाने के आदेश जारी किए गए हैं। इससे पहले 14 अक्टूबर को स्टेज-वन लागू किया गया था। अब स्टेज-टू के तहत अतिरिक्त कदम भी उठाए जाएंगे।
लागू होंगी ये प्रमुख पाबंदियां
ग्रैप के स्टेज- वन और टू के तहत निर्धारित पाबंदियां लागू किए जाएंगे। निर्माण एवं ध्वंस गतिविधियों पर निगरानी और धूल नियंत्रण उपायों को सख्ती से लागू किया जाएगा। सड़क की सफाई और पानी का छिड़काव बढ़ाया जाएगा। कोयला, लकड़ी और अन्य ठोस ईंधनों के उपयोग पर निगरानी रखी जाएगी। कचरा जलाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा दिया जाएगा और निजी वाहनों के उपयोग को कम करने की अपील की जाएगी।

वीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण कुमार गुप्ता तथा हरियाणा सरकार में विशेष कार्य अधिकारी आईपीएस पंकज नैन ने सांझा की रन फॉर यूनिटी के आयोजन की रूपरेखा।
झज्जर में रन फॉर यूनिटी के आयोजन को लेकर डीसी स्वप्निल रविंद्र पाटिल ने ली बैठक।

31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता का संदेश देने के लिए रन फॉर यूनिटी में दौड़ेगा झज्जर
सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती पर रन फॉर यूनिटी में शामिल हों हर नागरिक-डीसी
संबंधित अधिकारियों को डीसी ने दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

झज्जऱ, 21 अक्तूबर, अभीतक: सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर आगामी शुक्रवार, 31 अक्टूबर को रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया जाएगा। आमजन की सक्रिय भागीदारी के साथ यह दौड़ देश की एकता व अखंडता को समर्पित होगी जिसमें हर वर्ग की उल्लेखनीय भागीदारी रहेगी। डीसी स्वप्निल रविंद्र पाटिल ने मंगलवार को लघु सचिवालय सभागार में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण कुमार गुप्ता तथा हरियाणा सरकार में मुख्यमंत्री के स्पेशल ऑफिसर आईपीएस पंकज नैन के साथ रन फॉर यूनिटी के आयोजन को लेकर हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। डीसी ने कहा कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 31 अक्टूबर को होने वाले इस इवेंट में जिला वासियों की प्रभावी जन भागीदारी रहेगी। उन्होंने बताया कि रन फॉर यूनिटी के माध्यम से झज्जर वासी एक साथ देश की एकता व अखंडता का संकल्प लेते हुए दौड़ेंगे। दौड़ महर्षि दयानंद सरस्वती स्टेडियम से प्रारंभ होगी व इसके बाद सिविल लाइन रोड़ और बर्फखाना रोड होते हुए वापस स्टेडियम में संपन्न होगी व हाथों में राष्ट्रीय ध्वज लेकर लोग पूरे उत्साह के साथ रन फॉर यूनिटी में हिस्सा लेंगे। इस दौरान स्कूल व कॉलेज के विद्यार्थीगण, खिलाड़ी, सीनियर सिटीजन, महिलाएं तथा आम नागरिक समाज में एकता व भाईचारा का संदेश कायम रखने का संकल्प लेते हुए रन फॉर यूनिटी में भागीदार बनेंगे। उन्होंने बताया कि यह दौड़ राष्ट्रीय एकता का प्रतीक होगी जिसमें प्रतिभागी अपने हाथ में तिरंगा लेकर देशभक्ति के जज्बे को सलाम करते हुए दौड़ लगाएंगे। डीसी ने कहा कि राष्ट्रीय भावना के साथ झज्जर जिला मिलकर दौड़ लगाते हुए सरदार वल्लभ भाई पटेल जी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करेगा। डीसी ने कार्यक्रम की तैयारी के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि अभी से विभागीय स्तर पर तथा जन भागीदारी के साथ तैयारी शुरू कर दें ताकि इस कार्यक्रम को गरिमामयी ढंग से मनाया जा सके। बैठक में एडीसी जगनिवास, डीडीपीओ निशा तंवर, डीआईओ अमित बंसल, डीएसओ सतेंद्र सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।

डीसी स्वप्निल रविंद्र पाटिल।

प्रधानमंत्री पुरस्कारों के लिए 15 नवंबर तक जमा करवाएं आवेदन – डीसी
लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए तीन श्रेणियों में दिए जाएंगे पुरस्कार
डीसी स्वप्निल रविंद्र पाटिल ने दी विस्तार से जानकारी

झज्जऱ, 21 अक्तूबर, अभीतक: केंद्र सरकार की ओर से लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कारों के लिए पंजीकरण और आवेदन जमा करवाने की अंतिम तिथि 15 नवंबर निर्धारित की गई है। प्रधानमंत्री पुरस्कारों के लिए निर्धारित शर्तें और मापदंड पूरे करने वाले 15 नवंबर तक अपना आवेदन जमा करवा सकते हैं। डीसी ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार के प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग की ओर से वर्ष 2006 में लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार नाम से एक योजना शुरू की थी, जिसका उद्देश्य केंद्र और राज्य सरकारों के जिलोंध्संगठनों द्वारा किए गए असाधारण और अभिनव कार्यों को स्वीकार करना, मान्यता देना और पुरस्कृत करना है। पुरस्कार प्रथम श्रेणी जिलों का समग्र विकास, द्वितीय श्रेणी आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम व श्रेणी नवाचार में प्रदान किए जाएंगे। इस संदर्भ में अधिक जानकारी के लिए पोर्टल ीजजचेरूध्ध्चउंूंतकेण्हवअण्पद तथा दूरभाष 011-23367966 पर संपर्क किया जा सकता है।
सुशासन, गुणात्मक और मात्रात्मक आधार पर किया जाएगा आवेदनों का मूल्यांकन- डीसी
डीसी ने बताया कि प्राथमिकता कार्यक्रमों, नवाचारों और आकांक्षी जिलों में जिला कलेक्टरों के प्रदर्शन को मान्यता देने के लिए 2014 में इस योजना का पुनर्गठन किया गया। जिले के आर्थिक विकास की दिशा में जिला कलेक्टरों के प्रदर्शन को मान्यता देने के लिए 2020 में इस योजना का फिर से पुनर्गठन किया गया। रचनात्मक प्रतिस्पर्धा, नवाचार, प्रतिकृति और सर्वोत्तम प्रथाओं के संस्थागतकरण को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 2021 में एक नए दृष्टिकोण के साथ योजना को नया रूप दिया गया। इस दृष्टिकोण के तहत केवल मात्र लक्ष्यों की प्राप्ति के बजाए सुशासन, गुणात्मक उपलब्धि और अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी पर जोर दिया गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए, पुरस्कारों के लिए आवेदनों का मूल्यांकन तीन मानदंडों सुशासन, गुणात्मक और मात्रात्मक आधार पर किया जाएगा।

कल (23 अक्टूबर को) रोहतक में सुनी जाएंगी बिजली उपभोक्ताओं की समस्याएं
बिजली शिकायतों के समाधान के लिए मीटिंग का लाभ उठाएं झज्जर के बिजली उपभोक्ता

झज्जऱ, 21 अक्तूबर, अभीतक: बिजली उपभोक्ताओं की समस्याओं को दूर करने के लिए उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा कल (23 अक्टूबर को) रोहतक में एक विशेष शिकायत निवारण बैठक का आयोजन किया जा रहा है। यह बैठक रोहतक के राजीव गांधी विद्युत भवन कांफ्रेंस हॉल में सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक होगी, जिसमें विशेष तौर पर झज्जर के उपभोक्ताओं की बिजली संबंधी शिकायत पर सुनवाई होगी। निगम के प्रवक्ता ने बताया कि बैठक की अध्यक्षता चेयरमैन जोनल सी.जी.आर.एफ. मुख्य अभियंता रोहतक करेंगे। उपभोक्ता शिकायत निवारण मंच रेगुलेशन 2.8.2 के तहत 1 लाख रुपये से लेकर 3 लाख रुपये तक के वित्तीय विवादों से जुड़ी शिकायतों पर सुनवाई की जाएगी। इसके अलावा, यदि कोई उपभोक्ता अधीक्षण अभियंता, कार्यकारी अभियंता, या उपमंडल अभियंता के फैसले से संतुष्ट नहीं है, तो वह अपनी शिकायत इस मंच के समक्ष प्रस्तुत कर सकता है। प्रवक्ता ने झज्जर के बिजली उपभोक्ताओं से अपील की कि वे इस अवसर का लाभ उठाएं और अपनी समस्याओं के समाधान के लिए बैठक में जरूर पहुँचें।

झज्जर में ट्रैफिक यूनिट ने किया नशा विरोधी व यातायात जागरूकता अभियान
झज्जऱ, 21 अक्तूबर, अभीतक: झज्जर यातायात पुलिस प्रभारी निरीक्षक विरेंद्र कुमार और उसकी टीम के नेतृत्व में ट्रैफिक यूनिट झज्जर द्वारा शहर में जागरूकता अभियान चलाया गया। इस दौरान उपनिरीक्षक विरेन्द्र ने लोगों को नशे के दुष्प्रभावों और यातायात नियमों के पालन के महत्व के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि नशे की हालत में वाहन चलाना न केवल अपनी बल्कि दूसरों की जान के लिए भी खतरा है। लोगों को हेलमेट और सीट बेल्ट पहनने, गति सीमा का पालन करने के लिए प्रेरित किया गया। झज्जर यातायात पुलिस प्रभारी ने कहा कि इस प्रकार के अभियान नियमित रूप से चलाए जाते रहेंगे ताकि शहर में सड़क सुरक्षा को और मजबूत किया जा सके।लोगों ने इस पहल की सराहना की और यातायात पुलिस को सहयोग का आश्वासन दिया।

झज्जर की पुलिस लाइन में मनाया गया पुलिस स्मृति दिवस
पुलिस कमिश्नर ने शहीद परिवारों को किया सम्मानित
तनाव में रहने वाले पुलिस कर्मचारियों को दिया संदेश
झज्जर की पुलिस लाइन में बने शहीद स्मारक पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे थे पुलिस कमिश्नर डॉ राजश्री सिंह’
कार्यक्रम में झज्जर पुलिस प्रशासन की तमाम आला अधिकारी भी रहे मौजूद’

झज्जऱ, 21 अक्तूबर, अभीतक: झज्जर की पुलिस लाइन में पुलिस कमिश्नर डॉ राजश्री सिंह की अध्यक्षता में पुलिस स्मृति दिवस मनाया गया। इस मौके पर झज्जर पुलिस प्रशासन की तरफ से शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए नमन किया गया और पुलिस कमिश्नर डॉ राजश्री सिंह द्वारा देश सेवा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों के परिवारों के सदस्यों को सम्मानित किया स पुलिस कमिश्नर डॉ राजश्री सिंह ने कहा कि पुलिस प्रणाली भारत की एक रक्षा प्रणाली है जो की देश की हर क्षेत्र एवं राज्य स्तर पर रक्षा करती है। किसी भी देश के लिए पुलिस एक अहम् ताकत है पुलिस भारत के हर क्षेत्र के लोगो की दिन रात एक करके रक्षा करती है। इस दिन भारत के उन वीर शहीद पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि दी जाती है जिन्होंने देश-प्रदेश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि पुलिस स्मृति दिवस प्रत्येक वर्ष 21 अक्टूबर को मनाया जाता है। पुलिस स्मृति दिवस के महत्व के बारे में सीआरपीएफ की बहादुरी का एक किस्सा है। गौरतलब है कि आज से 65 वर्ष पहले 21 अक्टूबर 1959 में लद्दाख में तीसरी बटालियन की एक कम्पनी को भारत – तिब्बत सीमा की सुरक्षा के लिए लद्दाख में श्हाट-स्प्रिंगश् में तैनात किया गया था। कम्पनी को टुकड़ियों में बांटकर चैकसी करने को कहा गया। जब बल के 21 जवानों का गश्ती दल श्हाट- स्प्रिंगश् में गश्त कर रहा था। तभी चीनी फौज के एक बहुत बड़े दस्ते ने इस गश्ती टुकड़ी पर घात लगाकर आक्रमण कर दिया। तब बल के मात्र 21 जवानों ने चीनी आक्रमणकारियों का डटकर मुकाबला किया। मातृभूमि की रक्षा के लिए लड़ते हुए 10 शूरवीर जवानों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया। जिनका अन्तिम संस्कार श्हाट-स्प्रिंगश् में पूरे पुलिस सम्मान के साथ हुआ। जनवरी 1960 मे राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशो के पुलिस महानिरीक्षको का वार्षिक सम्मेलन हुआ। उस सम्मेलन मे लद्दाख मे शहीद हुए उन वीर पुलिस कर्मियो को सम्मानित करने के लिए हर साल 21 अक्टूबर को स्मृति दिवस मनाने का फैसला लिया गया। यह हमारे पुलिस बल के लिए व हम सबके लिए गौरव की बात है कि केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के इन बहादुर जवानों के बलिदान को देश के सभी केन्द्रीय पुलिस संगठनों व सभी राज्यों की सिविल पुलिस द्वारा ष्पुलिस स्मरण दिवसष् के रूप में मनाया जाता है। इन वीरों का बलिदान भारतीय पुलिस के कार्यों की उच्चतम परम्पराओं का प्रतीक है तथा कर्तव्यनिष्ठा का अनुपम आदर्श प्रस्तुत करता है। वही उन्होंने तनाव में रहने वाले पुलिस कर्मचारियों को मीडिया के माध्यम से अपना संदेश देते हुए कहा हम हर रोज तनाव झेलते हैं लेकिन इंसान का फर्ज है कि उस तनाव को झेलते हुए हमें आगे बढ़ाना है क्योंकि हमें पुलिस की वर्दी देश सेवा करने के लिए मिली है और भगवान ने हमें अच्छा जीवन दिया है और इसको हमेशा याद रखिए कि हमारी जिम्मेदारी केवल हमारे तक ही खत्म नहीं हो जाती बल्कि हमारा परिवार है हमारा समाज है और हमारे माता-पिता है उनके लिए भी हमें बहुत कुछ करना और एक दायित्व समझते हुए देश की आंतरिक सुरक्षा का हमें ध्यान रखना है। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मचारी को तनाव झेलते हुए आगे बढ़ना चाहिए और खुशी खुशी नौकरी करनी चाहिए क्योंकि इस तनाव को झेलते हुए हम लोगों की सुरक्षा करते हैं और यही हमारा फर्ज है।

झज्जर पुलिस की टीम ने गांव सौलधा में जाकर आमजन को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में किया जागरूक’
युवाओं से की अपील- नशे से दूर रहें, अपने सपनों को साकार करें’

बहादुरगढ़, 21 अक्तूबर, अभीतक: नशा मुक्त समाज के निर्माण के लिए पुलिस कमिश्नर डॉ राजश्री सिंह के कुशल नेतृत्व में झज्जर पुलिस लगातार अभियान चला रही है। इसी कड़ी में झज्जर पुलिस की विशेष टीम ने मंगलवार को जिले के गांव सौलधा और सेक्टर 13 बहादुरगढ़ के क्षेत्र का दौरा किया और वहां लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए मुख्य सिपाही जयवीर ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि नशा व्यक्ति की सेहत, परिवार और भविष्य तीनों को बर्बाद कर देता है। उन्होंने कहा कि जो युवा नशे से दूर रहते हैं, वही जीवन में सफलता की ऊँचाइयों को छूते हैं। नशे से बचना केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी भी है। इस दौरान निरीक्षक सतीश कुमार ने कहा कि पुलिस प्रशासन हर उस व्यक्ति के साथ है जो नशे के खिलाफ खड़ा है। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे अपने परिवारों और बच्चों को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। गांव के एक बुजुर्ग ने कहा, ऐसे कार्यक्रमों से युवाओं को सही दिशा मिलती है, और समाज में सकारात्मक बदलाव आता है।

दीपावली पर पैरा लीगल वॉलंटियर ने झुग्गी झोपड़ियों में रह रहे बच्चों बाटी मोमबत्ती व मिठाई
झज्जऱ, 21 अक्तूबर, अभीतक: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झज्जर के सचिव एवं सीजेएम श्री विशाल के आदेशानुसार दीपावली के अवसर पर पैरा लीगल वॉलंटियर कर्मजीत छिल्लर, शिव धन व संदीप ने सेक्टर 06 व सेक्टर 08 झज्जर की झुग्गी झोपड़ियों में रह रहे बच्चों के साथ मोमबत्ती, बिस्किट व मिठाई खिलाकर दीपावली मनाई गई। जिससे बच्चों के चेहरे पर खुशी देखने लायक थी।

सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर द्वारा गोवर्धन पूजा की तैयारियाँ शुरू : डॉ. राजेश भाटिया
फरीदाबाद, 21 अक्तूबर, अभीतक: सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर मार्किट नं. 1 के परिसर में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी गोवर्धन पूजा को लेकर तैयारियाँ जोर-शोर से शुरू कर दी गई हैं। मंदिर समिति के पदाधिकारियों और भक्तों ने सफाई, सजावट और प्रसाद वितरण की व्यवस्था पर काम प्रारंभ कर दिया है। मंदिर के प्रधान डॉ. राजेश भाटिया ने बताया कि इस बार पूजा व् अन्नकूट भंडारे का आयोजन किया गया है और श्री कृष्ण जी और गोवेर्धन जी के स्वरूप जोकि ष्गाँय के गोबर से तैयार किये जाते हैंष् को लड़ियों, मोमबत्तियों व् दीपों के द्वारा सुसज्जित किया जाएगा। मंदिर के प्रधान डॉ. राजेश भाटिया व् कार्यकारणी सदस्यों ने सभी श्रद्धालओं से अपील की कि, इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मंदिर पहुंचकर भगवान श्रीकृष्ण की गोवर्धन पूजा में भाग लें और पुण्य के भागी बने। मंदिर के सदस्यों व् सेवादारों में उत्साह का माहौल है, और मंदिर परिसर को रोशनी एवं फूलों से सजाने का कार्य तेजी से चल रहा है। इस मौके पर डॉ. राजेश भाटिया के साथ मंदिर के चेयरमैन बंसी लाल कुकरेजा, मंदिर के उप-प्रधान सोमनाथ ग्रोवर, आई एस जैन, अमर बजाज, सरदार अमरजीत सिंह भाटिया, प्रेम बब्बर, गगन अरोड़ा, सचिन भाटिया, अमित नरूला, पंकज अरोड़ा, रिंकल भाटिया, भरत कपूर, रविंदर गुलाटी, आशीष भाटिया व् अन्य सदस्य शामिल रहे।

हरियाणा के समस्त परिवारजनों के कल्याण की कामना के साथ आज मुख्यमंत्री आवास पर परिवार सहित दीपों के इस पावन पर्व पर प्रभु श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की विधिवत पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया। प्रार्थना है कि यह दिव्यता से आलोकित दीपोत्सव आपके जीवन में आनंद, समृद्धि, स्वास्थ्य और नई ऊर्जा का संचार करे। घर-घर दीपों का प्रकाश सुख और सौहार्द का संदेश लेकर आए।
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी

रेवाड़ी में रन फॉर यूनिटी के आयोजन को लेकर डीसी अभिषेक मीणा ने ली बैठक।
वीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण कुमार गुप्ता तथा हरियाणा सरकार में विशेष कार्य अधिकारी आईपीएस पंकज नैन ने सांझाा की रन फॉर यूनिटी के आयोजन की रूपरेखा।

सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती पर रन फॉर यूनिटी में शामिल हों हर नागरिक-डीसी
31 अक्टूबर को एकता व भाईचारे के संदेश के साथ दौड़ेगा रेवाड़ी – अभिषेक मीणा
संबंधित अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

रेवाड़ी, 21 अक्तूबर, अभीतक: सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर आगामी शुक्रवार, 31 अक्टूबर को जिला रेवाड़ी मुख्यालय पर रन फॉर यूनिटी इवेंट का आयोजन किया जाएगा। आमजन की सक्रिय भागीदारी के साथ यह दौड़ देश की एकता व अखंडता को समर्पित होगी जिसमें हर वर्ग की उल्लेखनीय भागीदारी रहेगी। डीसी अभिषेक मीणा ने मंगलवार को लघु सचिवालय सभागार में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण कुमार गुप्ता तथा हरियाणा सरकार में विशेष कार्य अधिकारी आईपीएस पंकज नैन के साथ रन फॉर यूनिटी के आयोजन को लेकर हुई वीडियो कांफ्रेंस के बाद संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। डीसी अभिषेक मीणा ने कहा कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 31 अक्टूबर को होने वाले इस इवेंट में जिला वासियों की प्रभावी जन भागीदारी रहेगी। उन्होंने बताया कि रन फॉर यूनिटी के माध्यम से रेवाड़ी वासी एक साथ देश की एकता व अखंडता का संकल्प लेते हुए दौड़ेंगे। इस दौरान स्कूल व कॉलेज के विद्यार्थीगण, खिलाड़ी, नेहरू युवा केंद्र के युवा, सीनियर सिटीजन, महिलाएं तथा आम नागरिक समाज में एकता व भाईचारा का संदेश कायम रखने का संकल्प लेते हुए रन फॉर यूनिटी में भागीदार बनेंगे। उन्होंने बताया कि यह दौड़ राष्ट्रीय एकता का प्रतीक होगी जिसमें प्रतिभागी अपने हाथ में तिरंगा लेकर देशभक्ति के जज्बे को सलाम करते हुए दौड़ लगाएंगे। डीसी अभिषेक मीणा ने कहा कि राष्ट्रीय भावना के साथ रेवाड़ी जिला मिलकर दौड़ लगाते हुए सरदार वल्लभ भाई पटेल जी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करेगा। डीसी ने कार्यक्रम की तैयारी के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि अभी से विभागीय स्तर पर तथा जन भागीदारी के साथ तैयारी शुरू कर दें ताकि इस कार्यक्रम को गरिमामयी ढंग से मनाया जा सके। बैठक में सीटीएम जितेन्द्र कुमार, डीआईपीआरओ दिनेश कुमार व एआईपीआरओ पवन यादव सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।

अभिषेक मीणा, डीसी रेवाड़ी।

प्रधानमंत्री पुरस्कारों के लिए 15 नवंबर तक जमा करवाएं आवेदन – डीसी
लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए तीन श्रेणियों में दिए जाएंगे पुरस्कार
डीसी अभिषेक मीणा ने दी विस्तार से जानकारी

रेवाड़ी, 21 अक्तूबर, अभीतक: केंद्र सरकार की ओर से लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कारों के लिए पंजीकरण और आवेदन जमा करवाने की अंतिम तिथि 15 नवंबर निर्धारित की गई है। प्रधानमंत्री पुरस्कारों के लिए निर्धारित शर्तें और मापदंड पूरे करने वाले 15 नवंबर तक अपना आवेदन जमा करवा सकते हैं। डीसी अभिषेक मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार के प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग की ओर से वर्ष 2006 में लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार नाम से एक योजना शुरू की थी, जिसका उद्देश्य केंद्र और राज्य सरकारों के जिलोंध्संगठनों द्वारा किए गए असाधारण और अभिनव कार्यों को स्वीकार करना, मान्यता देना और पुरस्कृत करना है। पुरस्कार प्रथम श्रेणी जिलों का समग्र विकास, द्वितीय श्रेणी आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम व श्रेणी नवाचार में प्रदान किए जाएंगे। इस संदर्भ में अधिक जानकारी के लिए पोर्टल https://pmawards.gov.in तथा दूरभाष 011-23367966 पर संपर्क किया जा सकता है।
सुशासन, गुणात्मक और मात्रात्मक आधार पर किया जाएगा आवेदनों का मूल्यांकन- डीसी
डीसी अभिषेक मीणा ने बताया कि प्राथमिकता कार्यक्रमों, नवाचारों और आकांक्षी जिलों में जिला कलेक्टरों के प्रदर्शन को मान्यता देने के लिए 2014 में इस योजना का पुनर्गठन किया गया। जिले के आर्थिक विकास की दिशा में जिला कलेक्टरों के प्रदर्शन को मान्यता देने के लिए 2020 में इस योजना का फिर से पुनर्गठन किया गया। रचनात्मक प्रतिस्पर्धा, नवाचार, प्रतिकृति और सर्वोत्तम प्रथाओं के संस्थागतकरण को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 2021 में एक नए दृष्टिकोण के साथ योजना को नया रूप दिया गया। इस दृष्टिकोण के तहत केवल मात्र लक्ष्यों की प्राप्ति के बजाए सुशासन, गुणात्मक उपलब्धि और अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी पर जोर दिया गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए, पुरस्कारों के लिए आवेदनों का मूल्यांकन तीन मानदंडों सुशासन, गुणात्मक और मात्रात्मक आधार पर किया जाएगा।

हरियाणा को जल्द ही एक नया जिला मिलने की संभावना है। प्रदेश सरकार 1 नवंबर 2025 को हरियाणा दिवस के अवसर पर 23वें जिले की घोषणा करने की तैयारी कर रही है। सरकार के पास फिलहाल 10 नए जिलों के प्रस्ताव विचाराधीन हैं। इनमें असंघ, नारायणगढ़, मानेसर, पिहोवा, बरवाला, सफीदों, पटौदी, डबवाली, हांसी और गोहाना शामिल हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, फिलहाल सबसे अधिक संभावनाएं गोहाना, हांसी और डबवाली में से किसी एक क्षेत्र को जिला बनाए जाने की हैं। इनमें से गोहाना फिलहाल सोनीपत जिले का हिस्सा है और इसे जिला बनाए जाने पर सोनीपत, रोहतक और जींद की भौगोलिक सीमाओं पर असर पड़ सकता है। हांसी, हिसार जिले में आता है, जबकि डबवाली, सिरसा जिले का हिस्सा है और पंजाब की सीमा से सटा हुआ क्षेत्र है। दिलचस्प बात यह है कि डबवाली को पहले ही पुलिस जिला घोषित किया जा चुका है, जिससे इसकी दावेदारी और मजबूत हो जाती है। हरियाणा में इससे पहले 2016 में दादरी को जिला बनाया गया था, जो पहले भिवानी जिले में शामिल था। नए जिले के गठन की यह प्रक्रिया अब एक बार फिर तेज हो गई है। फिलहाल सरकार ने यह भी साफ किया है कि अन्य जिलों का फैसला 2026 की जनगणना के बाद लिया जाएगा।
जनसंख्या और क्षेत्रफल जैसे मानदंड हैं जरूरी
नए जिले की मांग को लेकर बनी पुनर्गठन उप-समिति को अब तक 73 प्रस्ताव मिल चुके हैं। इनमें से 10 जिले, 14 उपमंडल, 4 तहसील और 27 उप-तहसीलों के गठन से जुड़े सुझाव शामिल हैं। समिति ने नए जिले के लिए कुछ न्यूनतम मानदंड भी तय किए हैं, जिनमें 125 से 200 गांव, 4 लाख से अधिक आबादी, और कम से कम 80,000 हेक्टेयर क्षेत्रफल की शर्तें शामिल हैं। इन प्रस्तावों पर समिति द्वारा बैठकें की जा चुकी हैं और लिए गए निर्णयों को जल्द ही मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के पास अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा। इसके साथ ही, उपमंडल, तहसील और उप-तहसील के गठन के लिए भी अलग-अलग मानक तय किए गए हैं। प्रशासनिक इकाइयों के पुनर्गठन को लेकर अब तक कैबिनेट सब-कमेटी की 5 बैठकें हो चुकी हैं। इन बैठकों की अध्यक्षता कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार कर चुके हैं। पंवार ने स्पष्ट किया कि सरकार जनता और जनप्रतिनिधियों की मांगों के अनुसार काम कर रही है। इस समिति में शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा और कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा भी बतौर सदस्य मौजूद रहे हैं।

21 से 27 अक्टूबर तक कर सकेंगे आवेदन
विभागीय अनुसार 21 अक्टूबर से 27 अक्टूबर 2025 तक छात्र ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस अवधि में छात्र निम्नलिखित कोर्सेज के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
ग्रेजुएशन: फर्स्ट, सेकेंड और थर्ड ईयर
पोस्ट ग्रेजुएशन: फर्स्ट और सेकेंड ईयर
बिना ऑनलाइन आवेदन किए किसी भी छात्र को एडमिशन नहीं दिया जाएगा। इसलिए इच्छुक छात्रों को समय पर पोर्टल पर जाकर आवेदन करना अनिवार्य है। उच्च शिक्षा विभाग के असिस्टेंट डायरेक्टर ने इस संबंध में सभी सरकारी, एडेड और प्राइवेट कॉलेजों के प्रिंसिपल्स को एक आधिकारिक पत्र भेजा है। पत्र में बताया गया है कि यह फैसला उन छात्रों को ध्यान में रखकर लिया गया है, जो किसी कारणवश पिछली बार आवेदन नहीं कर सके थे। यह मौका उन छात्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है जो अब तक किसी कारणवश दाखिले से वंचित रह गए थे। इसलिए सभी इच्छुक छात्र इसका लाभ जरूर उठाएं।

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