


स्वतंत्रता सेनानी श्रीराम शर्मा ओपन थिएटर भूमि विवाद पर नगर परिषद बैठक में उठा
झज्जर, 15 सितंबर (अभीतक) : झज्जर के स्वतंत्रता सेनानी पं श्रीराम शर्मा ओपन थिएटर भूमि का विवाद थमने की बजाय दिनों दिन गहराता जा रहा है। पंडित श्रीराम शर्मा ओपन थिएटर की भूमि को लेकर शुक्रवार को झज्जर नगर परिषद की बैठक अध्यक्ष जिले सिंह सैनी की अध्यक्षता में हुई। आज की बैठक में झज्जर की विधायक श्रीमती गीता भुक्कल, वाइस चेयरमैन श्रीमती अंशुल गर्ग विशेष रूप से उपस्थित रही। बैठक काफी हंगामेदार रही। बैठक में जिस स्थान पर पार्क बना है, उसकी 4425 वर्ग गज भूमि में से 1178 गज भूमि श्रीराम शर्मा पार्क के लिए लिये जाने का प्रस्ताव आज की बैठक में रखा गया। जिसे लेकर खूब हंगामा हुआ और सभी पार्षदों ने 1178 गज की बजाय सारी भूमि वक्फ बोर्ड से लेने की मांग उठाई। भूमि के इस विवाद में शामिल अधिकारियों व अन्य प्रभावशाली लोगों को सामने लाने की मांग की गई। प्रशासनिक अधिकारियों व अन्य लोगों की कार्य शैली पर भी इस बैठक में सवाल उठाये। बैठक में खास बात यह रही कि सभी सदस्य पूरी भूमि 4425 वर्ग गज पार्क के लिए लेने पर सहमत दिखे। उल्लेखनीय है कि झज्जर के खेल स्टेडियम के सामने स्थित वक्फ बोर्ड की 4425 वर्ग गज भूमि नगर परिषद के पास कई दशक से है और इसी भूमि पर स्वतंत्रता सेनानी पं श्रीराम शर्मा ओपन थिएटर एंड चिल्ड्रन पार्क का निर्माण करीब 20 वर्ष पूर्व किया गया था। लेकिन मामूली रेंट पर नगर परिषद द्वारा वक्फ बोर्ड से ली गई इस भूमि का रेंट का बोर्ड को अदा नहीं किया गया। खबर है कि पिछले करीब दो दशक से भूमि का कोई रेंट नहीं दिया गया था। इस लंबी समय अवधि में नगर परिषद की चौधर अलग-अलग अध्यक्षों के हाथ में रही है और बहुत से अधिकारी भी यहां अलग-अलग समय में रहे हैं। यहां तक इस दौरान 10 साल तक कांग्रेस का शासन भी रहा। लेकिन अब इस भूमि को लेकर विरोधी पार्टियां जहां राजनीतिक रोटियां सेक रही हैं। वहीं इसे निजी स्वार्थ में राजनीतिक रूप देने का प्रयास भी हो रहा है। जबकि इस भूमि के लंबे समय से चले आ रहे रेंट विवाद का नाता सभी पार्टियों के नेताओं व उनके समर्थक नपा अध्यक्षों से रहा है। आज की बैठक के बाद नगर परिषद अध्यक्ष जिलेसिंह सैनी ने पूरी भूमि लेने के बाद कही है। वही श्रीमती गीता भुक्कल विधायक झज्जर ने अधिकारियों व नगर परिषद के अध्यक्ष पर इस भूमि को लेकर सवाल खड़े किए हैं और कहा कि पूरी भूमि ली जाएगी और विधानसभा में भी इस मामले को जोर-शोर से भी उठाया जाएगा।





शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा का जन्मदिन समर्थक कार्यकर्ताओं द्वारा धूमधाम से मनाया गया। कार्यकर्ताओं ने हवन यज्ञ किया और लड्डू बांटकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के स्वस्थ व दीर्घायु होने की कामना की। बहुत से कार्यकर्ताओं ने जहां भूपेंद्र सिंह हुड्डा के जन्मदिन पर झज्जर, बेरी, मातनहेल, बहादुरगढ़, बादली आदि स्थानों पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। वहीं पूर्व शिक्षा मंत्री एवं झज्जर की विधायक श्रीमती गीता भूक्कल सहित अनेक कांग्रेस नेता व कार्यकर्ताओं ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मिलकर उन्हें जन्मदिन की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के जन्मदिन पर बधाई देने वालों में विधायक श्रीमती गीता भुक्कल, बादली विधायक कुलदीप, राजकुमार कटारिया पूर्व एआईसीसी सदस्य, प्रदेश कार्य समिति सदस्य सुभाष गुर्जर, एडवोकेट विकास अहलावत, वरिष्ठ कांग्रेस नेता राज सिंह जाखड़, वरिष्ठ अधिवक्ता राव उदयभान, बादली विधायक कुलदीप वत्स, नरेश हसनपुर, यादव सभा प्रधान वीरेंद्र दरोगा, देवेंद्र पटवारी, श्यामलाल जांगड़ा, जितेंद्र जांगड़ा, भारत भूषण वर्मा, कांग्रेस नेता राजेश दूधिया सिलानी, सुनिल जाखड़, निट्टी गहलोत, संजय यादव, पार्षद टेकचंद गुर्जर आदि शामिल हैं।




साइकिलिंग की राष्ट्रीय खिलाड़ी मिनी से प्रेरणा लें युवा : कैप्टन शक्ति सिंह
लघु सचिवालय परिसर में खिलाड़ी मिनी को डीसी ने भेंट की साइकिल
झज्जर, 15 सितंबर (अभीतक) : डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने शुक्रवार को लघु सचिवालय परिसर में साईकलिंग खिलाड़ी गांव एमपी माजरा निवासी मिनी पुत्री नरेश कुमार को साईंकिल प्रदान करते हुए युवाओं से साइकिल विधा में नियमित अभ्यास करने का आह्वïान किया। उन्होंने कहा कि जिलाभर की कई राजकीय विद्यालयों की छात्राएं साइकिलिंग विधा में शानदार प्रदर्शन करते हुए क्षेत्र का नाम रोशन कर रही है, यह हर जिलावासी के लिए गर्व और गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नही है। क्षेत्र की बेटियों को खिलाड़ी मिनी से प्रेरणा लेकर आगे बढऩा चाहिए। डीसी कैप्शन शक्ति सिंह ने कहा कि शरीर को चुस्त दुरस्त रखने के लिए साइकिल का नियमित अभ्यास बेहद जरूरी है। नियमित रूप से अभ्यास करने से खुद को फिट एंड फाइन रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि नशामुक्ति को लेकर प्रदेशभर में साइक्लोथॉन रैली से उत्साहित लोगों ने अपनी सेहत पर ध्यान देना शुरू कर दिया है। साइकिलिंग के लिए जहां बच्चों में उत्साह देखने को मिल रहा है। गौरतलब है कि साइकिलिंग खिलाड़ी मिनी ने वर्ष 2022 में आयोजित खेलो हरियाणा प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक, एमटीबी, रोड स्टेट व ट्रेक स्टेट विधाओं में रजत पदक हासिल किया है। इसके अलावा 2022 में आसाम में आयोजित ट्रेक नैशनल साइकिलिंग प्रतियोगिता में भी सराहनीय प्रदर्शन किया। खिलाड़ी मिनी ने 2022 में मध्यप्रदेश में आयोजित रोड नैशनल साइकिलिंग में भी भाग लेते हुए प्रदेश व जिले का नाम रोशन किया। कुरूक्षेत्र में आयोजित 10 सितंबर 2023 को आयोजित राज्य स्तरीय साइकिलिंग चैम्पनियशिप में भी रजत पदक प्राप्त किया है। वहीं हाल में मिनी का चयन राष्टï्रीय प्रतियोगिता के लिए भी हुआ है। इस अवसर पर जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी ललिता मलिक व साइकिलिंग कोच शर्मिला देशवाल सहित खेल प्रतिनिधि मौजूद रहे।


आयुष्मान भव: अभियान एक राष्टï्रव्यापी स्वास्थ्य सेवा पहल : डीसी
जिलाभर में हर पात्र व्यक्तियों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए प्रशासन सजग- बोले डीसी
डीसी कैप्टन शक्ति ङ्क्षसह ने लघु सचिवालय स्थित सभागार में पत्रकार वार्ता को किया संबोधित
झज्जर, 15 सितंबर (अभीतक) : डीसी कैप्टन शक्ति ङ्क्षसह ने कहा कि आयुष्मान भव: अभियान एक व्यापक राष्ट्रव्यापी स्वास्थ्य सेवा पहल है, जिसका उद्देश्य देश के हर गांव और शहर तक पहुंचने वाली स्वास्थ्य सेवाओं की अधिकतम कवरेज प्रदान करना है। यह अभूतपूर्व पहल आयुष्मान भारत कार्यक्रम की सफलता पर आधारित है और स्वास्थ्य सेवाओं में परिवर्तन का प्रतीक है। इसी योजना का दायरा बढाते हुए हरियाणा सरकार ने चिरायु योजना की शुरूआत की है, जिसमें एक लाख अस्सी हजार रूपए तक की वार्षिक आय वाले पात्र परिवारों को योजना का लाभ प्रदान किया जा रहा है। यह जानकारी डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने शुक्रवार को पत्रकार सम्मलेन को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने कहा कि चिरायु योजना का विस्तार करते हुए प्रदेश सरकार द्वारा तीन लाख रुपए तक की वार्षिक आय वाले पात्र परिवार को भी पांच लाख रूपए तक की इलाज की सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया है,ऐसे पात्र परिवारों को वर्षभर में पंद्रह सौ रूपए की राशि का भुगतान करना होगा।
राष्टï्रव्यापी अभियान में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलेगा सेवा पखवाड़ा
डीसी ने कहा कि आगामी 31 दिसंबर तक चलने वाले आयुष्मान भव: अभियान में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा लागू किया जाएगा, यह पूरे राष्ट्र और पूरे समाज के दृष्टिकोण का प्रतीक है। यह सरकारी क्षेत्रों, नागरिक समाज संगठनों और समुदायों को एक सामान्य मिशन के तहत एकजुट करता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रत्येक व्यक्ति को बिना किसी असमानता के आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त हों। डीसी ने कहा कि स्वच्छता और स्वास्थ्य एक-दूसरे के पूरक है। ऐसे में सभी जिलावासी 02 अक्टूबर को अपने -अपने संबंधित क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान में अपनी सहभागिता अवश्य सुनिश्चित करें। उन्होने अंग-दान और रक्तदान के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि हमें अपना जीवन वैश्विक कल्याण को समर्पित करते हुए समाज मे अंगदान के प्रति जागरूकता लानी होगी। उन्होंने बताया कि आयुष्मान भव अभियान के तहत जारी कार्यक्रम में सभी नागरिकों को अंग दान के प्रति प्रेरित करते हुए शपथ भी दिलाई जाएगी। इसके साथ साथ सभी उपमंडल नागरिक अस्पतालों सहित शहर के नागरिक अस्पताल में रक्तदान शिविर भी लगाए जाएंगे।
झज्जर जिला में 3 लाख 58 हजार 634 आयुष्मान लाभार्थी
डीसी ने कहा कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत लाभार्थी परिवार को सालाना पांच लाख रू पए तक का कैशलेस चिकित्सा लाभ दिया जा रहा है। जिलाभर में 3 लाख 58 हजार 634 आयुष्मान लाभार्थी हैं, जिनमें से 2 लाख 63 हजार 625 आयुष्मान कार्ड अब तक बनाए जा चुके हैं। इस योजना का लगभग 32 हजार 236 से ज्यादा लाभार्थियों ने लाभ उठाया हैं तथा सरकार द्वारा लाभार्थियों के इलाज पर लगभग 24 करोड़ से ज्यादा की राशि का भुगतान किया है। जिलाभर में 24 प्राइवेट हॉस्पिटल और 9 सरकारी हॉस्पिटल इस योजना में एंपेनल्ड हैं,जहां पात्र व्यक्ति को इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है। इस अवसर पर सिविल सर्जन डा ब्रह्मïदीप सिंह, डीआईपीआरओ सतीश कुमार, डिप्टी सिविल सर्जन डा मनोज सैनी सहित अनेक अधिकारी उपस्थित थे।




जनभागीदारी के साथ गरिमामयी ढंग से चलेगा मेरी माटी मेरा देश अभियान : डीसी
शहीदों के सम्मान में ढोल-नगाड़े और बाजों के साथ जन भागीदारी से निकलेगी अमृत कलश यात्राएं
मुख्य सचिव संजीव कौशल तथा सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक अमित अग्रवाल ने की डीसी कैप्टन शक्ति ङ्क्षसह के साथ की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
डीसी कैप्टन शक्ति ङ्क्षसह ने अधिकारियों की बैठक में कार्यक्रम की विस्तार से समीक्षा
मेरी माटी-मेरा देश अमृत कलश यात्रा में हर गांव-हर घर से मिट्टी व चावल किया जाएगा एकत्रित
खंड व राज्य स्तर पर देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रहेगी धूम
झज्जर, 15 सितंबर (अभीतक) : देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले महान सपूतों को समर्पित मेरी माटी मेरा देश अमृत कलश यात्रा जनभागीदारी के साथ उत्सव के स्वरूप में निकाली जाएगी। आजादी की 75वीं वर्षगांठ का जश्न मनाते हुए सबसे पहले 15 से 30 सितंबर तक अमृत कलश के लिए ढोल-नगाड़े और बाजों के साथ जिला झज्जर के हर गांव-हर घर से मिट्टी व चावल एकत्रित किया जाएगा। इसी तरह के कार्यक्रम पूरे देश के सभी गांवों व शहरों में होंगे। इन अमृत कलश की मिट्टी का उपयोग हमारे बहादुरों के सम्मान में दिल्ली में शहीद स्मारक के साथ अमृत वाटिका बनाने के लिए किया जाएगा। यह जानकारी डीसी कैप्टन शक्ति ङ्क्षसह ने हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल तथा सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक अमित अग्रवाल के साथ हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद अधिकारियों की बैठक में दी। डीसी ने कहा कि देश के वीरों, स्वतंत्रता सेनानियों, सैन्य व पुलिस बल के शहीदों को समर्पित मेरी माटी-मेरा देश अभियान जिले में जनभागीदारी के साथ गरिमामयी ढंग से चलेगा। सभी कार्यक्रम तय समय अनुसार होंगे। संबंधित अधिकारी आपसी समन्वय से काम करते हुए आवश्यक तैयारियां व प्रबंध करना सुनिश्चित करें।
गांवों तथा शहरों में उल्लास के साथ निकालेगी कलश यात्राएं
डीसी कैप्टन शक्ति ङ्क्षसह ने बताया कि यह कलश यात्रा जिला झज्जर में सभी गांवों तथा शहरों में पूरे उत्साह और उल्लास के साथ निकालेगी। साथ ही लोगों को पंच प्रण की शपथ भी दिलाई जाएगी। कार्यक्रम में एनएसएस, नेहरू युवा केंद्र, एनसीसी, भारत स्काउट, गाइड, आंगनवाड़ी वर्कर तथा युवा वर्ग की विशेष भागीदारी रहेगी। जिला में इस संबंध में सभी प्रकार की तैयारी पूरी कर ली गई हैं। इस दौरान खंड तथा राज्य स्तर पर देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।
1 से 13 अक्टूबर तक ब्लॉक स्तरीय होगा कार्यक्रमों का आयोजन
डीसी ने बताया कि 15 से 30 सितंबर तक गांवों तथा शहरों के सभी घरों से एकत्रित हुई मिट्टी और चावल को 1 से 13 अक्टूबर तक खंड स्तर पर अमृत कलश को एक चिन्हित स्थान पर लाया जाएगा जहां एक बड़े कलश में मिट्टी मिलाने के दौरान उत्सव जैसा माहौल रहेगा। इस दौरान खंड स्तर पर बहादुरों का अभिनंदन किया जाएगा। वहीं आमजन की सक्रिय भागीदारी के साथ बहादुरों के सम्मान में ब्लॉक स्तर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
22 से 27 अक्टूबर राज्य स्तर पर इस तरह होंगे कार्यक्रम
कैप्टन शक्ति ङ्क्षसह ने बताया कि राज्य के सभी खंडों से अमृत कलश राज्य को राजधानी चंडीगढ़ में 22 से 27 तक अक्टूबर एकत्र किया जाएगा। राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम के लिए अमृत कलश भेजने से पहले राज्य की राजधानी चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, सांसदों की उपस्थिति में एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर के आयोजन के लिए इन अमृत कलशों को ले जाने वाले स्वयंसेवकों के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की जाएगी।
28 से 30 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्तर पर होगा भव्य कार्यक्रमों का आयोजन
डीसी कैप्टन शक्ति ङ्क्षसह ने बताया कि 28 से 30 अक्टूबर देश के विभिन्न कोनों से अमृत कलश को स्वयंसेवकों द्वारा नई दिल्ली ले जाया जाएगा। आजादी की 75वीं वर्षगांठ का जश्न मनाने के लिए पारंपरिक परिधान पहने स्वयंसेवक अपने साथ अमृत कलश लेकर कर्तव्य पथ पर मार्च करेंगे। इन अमृत कलश की मिट्टी का उपयोग हमारे देश के महान बहादुरों के सम्मान में दिल्ली में बनाई गई अमृत वाटिका के लिए किया जाएगा। यह अमृत वाटिका अमृत वाटिका कर्तव्य पथ के पास शाहिदों की याद में समर्पित स्मारक पर तैयार होगी। वीरों की यह शहादत हमेशा देश की आने वाली पीढियां को प्रेरित करती रहेगी।
बैठक में यह अधिकारी रहे मौजूद
इस मौके पर एडीसी सलोनी शर्मा, डीएमसी जगनिवास, सीईओ जिला परिषद डा सुभीता ढाका, डीडीपीओ ललिता वर्मा, डीआईपीआरओ सतीश कुमार, डीएसओ ललिता मलिक, सचिव नगरपालिका बेरी राहुल सैनी सहित बीडीपीओज सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।


विमुक्त एवं घुमंतु जातियों के उत्थान के लिए सरकार सजग : स्वेता शर्मा
झज्जर स्थित बीडीपीओ कार्यालय परिसर में दो दिवसीय शिविर संपन्न
झज्जर, 15 सितंबर (अभीतक) : जिला मुख्यालय स्थित बीडीपीओ कार्यालय परिसर में चल रहे विमुक्त एवं घुमंतु जातियों के साथ ही सभी श्रेणी के नागरिकों के आयोजित दो दिवसीय शिविर का शुक्रवार को समापन हो गया। कैंप के दौरान डेढ सौ से ज्यादा नागरिकों ने अपने मूलभूत दस्तावेज जैसे राशन कार्ड,परिवार पहचान पत्र, पेंशन, वोट कार्ड, आधार कार्ड आदि बनवाए और सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी ली। डीडब्लुओ स्वेता शर्मा ने बताया कि डीसी कैप्टन शक्ति सिंह के मार्गदर्शन और एडीसी सलोनी शर्मा के दिशा-निर्देशानुसार घुमंतू विकास बोर्ड और हरियाणा सरकार मिलकर कैंप आयोजित किए जा रहे हैं, जिसका मुख्य उद्देश्य अंतिम पंक्ति में खडे व्यक्ति तक सरकारी सुविधाओं को बिना विलंब के पहुंचाना है। उन्होंने बताया कि मातनहेल,बादली,बहादुरगढ खंडों में कैंप आयोजित किए जा चुके हैं,जबकि शैडयूल के अनुरूप बेरी,साल्हावास सहित अन्य खंडों में कैंपों का आयोजन जल्द होगा।
नागरिकों को दी जा रही है शिविरों में योजनाओं की जानकारी
इन शिविरों में विमुक्त, टपरीवास, घुमन्तु, अर्ध घुमन्तु जाति के साथ-साथ सभी श्रेणियों के लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। नागरिकों को संबंधित विभागों द्वारा पहचान पत्र,आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, रिहायशी प्रमाण पत्र बनवाने के साथ योजनाओं की जानकारी प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि कैंप आयोजित करने के पीछे सरकार का मुख्य मकसद यही है कि विमुक्त, टपरीवास, घुमन्तु अर्ध घुमन्तु जाति के नागरिकों के प्रमाण पत्र संबंधित खंडों में बनाए जाएं, ताकि पात्रों को सरकार की योजनाओं का निर्बाध रूप से लाभ मिल सके। जिला कल्याण अधिकारी ने बताया कि शिविर में डेढ सौ से ज्यादा लोगों ने पहुंचकर विभागीय योजनाओं की जानकारी ली, जिसमें से 30 नागरिकों ने परिवार पहचान पत्र बनवाने और डाटा सत्यापन कराया,वहीं 20 नागरिकों ने आधार कार्ड,10 व्यक्तियों ने वोट कार्ड,10 नागरिकों ने पेंशन संबंधी कार्य तथा पांच व्यक्तियों के राशन कार्ड बनाए गए। इस मौके पर बीडीपीओ युद्धवीर ङ्क्षसह, टीडब्लुओ राकेश कुमार, उपअधीक्षक नरेश कुमार, तेजवीर सिंह, प्रदीप कुमार सहित संंबंधित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।





जी डी गोयंका स्कूल में हिंदी दिवस मनाया गया
झज्जर, 15 सितंबर (अभीतक) : जी डी गोयंका पब्लिक स्कूल झज्जर में भारतीय राजभाषा को सम्मान प्रदान करते हुए गुरुवार को हिंदी पख़वाड़े के तहत हिंदी दिवस मनाया गया। जिसमें कक्षा सातवीं के छात्रों द्वारा प्रात: कालीन विशेष प्रार्थना सभा में हिंदी के महत्व को दर्शाया गया, साथ ही विद्यालय के सभागार में पूर्व प्राथमिक से बारहवीं के छात्रों ने हिंदी की महत्ता पर अपने विचार व्यक्त करते हुए विभिन्न कार्यक्रमों में रचनात्मक लेखन, कविता वाचन, वाद-विवाद, भाषण प्रतियोगिता आदि गतिविधियों से सभागार को गदगद कर दिया। इस अवसर पर हिंदी विशेषज्ञ द्वारा बताया गया कि 14 सितंबर 1949 को हिंदी को राजभाषा का दर्जा प्राप्त हुआ। देवनागरी लिपि में प्रयोग होने वाली हिंदी भाषा वैज्ञानिक आधार यह सिद्ध करती है कि जैसी बोली जाती है वैसी ही लिखी जाती है। उन्होंने बताया कि वही भाषा जीवित रहती है जो अन्य भाषाओं को साथ लेकर चलती है, हिंदी भाषा में यह सामथ्र्य है, हिंदी साहित्य में हमारी सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक भावनाएँ भरी है। यह हमें आदर्श और सिद्धांतों, संस्कारों, संस्कृति, मानव-मूल्यों से अवगत कराती है। कार्यक्रम के अंत में शैक्षिक निर्देशिका श्रीमती सरोज सिंह ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि हम आज विकासशील देश के नागरिक हैं तो दूसरी भाषाओं को अपनाना भी हमारी आवश्यकता है, परंतु अपनी मातृभाषा तथा राजभाषा को सम्मानित करना हमारा कर्तव्य भी है। विश्व पटल पर हिंदी अपनी पहचान बनाए हुए है। हमें हिंदी के प्रति प्रेम और समर्पण के साथ हिंदी भाषा का सम्मान करना चाहिए।



बागवानी विभाग की योजनाओं का लाभ उठाएं किसान : डा सुरेश
बादली, 15 सितंबर (अभीतक) : गांव मुनीमपुर स्थित पुष्प एवं बीज उत्पादन तकनीकी उत्कृष्टता केन्द्र में बागवानी विभाग द्वारा किसानों को फूलों की उन्नत तकनीकी खेती विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर परियोजना अधिकारी व विषय वस्तु विशेषज्ञ डॉ सुरेश चंद ने किसानों को फू लों की उन्नत खेती करने के बारे विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि किसान बागवानी में फू लों की खेती करके अधिक आमदनी बढा सकता है। डा हेमंत कुमार ने प्रशिक्षणार्थियों को सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न किसानों की बागवानी स्कीमों के बारे एवं केन्द्र पर चल रहे विभिन्न कार्यो के बारे विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर सभी प्रशिक्षणार्थी किसान उपस्थित थे।
गांव मुुनीमपुर स्थित पुष्प एवं बीज उत्पादन तकनीकी उत्कृष्टïता केंद्र में किसानों को जानकारी देते विशेषज्ञ।



स्वच्छता के लिए घर के आसपास साफ-सफाई जरूरी : सीईओ
जिलाभर में स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा की हुई शुरूआत
बेरी खंड के गांवों में चलाया गया सफाई अभियान
बेरी, 15 सितंबर (अभीतक) : राष्टï्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर तक चलने वाले स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा की शुरूआत हो चुकी है। डीसी कैप्टन शक्ति सिंह के मार्गदर्शन में और मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद सुभिता ढ़ाका के नेतृत्व में स्वच्छता ही सेवा पखवाडा के तहत निरंतर स्वच्छता से जुड़ी गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इसी कड़ी में शुक्रवार को स्वच्छता ही सेवा पखवाडा के प्रथम दिन खंड बेरी स्थित बीडीपीओ कार्यालय परिसर में खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी राजाराम की अध्यक्षता में कर्मचारियों ने श्रमदान करते हुए आमजन को स्वच्छता का संदेश दिया। जिला परिषद की सीईओ डा सुभीता ढाका ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण व शहरी के अन्तर्गत दो अक्टूबर 2023 तक स्वच्छता ही सेवा स्वच्छता अभियान का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्वच्छता के लिए जन आंदोलन का उत्सव मनाने के लिए दो अक्टूबर को स्वच्छ भारत दिवस के रूप में मनाया जाता है। सीईओ ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के रूप में स्वच्छता ही सेवा पखवाडा स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण व शहरी द्वारा सयुंक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्वच्छता ही सेवा 2023 का थीम कचरा मुक्त भारत है जिसमें साफ-सफाई और सफाई मित्रों के सम्मान / कल्याण पर ध्यान दिया गया है। इन स्वच्छता अभियानों का ध्यान ग्रामीण व शहरी दोनों इलाकों में बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, पर्यटन स्थल, चिडिय़ाघर, राष्ट्रीय उद्यान और अभ्यारण, ऐतिहासिक स्मारक, विरासत, तालाब किनारे, घाट, नालियां और नालों आदि जैसे अधिक भीड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर होगा। दूसरी ओर बेरी की खंड समन्वयक पूनम सैनी ने बताया कि ग्राम पंचायत भागलपुरी में सरपंच अमित सैनी ने पौधारोपण करते हुए स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम में आमजन को स्वच्छता के लिए प्रेरित किया। इस दौरान मुख्य सडक़ के पास साफ-सफाई कर अभियान चलाया गया। वहीं ग्राम पंचायत दूबलधन किरमान में सरपंच अनीता व स्वच्छाग्रही पवन ने मुख्य गली की नालियों की सफाई कर स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम में ग्रामीणों से सहभागी बनने का आहवान किया गया। इसी प्रकार ग्राम पंचायत दूबलधन घिकायण मे संगीता ने बैंक वाली गली की सफाई कर पखवाडा कार्यक्रम की शुरूआत की। इस अवसर पर सरपंच प्रतिनिधि जितेन्द्र, पंच रेखा, सुरेंद्र, शमशेर, बलजीत, सफाई कर्मचारी मोनू, सतीश, कंप्यूटर ऑपरेटर संदीप कुमार, कोषाध्यक्ष धर्मेंद्र,ग्राम सचिव प्रवीण का सहयोग सराहनीय रहा।





दूसरे दलों को छोडक़र इनेलो में शामिल होने का सिलसिला जारी
इनेलो प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला की मौजूदगी में इनेलो में शामिल हुए दर्जनों लोग
बहादुरगढ़, 15 सितंबर (अभीतक) : इंडियन नेशनल लोकदल की बढ़ती लोकप्रियता व जन हितैषी नीतियों से प्रभावित होकर दर्जनों लोग इनेलो प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी की अगुवाई में व इनेलो प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए। चौ. अभय सिंह चौटाला ने शामिल हुए सभी कार्यकर्ताओं को पार्टी में पूरा मान-सम्मान देने का आश्वासन दिया। इनेलो में शामिल होने वालों में जिले के गांव कबलाना से ब्लॉक समिति सदस्य सुनील उर्फ सोनू के साथ सचिन, साहिल, संदीप, धीरज, कुलदीप, रमेश व राजू आदि रहे। जबकि बहादुरगढ़ के काफी संख्या में वकीलों विक्रम सैनी, आकाश पांचाल, सुनील राठी, ललित सैनी, विकास ने इनेलो में अपनी आस्था जताई। साथ ही पूर्व जिला पार्षद धर्मबीर भी इस मौके पर पार्टी में शामिल हुए। इनेलो में शामिल हुए कार्यकर्ताओं को इनेलो प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने पटका पहनाकर स्वागत किया। इनेलो प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने शामिल हुए सभी कार्यकर्ताओं को 25 सितंबर को कैथल में होने वाली सम्मान दिवस रैली का निमंत्रण भी दिया और ज्यादा से ज्यादा संख्या में अपने साथियों को भी लाने की अपील की। उन्होंने कहा कि ताऊ देवीलाल की जयंती पर होने वाली रैली हरियाणा की राजनीति में एक बड़ा परिवर्तन लाने का काम करेगी और झूठी व भ्रष्ट भाजपा सरकार को सत्ता से बाहर करने में अहम भूमिका अदा करेगी। उन्होंने कहा कि आने वाला समय इनेलो का है, क्योंकि भाजपा सरकार की कुनीतियों से प्रदेश की जनता बुरी तरह से आहत है। सभी वर्ग इस भ्रष्ट सरकार से परेशान हो चुके हैं। प्रदेश में इनेलो की सरकार बनने पर जनता को सभी सुविधाएं मुहैया करवाई जाएगी। इस मौके पर पार्षद जितेंद्र राठी, वतन कोड़ान, संजीत कबलाना, सुनील राठी, कुलविंद्र देशवाल, विक्रम छिल्लर सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।

गणेश चतुर्थी की तैयारी में सजने लगा बाजार
19 सितंबर को मनाई जाएगी गणेश चतुर्थी
28 सितंबर को होगा विसर्जन
झज्जर, 15 सितंबर (अभीतक) : गणेश चतुर्थी को लेकर शहर में तैयारियां शुरू हो गई है। दस दिन चलने वाले इस उत्सव को लेकर बाजार में श्रद्धालुओं में उत्साह है। शहर में गणेश चतुर्थी को लेकर बाजार सजने लगा है। जहां घरों पर महिलाएं तैयारियों में जुटी हैं। वहीं, दूसरी तरफ बाजार में भगवान गणेश की कई तरह की मूर्ति बाजार में श्रद्धालुओं को अपनी तरफ आकर्षित कर रही हैं। मंगलवार 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी का पर्व है। गणेश चतुर्थी को श्रद्धालु बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाने की तैयारी में हैं। इसको लेकर दुकानदारों ने भी तैयारियां शुरू कर दी है। दुकानदारों की ओर से भगवान गणेश की मूर्ति मंगवा ली हैं, जिनको अपनी दुकानों में सजाना शुरू कर दिया है। ग्राहक भी अपनी पसंद के अनुसार दुकानों पर पहुंचकर खरीदारी करने में जुट गए हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि वह भगवान गणेश को प्रसन्न करने में किसी भी प्रकार की कोई कसर नहीं छोडऩा चाहते हैं। बेरी गेट शिव मंदिर के पंडित देवाचार्य सुनील दत्त शास्त्री ने बताया कि मान्यताओं के मुताबिक भाद्र के शुक्ल चतुर्थी के दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था। यही कारण है कि इस दिन गणपति की स्थापना करके गणेशोत्सव मनाया जाता है। गणपति उत्सव को लेकर गणपति की स्थापना के बाद नौ दिन घरों में भगवान श्रीगणेश विराजमान रहेंगे। विसर्जन 28 सितंबर को होगा। हिन्दू संस्कृति में किसी भी कार्य की सफलता के लिए सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है। गणेश के पूजन से भक्तों को सुख, समृद्धि और यश प्राप्ति होती है। भगवान गणेश की मूर्ति को उत्तर दिशा में स्थापित करना शुभ होता है। यह दिशा मां लक्ष्मी और भगवान शिव की दिशा मानी जाती है. ऐसे में गणेश जी का मुख इस दिशा में रखने से गणेश भगवान के साथ-साथ महादेव और मां लक्ष्मी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है।
300 साल बाद बन रहा ऐसा दुर्लभ
इस बार की गणेश चतुर्थी बहुत विशेष है, 300 साल बाद ऐसा दुर्लभ योग बन रहा है, जिसका फायदा गणेश जी के भक्त उठा सकते हैं। तीन योग जिसमें से एक है ब्रह्म योग, दूसरा है शुक्ल योग और तीसरा है शुभ योग ये तीनों ही योग लगभग 300 साल बाद मिलकर बना रहे हैं ये दुर्लभ योग। ब्रह्म योग- आचार्य बताते हैं कि ब्रह्मा योग में ब्रम्हा, विष्णु, और महेश तीनों शक्तियां वहां पर एक साथ साक्षात मौजूद रहती हैं। शुक्ल योग- शुक्ल योग में जितने भी जातक गणेश चतुर्थी में शामिल होते हैं, गणेश जी की आरती पूजन करते हैं, उनके घर में शुभ ही शुभ होता है। शुभ योग- तीसरा है शुभ योग, शुभ योग यानी गणेश जी के भक्तों के घरों में भी शुभ लाभ की स्थापना हो जाती है, आमदनी में बरकत अधिक और हानि कम होती है, और घर में जो भी रहते हैं स्वस्थ रहते हैं।
साथ में हो मूषक
जब भी गणेश भगवान की मूर्ति खरीदें तो ध्यान रखें कि मूषक उनके साथ हो। मूषक यानि कि चूहा, जो कि भगवान गणेश के वाहन हैं। बिना मूषक के गणेश भगवान की पूजा अधूरी मानी जाती है।




पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के दिल्ली आवास पर पहुंचकर राजेश जून ने दी जन्मदिवस की बधाई।
तीसरी बार हरियाणा प्रदेश के मुख्यमंत्री होंगे भूपेंद्र हुड्डा : राजेश जून
हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के 77वें जन्मदिवस पर दिल्ली आवास पर बधाई देने वालों की उमड़ी भीड
बहादुरगढ़, 15 सितंबर (अभीतक) : हरियाणा प्रदेश में आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बने और हरियाणा प्रदेश को नंबर वन पर पहुंचाने वाले चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा तीसरी बार हरियाणा प्रदेश के मुख्यमंत्री बन कर प्रदेश का चौमुखी विकास करें, भूपेंद्र सिंह हुड्डा स्वस्थ रहें, दीर्घायु हो और इसी तरह हम सब का मार्गदर्शन करते रहे उपरोक्त शब्द कांग्रेस डेलीगेट, बहादुरगढ़ विधानसभा से वरिष्ठ समाजसेवी राजेश जून ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा के दिल्ली स्थित आवास पर पहुंचकर उनके 77वें जन्म दिवस पर बधाई देते हुए कहे। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुडडा को बुके भेंटकर, मिठाई खिलाते हुए जन्मदिवस की बधाई दी, साथ ही उनकी लंबी उम्र की कामना भी की।


सरकार किसानों की धान व बाजरे की सरकारी खरीद 20 सितंबर से पहले करे : प्रदेशाध्यक्ष सतीश छिकारा
बहादुरगढ़, 15 सितंबर (अभीतक) : भारतीय किसान संघ प्रदेशाध्यक्ष सतीश छिकारा ने कहा कि हरियाणा में किसानों की धान व बाजरे की सरकारी खरीद 20 सितंबर से पहले सरकार को शुरू करनी चाहिए क्योंकि हरियाणा में धान कटाई शुरू हो गई है। जिसे किसानों को अपनी धान बेचने में काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। किसान नेता सतीश छिकारा ने कहा कि धान की फसल का समय 3 महीने का होता है। जब धान की रोपाई 15 जून से शुरू होती है तो उसकी कटाई 15 सितंबर को शुरू हो जाती है। दूसरी तरफ बाजरे में सुंडी का प्रकोप होने की वजह से किसानों को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है वहां बाजरे का उत्पादन आधे से भी कम रह गया है इसीलिए सरकार को बाजरे की खरीद एवं भावान्तर भरपाई योजना को समय से पहले तय करना चाहिए और सुंडी से नुकसान की भरपाई करनी चाहिए ताकि किसानों को अगली फसल की बुआई में मदद मिल सके। दूसरी तरफ प्रदेश के 10 से 12 जिलों में बाढ़ के कारण आई हुई तबाही को देखते हुए किसानों को फसल का 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा मिलना चाहिए। प्रदेश अध्यक्ष सतीश छिकारा ने कहा कि जिन जिन किसानों के पशुधन तबाह हुए है उनका उचित मुआवजा सुनिश्चित करके तुरंत प्रभाव से दे देना चाहिए। किसान नेता सतीश छिकारा ने कहां कि भारतीय किसान संघ शुरू से ही किसानों के हितों के लिए आवाज उठाता रहता है और सरकार की जितनी भी जनकल्याकारी योजना है उनका लाभ किसानों तक ज्यादा से ज्यादा पहुंचे उसके लिए प्रयासरत रहता है। इस अवसर पर इंद्र फौगाट, फूल कंवार छिकारा, जेपी डागर, रमेश छिल्लर, डीडी सिंधु, हरीश ढाका, सतबीर सिंह, हर्ष जमींदार, कपिल आदि मौजूद रहे।




शत-शत नमन 15 सितम्बर/जन्म-दिवस, आधुनिक विश्वकर्मा विश्वेश्वरैया
झज्जर, 15 सितंबर (अभीतक) : आधुनिक भारत के विश्वकर्मा श्री मोक्षगुण्डम विश्वेश्वरैया का जन्म 15 सितम्बर, 1861 को कर्नाटक के मैसूर जिले में मुदेनाहल्ली ग्राम में पण्डित श्रीनिवास शास्त्री के घर हुआ था। निर्धनता के कारण विश्वेश्वरैया ने घर पर रहकर ही अपने परिश्रम से प्राथमिक स्तर की पढ़ाई की। जब ये 15 वर्ष के थे, तब इनके पिता का देहान्त हो गया। इस पर ये अपने एक सम्बन्धी के घर बंगलौर आ गये। घर छोटा होने के कारण ये रात को मन्दिर में सोते थे। कुछ छात्रों को ट्यूशन पढ़ाकर इन्होंने पढ़ाई का खर्च निकाला। मैट्रिक और बी.ए. के बाद इन्होंने मुम्बई विश्वविद्यालय से अभियन्ता की परीक्षा सर्वोच्च स्थान लेकर उत्तीर्ण की। इस पर इन्हें तुरन्त ही सहायक अभियन्ता की नौकरी मिल गयी। उन दिनों प्रमुख स्थानों पर अंग्रेज अभियन्ता ही रखे जाते थे। भारतीयों को उनका सहायक बनकर ही काम करना पड़ता था; पर विश्वेश्वरैया ने हिम्मत नहीं हारी। प्रारम्भ में इन्हें पूना जिले की सिंचाई व्यवस्था सुधारने की जिम्मेदारी मिली। इन्होंने वहाँ बने पुराने बाँध में स्वचालित फाटक लगाकर ऐसे सुधार किये कि अंग्रेज अधिकारी भी इनकी बुद्धि का लोहा मान गये। ऐसे ही फाटक आगे चलकर ग्वालियर और मैसूर में भी लगाये गये। कुछ समय के लिए नौकरी से त्यागपत्र देकर श्री विश्वेश्वरैया विदेश भ्रमण के लिए चले गये। वहाँ उन्होंने नयी तकनीकों का अध्ययन किया। वहाँ से लौटकर 1909 में उन्होंने हैदराबाद में बाढ़ से बचाव की योजना बनायी। इसे पूरा करते ही उन्हें मैसूर राज्य का मुख्य अभियन्ता बना दिया गया। उनके काम से प्रभावित होकर मैसूर नरेश ने उन्हें राज्य का मुख्य दीवान बना दिया। यद्यपि उनका प्रशासन से कभी सम्बन्ध नहीं रहा था; पर इस पद पर रहते हुए उन्होंने अनेक जनहित के काम किये। इस कारण वे नये मैसूर के निर्माता कहे जाते हैं। मैसूर भ्रमण पर जाने वाले वृन्दावन गार्डन अवश्य जाते हैं। यह योजना भी उनके मस्तिष्क की ही उपज थी। विश्वेश्वरैया ने सिंचाई के लिए कृष्णराज सागर और लौह उत्पादन के लिए भद्रावती का इस्पात कारखाना बनवाया।मैसूर विश्वविद्यालय तथा बैंक ऑफ़ मैसूर की स्थापना भी उन्हीं के प्रयासों से हुई। वे बहुत अनुशासन प्रिय व्यक्ति थे। वे एक मिनट भी व्यर्थ नहीं जाने देते थे। वे किसी कार्यक्रम में समय से पहले या देर से नहीं पहुँचते थे। वे अपने पास सदा एक नोटबुक और लेखनी रखते थे। जैसे ही वे कोई नयी बात वे देखते या कोई नया विचार उन्हें सूझता, वे उसे तुरन्त लिख लेते। विश्वेश्वरैया निडर देशभक्त भी थे। मैसूर का दशहरा प्रसिद्ध है। उस समय होने वाले दरबार में अंग्रेज अतिथियों को कुर्सियों पर बैठाया जाता था, जबकि भारतीय धरती पर बैठते थे। विश्वेश्वरैया ने इस व्यवस्था को बदलकर सबके लिए कुर्सियाँ लगवायीं। उनकी सेवाओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए शासन ने 1955 में उन्हें ‘भारत रत्नÓ से सम्मानित किया। शतायु होने पर उन पर डाक टिकट जारी किया गया। जब उनके दीर्घ एवं सफल जीवन का रहस्य पूछा गया, तो उन्होंने कहा – मैं हर काम समय पर करता हूँ। समय पर खाता, सोता और व्यायाम करता हूँ। मैं क्रोध से भी सदा दूर रहता हूँ। उनका जन्मदिन इंजीनियर्स डे के रूप में मनाया जाता है। 101 वर्ष की आयु में 14 अप्रैल, 1962 को उनका देहान्त हुआ।

कालानी नगर विद्यालय में मनाया राष्ट्रीय हिंदी दिवस
जोधपुर, 15 सितंबर (अभीतक) : जोधपुर क्षेत्र की लोड़ता हरिदासोता ग्राम पंचायत स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कालानियों की ढाणी में हिंदी दिवस हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। प्रधानाध्यापक शैतानाराम बिश्नोई ने बताया कि हमें हिंदी भाषा की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए, हिंदी हमारी मातृभाषा है, संविधान द्वारा 14 सितंबर 1949 को हिंदी को मातृभाषा का दर्जा दिया गया, अधिकारिक तौर पर पहला हिंदी दिवस 14 सितंबर, 1953 को मनाया गया था। विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने हिंदी दिवस पर अपने विचार रखे एवं कविताओं का वाचन किया। लेखन प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने निबंध, जीवनी, कविताएं व अपने जीवन पर वाक्य लिखें और अपनी प्रतिभा दिखाई। इस अवसर पर अध्यापक रूघ सिंह भाटी, मुकेश कुमार, सीताराम, अजयराज सिंह सहित विद्यार्थी उपस्थित रहे।





मेरी माटी-मेरा देश अभियान के तहत जनभागीदारी संग निकाली जाएगी भव्य अमृत कलश यात्रा : डीसी
अमृत कलश यात्रा के तहत गांव, खंड, राज्य व राष्टï्र स्तर पर आयोजित किए जा रहे हैं कार्यक्रम
अमृत कलशों में घर-घर से मिट्टïी व चावल किए जा रहे हैं संग्रहित
रेवाड़ी, 15 सितंबर (अभीतक) : आजादी अमृत काल में देश की वीर-शहीदों को समर्पित मेरी माटी-मेरा देश अभियान के तहत निकाली जा रही अमृत कलश यात्रा के दौरान जिला में आगामी 30 सितंबर तक गांव स्तर पर प्रत्येक गांव के प्रत्येक घर से अमृत कलश में मिट्टी या चावल का संग्रह पूरे सम्मान जनक तरीके से किया जा रहा है। अमृत कलश में मिट्टी और चावल एकत्र करने के दौरान, समूह में स्थानीय परंपराओं के अनुसार ढोल, नगाड़े और अन्य संगीत वाद्ययंत्र बजाने वाले लोग शामिल होकर आजादी अमृत महोत्सव की 75वीं वर्षगांठ को गरिमामयी ढंग से संपन्न कराने में भागीदार बन रहे हैं। साथ ही मिट्टी और चावल एकत्र करते समय पंच प्रण प्रतिज्ञा लेने के लिए प्रोत्साहित भी किया जाएगा। डीसी राहुल हुड्डïा ने यह जानकारी शुक्रवार को हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल द्वारा सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक डा.अमित कुमार अग्रवाल की गरिमामयी उपस्थिति में आयोजित अमृत कलश यात्रा से संबंधित वीडियो कांफ्रेंस उपरांत अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए दी। डीसी राहुल हुड्डïा ने कहा कि आगामी 30 सितंबर तक ग्रामीण स्तर पर व उसके बाद 1 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक खंड स्तर पर अमृत कलश यात्रा कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसके तहत गांवों के सभी घरों से एकत्रित की गई मिट्टी और चावल युक्त अमृत कलश को एक चिन्हित स्थान पर लाया जाएगा तथा मिट्टी और चावल को बड़े कलश में डाला जाएगा, इस प्रकार सभी घरों से प्रतीकात्मक रूप से प्रसाद एक साथ लाया जाएगा। इस दौरान सभी खंड़ों में उत्सव जैसा माहौल रहेगा। उन्होंने बताया कि इस दौरान खंड स्तर पर देश् के वीर बहादुरों को सम्मानित करते हुए उनका अभिनंदन भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि एनएसएस, एनवाईकेएस, एनसीसी, हिंदुस्तान/भारत स्काउट्स एंड गाइड्स, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और अन्य युवा स्वयंसेवकों की सक्रिय भागीदारी के साथ महिलाओं की भागीदारी पर विशेष जोर देते हुए बहादुरों के सम्मान में खंड स्तर पर विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसी तरह के कार्यक्रम स्थानीय निकाय में भी आयोजित किए जाएंगे। डीसी ने बताया कि 22 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक राज्य स्तर पर अमृत कलश यात्रा का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य के सभी खंडों से अमृत कलश राज्य की राजधानी चंडीगढ़ में एक निर्धारित स्थान पर एकत्रित किए जाएंगे। साथ ही मुख्यमंत्री हरियाणा की उपस्थिति में एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर के आयोजन के लिए इन अमृत कलशों को ले जाने वाले स्वयंसेवकों के लिए विशेष ट्रेन की व्यवस्था की जाएगी। जन भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए ट्रेन का मुख्य रेलवे स्टेशनों पर स्वयं सेवकों द्वारा भव्य तरीके से स्वागत किया जाएगा।
दिल्ली में बनी अमृत वाटिका में होगा अमृत कलश की मिट्टïी का उपयोग : डीसी
डीसी राहुल हुड्डïा ने बताया कि 28 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक अमृत कलश यात्रा का राष्टï्र स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस दौरान देश के अलग-अलग कोने से अमृत कलश यात्रा निकाली जाएगी और स्वयं सेवकों द्वारा अमृत कलशों को नई दिल्ली ले जाया जाएगा। आजादी की 75वीं वर्षगांठ का जश्न मनाने वाले पारंपरिक परिधान पहने स्वयंसेवक अपने साथ अमृत कलश लेकर कर्तव्य पथ पर मार्च पास्ट करेंगे। उन्होंने बताया कि इन अमृत कलश की मिट्टी का उपयोग हमारे वीर बहादुर शहीदों के सम्मान में देश की राजधानी दिल्ली में बनाई गई अमृत वाटिका में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले लोगों की याद में समर्पित एक स्मारक कर्तव्य पथ के पास स्थापित किया जाएगा।
मेरी माटी-मेरा देश अभियान के तहत मीरपुर में निकाली गई अमृत कलश यात्रा :
नेहरू युवा केंद्र रेवाड़ी के तत्वाधान में मेरी माटी-मेरा देश माटी को नमन-वीरों का वंदन कार्यक्रम के तहत गांव मीरपुर में कलश में मिट्टी व चावल एकत्रित किए गए। कार्यक्रम की अध्यक्षता रेवाड़ी खंड समन्वयक संदीप कुमार द्वारा की गई। जिला युवा अधिकारी मोनिका नांदल ने बताया की यह कार्यक्रम ग्राम स्तर पर 30 सितंबर तक आयोजित किए जा रहे हैं। इस मौके पर ग्राम सरपंच संजू देवी, नेहरू युवा केंद्र से विनय, नवीन, दीपक, नरेश, राहुल, दीपेश, रविंदर, सुशिल आदि मौजूद रहे।
यह रहे मौजूद :
बैठक में एडीसी एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद स्वप्रिल रविंद्र पाटिल, डीएमसी उदय सिंह, एसडीएम कोसली जयप्रकाश, डीडीपीओ एचपी बंसल सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।




गारबेज फ्री इंडिया थीम के साथ हुआ स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा का आगाज : एडीसी
प्रशासन व आमजन की सहभागिता से आगामी दो अक्टूबर तक जिला में चलेगी स्वच्छता मुहिम
नोडल अधिकारी एवं एडीसी स्वप्रिल रविंद्र पाटिल ने दी जानकारी
रेवाड़ी, 15 सितंबर (अभीतक) : केंद्र सरकार की ओर से देश को स्वच्छ व गारबेज फ्री बनाने के उद्देश्य से स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा अभियान की शुरूआत की गई है। पखवाड़े के तहत दो अक्टूबर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयंती तक जिला के सभी क्षेत्रों में डीसी राहुल हुड्डïा के मार्गदर्शन में ‘गारबेज फ्री इंडियाÓ थीम के साथ आम नागरिकों तथा सरकारी विभागों के सहयोग से स्वच्छता मुहिम चलाई जाएगी। एडीसी एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद स्वप्रिल रविंद्र पाटिल ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार की ओर से पखवाड़े का शेड्यूल जारी किया गया है कि किस दिन किस विभाग के माध्यम से जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि आगामी दो अक्टूबर तक जिला में स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इन कार्यक्रमों में समाजसेवी, स्कूल के विद्यार्थी, स्वच्छता प्रहरियों सहित अधिकारियों और कर्मचारियों का भी सहयोग लिया जाएगा। मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिप ने बताया कि स्वच्छता ही सेवा अभियान में खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी, जनस्वास्थ्य विभाग, ग्राम सचिव, सरकारी स्कूल के मुखिया व अध्यापक, स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी, एएनएम, आशा वर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर आदि सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि इस पखवाड़े के दौरान गांवों में सफाई के प्रति जागरूकता लाने के लिए जन चेतना रैली निकाली जाएंगी व विभिन्न गतिविधियां करवाई जाएगी।
स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के तहत ये कार्यक्रम होंगे आयोजित : पाटिल
एडीसी स्वप्रिल रविंद्र पाटिल ने बताया कि 2 अक्टूबर तक चलने वाले स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के तहत शनिवार 16 सितंबर को गांव व शहरों में बस स्टेंड, रेलवे स्टेशन, पर्यटन स्थलों, पार्क, आंगनवाड़ी सैंटर, ग्राम सचिवालय, स्कूल, पंचायत भवन, सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक शौचालय, फिरनी, तालाब, ऐतिहासिक स्थलों आदि के आसपास महा स्वच्छता अभियान चलाकर साफ-सफाई की जाएगी। रविवार,17 सितंबर को ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में सभी कूड़ा वाली जगहों की सफाई की जाएगी। सोमवार 18 सितंबर को सभी कूड़ादानों, सार्वजनिक शौचालयों, कूड़ा उठाने वाले वाहनों आदि की रिपेयर, पेंटिंग, साफ-सफाई इत्यादि की जाएगी। मंगलवार 19 सितंबर को ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में मार्केट, सार्वजनिक स्थलों, पर्यटन स्थलों आदि का स्वच्छ भारत मिशन वाल पेंटिंग के माध्यम से सौंदर्यकरण किया जाएगा। बुधवार 20 सितंबर को स्वच्छता पर क्विज, पौधारोपण अभियान, स्वच्छता शपथ व स्वच्छता दौड़ा आदि का आयोजन किया जाएगा। गुरूवार 21 सितंबर को नदियों, तालाबों आदि की साफ-सफाई की जाएगी। शुक्रवार 22 सितंबर को स्वच्छता अभियान चलाकर लोगों को सिंगल प्लास्टिक का प्रयोग बंद करने व हरा गीला-सूखा नीला अभियान चलाकर नागरिकों को गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग एकत्रित करने के प्रति जागरूक किया जाएगा।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर मनाया जाएगा स्वच्छ भारत दिवस : एडीसी
एडीसी ने बताया कि शनिवार, 23 सितंबर को ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान चलाकर लोगों को सिंगल यूज प्लास्टिक के स्थान पर जूट व कपड़े के थैलों का प्रयोग करने बारे जागरूक किया जाएगा। रविवार, 24 सितंबर को विशेष कार्यक्रम सांस्कृतिक इवेंट चलाकर स्वच्छता अभियान को गति प्रदान की जाएगी। सोमवार,25 सितंबर को विद्यालयों में स्वच्छता अभियान चलाकर विद्यार्थियों को स्वच्छता के महत्व बारे जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मंगलवार 26 सितंबर को सरपंचों के साथ स्वच्छता संवाद, बुधवार 27 सितंबर को ग्राम पंचायत स्तर पर स्वच्छता जागृति यात्रा, गुरूवार 28 सितंबर को स्वच्छता रथ का आयोजन, शुक्रवार 29 सितंबर को विद्यार्थियों, अध्यापकों, आंगनवाड़ी वर्कर, आशा, नेहरू युवा केंद्र व एनसीसी के सहयोग से स्वच्छता रैली निकाली जाएगी। शनिवार 30 सितंबर को श्रमदान गतिविधियां आयोजित कर प्लास्टिक आदि को एकत्रित करना, सोकपिट व कंपोस्ट पिट का निर्माण आदि कार्य किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि रविवार 1 अक्टूबर को स्वच्छता में उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वच्छता ग्रहियों, स्वच्छता कर्मियों, प्रेरित करने वाले वर्करों आदि को सम्मानित किया जाएगा तथा सोमवार 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर सभी स्तरों पर स्वच्छ भारत दिवस मनाया जाएगा।


जिला के खंड जाटूसाना में सभी वर्गों लिए हुआ जागरूकता मेले का आयोजन
खंडों में आगामी 6 अक्टूबर तक आयोजित किए जा रहे हैं जागरूकता मेले
रेवाड़ी, 15 सितंबर (अभीतक) : हरियाणा सरकार सरकार की योजनाओं का लाभ अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए कृतसंकल्प है। विमुक्त घुमंतू व अन्य श्रेणी के लोगों को सरकार की जनहितकारी नीतियों व योजनाओं का सीधा लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से रेवाड़ी जिला में जागरूकता मेलों का आयोजन कर योग्य लाभ पात्रों को लाभांवित किया जा रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को जाटूसाना खंड के बीडीपीओ कार्यालय में विभिन्न विभागों द्वारा स्टाल लगाकर सभी वर्गों के पात्र लाभार्थियों को योजनाओं से अवगत कराते हुए लाभांवित किया गया। इस दौरान मौके पर ही 153 लाभार्थियों के जरूरी दस्तावेजों को पूरा किया गया। खंड स्तर पर उक्त मेले आगामी 6 अक्टूबर तक शेड्यूल अनुरूप सुबह 10 बजे से सांय 4 बजे तक लगाए जा रहे हैं।
मेलों में लगी स्टाल पर मौके पर ही पूरी की जा रहीं सभी औपचारिकताएं : डीसी
डीसी राहुल हुड्डïा ने बताया कि मेलों में विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई स्टॉल पर लाभार्थियों के परिवार पहचान पत्र, राशन कार्ड, पेंशन, आधार कार्ड, वोटर कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, रिहायशी प्रमाण पत्र इत्यादि दस्तावेज व अन्य औपचारिकताएं पूर्ण करवाने की कार्यवाही मौके पर ही की जा रही है। इसके साथ ही लाभार्थियों को सरकार की विभिन्न विभागों से संबंधित योजनाओं का लाभ लेने बारे भी जागरूक किया जा रहा है। डीसी ने मेलों के आयोजन के मद्देनजर अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे इन मेलों में विमुक्त घुमंतू जातियों तथा अन्य श्रेणी के आने वाले नागरिकों को सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलवाने बारे अपनी जिम्मेवारी प्रभावी रूप से निभाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि मौके पर ही संबंधित श्रेणी के लाभार्थियों के आवेदन प्राप्त करते हुए उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ देना सुनिश्चित किया जाए।
21 को खंड रेवाड़ी में लगेगा जागरूकता कैंप : डीडब्ल्यूओ
मेलों के नोडल अधिकारी एवं जिला कल्याण अधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि गुरूवार 21 सितंबर को बीडीपीओ कार्यालय रेवाड़ी में विमुक्त घुमंतू श्रेणी के लिए व शुक्रवार 22 सितंबर को सभी वर्गों के लिए, गुरूवार 28 सितंबर को बीडीपीओ कार्यालय धारूहेड़ा में विमुक्त घुमंतू श्रेणी के लिए व शुक्रवार 29 सितंबर को सभी वर्गों के लिए तथा गुरूवार 5 अक्टूबर को बीडीपीओ कार्यालय बावल मे विमुक्त घुमंतू श्रेणी व शुक्रवार 6 अक्टूबर को सभी वर्गों के लिए प्रात: 10 बजे से लेकर सायं 4 बजे तक मेलों का आयोजन होगा।




देश भर में 31 जीएसटी अदालतें मंजूर, हरियाणा में हिसार और गुडग़ांव से चलेंगी जीएसटी न्यायपीठ
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की अध्यक्षता वाली कमेटी की सिफारिश पर देश में जीएसटी ट्रिब्युनल की शुरूआत
नई दिल्ली, 15 सितंबर (अभीतक) : हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की अध्यक्षता में बनाए गई ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स कमेटी की सिफारिशों पर देश से सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में जीएसटी एपीलेट ट्रिब्यूनल स्थापित किए जाने का निर्णय लिया गया है। केंद्र सरकार द्वारा बृहस्पतिवार को जारी किए गए नोटिफिकेशन के अनुसार जीएसटी मामलों के निपटारे के लिए विभिन्न राज्यों में कुल 31 न्यायपीठ स्थापित की जाएंगी। हरियाणा में जीएसटी न्यायपीठ गुडग़ांव और हिसार से संचालित होगी। बीते वर्ष जुलाई माह में बनाए गए ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स में कुल 6 सदस्य थे जिनमें अध्यक्ष के तौर पर हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के अलावा आंध्र प्रदेश के वित्त मंत्री बुग्गाना राजेंद्रनाथ, गोवा के उद्योग मंत्री मौविन गोडिन्हो, राजस्थान के कानून एवं वैधानिक मामलों के मंत्री शांति कुमार धारीवाल, उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और ओडिशा के वित्त मंत्री निरंजन पुजारी शामिल थे। ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने जीएसटी ट्रिब्यूनल के गठन को लेकर चर्चा करने के लिए कई बैठकें की और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता वाली जीएसटी काउंसिल को अपनी रिपोर्ट सौंपी। इसी रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार ने शुक्रवार को गजट नोटिफिकेशन जारी कर सभी राज्यों में जीएसटी ट्रिब्यूनल की न्यायपीठ स्थापित करने के आदेश जारी किए। केंद्र सरकार के आदेश के अनुसार उत्तरप्रदेश में 3 न्यायपीठ होंगी और महाराष्ट्र-गोवा में भी संयुक्त रूप से 3 न्यायपीठ होंगी। गुजरात, कर्नाटक, राजस्थान, तमिलनाडु में 2-2, पश्चिम बंगाल-सिक्किम-अंडमान निकोबार में संयुक्त रूप से 2 न्यायपीठ स्थापित की जाएंगी। हरियाणा में एक न्यायपीठ होगी जिसका संचालन गुडग़ांव और हिसार से किया जाएगा। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि देशभर में जीएसटी अदालतों की स्थापना एक महत्वपूर्ण कदम है और इनके संचालन से जीएसटी के जुड़े करधारकों के विवाद जल्दी हल होंगे। उन्होंने कहा कि एनसीआर क्षेत्र में गुडग़ांव और अन्य क्षेत्रों के लिए हिसार में न्यायपीठ के संचालन से राज्य के व्यापारियों और जीएसटी करदाताओं को बहुत फायदा पहुंचेगा और उनके विवाद वक्त बर्बाद किए बिना स्थानीय स्तर पर ही न्यायसंगत रूप से सुलझा दिए जाएंगे। डिप्टी सीएम ने उनकी अध्यक्षता वाले ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की सिफारिशों को मंजूर करने और देश में 31 जीएसटी न्यायपीठ स्थापित किए जाने पर केंद्रीय वित्त मंत्री एवं जीएसटी काउंसिल के सभी सदस्यों का धन्यवाद किया।





शहीद आशीष धौंचक की अंतिम यात्रा में शामिल हुए आप चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर
हर भारतवासी को ऐसे महान सपूत पर गर्व है, लेकिन ऐसी क्षति की पूर्ति नहीं हो सकती : डॉ. अशोक तंवर
ऐसी घटना दोबारा न हो, उचित कदम उठाए सरकार : डॉ. अशोक तंवर
इस दुख की घड़ी में पूरा देश परिवार के साथ : डॉ. अशोक तंवर
दिल्ली और पंजाब की तर्ज पर शहीद के परिवार को एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि दे सरकार: डॉ. अशोक तंवर
पानीपत, 15 सितंबर (अभीतक) : आम आदमी पार्टी के प्रदेश चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर शुक्रवार को कश्मीर में शहीद हुए मेजर आशीष धौंचक के पैतृक गांव बिंझौल पहुंचकर उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए और शहीद को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने परिवार को सांत्वना दे ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि हर भारतवासी को ऐसे महान सपूत पर गर्व है, लेकिन ऐसी क्षति की पूर्ति नहीं हो सकती। परिवार का इकलौता लाल देश पर कुर्बान हो गया। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना दोबारा न हो इसको लेकर सरकार को कदम उठाने चाहिए। पूरा देश इस दुख की घड़ी में शहीद के परिवार के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि पूरे देश और प्रदेश को हरियाणा के इस लाल पर गर्व है। मेजर आशीष के बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसी क्षति की भरपाई परिवार में कभी नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि तीन बहनों के इकलौते भाई के शहीद होने पर परिवार में मातम पसरा है। शहीद अपने पीछे एक ढाई साल की बेटी को छोड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि परिवार में इकलौता कमाने वाला था वो भी चला गया। ऐसे में पिता के कंधों पर और ज्यादा भार आया है। इसलिए सरकार को इस परिवार की पूरी जिम्मेदारी उठानी चाहिए। उन्होंने कहा कि शहीद आशीष धौंचक जैसे जवानों की वजह से ही देश की जनता चैन की नींद सो पाती है। हमारे देश के जवान 24 घंटे बॉर्डर पर तैनात रहकर हमारी रक्षा करते हैं। ऐसे शहीद जवान को देश की जनता सलाम करती है। उन्होंने खट्टर सरकार से दिल्ली और पंजाब की तर्ज पर शहीद के परिवार को एक करोड़ सम्मान राशि देने की मांग की और कहा कि सरकार परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देना सुनिश्चित करे। ताकि परिवार का गुजर बसर सही से हो सके और परिवार ढाई साल की बेटी वामिनी का भविष्य तय कर सके।