










रामलीला ः दशरथ ने ऋषि वशिष्ट से परामर्श उपरांत श्री राम को युवराज पद पर पदासीन करने की घोषणा की
झज्जर, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। दशरथ ने ऋषि वशिष्ट से परामर्श उपरांत श्री राम को युवराज पद पर पदासीन करने की घोषणा की। इस घोषणा से पूरी अवध नगरी में हर्ष और खुशी का माहोल बन गया। इस घोषणा को सुनकर महारानी केकई की दासी मंथरा के तन बदन में आग लग गई। उसने तुरंत महारानी केकई के महल में जाकर महारानी के कान भर दिए। और उसको भरत को अयोध्या का राजा बनाने और श्री राम को चोदहा वर्ष का बनवास दिलाने के लिए महारानी केकई को मना लिया, और घर छिड़ कर लेकर को ऐसी युक्ति बताई की महाराज दशरथ उसके मोह जाल त्रिया चरित्र व अपने वचनों में बंधते चले गए जिसके कारण भरत को राज और राम को चोदह वर्ष का वनवास निश्चित हो गया।
श्री राम जी ने अपनी कुल की परम्परा
रघु कुल रीत सदा चली आयी प्राण जायें पर वचन ना जाई। का अनुसरण करते हुए मर्यादा को कायम रखते हुए माता पिता के इस वचन को सहर्ष पालन किया। दूसरी तरफ सीता जी ने अपने पति व्रत धर्म का पालन करते हुए कि
जिए बिन देह नदी बिन बारी
तैसे ही नाथ पुरुष बिन नारी
व्यवस्था का पालन करते हुए अपने पति के साथ वन गमन जाने का आग्रह किया और लक्ष्मण ने अपने छोटे भाई होने के नाते सेवक का धर्म निभाने के लिए अपने बड़े भ्राता के साथ अयोध्या का साम्राज्य के सुख वैभव का त्यागकर वन जाने का निर्णय लिया। महाराज दशरथ की आज्ञा अनुसार महामंत्री सुमंत राम लक्ष्मण और सीता को रथ में बैठा कर अयोध्या राज्य की सीमा से बाहर जंगलों में छोड़ आए। तत्पश्चात सरयू नदी पर करने का दृश्य श्री प्राचीन रामलीला कमेटी उसका जीवंत चित्रण दिखाने के लिए उसका अनुशासन और सुरक्षा सहित और प्राकृतिक चित्रण देते हुए कमेटी और प्रशासन सहयोग से पूरी तन्मयता के साथ झज्जर को एक नया और सजीव चित्रण जो कि पिछले 40, 45 वर्ष पूर्व किया जाता रहा है को इस वर्ष दिखाने जा रहे हैं। इसके लिए मॉक ड्रिल प्रशासन की देख रेख में सफलता पूर्वक किया गया लगभग सारी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। झज्जर की पूरी नगरी इस दृश्य को देखने के लिए उत्सुक है।

एल. ए. स्कूल के बच्चों ने बाल महोत्सव कार्यक्रम में बेहतरीन परफॉर्मेंस से सभी को किया प्रभावित
झज्जर, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। एल. ए. सी. सै. स्कूल झज्जर के बच्चों ने बाल भवन में आयोजित बाल महोत्सव कार्यक्रम में बेहतरीन परफॉर्मेंस से सभी को प्रभावित किया। जिला झज्जर के बाल भवन में आयोजित बाल महोत्सव के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सुनहरी सफलता प्राप्त की। कक्षा छठी से बाहरवीं के बच्चों ने अपने नृत्य से सभी को प्रभावित किया। इन बच्चों की जिला स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सुनहरी सफलता पर स्कूल प्रांगण में खुशी का माहौल बना रहा। स्कूल प्रबंधक के.एम.डागर ने सभी बच्चों को व उनके अभिभावकों को इस सफलता पर अपनी शुभकामनाएं भेंट की। स्कूल प्राचार्या निधि कादयान व एचओडी योगेश्वर कौशिक ने मिलकर इन बच्चों को इस सफलता तक पहुँचाने वाले संगीत प्राध्यापक जितेंद्र, कला प्राध्यापिका निधि सुहाग, भूगोल प्राध्यापक मुकेश शर्मा,मिडल विंग एचओडी पिंकी अहलावत, प्राइमरी एचओडी पुष्पा यादव को उनके कार्य के लिए बधाई प्रदान की। स्कूल संचालक जगपाल गुलिया, जयदेव दहिया, अनिता गुलिया,नीलम दहिया ने सभी बच्चों को अपने शुभाशीर्वाद के साथ नगद राशि प्रदान कर उनके सुनहरे भविष्य की कामना की।




आशा वर्कर्स की सेवानिवृति पर मिलेंगे 2 लाख रुपये, मासिक मानदेय में भी 2100 रुपये की बढ़ोतरी – मुख्यमंत्री मनोहर लाल
चंडीगढ, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि आशा वर्कर्स के मानदेय में 2100 रुपये की बढ़ोतरी कर 6100 रुपये मासिक और सेवानिवृति पर 2 लाख रुपये की राशि दी जाएगी। श्री मनोहर लाल ने आज हरियाणा आशा वर्कर्स पदाधिकारियों के साथ हुई बातचीत के दौरान कही। उन्होंने कहा कि आशा वर्कर की प्रोत्साहन राशि में बढ़ोतरी करने के लिए भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को पत्र लिखा जाएगा। गौरतलब है कि आशा वर्कर को पहले ही, कार्य के दौरान मृत्यु होने पर पर 3 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाती है। इस दौरान बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती जी. अनुपमा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ अमित अग्रवाल, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, हरियाणा के मिशन निदेशक श्री राज नारायण कौशिक और आशा वर्कर प्रतिनिधि मंडल के पदाधिकारी भी मौजूद रहें।


नेहरू कॉलेज में गणित प्रश्नोत्तरी आयोजित
झज्जर, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। राजकीय स्नातकोत्तर नेहरू महाविद्यालय, झज्जर के गणित विभाग में गणित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। गणित विभाग के अध्यक्ष डॉ. संदीप कुमार के निर्देशन में यह प्रतियोगिता आयोजित की गई। डॉ. पुष्पेंद्र काद्यान ने मंच संचालन किया। प्राध्यापक शमशेर क्विज मास्टर रहे। आयोजन में डॉ. जय भगवान, सुरेंद्र कुमार और डॉ. नरेंद्र ने विशेष सहयोग दिया। प्रतियोगिता में छह टीमों ने भाग लिया। नेहा, खुशी और मोहित की टीम पहले स्थान पर रही। हितेश, वर्षा और स्नेहा की टीम ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। शिखा, मोहित और हितेश की टीम तीसरे स्थान पर रही। वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. जगदीश राहड़ और डॉ. प्रताप ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए और उनका उत्साहवृद्धन किया।




पोस्टर मेकिंग और स्लोगन लेखन प्रतियोगिता आयोजित
झज्जर, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। राजकीय स्नातकोत्तर नेहरू महाविद्यालय, झज्जर में मनोविज्ञान विभाग और अंग्रेजी साहित्य परिषद् के तत्वाधान में अलग-अलग पोस्टर मेकिंग और स्लोगन लेखन प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। मनोविज्ञान विभाग की प्रतियोगिताओं की थीम ऑनर किलिंग और रेप रही। इनका आयोजन विभागाध्यक्ष प्रदीप यादव और डॉ. अदिति काद्यान ने किया। अंग्रेजी विभाग की प्रतियोगिताओं का आयोजन विभागाध्यक्ष श्रीकिशन चाहर, मंजीत, जय प्रकाश और रुचिका ने किया। दोनों विभागों की प्रतियोगिताओं का निर्णय डॉ. पुष्पेंद्र काद्यान, दीपक और शिव शंकर ने किया। कार्यकारी प्राचार्य डॉ. जगदीश राहड़ और डॉ. प्रताप फलसवाल ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्द्धन किया। मनोविज्ञान विभाग की स्लोगन प्रतियोगिता में एमए मनोविज्ञान द्वितीय वर्ष की यामिनी ने प्रथम, एमए मनोविज्ञान प्रथम वर्ष की मानवी तिवारी ने द्वितीय, एमए मनोविज्ञान प्रथम वर्ष की वंशिका ने तृतीय और एमए मनोविज्ञान द्वितीय वर्ष की खुशी ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। पोस्टर मेकिंग में एमए पत्रकारिता प्रथम वर्ष के धीरज मल्हान ने प्रथम, बीए द्वितीय वर्ष के प्रवीण ने द्वितीय, एमए मनोविज्ञान द्वितीय वर्ष की काजल ने तृतीय और बीए द्वितीय वर्ष के भारत ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। अंग्रेजी साहित्य परिषद् की स्लोगन लेखन प्रतियोगिता में एमए अंग्रेजी द्वितीय वर्ष की सोनिया ने पहला, बीए द्वितीय वर्ष की नैंसी ने दूसरा और बीए प्रथम वर्ष की अन्नू तथा एमए अंग्रेजी द्वितीय वर्ष की पायल ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में बीए प्रथम वर्ष की नीशू यादव ने पहला, बीए प्रथम वर्ष की साक्षी ने दूसरा तथा एमए अंग्रेजी द्वितीय वर्ष की प्राची और एमए अंग्रेजी द्वितीय वर्ष की पूजा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।

बाल कल्याण परिषद द्वारा आयोजित संस्कारम इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा तन्नू ने क्ले मॉडलिंग में जिले में पाया तीसरा स्थान
झज्जर, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। हाल ही में झज्जर जिले में बाल कल्याण परिषद द्वारा विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। जिसमें संस्कारम इंटरनेशनल स्कूल पाटौदा की सातवीं कक्षा की छात्रा तन्नू पुत्री श्री प्रेमपाल क्ले मॉडलिंग में जिले में तीसरे स्थान पर रही। इस अवसर पर संस्कारम ग्रुप के चेयरमैन श्री महिपाल यादव ने बच्ची की इस उपलब्धि पर उसकी सराहना करते हुए कहा कि आज के प्रतिस्पर्धा के युग में हर विद्यार्थी को किसी न किसी स्पर्धा में भाग लेना चाहिए। ताकि आज के बच्चों में आत्मविश्वास आ सके। उन्होंने कहा कि हारना एवं जीतना महत्त्व नहीं रखता अपितु महत्व रखती है स्पर्धा में भागीदारी। इस उपरान्त विद्यालय के अन्य बच्चों के चेहरे पर भी एक आशा की किरण नजर आयी।


करियर काउंसलिंग में मिला छात्रों को मार्गदर्शन
झज्जर, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। जीडी गोयंका पब्लिक स्कूल झज्जर में शुक्रवार को कक्षा 11वीं एवं 12वीं के सभी संकाय के विद्यार्थियों के लिए के आर मंगलम् यूनिवर्सिटी द्वारा करियर काउंसलिंग पर एक वर्कशॉप आयोजित की गई। काउंसलिंग परामर्शदाता ममता शंकर और दीपाली द्वारा की गयी। वर्कशॉप का मुख्य बिन्दु स्कूल के बाद भविष्य में सही करियर का चुनाव रहा। ममता शंकर ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उनकी रूची अनुसार विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा करियर बनाने एवं उचित चुनाव के टिप्स दिये द्य उन्होंने बताया कि स्कूल के बाद आप विभिन्न प्रकार के कोर्स किस प्रकार कर सकते हैं। उनके लिए कितने अवसर है और किस प्रकार सफलता मिलेगी। इस बात पर जोर दिया। काउंसलिंग में विद्यार्थी काफी उत्साहित दिखे। उन्होनें काफी प्रश्न भी किये जिनका विशेषज्ञ ने संतुष्टिपूर्ण उत्तर दिए। प्रधानाचार्या सरोज सिंह ने काउंसलर को स्मृति चिह्न प्रदान कर उनका आभार व्यक्त किया तथा कहा कि छात्र आगे क्या क्या कर सकते हैं या फिर किसमे उनको आगे जाना चाहिए। ऐसे में यदि उन्हें उचित सलाह मिल जाए तो उन्हें अपना करियर बनाने में बहुत सहायता मिल सकती हैं।




खेल स्पर्धा में विश्वकर्मा स्कूल की विद्यार्थी सिमर ने 100 मीटर दौड़ में प्रथम और देव्यांश ने द्वितिय स्थान पाया
झज्जर, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। वीरवार को खण्ड स्तरीय खेल स्पर्धा में विश्वकर्मा सीनियर सेकेंडरी स्कूल के विद्यार्थी सिमर सुपुत्री श्री राजेश 100 मीटर दौड़ में प्रथम और देव्यांश सुपुत्र श्री सुरेन्द्र ने 100 मीटर दौड़ में द्वितिय स्थान हासिल किया। विजेता खिलाडि़यो को स्कूल प्रबंधक श्री बलवंत सिंह ने बधाई दी और सभी को खेल का महत्व बताया कि पढ़ाई के साथ- साथ खेल भी जीवन का आवश्यक हिस्सा है। इससे हमारे शरीर कि साथ – साथ दिमाग की भी कसरत होती है।
बादली उपमंडल के गांव जहांगीरपुर में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर 21 अक्तूबर शनिवार को
झज्जर, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। बादली उपमंडल के गांव जहांगीरपुर में लोकहित समिति द्वारा पंडित जागेराम आईटीआई में को समस्त जहांगीरपुर गांव वासियों के सहयोग से एक स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। रक्तदान शिविर कि जानकारी देते हुए सुनील और दीपक ने बताया की रक्तदान दानवीर पंडित जागेराम की पुण्यतिथि के अवसर पर लगाया जा रहा है। रक्तदान शिविर को लेकर युवाओं में काफी उत्साह बना हुआ है। समिति अध्यक्ष नरेश कौशिक ने बताया कि समिति लोगों के अनमोल जीवन को बचाने के लिए समय-समय पर रक्तदान शिविरों का आयोजन करती रहती है, रक्तदान महादान है। इससे बड़ा कोई भी दान नहीं है एक यूनिट रक्त से तीन व्यक्तियों का जीवन बचा जा सकता है। रक्त किसी मशीन या फैक्ट्री में नहीं बनाया जा सकता है। युवा ही रक्तदान कर एक दूसरे का जीवन बचाने का कार्य कर रहे हैं। नौजवान युवाओं को वर्ष में कम से कम दो बार अवश्य रक्तदान करना चाहिए।



नूहं जिले में प्रशासनिक संरचना को तुरन्त प्रभाव से दोगुना करना चाहिए
डाॅ दयानन्द कादियान
नूह जैसी साम्प्रदायिक तनाव की विस्फोटक स्थितियाँ देश में अनेक स्थानों पर बन रही हैं। हिन्दु मुस्लिम सौहार्द को बनाने के पुराने तरीके अब सफल नहीं हो रहे इसलिए नवाचारी उपायों के प्रयोगों की आवश्यकता है। 31 जुलाई को हरियाणा के नूह में हुई सांप्रदायिक हिंसा का शोध आधारित अध्ययन करने के बाद कम्यूनिकेशन रिसर्च ग्रुप (सी आर जी) ने यह अनुशंसा भी की है कि नूहं जिले में प्रशासनिक संरचना को तुरन्त प्रभाव से दोगुना करना चाहिए। अतिरिक्त संरचना की जिम्मेदारी हो कि मेवात के इस क्षेत्र में हिन्दु- मुसलिम सकारात्मक संवाद को निरन्तर बनाए रखें व द्वेष फैलाने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं को या तो निष्क्रिय करें या जिले से बाहर निकाले। मीडिया की रिपोर्टिंग व सोशल मीडिया की सामग्री, का विश्लेषण व अधिकारियों, सहभागियों व प्रत्यक्षदर्शियों से बातचीत पर आधारित सी आर जी के निष्कर्ष में कहा गया है कि मेवात तीर्थ यात्रा से पूर्व ही तनाव बढ़ गया था। जिसके कारण मेवात के मुस्लिमों के एक भाग ने हिंसा करने की योजना बना ली थी। सी आर जी के प्रवक्ता ने आनलाइन प्रेस वार्ता में बताया कि पीस कमेटी और स्थानीय प्रशासन दोनों ही तनाव की पूर्व स्थिति को समझने और आवश्यक कार्रवाई करने में असफल हुए। यह भी सामने आया कि तीर्थ यात्रियों पर आसपास की पहाडि़यों से पत्थर मारे गए और गोलियाँ दागी गई। सड़कों पर लाठियों, सरियों व तलवारों से भी मारपीट की गई। घटनास्थल पर जो सीमित संख्या में पुलिस थी वह भी हिंसा के शिकार हुए। समाजशास्त्रियों, प्राध्यापकों व मीडिया कर्मियों की 6 विशेषज्ञों की टोली ने दोनों पक्षों की जानकारी के आधार पर निष्कर्ष निकाला कि मेवात के इस क्षेत्र में मुसलमानों की जनसंख्या सभी अन्य समुदायों से अधिक है परन्तु मुसलमानों में अभी भी जाति व गोत्र व्यवस्था प्रचलन में है। बहुसंख्यक समाज का एक अल्पसंख्यक हिस्सा विभिन्न समुदायों में वैरभाव, द्वेष व अविश्वास उत्पन्न करने का कार्य योजना से कर रहा है। मेवात का आम नागरिक समाजिक तनाव व पारस्परिक अविश्वास में रहता है। कोई भी बहाना लेकर शरारती तत्व हिंसा करने के लिए उकसाने में सफल हो जाते हैं। मेवात तीर्थ यात्रा नूह क्षेत्र में तीन मन्दिरों में क्रमपूर्वक उपासना के लिए है जिसमें नूह के अतिरिक्त शेष हरियाणा, राजस्थान, पंजाब व दिल्ली से भी श्रद्धालु भाग लेते हैं। पूर्व में कई मुसलिम भी यात्रा में शामिल होते थे और यात्रियों के लिए सुविधाएँ भी जुटाते थे। इस वर्ष 31 जुलाई को होने बाली यात्रा से पहले ही तनाव बढ़ गया था परन्तु पीस कमेटी व प्रशासन के आश्वासन पर यात्रा प्रारम्भ की गई। नल्हड मन्दिर से निकलने के कुछ देर बाद ही जलूस पर आसपास की पहाडि़यों से पत्थर बरसाए गए और बन्दूकों से गोलियाँ चलाई गई। पुलिस कर्मी जो संख्या मे बहुत कम थे वे भी हिंसा के शिकार हुए। सड़कों पर लाठियों, सरियों व तलवारों से वार किए गए। बसें, ट्रक, कारें व दोपहिया के वाहनों को तोड़ा गया और कुछ को जलाया गया। यात्रियों जिनमें महिलाएँ व बच्चे भी थे, ने नल्हड मन्दिर में शरण ली। उपद्रवियों ने मन्दिर में घुसने का प्रयास नहीं किया। बाद में पुलिस ने फँसे हुए यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया। इस समय भी पुलिस पर गोलीबारी हुई और पुलिस ने जवाब में पहाडि़यों की तरफ गोलियाँ दागी। घटना के दो-तीन दिन तक आसपास के क्षेत्रों में तोड़फोड़ की घटनाएँ हुई और कुछ सीमा तक मुसलिमों से भी हिंसा हुई। गुरुग्राम में एक मस्जिद में भी दंगा हुआ और एक मौलवी की भी मौत हुई। सी आर जी की रिपोर्ट में मुख्य सिफारिशों में कहा गया है कि तुरन्त प्रभाव से नूह जिले में प्रशासनिक व्यवस्था को दोगुना किया जाए जिसमें अतिरिक्त दल का काम दोनों समुदायों में लगातार सकारात्मक बातचीत कराने का और शरारती तत्वों को जिले से बाहर करने का रहे। सी आर जी ने यह भी सिफारिश की हैं कि यह अतिरिक्त दल स्कूल जाने योग्य आयु की लड़कियों व लड़कों के आपसी संबाद के मंच बनाए और उन्हें सकारात्मक व रचनात्मक कार्यों में व्यस्त रखने के उपाय करे। स्कूल जाने वाली सभी लड़कियों को दोगुनी छात्रवृतियाँ दी जाए। शोध समूह ने दीर्घकालिक उपाय के संदर्भ में अनुशंसा की है कि एक कार्यदल बनाया जाए जो नूह जिले में सौहार्द बनाने के लिए शोध व विमर्श आधारित नवाचारी प्रयोग करे। इन उपायों के सफल होने पर देश के अन्य संवेदनशील ग्रामों व नगरों में भी इनका उपयोग किया जाए।


अंत्योदय आहार योजना की कैंटीन से होगा 3 हजार श्रमिकों को फायदा – सलोनी शर्मा
अंत्योदय आहार योजना के अंतर्गत खुली एमईटी सिटी सेक्टर 7 में कैंटीन
एडीसी सलोनी शर्मा ने किया अंत्योदय आहार योजना के तहत खुली कैंटीन का शुभारंभ
झज्जर, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। हरियाणा भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के सौजन्य से जिला झज्जर की पहली कैंटीन अंत्योदय आहार योजना के अंतर्गत एम.ई.टी सिटी के सेंक्टर 7 में गुरुवार को एडीसी सलोनी शर्मा ने किया। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर रिलायंस की ओर से उपस्थित उपनिदेशक श्रम विभाग संजय मलिक, रिलायंस की ओर से कर्नल रोमेल राज्याण, रिलायंस से सहायक निदेशक बलराज कुंडू व रिलायंस की ओर से राकेश सिन्हा ने भी मुख्य अतिथि का स्वागत किया और मुख्यातिथि को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया। इस अवसर पर एडीसी सलोनी शर्मा ने रिलायंस कार्यालय परिसर में पौधारोपण भी किया। एडीसी सलोनी शर्मा ने सर्वप्रथम अपने भाषण में सभी श्रमिकों को अंत्योदय आहार योजना के तहत खुली कैंटीन खुलने पर शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि श्रम विभाग और रिलायंस का यह प्रयास प्रंशसनीय है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने हरियाणा राज्य में 100 अंत्योदय आहार योजना कैंटीन खोलने की घोषणा विश्वकर्मा दिवस के अवसर पर की गई थी, 100 कैंटीन में से एक कैंटीन आज एम.ई.टी सिटी सेक्टर 7 जिला झज्जर में आरंभ हुई है। उन्होंने बताया कि एम.ई.टी क्षेत्र में लगभग 3 हजार से अधिक कामगार लोग कार्य में लगे हुए है तथा इस कैंटीन ने उन सभी कामगारों को फायदा होगा। इस अवसर पर श्रम विभाग के सहायक निदेशक बलराज कुंडू ने अपने उद्बोधन में श्रम विभाग की ओर से संचालित की जा रही 22 कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी देकर सभी श्रमिकों को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि अंत्योदय आहार योजना के अंतर्गत एम.ई.टी सिटी सेक्टर 7 में जिला झज्जर की पहली भोजन कैंटीन का शुभारंभ हुआ है। जिसका उद्देश्य निर्माण श्रमिकों, औद्योगिक श्रमिकों एवं असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को 10 रूपये की रियायती कीमत पर पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक और संतुलित भोजन उपलब्ध किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस कैंटीन का संचालन मीरा महिला समूह सी.एल.एफ झज्जर के माध्यम से किया जाएगा। कार्यक्रम में एच.एन.आर.एल.एल झज्जर टीम से कार्यक्रम प्रबंधक आशीष, ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक अजय, ब्लॉक समन्वयक सुरेन्द्रर, नरेश सोनी, अंकित देशवाल, शिव कुमार सिंह, रणधीर मलिक, मनीष राघव, सोमबीर सुखाला, अविनाश जायसवाल, शंकर चैधरी, संजय गुलाटी, नीलम सिंह, राजकुमार, अक्षय तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।






बाल भवन देता है विद्यार्थियों को आगे बढ़ने के अवसर – डीईओ
बाल उत्सव के चलते तीसरे दिन भी हुआ प्रतियोगिताओं का आयोजन
झज्जर, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। डीसी एवं अध्यक्ष जिला बाल कल्याण परिषद कैप्टन शक्ति सिंह के कुशल मार्गदर्शन में गुरुवार को चतुर्थ ग्रुप की विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन बाल भवन और संवाद भवन में किया गया। जिसमें सोलो सोंग, पोस्टर मेकिंग, सकेचिंग, सोलो डांस, ग्रुप डांस, ग्रुप सॉन्ग, रंगोली, थाली कलश डेकोरेशन और क्विज कम्पटीशन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इन विधाओं में भाग लेकर बच्चों ने अपनी – अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता के तीसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी राजेश खन्ना ने प्रतियोगिताओं का अवलोकन किया। डीईओ ने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले छात्रों में जुनून होना चाहिए, उसमें आगे बढ़ने के लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। प्रतियोगिता में जिले भर से 50 स्कूलों के लगभग 500 बच्चों ने बढ़ चढकर भाग लिया। प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल की भूमिका अहम रही। हास्य कवि मा. महेन्द्र व हरीश शर्मा प्राध्यापक ने संयुक्त रूप से मंच संचालन किया। कार्यक्रम के अंत में जिला बाल कल्याण अधिकारी नरेन्द्र मलिक ने सभी बच्चों को प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए आभार व्यक्त किया। इस मौके पर आईटीआई गुढ़ा से इंस्ट्रक्टर नीरज सहगल,प्राध्यापक संजय शर्मा सहित विभिन्न स्कूलों के अध्यापक, प्राध्यापक व बाल भवन स्टाफ कर्मचारी उपस्थित रहे।



सीईटी परीक्षार्थियों को बेहतर परिवहन सुविधा प्रदान करना प्रशासन का पहला कार्य – डीसी
डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने लघु सचिवालय सभागार में आगामी 21 व 22 अक्टूबर को होने वाली सीईटी ग्रुप डी परीक्षा को लेकर अधिकारियों की बैठक में की परिवहन संबंधी तैयारियों की समीक्षा
जिला झज्जर के परीक्षार्थियों को मिलेगा निशुल्क यात्रा सुविधा का लाभ
झज्जर, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि आगामी 21 और 22 अक्टूबर को आयोजित होने वाली सीईटी ग्रुप डी की परीक्षा के चलते जिला झज्जर से हजारों परीक्षार्थी दूसरे जिलों में परीक्षा देने जाएंगे, जिन्हें सरकार द्वारा निशुल्क यात्रा का लाभ प्रदान करते हुए सभी जरूरी व्यवस्थाएं की जाए, ताकि परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने में किसी प्रकार की असुविधा ना हो सके। यह परीक्षा दोनों दिन प्रातरू और सांयकालीन सत्रों में आयोजित होंगी। डीसी गुरुवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर की वीडियो कांफ्रेंस के उपरांत संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक में जरूरी दिशा निर्देश दे रहे थे। इस अवसर पर उनके साथ एसपी डॉ अर्पित जैन भी उपस्थित थे। इस बीच रोडवेज महाप्रबंधक एनके गर्ग ने डीसी को परीक्षार्थियों के लिए परिवहन विभाग की गई तैयारियों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दोनों दिन रात्रि दो बजे परीक्षार्थियों के लिए बस सेवा झज्जर और बहादुरगढ बस स्टैंड से उपलब्ध होगी। डीसी ने कहा कि सीइटी परीक्षा को लेकर सरकार के दिशा निर्देशों की कड़ाई से पालना सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने कहा कि बस स्टैंड परिसरों में दोनों दिन पुलिस बल की तैनाती की जाए, ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना ना हो सके। डीसी ने कहा कि सीईटी ग्रुप डी की परीक्षा को लेकर जिला झज्जर के आवेदकों के परीक्षा केंद्र सोनीपत, पानीपत, महेंद्रगढ़ व नारनौल तथा रेवाड़ी जिलों में हैं, ऐसे में इन जिलों के लिए पर्याप्त परिवहन सुविधा प्रदान करना प्रशासन का पहला कार्य है। इस बार सरकार द्वारा सीईटी परीक्षा को लेकर निशुल्क यात्रा का लाभ प्रदान करने का निर्णय लिया गया है,जिसके चलते महिला आवेदक के साथ एक अटेंडेंट को निशुल्क यात्रा का लाभ मिलेगा, जबकि पुरुष आवेदक को अटेंडेंट के लिए निशुल्क यात्रा का लाभ नहीं दिया जाएगा।
बेरी क्षेत्र के परीक्षार्थियों को झज्जर तक मिलेगा फीडर बस सेवा का लाभ
डीसी ने कहा कि जिला में मुख्यतःरू झज्जर और बहादुरगढ बस स्टैंड परिसरों से दोनों दिनों शेड्यूल अनुरूप बसें भेजी जाएंगी। चारों जिलों के लिए दोनों स्थानों से बसों को परीक्षा के समय अनुरूप रवाना किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बेरी क्षेत्र के परीक्षार्थियों के लिए 20 अक्टूबर की रात एक बजे से बेरी स्थित खेल स्टेडियम से झज्जर बस स्टैंड के लिए फीडर बस सेवा शुरू की जाएगी,जोकि परीक्षार्थियों को झज्जर बस स्टैंड लेकर आएगी,जिसके चलते परीक्षार्थी संबंधित जिलों के लिए बसें ले सकेंगे। यह सुविधा दोनों दिनों तक जारी रहेगी। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बसों में फस्ट ऐड सुविधा के साथ ही बस स्टैंड परिसरों में एंबुलेंस सुविधा उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। साथ ही अगर किसी बस में किसी भी रूट पर कोई खराबी आती है,तो उसके लिए तुरन्त दूसरी बस भेजी जाए।
बैठक में इन अधिकारियों की रही उपस्थिति
इस अवसर पर एसडीएम बादली रविंद्र कुमार, एसडीएम बहादुरगढ अनिल यादव, एसडीएम झज्जर विशाल कुमार, एसडीएम बेरी रविंद्र मलिक, नगराधीश परवेश कादियान सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।




अदालतों में आरोपियों के विरूद्घ पुख्ता सबूतों के साथ मजबूती से करें पैरवी – डीसी
डीसी कैप्टन शक्ति सिंह व एसपी डा अर्पित जैन ने गृह विभाग के एसीएस की वीसी उपरांत चिन्हित अपराध योजना को लेकर दिए निर्देश
झज्जर, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। चिन्हित मामलों में अपराधी को सजा दिलवाने के लिए संबंधित विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें। निरंतर एक-दूसरे के संपर्क में रहकर केस को अदालतों में पुख्ता सबूतों के साथ मजबूती से पैरवी करने की जरूरत है। डीसी कैप्टन शक्ति सिंह गुरुवार को लघु सचिवालय स्थित कार्यालय में गृह विभाग के एसीएस की वीसी उपरांत चिन्हित अपराध योजना की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक डॉ अर्पित जैन और जिला न्यायवादी अशोक बागड़ी भी मौजूद रहे। डीसी ने कहा कि जेलों में बंदियों की वीसी से केसों की सुनवाई की जाए,अपराधी को जल्द से जल्द सजा मिलने पर समाज में सकारात्मक संदेश जाता है और अपराध की प्रवृत्ति कम होती है। ऐसे अपराध जो चिन्हित अपराध की श्रेणी में शामिल किए जाते हैं, पुलिस विभाग उनकी प्राथमिकता के आधार पर पूरी गहनता से जांच रिपोर्ट तैयार कर जिला न्यायवादी विभाग के साथ आपसी समन्वय से कार्य करे। डीसी ने बैठक में केसों से संबंधित बचाव, साक्ष्य और तकनीकी कानूनी पहलुओं बारे विचार विमर्श किया। उन्होंने कहा कि चिन्हित अपराध में कोर्ट में जाने से पहले अच्छी तरह जांच कर रिपोर्ट बनाएं। डीसी ने जिला न्यायवादी को निर्देश देते हुए कहा कि माननीय अदालतों में पैरवी से पहले केस का अच्छी तरह अध्ययन कर साक्ष्यों को भी जांच लें। चिन्हित अपराध योजना के मामलों पर की गई कार्यवाही की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उल्लेखनीय है कि पोक्सो, जेजे एक्ट, एनडीपीएस कमर्शियल, एमटीपी, पीसी-पीएनडीटी एक्ट सहित अन्य अति गंभीर श्रेणी के मामले चिन्हित अपराध की श्रेणी में शामिल किए जाते हैं ताकि पीडि़ता को जल्द न्याय मिले और अपराधी को सजा।

फसल अवशेषों को जलाने की बजाय पशु चारा में इस्तेमाल करें किसान – डीसी
डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने लघु सचिवालय परिसर से फसल अवशेष न जलाने की जागरूकता के लिए प्रचार वैन को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
झज्जर, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने गुरुवार को लघु सचिवालय परिसर से फसल अवशेष न जलाने की जागरूकता के लिए प्रचार वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह वैन जिला के सभी गावों को कवर करते हुए ग्रामीणों को फसल अवशेष न जलाने बारे फसल अवशेषों के प्रबंधन के लिए जागरूक करेगी। इस अवसर पर डीसी ने कहा कि पराली जलाने से न केवल वातावरण प्रदूषित होता है,साथ ही खेतों में पाए जाने वाले कीट मित्र भी नष्ट हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा किसानों को पराली नहीं जलाने का आह्वान किया जा रहा है,साथ फसल अवशेष प्रबंधन सहित अन्य योजनाओं से भी अवगत कराया जा रहा है। कैप्टन शक्ति सिंह ने कृषि एवं कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने कार्य क्षेत्रों में धान की फसल की कटाई होते ही संबंधित किसान से मिलकर उसके खेत में यथावत फसल अवशेष प्रबंधन करवाकर सुनिश्चित करेंगे ताकि कोई भी किसान फसल अवशेष न जलाए। उन्होंने दोहराया कि पराली व फसल अवशेष जलाने से जमीन की 100 प्रतिशत नाइट्रोजन, 25 प्रतिशत फास्फोरस, 20 प्रतिशत पोटास, 60 प्रतिशत सल्फर का नुकसान होता है। फसल अवशेष जलाने से कार्बन मोनोअॉक्साइड, सल्फर डाइअॉक्साइड तथा मीथेन जैसी हानिकारक गैसें उत्पन्न होती है। इसके जलाने से भूमि तापमान बढ़ता है तथा छोटे पौधे व पौधों पर आश्रित पक्षी मारे जाते है। डीसी ने किसानों से अपील कि वे फसल अवशेष ना जलाएं तथा इसे पशु चारे हेतु इस्तेमाल करें व बचे हुए फसल अवशेषों को हैरो, रोटावेटर या अन्य कृषि यन्त्रों का प्रयोग करते हुए खेत में मिलाएं। इस मौके पर मार्किट कमेटी के पूर्व चेयरमैन मनीष शर्मा नंबरदार दुजाना,कृषि एवं किसान कल्याण विभाग डीडीए डा जितेन्द्र सिंह, तकनीकी अधिकारी डा ईश्वर सिंह जाखड़, डा राजीव चावला, डा. जगजीत सांगवान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।



जोखिम फ्री खेती में बागवानी विभाग से जुड़ी योजनाएं कारगर – डीसी
बाजार में सब्जी, फलों व मसालों की फसल का सही दाम ना मिलने व प्राकृतिक आपदाओं के नुकसान पर भरपाई करेगी सरकार
झज्जर, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि फसल विविधीकरण के तहत लगाई गई बागवानी फसलों में होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री भावांतर भरपाई योजना व बागवानी बीमा योजना की शुरुआत की गई है, जिससे किसानों को नियमानुसार लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि बीमा इस योजना के माध्यम से जिला के बागवानी खेती करने वाले किसान फसल की खेती के दौरान व उसके उत्पादन के बाद होने वाले जोखिमों को कम कर सकते हैं। डीसी ने बताया कि किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा शुरू की गई भावांतर भरपाई योजना व बागवानी बीमा योजना बागवानी किसानों के लिए एक अच्छी योजना है। यह योजना किसानों को सब्जियों व फलों के भाव से जोखिम मुक्त कर उन्हें फसल का उचित दाम दिलाने में कारगर साबित हो रही है। उन्होंने बताया की कई बार यह देखने में आया है कि किसान जब अपनी बागवानी की फसल को मंडी में बेचने जाता है तो उसको फ सल का सही दाम नहीं मिल पाता। जिससे किसान हतोत्साहित होकर फिर से पारंपरिक खेती करने का विचार करता है। ऐसे किसानों को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार फसल में लगने वाले घाटे (नुकसान ) को कम करने के लिए भावांतर भरपाई योजना के अंतर्गत मुआवजा व मूल्य के रूप में प्रोत्साहन धनराशि प्रदान करेगी।
गोभी, गाजर, मटर,टमाटर सहित अन्य फ सलों के संरक्षित मूल्य निर्धारित
डीसी ने बताया कि इस योजना के तहत निम्नलिखित फसलों आलू, फूल गोभी, गाजर, मटर,टमाटर, प्याज, शिमला मिर्च बैंगन भिंडी मिर्च करेला, बंद गोभी, मूली, किन्नू, अमरूद, चीकू,आड़ू, आलूबुखारा, आम, नाशपाती, लीची, आंवला, बेर, लहसुन व हल्दी आदि को सूचीबद्ध किया गया है। उन्होंने बताया कि उपरोक्त सभी फसलों के संरक्षित मूल्य सरकार द्वारा पहले से निर्धारित किए गए है। इस योजना के तहत सरकार द्वारा निर्धारित संरक्षित मूल्यों से कम बिक्री होने पर जो नुकसान होगा उसकी भरपाई प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को की जाएगी। उत्पादन से पूर्व होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना के तहत उत्पादक किसान उपरोक्त फसलों का बीमा भी करवा सकते हैं।
सब्जियों व मसालों पर 30 हजार रुपये प्रति एकड़ का बीमा
कैप्टन शक्ति सिंह ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत सब्जियों व मसालों पर 30 हजार रुपये प्रति एकड़ का बीमा किया जाएगा जिसके लिए किसान को 750 रुपये प्रति एकड़ भुगतान करना होगा। वहीं फलों की खेती पर एक हजार रुपये प्रति एकड़ का प्रीमियम देखकर किसान 40 हजार रुपये प्रति एकड़ का बीमा करवा सकता है। योजना का लाभ लेने के लिए उत्पादक का मेरी फ सल मेरा ब्यौरा पर रजिस्ट्रेशन होने अनिवार्य है। जिला में बागवानी योजनाओं का लाभ उठाने के इच्छुक किसान अधिक जानकारी के लिए जिला बागवानी अधिकारी के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।




मेरी माटी-मेरा देश अभियान ः रोहतक में होगा राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन,झज्जर से रोहतक ले जाए जाएंगे अमृत कलश
राज्य स्तरीय कार्यक्रम में जिला की प्रत्येक पंचायत से शामिल होगा एक पंचायत प्रतिनिधि
झज्जर, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के देशव्यापी अभियान मेरी माटी-मेरा देश के तहत जिलाभर में निकाली गई अमृत कलश यात्रा अब 25 अक्टूबर को रोहतक में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय कार्यक्रम में पहुंचेगी। इस कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने यह जानकारी गुरुवार को यहां दी। डीसी ने बताया कि देशव्यापी मेरी माटी-मेरा देश अभियान के तहत अमृत कलश यात्रा का पहला चरण सफलता के साथ संपन्न हो चुका है। जिलाभर में आयोजित हुए कार्यक्रमों के माध्यम से गांव स्तर से विकास खंड स्तर तक अमृत कलश यात्रा संपन्न हो चुकी हैं। अब दूसरे चरण के तहत 25 अक्टूबर को रोहतक में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जिला झज्जर से अमृत कलश सम्मानपूर्वक रोहतक में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय कार्यक्रम में पहुंचाए जाएंगे। डीसी ने बताया कि प्रत्येक पंचायत से एक पंचायत प्रतिनिधि राज्य स्तरीय कार्यक्रम में अवश्य शामिल होगा। सभी पंचायत प्रतिनिधि एक जगह इकठा होकर बस के माध्यम से रोहतक पहुचेंगे। उन्होंने कहा कि निर्धारित समय पूर्व उन व्यक्तियों की सूची तैयार की जाए, जो इस कार्यक्रम में पंचायत की तरफ से शामिल होने के लिए जाएंगे। अमृत कलश यात्रा का तीसरा और अंतिम चरण दिल्ली में संपन्न होगा। दिल्ली के कर्तव्य पथ पर मेरी माटी-मेरा अभियान के तहत राष्ट्रीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि दिल्ली अमृत कलश यात्रा के लिए शहरी निकाय व प्रत्येक खंड से एक-एक जन प्रतिनिधि कलश यात्रा में शामिल होगा तथा प्रत्येक विकास खंड व शहरी निकाय से नेहरू युवा केंद्र संगठन का वालंटियर भी दिल्ली जाएगा।
चिरायु आयुष्मान योजना का लाभ लेने के लिए अब आवेदन की तिथि बढकर हुई 31 अक्टूबर – डीसी
1.80 लाख से 3 लाख आय वाले भी होंगे योजना का लाभ लेने के हकदार
झज्जर, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। प्रदेश सरकार द्वारा चिरायु आयुष्मान भारत के तहत चिरायु हरियाणा योजना का विस्तार किया गया है, जिसके तहत अब आवेदन की तिथि बढाकर 31 अक्टूबर तक कर दी गई है,ऐसे में पात्र व्यक्ति आगामी 31 अक्टूबर तक अॉनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने वाले सभी पात्र व्यक्तियों को 1 नवंबर से योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार द्वारा 1.80 लाख से 3 लाख तक की वार्षिक आय वाले नागरिकों को भी आयुष्मान भारत योजना के तहत कवर किया गया है और अब ऐसे लोग भी आयुष्मान भारत योजना का लाभ लेने के हकदार होंगे। योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी को 1500 रुपए सालाना प्रीमियम अदा करना होगा। उन्होंने बताया कि पात्र व्यक्ति नजदीकी सीएससी सेंटर के माध्यम से या अपने मोबाइल से बीपतंलनंलनेीउंदींतलंदं.पद पोर्टल के माध्यम से स्वयं भी आवेदन कर सकते हैं।



मंडियों में बाजरा खरीद के साथ उठान कार्य जारी – डीसी
खरीद केंद्रों पर अब तक 371720.70 मीट्रिक टन बाजरे की खरीद और 31 हजार 463.85 मीट्रिक टन बाजरे का हुआ उठान
बेरी और मातनहेल मंडियों में 147.3 मीट्रिक टन धान की आवक दर्ज
झज्जर, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि झज्जर जिला में बाजरा खरीद के साथ ही उठान प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है। वहीं बेरी और मातनहेल खरीद केंद्रों पर धान की आवक जोरों पर है। उन्होंने किसानों का आह्वान किया कि वो अपनी उपज को सुखाकर बिक्री के लिए मंडी लाएं। उन्होंने बताया कि किसानों की सुविधा को मद्देनजर रखते हुए सरकार की ओर से निर्धारित नियमों अनुसार सभी खरीद केंद्रों पर शेड्यूल अनुसार बाजरा और धान की खरीद की जा रही है। खरीद केंद्रों पर अभी तक 1261 गांवों के 13 हजार 607 किसानों का बाजरा खरीदा जा चुका है। विभागीय आंकडों के अनुसार झज्जर जिला में खरीद केंद्रों पर अब तक 371720.70 मीट्रिक टन बाजरे की खरीद और 31 हजार 463.85 मीट्रिक टन बाजरे का उठान हो चुका है। वहीं बेरी खरीद केंद्र पर 112.3 एमटी और मातनहेल केंद्र पर 35 मीट्रिक टन धान की आवक दर्ज की गई है। उन्होंने खरीद एजेंसी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे खरीद के साथ-साथ उठान कार्यों में भी तेजी लाएं।
अब तक 31 हजार 463.85 मीट्रिक टन बाजरे का हुआ उठान
जिला खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक कुशलपाल ने बाजरा उठान की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि बहादुरगढ़ खरीद केंद्र में अब तक 151.20 मीट्रिक टन, बेरी में 1693.75, ढाकला खरीद केंद्र पर 5594.55 मीट्रिक टन, झज्जर अनाज मंडी खरीद केंद्र पर 12969.80 मीट्रिक टन, बादली 989.20 मीट्रिक टन तथा मातनहेल में 10 हजार 65.35 मीट्रिक टन बाजरे का उठान सहित जिला के खरीद केद्रों से अब तक 31 हजार 463.85 मीट्रिक टन बाजरे का उठान दर्ज किया गया है।


अमृत सरोवर योजना के तहत प्राथमिकता के आधार पर तालाबों का सौंदर्यीकरण कराएं अधिकारी – डीसी
डीसी राहुल हुड्डा ने अमृत सरोवर योजना के तहत ली अधिकारियों की बैठक
रेवाड़ी, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। डीसी राहुल हुड्डा ने संबंधित अधिकारियों को जिला रेवाड़ी में अमृत सरोवर योजना के तहत चिन्हित तालाबों का सौंदर्यीकरण प्राथमिकता के आधार पर कराने के निर्देश देते हुए कहा कि अमृत सरोवर योजना सरकार की अति महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना पर विशेष तौर पर ध्यान देकर कार्य करवाएं जाएं एवं कार्य की गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि जिन-जिन गांवों में अमृत सरोवर का निर्माण कार्य अधूरा है उन्हें प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि जहां-जहां सोलर लाइट, बैंच व पौधारोपण आदि कराया जाना है वहां निर्धारित समय में सभी कार्य पूर्ण किए जाएं। उन्होंने बीडीपीओ सहित संबंधित अधिकारियों को चिन्हित तालाबों को निर्धारित समय में अमृत सरोवर व अमृत सरोवर प्लस में तब्दील करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना के तहत भी अमृत सरोवर बनाए जा सकते हैं। डीसी ने कहा कि जल संरक्षण की दिशा में महत्वाकांक्षी मिशन अमृत सरोवर के तहत जिला में जो अमृत सरोवर बन चुके हैं या निर्माणाधीन हैं, उन्हें गुणवत्ता की कसौटी पर परखने के लिए सरकार की ओर से इनका सत्यापन भी कराया जाएगा। गुणवत्ता के पैमाने पर फिट बैठने के बाद इनके बारे में जानकारी अमृत सरोवर पोर्टल पर अपलोड की जाएगी। यदि किसी सरोवर में कोई कमी सामने आती है तो उसे दूर करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों से आह्वान किया कि वे गांवों में अमृत सरोवर योजनाओं के तहत बनाए गए तालाबों पर श्रमदान करते हुए इनकी नियमित रूप से साफ-सफाई करवाएं ताकि इनकी स्थिति व सौंदर्यीकरण बरकरार रहे। उन्होंने कहा कि इसके लिए गांव के युवा क्लब का भी सहयोग लिया जाए।
अमृत सरोवर बनाने से होंगे ये फायदे
भूजल स्तर बढ़ेगा।
सिंचाई एवं पशुओं के लिए अतिरिक्त पानी की उपलब्धता होगी।
खेती की जमीन अधिक उपजाऊ होगी।
पर्यावरण को हरा-भरा रखने में मदद मिलेगी।
मत्स्य पालन, सिंघाड़े की खेती जैसे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे
बैठक में एडीसी स्वप्निल रविंद्र पाटिल, डीएमसी उदय सिंह, डीडीपीओ एचपी बंसल सहित बीडीपीओ व संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।




युवा व महिलाएं नया वोट बनवाकर लक्की ड्रा में जीतें लैपटॉप, स्मार्टफोन और पैन ड्राइव – डीसी
चुनाव आयोग द्वारा 9 दिसंबर तक किया जा रहा है वोट बनाने का कार्य
रेवाड़ी, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। निर्वाचन आयोग की तरफ से युवाओं एवं महिलाओं को नए वोट बनवाने पर आकर्षक उपहार देने की अनूठी पहल शुरू की है। इसके तहत पहली अक्टूबर से 9 दिसंबर तक नया वोट बनवाने वालों को 5 जनवरी 2024 को प्रकाशित मतदाता सूची से निकाले जाने वाले लक्की ड्रा में लैपटॉप, स्मार्टफोन और पैन ड्राइव दिए जाएंगे। इसके अलावा इस अवधि के दौरान नए वोट बनवाने वाले मतदाताओं को टी-शर्ट प्रदान की जाएगी। डीसी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी राहुल हुड्डा ने जानकारी देते हुए बताया कि मतदाता बनने का शुरू हुआ त्योहार ‘आओ भाग लेकर पाएं आकर्षक उपहार’ की पहल प्रदेश के पात्र युवाओं एवं महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि जिनका जन्म 2 जनवरी 2004 से एक जनवरी 2006 के बीच हुआ है और उन्होंने अपना वोट नहीं बनवाया है। ऐसे व्यक्ति वोटर हेल्पलाइन पर अॉनलाइन फार्म 6 भरकर मतदाता बन सकते हैं। इसके साथ ही आकर्षक इनाम भी जीत सकते है। उन्होंने बताया कि जिनकी आयु जनवरी, अप्रैल, जुलाई व अक्टूबर में 18 वर्ष हो जाती निवार्चन आयोग द्वारा उन्हें नए वोट बनवाने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। सभी पात्र व्यक्तियों को अपने वोट अवश्य बनवा लेेने चाहिए। डीसी ने बताया कि मृत व्यक्तियों के नाम मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कि जिनकी आयु 18 वर्ष हो गई है, और अपना वोट बनवाने के लिए पात्र है। उन्हें वोट बनवाने के लिए स्थाई आवास का पता, जन्म तिथि तथा पासपोर्ट साईज का फोटो सहित तीनो की फोटो प्रतियां फार्म 6 के साथ लगानी होंगी। उन्होंने बताया कि अॉनलाईन मतदाता सेवा पोर्टल के माध्यम से तथा अॉफ लाईन बीएलओ के माध्यम से वोट बनवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि यदि वोट बनवाने के लिए किसी भी तरह की दिक्कतें आती हैं तो वे वोटर हेल्पलाईन नम्बर 1950 तथा वोटर हेल्पलाईन एप पर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।
विशेष अभियान चलाकर बनाए जाएंगे नए वोट रू जिला निर्वाचन अधिकारी
जिला निर्वाचन अधिकारी राहुल हुड्डा ने बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा विशेष अभियान चलाकर शनिवार 4 नवंबर व रविवार 5 नवंबर तथा शनिवार 2 दिसंबर व रविवार 3 दिसंबर को पोलिंग स्टेशन पर नए वोट बनवाने का कार्य किया जाएगा। इस दौरान संबंधित बीएलओ पोलिंग स्टेशन पर नए वोट बनाने के लिए फार्म-6 भरवाने का कार्य करेंगे। इसके बाद 5 जनवरी 2024 को अंतिम मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पारदर्शी वोटर लिस्ट ही पारदर्शी चुनाव का आधार है। आयोग का मुख्य ध्येय पारदर्शी मतदाता सूची तैयार करना है। उन्होंने बताया कि पात्र व्यक्तियों को आयोग की ओर से एक और मौका दिया गया है। जिसके तहत एक जनवरी 2024 को क्वालिफाइंग तिथि मानकर 27 अक्टूबर से लेकर 9 दिसंबर 2023 तक सभी मतदान केंद्रों पर बीएलओ द्वारा नई वोट बनाने का कार्य किया जाएगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य है कि कोई भी पात्र व्यक्ति वोट बनवाने से वंचित न रहे। इसके अलावा यदि किसी मतदाता की मृत्यु हो गई है। तो इसकी सूचना संबंधित बीएलओ को दी जाए ताकि मृतक मतदाता का नाम मतदाता सूची से हटाया जा सके।

विशेष उपलब्धियां प्राप्त करने वाली महिलाओं को दिए जाएंगे राज्य स्तरीय पुरस्कार – डीसी
आवेदन करने की अंतिम तिथि 20 नवंबर, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रदान किए जाएंगे पुरस्कार
रेवाड़ी, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। हरियाणा महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से विभिन्न क्षेत्रों में विशेष उपलब्धियां प्राप्त करने वाली महिलाओं से राज्य स्तरीय महिला पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं, आवेदन करने की अंतिम तिथि 20 नवंबर है। इच्छुक महिलाएं महिला एवं बाल विकास कार्यालय रेवाड़ी में 20 नवंबर तक अपने आवेदन जमा करवा सकती हैं। यह पुरस्कार 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस प्रदान किए जाएंगे। डीसी राहुल हुड्डा ने जानकारी देते हुए बताया कि इंदिरा गांधी महिला शक्ति पुरस्कार के लिए 1 लाख 50 हजार रुपए व प्रशस्ति पत्र, कल्पना चावला शौर्य पुरस्कार के लिए 1 लाख रुपए व प्रशस्ति पत्र, बहन शन्नो देवी पंचायती राज पुरस्कार के लिए 1 लाख रुपए व प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड के लिए 51 हजार व प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली महिलाओं को विभिन्न आठ श्रेणियां में 21-21 हजार रुपए व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। जिला कार्यक्रम अधिकारी शालू यादव ने इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि पहली श्रेणी में एएनएम, एमपीएचडब्ल्यू तथा नर्स शामिल है। दूसरी श्रेणी में महिला खिलाड़ी, तीसरी श्रेणी में साक्षर महिला समूह सदस्य, चैथी श्रेणी में राजकीय कर्मचारी, पांचवीं श्रेणी में सामाजिक कार्यकर्ता, छठी श्रेणी में महिला उद्यमी, सातवीं श्रेणी में स्त्री शक्ति पुरस्कार तथा आठवीं श्रेणी में आंगनबाड़ी कर्मी शामिल हैं। इन श्रेणियां में 21-21 हजार रुपए व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आवेदन के लिए अभ्यर्थी अपना संपूर्ण बायोडाटा साथ लेकर आएं। उन्होंने बताया कि इस संबंध में अन्य किसी जानकारी के लिए किसी भी कार्य दिवस को महिला एवं बाल विकास कार्यालय में आकर कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि आवेदन से संबंधित अधिक जानकारी के लिए डब्लूसीडीएचआरवाई डॉट जीओवी डॉट इन वेबसाइट पर विजिट करें।




डा. भीमराव अंबेडकर छात्रवृत्ति योजना के लिए अॉनलाइन आवेदन आमंत्रित
31 जनवरी 2024 तक सरल पोर्टल पर कर सकते हैं अॉनलाइन आवेदन
रेवाड़ी, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से वर्ष 2023-24 की अवधि के लिए डा. भीमराव अम्बेडकर मेधावी संशोधित छात्रवृति योजना के तहत सरल पोर्टल पर अॉनलाइन आवेदन आमंत्रित किए हैं। छात्र आगामी 31 जनवरी 2024 तक आवेदन कर सकते हैं। यह जानकारी डीसी राहुल हुड्डा ने दी। डीसी ने योजना की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि अनुसूचित वर्ग के जिन शहरी विद्यार्थियों के कक्षा दसवीं में 70, कक्षा बारहवीं में 75 व स्नातक कक्षाओं में 65 प्रतिशत अंक हैं वे इस छात्रवृत्ति के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसी प्रकार गांवों में अनुसूचित वर्ग के विद्यार्थी के कक्षा दसवीं में 60, बारहवीं में 70 व स्नातक कक्षा में 60 प्रतिशत अंक होने चाहिए। इसी प्रकार पिछड़ा वर्ग-ए के शहर में रहने वाले विद्यार्थी ने मैट्रिक में 70 प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्र में 60 प्रतिशत अंक होने चाहिए। पिछड़ा वर्ग-बी के शहरी छात्र या छात्रा के मैट्रिक में 80 एवं ग्रामीण विद्यार्थी के 75 प्रतिशत अंक होने चाहिए तभी वह योजना का पात्र होगा। उन्होंने बताया कि इन विद्यार्थियों को आठ हजार रुपए दसवीं पास होने पर, एससी आवेदक को बारहवीं पास करने पर आठ से दस हजार रुपए तथा स्नातक पास होने के बाद 9 से 12 हजार रुपए आगे की पढ़ाई के लिए दिए जाएंगे।
आवेदन के साथ लगाने होंगे ये दस्तावेज – डीडब्ल्यूओ
जिला कल्याण अधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि डा. भीमराव अम्बेडकर मेधावी छात्र संशोधित योजना के लिए विद्यार्थी के परिवार की वार्षिक आय चार लाख रुपए से कम का प्रमाण-पत्र, रिहायशी प्रमाण पत्र, बैंक पास बुक, वर्तमान अध्ययनरत कक्षा का आईडी कार्ड या प्रमाण, मार्कशीट, फैमिली आईडी आदि दस्तावेज आवेदन के साथ लगाने होंगे।

परीक्षार्थी एचएसएससी की साइट से डाउनलोड करें सीईटी परीक्षा एडमिट कार्ड – डीसी
एचएसएससी व एनटीए की हिदायतों, गाइडलाइन व एडवाइजरी को अच्छी तरह से पढ़ें परीक्षार्थी
रेवाड़ी, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। डीसी राहुल हुड्डा ने बताया कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) द्वारा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के माध्यम से रेवाड़ी जिला में शनिवार 21 अक्टूबर व रविवार 22 अक्टूबर को गु्रप-डी की सीईटी यानी कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) ने सामान्य पात्रता परीक्षा (सीईटी) के लिए प्रवेश पत्र (एडमिट कार्ड) साइट पर अपलोड कर दिए हैं। परीक्षार्थी एचएसएससी की साइट ीेेब.हवअ.पद से एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। एडमिट कार्ड डाउनलोड करने के लिए परीक्षार्थी के अपना रजिस्ट्रेशन नंबर और जन्मतिथि के साथ ही लागइन में दिए गए सिक्योरिटी पिन को दर्ज करना होगा। सीईटी परीक्षा के लिए रेवाड़ी जिला में 60 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिन पर दो दिनों में चार शिफ्टों में 1,19200 परीक्षार्थी ग्रुप डी की सीईटी परीक्षा देंगे। परीक्षाएं प्रातरू कालीन व सायं कालीन सत्र में आयोजित की जाएंगी। उन्होंने परीक्षार्थियों से आह्वान किया कि वे परीक्षा से पूर्व हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) व नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से जारी हिदायतों, गाइडलाइन व एडवाइजरी को अच्छी तरह से पढकर समझ लें ताकि परीक्षा के समय किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।




‘सहकार से समृद्धि’
अर्बन कोअॉपरेटिव बैंकों में बुलेट रिपेमेंट के तहत बढ़ाई गई गोल्ड लोन लिमिट – डीसी
अब यूसीबी में गोल्ड लोन सीमा 2 लाख से हुई 4 लाख रुपए
रेवाड़ी, 19 अक्टूबर ;अभीतकद्ध। केंद्र सरकार के सहकारिता मंत्रालय के ‘सहकार से समृद्धि’ विजन के तहत भारतीय रिजर्व बैंक ने अर्बन कोअॉपरेटिव बैंकों (यूसीबी) को मजबूती प्रदान करने के लिए बुलेट रीपेमेंट स्कीम के तहत गोल्ड लोन की मौजूदा सीमा 2 लाख रुपए से बढ़ाकर 4 लाख रुपए कर दी है। डीसी राहुल हुड्डा ने जानकारी देते हुए बताया कि आरबीआई द्वारा निर्धारित पीएसएल टारगेट को पूरा करने वाले यूसीबी को प्रोत्साहित करने के लिए गोल्ड लोन की मौद्रिक सीमा बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। ऐसे यूसीबी के लिए बुलेट रीपेमेंट स्कीम के तहत 2 लाख रुपए से 4 लाख रुपए तक की छूट दी जाएगी, जिन्होंने निर्धारित अवधि तक ओवरअॉल पीएसएल टारगेट और सब-टारगेट को पूरा कर लिया है। आरबीआई के अनुसार प्राथमिकता वाले क्षेत्र के लोन टारगेट को पूरा करने वाले अर्बन कोअॉपरेटिव बैंकों को उपयुक्त प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा।
क्या है गोल्ड लोन बुलेट रीपेमेंट अॉप्शन
बुलेट रीपेमेंट अॉप्शन में लोन धारक को लोन अवधि के अंत में पूरा मूलधन और ब्याज राशि का भुगतान करना होगा। लोन धारकों को ईएमआई शेड्यूल का पालन करने या पूरे टेन्योर के दौरान पार्शियल पेमेंट करने के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। ध्यान रखें कि गोल्ड लोन की ब्याज दर कैलकुलेशन पूरे टेन्योर के हर महीने की जाएगी, लेकिन कुल मूलधन और ब्याज राशि एक ही भुगतान में टेन्योर के अंत में देय होगी। बुलेट रिपेमेंट योजना के तहत लोन लेने वाला मूल राशि और ब्याज का भुगतान करने के लिए एक अवधि होती है। इस अवधि के अंत में एकमुश्त कर्ज चुकाया जा सकता है। इसमें गोल्ड के बदले लोन पर ब्याज का आंकलन किया जाता है। इस तरह के रिपेमेंट को बुलेट रिपेमेंट स्कीम कहा जाता है। बुलेट रिपेमेंट योजना वह है जहां एक उधारकर्ता लोन अवधि के दौरान रिपेमेंट की चिंता किए बिना लोन अवधि के अंत में ब्याज और मूल राशि चुकाता है।